प्यासे भाई को बहन के ब्फ का पता चला

हेलो दोस्तों, आप सब कैसे है? उमीद करता हू की आप सब आचे होंगे.

मेरी इस स्टोरी का पिछला पार्ट उमीद करता हू आपको अछा लगा होगा. लास्ट पार्ट में आपने पढ़ा की कैसे मैने अपनी बेहन के बूब्स को दो बार देखा, और फिर मेरे दिल में उसके लिए कुछ चेंजस आ गये. अब मैं उसके लिए पोस्सेसिवे हो गया था.

आयेज की स्टोरी अब शुरू करते है-

तो लास्ट पार्ट के बाद कुछ दिन ऐसे ही बीट गये थे. मैं मौका मिलने पर अभी भी रश्मि को टॉपलेस बातरूम की च्चत से देख लेता था. मेरे दोस्त की बातें मुझे हमेशा याद दिलाती रहती थी, की कही रश्मि किसी और की ना हो जाए. और मेरे खुद के पास कोई चान्स नही था उसके साथ कुछ करने का. इसलिए मैं अब उसके उपर ज़्यादा नज़र रखने लगा था.

मैं अब अक्सर नोटीस करता था की वो कोचैंग से तोड़ा लाते आती थी. और अक्सर फोन उसे करते हुए स्माइल करती थी.

मुझे तोड़ा डाउट होने लगा था. एक दिन मैं रश्मि को स्टडी करने में हेल्प कर रहा था. उस दिन उसने एक ब्लू कलर का टाइट टॉप पहना था, और नीचे एक ब्लॅक लेगिंग.

उस ड्रेस में रश्मि का फिगर सॉफ दिख रहा था. रश्मि मेरे बगल में बैठी थी. मुझे उसका क्लीवेज सॉफ दिखाई दे रहा था. जब भी वो कुछ पूछने के लिए मेरी तरफ झुकती, तो मेरा हाथ उसके बूब्स से सतत जाता था, और मुझे जन्नत का एहसास मिल जाता. मुझे उसे पढ़ने में इसलिए बहुत मज़ा आता था.

रश्मि (मुझसे सतत के): भैया ये क्वेस्चन कैसे सॉल्व होगा?

मैने भी अपना हाथ जान-बूझ कर बूब्स में दबाते हुए कॉपी और पेन लिया.

रोहित: देखो ये ऐसे सॉल्व होगा, समझ गयी ना?

रश्मि: हा भैया, ये तो आपने बहुत ईज़ी तरीके से बता दिया. मेरे टीचर भी इतना अछा नही पढ़ते.

रोहित: अछा है. पर तुम्हे समझ आ रहा है तो तुम्हारे मार्क्स भी आचे आने चाहिए.

रश्मि: हा भैया बिल्कुल.

तभी रश्मि के फोन में नोटिफिकेशन तूने बाजी. रश्मि जल्दी से अपना फोन च्छूपाते हुए देखने लगी. उसके फेस पे एक अजीब सी स्माइल थी. उसका फेस रेड हो रहा था.

रोहित: क्या हुआ, किसका मेसेज है? इतना स्माइल क्यूँ कर रही हो? कही तुम्हारा ब्फ तो नही है (मैने तोड़ा हस्सी में कहा)?

रश्मि: नही भैया, आप तो जानते है मेरा कोई ब्फ नही है. ये तो मेरी दोस्त प्रिया थी. पूच रही थी कल कोचैंग जाओगे या नही.

मेरे दिमाग़ में डाउट था इसलिए मैने एक आइडिया लगाया.

रोहित: अछा ठीक है फिर. वैसे मेरे लिए एक ग्लास पानी ले आओ, गला सूख रहा है.

रश्मि: जी भैया.

रश्मि अपना फोन साइड में रख के पानी लेने चली गये. मैने इस मौके का फ़ायदा उठाया, और रश्मि का फोन चेक करने लगा. मुझे उसके व्हातसपप पे कोई छत नही मिली. शायद उसने मुझसे च्छुपाने के लिए डेलीट किया था.

इसलिए मैने उसके व्हातसपप को अपने लॅपटॉप में जल्दी से लोजीन कर लिया. अब वो व्हातसपप पे जो भी मेसेज होंगे वो मेरे लॅपटॉप पे भी दिखेंगे. तभी रश्मि लौट के आने लगी. मैने जल्दी से उसका फोन वापस रख दिया.

वो पानी लेके जब आ रही थी, तो उसके बड़े बूब्स उपर-नीचे बाउन्स कर रहे थे. एक तो ये सीन, उपर से पहले जो बूब्स टच किया था, मेरा लंड वही खड़ा हो गया.

जब रश्मि ने मुझे पानी दिया, तो उसकी नज़र मेरे खड़े लंड पे पड़ी. उसने तोड़ा स्माइल किया, पर उसने कुछ कहा नही. हमने फिर पढ़ाई कंटिन्यू की. फिर ऐसे ही शाम हो गयी, और मम्मी ने हमे खाना खाने बुला लिया.

रात को करीब 11 बाज रहे थे. रश्मि मेरे सामने अपने बेड पे सो रही थी. मैं, मों, दाद और रश्मि हम सब एक ही रूम में सोते थे. बुत हम सब अलग बेड उसे करते थे.

रश्मि की त-शर्ट थोड़ी उपर उठी हुई थी, जिससे उसका चिकना पेट दिख रहा था, और साथ ही उसकी ब्रा भी थोड़ी दिख रही थी. ये सीन से मेरा लंड एक-दूं खड़ा हो गया था. क्यूंकी रूम में मम्मी पापा भी थे, तो मैं उठ करके बातरूम चला गया, और वाहा मैने रश्मि के नाम की मूठ मारी.

वापस आके मैने एक बार फिरसे रश्मि का व्हातसपप अपने लॅपटॉप पे चेक किया. मैने देखा की उसपे किसी अननोन नंबर से मेसेज आए थे.

राजू: ही बेबी.

रश्मि: हा बेबी.

राजू: कैसे हो जानू?

रश्मि: मैं ठीक हू.

राजू: बेबी मुझसे तो कल का इंतेज़ार नही हो रहा.

रश्मि: अछा जी. पर इंतेज़ार तो करना पड़ेगा.

राजू: वो तो पता है मुझे. मैं कल के लिए बस बहुत एग्ज़ाइटेड हू. मैने होटेल में बुकिंग भी कर ली है.

रश्मि: अछा, कों से होटेल में?

राजू: मैं तुम्हे डीटेल भेज दूँगा बेबी. बस कल तुम कुछ अछा सा पहन के आ जाना.

रश्मि: अर्रे तुम फिकर मत करो. कल का दिन तुम फिर भूलोगे नही.

राजू: मैं भी कल इतना मज़े दूँगा की तुम भी कल का दिन भूल नही पावगी.

रश्मि: अछा जी, ठीक है, पर ध्यान देना की किसी को पता ना चले.

राजू: तुम फिकर मत करो. किसी को पता नही चलेगा. वैसे बेबी अभी एक पिक भेजोगी अपने बूब्स की.

रश्मि: अभी नही, अभी बहुत लाते हो गया है.

राजू: प्लीज़ ना बेबी.

रश्मि: ओह हो राजू, तुम्हे पता है मैं न्यूड्स शेर नही करती. कही लीक हो गये तो? कल मिलना है या नही?

राजू: सॉरी-सॉरी, तुम गुस्सा मत हो बेबी. हम कल मिलते है. बाइ

रश्मि: ह्म बाइ बेबी.

ये सब मेसेज देख के मेरा तो सर घूम गया. मेरे सर पे खून चढ़ गया की ये क्या हो रहा था. ये राजू कों था. और ये कल क्या वही होने वाला था, जो मैं सोच रहा था?

कही ये सब पहले भी तो नही हो चुका? कही रश्मि की सील पहले से इस लौंदे ने खोल तो नही दी थी?

मुझे बहुत गुस्सा आ रहा था. पर मुझे शांत दिमाग़ रख के कोई आइडिया निकालना था. क्यूंकी मैं नही चाहता था की मेरी बेहन की सील कोई और तोड़े. उसकी सील का मलिक सिर्फ़ मैं था, और कोई नही. मैने बहुत सोचा और एक प्लान बनाया. मैने अपने लॅपटॉप से राजू को रश्मि बन के मेसेज किया-

मैं: बेबी सुनो.

राजू: हा जानू बोलो.

मैं: वो कल का प्लान तोड़ा चेंज हो गया है.

राजू: क्यूँ क्या हुआ? कल नही आओगी क्या? कल का पूरा प्लान बन चुका है. ना मत करो.

मैं: नही-नही ऐसा नही है. मैं भी थोड़ी सी एग्ज़ाइटेड हू, इसलिए मैं तोड़ा जल्दी आ जौंगी.

तुम भी आधे घंटे पहले आ जाना.

राजू: ठीक है जानू, ये तो और भी अची बात है तुम्हारे कोचैंग का टाइम सिर्फ़ 2 घंटे था. अब तोड़ा और टाइम मिलेगा साथ में स्पेंड करने को.

रश्मि: ह्म, ठीक है बाइ.

राजू: बाइ जानू.

तो राजू और मेरी बेहन रश्मि होटेल में क्या करने वाले थे, और मेरा प्लान क्या था. अगर वो सच में सेक्स करने वाले थे, तो क्या मैं रश्मि की सील गैर मर्द से टूटने से रोक पाया. ये सब नेक्स्ट पार्ट में. नेक्स्ट पार्ट बहुत जल्द आने वाला है.

तब तक आप मुझे एमाइल करके बताए आपको क्या लगता है आयेज क्या होने वाला है.

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