रंडी मा की चूत दूसरे मर्दों के लिए

हेलो रीडर्स, जान के अछा लगा की आप लोगों को स्टोरी पसंद आ रही है. ऐसे ही मैल करके बताइए ताकि मुझे भी अछा लगे. अब स्टोरी कंटिन्यू करता हू.

मम्मी ने रोहित के जाने के बाद किचन की सॉफ-सफाई की. डाल पूरी तरह से जल चुकी थी, तो मम्मी वही सब सॉफ कर रही थी, और मम्मी के गाउन पे बूब्स और गांद पे आत्ता भी लगा हुआ था. मैं नीचे आ गया, और किचन में आ कर मम्मी को बोला.

मे: मम्मी क्या कर रही हो? और आपके कपड़े गंदे कैसे हो गये?

मम्मी: वो बेटा में आत्ता गूँध रही थी, और मेरे उपर अचानक से एक छिपकली गिर गयी थी. तो मैं घबरा गयी और उसको हटाने लगी.

मे: आपने मुझे बुलाया क्यूँ नही?

मम्मी: तूने हेडफोन लगा रखे होंगे. तभी तुझे सुनाई नही दिया होगा.

मे: हा, सॉरी मम्मी.

मम्मी को भी पक्का हो गया था की उनकी चुदाई का राज़ नही खुला.

मम्मी: देख ना बेटा इस चाकर में सारा खाना भी जल गया. रोहित को मैने कह दिया की बाहर से खाना ले जाए.

मे: ओहो!

मम्मी: बेटा मैं चेंज कर के आती हू.

मे: ओक.

मम्मी अपने रूम में चली गयी. मैं भी मम्मी के पीछे-पीछे गया, और विंडो से देखने लगा. मम्मी ने अपना गाउन उतार दिया, और आल्मिराह में से कपड़े ढूँढने लगी.

मम्मी ने एक ब्लॅक कुरती और वाइट लेगैंग्स निकाल ली. उनके उपर रोहित ने अपना माल गिरा दिया था, और उन्होने एक बार भी उसको सॉफ नही किया, और ना ही नहाने का सोचा.

मम्मी ने सीधा ही लेगैंग्स पहँनी शुरू कर दी. लेगैंग्स बहुत ज़्यादा टाइट थी, जिस वजह से वो मम्मी की जांघों पे फ़ासस रही थी. बड़ी मुश्किल से मम्मी ने लेगैंग्स उपर की, और फिर वो गांद पे फ़ासस गयी. जैसे-तैसे मम्मी ने लेगैंग्स पहन ली.

मम्मी का फिगर बिल्कुल मस्त दिखा रहा था टाइट-टाइट लेगैंग्स में. फिर मम्मी ने ब्लॅक कुरती भी पहन ली. वो कुरती मम्मी की जांघों तक ही थी.

मम्मी ने तोड़ा मेकप किया, फिर जैसे ही मम्मी बाहर आने लगी, तो मैं जाके सोफे पे बैठ गया. फिर मम्मी मेरे सामने आई और बोली-

मम्मी: कैसी लग रही हू मैं?

मे: वाउ मुम्मा, आप बहुत सुंदर लग रही हो.

मम्मी के निपल्स की शेप सॉफ नज़र आ रही थी उस कुरती में से. उन्होने स्माइल करते हुए थॅंक्स कहा.

मे: आप कही बाहर जेया रही हो?

मम्मी: हा, और तुम भी चलो जल्दी से मेरे साथ, मैं तुम्हारे लिए कपड़े निकाल देती हू.

मम्मी ने मुझे जीन्स और एक त-शर्ट निकाल के दे दी. मैने कपड़े चेंज कर लिए, और हम ऑटो करके माल चले गये. वो मुझे पहले अपने साथ लॅडीस सेक्षन में ले गयी. मम्मी को वाहा सारे मर्द मूड-मूड के देख रहे थे.

ऐसा नही था की लोग हमे हज़्बेंड वाइफ समझ रहे थे. क्यूंकी मम्मी ही हाइट 5.8 फीट थी और मेरी 5.5 फीट, और मैं पतला सा था. तो पता चल रा था की हम मा बेटा ही है. मम्मी ने अपने लिए 2-3 टॉप्स और शॉर्ट्स ली, और फिर दूसरे ब्रांड के आउटलेट में मम्मी ने और भी काफ़ी कपड़े लिए.

फिर मैने और मम्मी ने पिज़्ज़ा खाया और हमने मेरे लिए भी थोड़े कपड़े लिए. रात 8 बजे तक हम घर आ गये. आज मम्मी बहुत खुश थी. सारा चुदाई का असर था. रात को हमने बाहर से खाना ऑर्डर कर लिया, और खा पी के सो गये.

अगले दिन मेरा कॉलेज जाने का मूड नही था, तो मैने छुट्टी कर ली, और आराम करने लगा. पापा तो 8:30 बजे स्टोर चले गये थे, तो मम्मी ने पापा को ब्रेकफास्ट वग़ैरा दे दिया था. फिर मम्मी रूम में आके मेरे साथ ही लेट गयी थी.

मैं उठा हुआ था, लेकिन सोने का नाटक कर रहा था. फिर थोड़ी देर सोने के बाद मम्मी उठी, और बातरूम में ब्रश करने चली गयी. बाहर आके मम्मी आल्मिराह में से कपड़े निकालने लगी.

मम्मी ने ब्लॅक लेगैंग्स और एक छ्होटा सा पिंक टॉप निकाल लिया. उन्होने रूम में ही अपने कपड़े उतार दिए, और बातरूम में चली गयी. मम्मी ने बातरूम का गाते भी पूरा बंद नही किया था. मैं उठा, और मम्मी को नहाते हुए देखने लगा.

मम्मी आचे से साबुन वग़ैरा अपने पुर जिस्म पे लगा रही थी. फिर मम्मी ने जब शवर बंद किया, तो मैं जल्दी से आके अपनी जगह पे लेट गया. मम्मी बाहर आई, और रूम में आके ही अपना बदन टवल से पोंछने लगी. क्या मस्त सेक्सी बदन लग रहा था मम्मी का.

मम्मी ने बेड पे बैठ के अपनी पूरी बॉडी पे क्रीम लगाई, और फिर लेगैंग्स पहनने लगी. उन्होने फिर टॉप पहन लिया. उस टॉप में मम्मी की नाभि दिख रही थी, और निपल्स भी बिल्कुल सॉफ चमक रहे थे. फिर मम्मी रूम से बाहर गयी.

थोड़ी देर बाद मैं भी उठ कर रूम से बाहर चला गया. मम्मी ब्रेकफास्ट करते हुए टीवी देख रही थी. मैं भी मम्मी के पास जेया कर बैठ गया.

मे: गुड मॉर्निंग मुम्मा.

मम्मी: गुड मॉर्निंग मी बेबी.

और मम्मी ने मुझे हग कर लिया. फिर मैं भी फ्रेश हो कर ब्रेकफास्ट करके टीवी देखने लगा. करीब 12 बजे घर की डोरबेल बाजी. मम्मी ने गाते खोला और एक लड़की को अंदर बुला लिया. इतने में मम्मी के पास पापा का फोन आया. वो जो लड़की थी वो कंवली थी. दिखने में बिल्कुल पतली सी थी, और रंग गोरा था. मम्मी ने उससे थोड़ी बात की और किचन वग़ैरा दिखाया.

मम्मी: देखो रानी (कंवली का नाम) सारा काम देखना होगा, खाना बनाना, कपड़े, क्लीनिंग सब कुछ और यही रहना होगा.

रानी: दीदी बाकी सब तो मैं कर लूँगी. लेकिन यहा नही रह सकती क्यूंकी मेरा बच्चा अभी छ्होटा है. मेरे पति को भी ड्यूटी पे जाना होता है, तो ऐसे मेरे लिए मुश्किल हो जाएगा.

मम्मी: अछा चलो मैं फिर तुम्हे बता दूँगी अगर ज़रूरत हुई तो.

और फिर वो कंवली चली गयी. मम्मी ने पापा को फोन किया.

मम्मी: वो कंवली तो यहा रुकने के लिए माना कर रही थी.

पापा: चलो मैं कोई और देखता हू.

मम्मी: ओक.

मम्मी किचन में खाना बनाने चली गयी. उन्होने खाना रेडी कर लिया, और आज लंच के लिए पापा ही घर आ गये. मम्मी के फेस से लग रहा था की मम्मी उदास हो गयी थी. होती भी क्यूँ ना, चुदाई का मौका जो मारा गया.

हम सब ने खाना खाया, और पापा चले गये. फिर मम्मी और मैं टीवी देखने लगे. मुझे फिर प्यास लगी तो मैं किचन में गया और रो में से पानी निकाल के पीने लगा. तभी मैने देखा की रो के साइड में से काफ़ी सारा पानी लीक कर रहा थे. मैने तुरंत मम्मी को बताया.

मम्मी ने पापा को फोन कर के रो वाले को बुलाने को कहा. रो वाला करीब 5 बजे आया था.

रो: हेलो माँ.

मम्मी: हेलो.

मम्मी रो वाले को किचन में ले गयी और रो दिखाया.

रो वाला: डॉन’त वरी माँ, अभी ठीक हो जाएगा.

मम्मी: बेटा आप बाहर जाके टीवी देखो. मैं ये काम करवा लूँगी. अप इधर मत आना.

मे: ओक मुम्मा

मैं वाहा से चला गया, और टीवी देखने लगा. रो वाला अपना समान निकाल रहा था जब मैं वाहा से गया था. फिर मैं 2 मिनिट बाद बिल्कुल किचन की दीवार के साथ लग कर मम्मी को चुपके से देख रहा था. मम्मी खड़ी-खड़ी बहुत हॉर्नी सी हो रही थी. वो बार-बार अपने हाथ बूब्स से लेके छूट तक फेर रही थी. 1-2 बार रो वाले ने भी मम्मी को ऐसा करते देख लिया था.

मैं रो वाले के बारे में बतौ, तो वो जवान लड़का था, 25-26 साल का होगा, और रंग गोरा था. उसकी हाइट भी अची थी. मम्मी उससे थोड़ी-थोड़ी बातें कर रही थी. वो कुछ-कुछ ऐसे काम कर रही थी की वो सिड्यूस हो, और मम्मी की ले ले.

मम्मी कभी उसके पास जाके उपर को होती, जिससे मम्मी का टॉप मम्मी के बूब्स तक आ जाता. और कभी मम्मी झुक कर उसको अपनी मोटी सी गांद दिखा रही थी. उसने भी एक बार मम्मी की गांद पे हाथ फेर दिया. फिर क्या था, मम्मी के मज़े आ गये.

मम्मी अपने घुटनो पे बैठ गयी, और मम्मी ने उसकी जीन्स नीचे कर दी. वो उसके लंड को अंडरवेर के उपर से सहला रही थी. मम्मी ने उसका अंडरवेर भी नीचे कर दिया, और उसके लंड को हाथ में लेके हिलने लगी. रो वाले के तो होश ही उडद गये थे की आज वो सेक्सी लेडी की चुदाई करेगा.

मम्मी ने उसका लंड मूह में ले लिया और चूसने लगी. लंड करीब 6.5 इंच का तो लग ही रहा था. मम्मी ने 3-4 मिनिट तक उसका लंड चूसा, और फिर खड़ी हो गयी. रो वाले ने मम्मी को जाकड़ लिया, और किस करने लगा. मम्मी ने अपना टॉप उतार दिया, और रो वाला मम्मी के बूब्स ज़ोर-ज़ोर से चूसने लगा.

मम्मी: सस्स आहह हा, ऐसे ही ऊहह.

काफ़ी ज़ोर से पूछ पूछ की आवाज़ आ रही थी. लेकिन मम्मी को पकड़े जाने का दर्र नही था. उसने मम्मी के बूब्स छ्चोढे, और मम्मी की लेगैंग्स उतार दी. मम्मी उसके सामने बिल्कुल नंगी थी.

मम्मी: जल्दी कर, अब छोड़ भी दे मुझे.

रो वाला: क्यूँ नही बेबी.

मम्मी: बेबी नही, माँ ही ठीक है.

रो: जैसा आप कहे माँ.

उसने मम्मी को झुका दिया, और अपना लंड पीछे से मम्मी की छूट में डाल कर छोड़ने लगा.

मम्मी: आआहह आआ आआ ऊओह ससस्स बहुत मज़ा आआ रहा है ऊवू.

रो वाला: ऊओह माँ, क्या मस्त छूट है आपकी वाह.

मम्मी: सस्सस्स आआ मेरी छूट का भोंसड़ा बना दे आज आहह और ज़ोर से.

वो मम्मी को वैसे ही 5 मिनिट छोड़ता रहा. फिर मम्मी नीचे घोड़ी बन गयी, और वो मम्मी को उस पोज़िशन में छोड़ने लगा. मम्मी ज़ोर-ज़ोर से सिसकारियाँ लेती हुई झाड़ गयी. वो ये बिल्कुल भूल चुकी थी की उनका बेटा भी घर में था, और वो इतनी ज़ोर-ज़ोर से सिसकारियाँ ले रही थी. फिर मम्मी खड़ी हुई. इतने में ही मैं किचन में गया.

मे: मम्मी आप ऐसे नंगी क्यूँ खड़ी हो ची!

और मैं अपनी आँखें ढकने का नाटक सा करने लगा. मम्मी बिल्कुल भी नही घबराई.

मम्मी: बेटा वो रो में से बहुत सारा पानी लीक रहा है. तो कपड़े ना गंदे हो तो मैने और रो वाले भैया ने कपड़े उतार दिए.

मे: अछा मम्मी, मैं समझ गया.

मम्मी: जाओ बेटा, अब जाके वाहा बैठ जाओ. नही तो आपके भी कपड़े गंदे हो जाएँगे.

मे: ओक मुम्मा.

मैं जाके वही दीवार की साइड में च्छूप गया, और देखने लगा. मम्मी मुझे भेजने के बाद बहुत हस्स रही थी, और मम्मी के साथ रो वाला भी.

रो वाला: माँ आपका बेटा तो बहुत बड़ा चूतिया है.

मम्मी: ओये तमीज़ से, मेरा बेटा है, और वो बेचारा बहुत भोला है.

रो: लेकिन मैं उसकी मा छोड़ रहा हू, और उसको पता नही (और हासणे लगा).

मम्मी: अछा बस कर, और अपने लंड को मेरी छूट में डाल.

मम्मी किचन की स्लॅब के उपर चढ़ गयी, और दीवार की साइड फेस करके घोड़ी बन गयी. रो वाले ने मम्मी की छूट में लंड डाला, और दाना दान छोड़ने लगा.

मम्मी: ऊहह आआ, क्या कर रहा है, धीरे कर आअहह.

रो वाला: माँ आपने ही तो कहा था छूट का भोंसड़ा बना दे.

छोड़ते हुए पच-पच की बहुत ज़्यादा आवाज़ आ रही थी. और वो मम्मी की एक नही सुन रहा था, बस ज़ोर-ज़ोर से छोड़ रहा था. 10 मिनिट ज़ोर-ज़ोर से छोड़ने के बाद.

रो वाला: माँ निकालने वाला है, कहा निकालु?

मम्मी: मेरे मूह में निकाल दे.

मम्मी उतार कर नीचे ज़मीन पे बैठ गयी, और उसका लंड अपने मूह के आयेज करके हिलने लगी. इतने में ही उसके लंड से पिचकारी निकली, और मम्मी का मूह उसके माल से भर गया. जो माल अंदर मूह में चला गया था, वो मम्मी पी गयी और बाकी का फेस पे ही माल लिया. मम्मी ने फिर उसका लंड चाट के सॉफ कर दिया.

मम्मी: चल अब जल्दी से रो सही कर दे.

रो वाला: जी माँ.

और वो ऐसे ही नीचे से नंगे ही रो सही करने लगा, और मम्मी नंगी ही नीचे बैठी रही. 5 मिनिट बाद उसने अपने कपड़े सही कर लिए, और मम्मी ने भी कपड़े पहन लिए.

मम्मी: पैसे तो नही लेगा ना तू?

रो वाला: अर्रे माँ आपने इतनी आचे छूट दे दी, अब पैसे लेके में क्या करूँगा?

मम्मी खुश हो गयी. रो वाला चला गया, और मम्मी मेरे साथ आके सोफे पे बैठ गयी.

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