अब आयेज बढ़ते है-
सुरेश भैया ने नाश्ते का ऑर्डर दिया. हम दोनो आमने-सामने बैठ गये. वो मेरी और देखते तो मैं अपनी नज़रें झुका देती. फिर मुस्कुरा कर उनके सामने देखती. मेरी अदाओं ने उनको घायल कर दिया था. थोड़ी देर बाद वो लड़का समोसा और कोल्ड ड्रिंक लेकर आया. उसने एक बॉटल में 2 स्ट्रॉ डाली थी.
और वो कहता गया: भैया आपको और कुछ चाहिए तो ये बेल को प्रेस कर देना. तब तक यहा कोई आपको डिस्टर्ब नही करेगा.
वो मेरी और देख कर मुस्कुरा कर चला गया. सुरेश भैया मेरी आँखों में देख रहे थे, और मैं भी उनकी आँखों में देख रही थी.
संगीता: क्या देख रहे हो सुरेश जी? ( मैने भैया नही नाम से बुलाया) आप तो ऐसे देख रहे हो, जैसे पहले कभी देखा ही नही.
सुरेश जी: पहले कभी इतनी खूबसूरती के साथ नही देखा ना, आज तुम बहुत सुंदर लग रही हो. क्या हम… ( वो रुक गये और उन्होने अपना हाथ मेरे हाथ पर रख दिया. मैं उनकी आँखों में देखी रही) क्या हम साथ रह सकते है?
संगीता: मैने तो उस दिन डॉक्टर ने कहा तब से मॅन में आपको मेरा पति मान लिया है. मैं आपसे सक्चा प्यार करती हू. आपके लिए तो मैं यहा पर आपके साथ. पर हम साथ में नही रह सकते. मैं नही चाहती मेरी वजह से आपकी इतनी पुरानी दोस्ती पर कोई असर हो.
सुरेश जी ( मेरा टाइट हाथ पकड़ कर): मैं भी तुमसे बहुत प्यार करता हू. तुम्हारे लिए तो कुछ भी कर सकता हू. तुम कहो तो हम साथ में रहेंगे. यहा से बहुत डोर चले जाएगे.
संगीता: सुरेश जी संभाले अपने आप को. आपकी बेटी के रिश्ते की बात चल रही है. ये सब दुनिया को पता चला तो हमारी क्या इज़्ज़त रह जाएगी? आप चाहते हो ना मैं आपके साथ राहु? तो मैं जैसा काहु वैसा करो.
सुरेश जी: तुम बोलो, तुम्हारे लिए क्या करू?
संगीता: हम ऐसे ही कभी-कभी मिला करेगे. हमारे बीच जो चल रहा है, वो किसी को नही बताना. मुझे जब मौका मिलेगा आपसे मिलने आ जौगी. आप वादा करो की आप मेरी और मेरे परिवार की इज़्ज़ज़त को संभाल कर रखेंगे. अब से मैं आपकी बीवी हू. मेरा ख़याल रखने की ज़िम्मेदारी आपकी है.
सुरेश जी: मैं तुमसे वादा करता हू, की हमारे रिश्ते के बारे में किसी को पता नही चलेगा.
हमने साथ में नाश्ता किया, और एक ही बॉटल में से कोल्ड ड्रिंक पी. हॅंड वॉश करने के बाद वो मेरे पास में आ कर बैठ गये, और मेरे कंधे पर हाथ रख दिया. मैने भी उनके कंधे पर सर रख दिया.
सुरेश जी: संगीता तुम्हे पता है मेरी बीवी की तबीयत ठीक नही रहती. कितने साल से बीमार है. तुम मानोगी नही, पिछले 7-8 साल से हमारे बीच कुछ नही हुआ ( मैं उनकी बात सुन कर शॉक्ड हो गयी). मैं बहुत अकेला पद गया हू. अब कही भी मॅन नही लग रहा है.
संगीता ( उनका हाथ पकड़ कर): मैं हू ना आपके पास. मैने आपको दिल से पति मान लिया है. मैं आपको कभी निराश नही करूँगी. लेकिन मुझे इस्तेमाल करके छ्चोढ़ मत देना.
सुरेश जी: अर्रे मेरा नसीब अछा है की तुम जैसी खूबसूरत औरत मिली है. कोई पागल ही होगा जो ऐसा करेगा. पर कभी सोचा नही था की हमारा एक दिन ऐसा रिश्ता होगा.
संगीता: मैने भी नही सोचा था. पर मेरे जीवन में आपका प्यार लिखा होगा. और आपका प्यार तो यहा दिखने लगा है ( मैने उनके पंत की और इशारा किया, उसमे उनका लंड खड़ा हो गया था).
सुरेश जी ने अपने होंठ मेरे होंठो पर रख दिए, और मैं भी उनको किस करने लगी. उनका एक हाथ मेरी कमर पर चला गया, और मैं पंत के उपर से लंड को मसालने लगी. उनका एक हाथ मेरे बूब्स पर आ गया, और वो उसको दबाने लगे. मैने बहुत से लोगों से चुदाई करवाई, पर सुरेश जी की बाहों में जो सुकून मिला, वो किसी में नही था. अब वो मेरा पल्लू पकड़ कर हटाने लगे.
संगीता (मैने उनका हाथ पकड़ कर रोक दिया): आप कंट्रोल करिए, हम यहा कुछ ज़्यादा नही कर सकते (हमारा वाहा आधे घंटे का टाइम निकल गया). मेरा भी मॅन है आपके साथ, पर अभी नही कर सकते. ये जगह सही नही है.
उन्होने मेरी बात मानी और हम पैसे देने काउंटर पर गये.
वाहा उनके मलिक ने सुरेश जी से कहा: सिर आपकी प्रेमिका बहुत खूबसूरत है.
सुरेश जी: अर्रे ये मेरी बीवी है, प्रेमिका नही है.
होटेल मलिक: भाई साहब हमारे यहा बहुत से कस्टमर आते है. हमे देख कर पता चल जाता है ( मैं ये सुन कर शर्मा गयी). आप चाहो तो उपर एसी रूम है. घंटे और दिन के हिसाब से रूम मिल जाएगा.
उसकी बात सुन कर सुरेश जी मेरी और देख रहे थे. मैने भी अपने दोनो हाथ से उनका हाथ पकड़ लिया, और अपनी नज़रें झुका ली. सुरेश जी ने पेमेंट की, और उन्होने चाबी लेकर एक लड़का भेजा. हमको वो लड़का उपर का एक रूम खोल कर दिया.
वो कहता हुआ गया: आपके लिए ज़रूरी समान रख दिया है.
मैं जैसे अंदर गयी सुरेश जी ने डोर लॉक कर दिया. हमने देखा तो वाहा किंग साइज़ बेड था, और साथ में वॉशरूम था. टेबल पर पानी की बॉटल और कॉंडम के पॅकेट रखे हुए थे. ये मेरा होटेल में चुदाई का पहला एक्सपीरियेन्स था.
हमने एक साथ एक-दूसरे की और देखा, और एक-दूसरे की बाहों में लिपट गये. सुरेश जी ने जो पर्फ्यूम डाला था, वो मुझे और मदहोश कर रहा था. उनका हाथ मेरी कमर पर घूम रहा था. वो मुझे पागल बना रहे थे. उन्होने होंठ मेरे होंठो के करीब कर दिए. मैने अपनी दोनो बाहें उनके गले में डाल दी, और किस करने लगी.
क्या फीलिंग थी वो किस में, मैं आपको शब्दों में बयान नही कर सकती. मैं गले से हाथ अब उनकी पीठ पर ले गयी, और कस्स कर गले लगा दिया. अब उन्होने मुझे उल्टा घुमा दिया, और मेरे गले पर किस किया, और साथ में उनका हाथ मेरे पेट पर लेफ्ट से रिघ्त घुमा दिया. मेरे अंदर एक सुरूर दौड़ गया, और मैं झाड़ गयी.
उन्होने मुझे नीचे झुकाया और मेरी पीठ पर किस करने लगे. फिर ब्लाउस का हुक खोल दिया. मैने अपनी सारी का पल्लू नीचे किया, और ब्लाउस निकाल कर फिरसे पल्लू उपर कर दिया. मैने वॉल का सपोर्ट लिया. वो लगातार मेरी बॉडी पर किस कर रहे थे.
अब मैं सीधी हो गयी, और वॉल के सपोर्ट से खड़ी हो गयी. वो घुटनो पर बैठ गये, और उन्होने मेरे पेट पर किस किया, और नाभि में जीभ घुमा रहे थे. दोस्तों क्या सुकून मिल रहा था. सुरेश जी ऐसे ही मेरे चहीते नही बने थे. मुझे जो प्यार उनसे मिला है, वैसा किसी मर्द से नही मिला. अब वो खड़े हुए और मेरी आँखों में देखने लगे. उनकी आँखें मेरे लिए प्यार और हवस दोनो दिख रही थी.
अब मैने उनकी शर्ट के सारे बटन खोल दिए, और शर्ट को उतार कर फेंक दिया. अब मैं उसने लिपट कर उनकी बॉडी पर किस कर रही थी. मैने अपना पल्लू हटा दिया, और उनको मेरी छ्चाटी से चिपका दिया. उन्होने मेरे बूब्स को आचे से देखा, और कहा-
सुरेश जी: जीवन में मैने कभी ये नज़ारा नही देखा जो अभी देख रहा हू. तुम बहुत ही खूबसूरत हो. रमण सच में बहुत नसीब वाला है की ऐसे बीवी मिली है.
मैने कहा: मैं आपकी भी बीवी हू. आपका जब मॅन करेगा आप से मिलने चली अवँगी.
अब उन्होने मेरे बूब्स पकड़ लिए, और उस पर किस करने लगे. अब मैने उनको बेड पर धक्का दे दिया, और मेरी सारी और पेटिकोट निकाल दिया. मैं अब उनके सामने ब्रा पनटी में थी. मैं उनके उपर चढ़ कर किस करने लगी.
मैने उनके लिप्स को आचे से चूसा और फिर च्चती पर हाथ घूमते हुए उनके निपल्स को मेरे टीत से काट रही थी. अब मैं उनके पेट पर किस करते हुए उनकी पंत पर आ गयी. मैने उनकी पंत की क्लिप खोली, और नीचे सरका दी. उन्होने अपनी गांद उपर की, तो मैने पूरी पंत निकाल कर फेंक दी, और उनकी अंडरवेर पर किस किया.
फिर उनको सामने देख कर मुस्कुरा रही थी. मैं एक रंडी की तरह उनसे चूड़ने के लिए तैयार थी. अब अंडरवेर अपने दोनो हाथो से उतार कर उनके फेस पर फेंका, और हासणे लगी. सुरेश जी ने अपना लंड सॉफ रखा था, मुझे वो बहुत अछा लगा. लंड उनका मेरे पति के जितना ही बड़ा और मोटा था.
बिना झाँत का चिकना लंड देख कर मेरे से रहा नही गया. मैने नीचे झुक कर लंड मूह में ले लिया. मेरी इस हरकत से सुरेश जी बौखला गये. मैं प्यासी थी बहुत दीनो से किसी गैर मर्द का लंड चूसने के लिए.
लगातार 5 मिनिट लंड चूसने के बाद मैने अपने हाथ से मेरा मूह पोंचा और सुरेश जी से लंड मस्त है ऐसा इशारा किया. वो तो मानो किसी दूसरी दुनिया में खो चुके थे. उन्होने मेरा हाथ पकड़ा, और अपनी और खींच लिया. वो मेरे होंठ बहुत बुरी तरह चूसने लगे. मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा था. अब मैं उनकी गोदी में बैठ गयी, और ब्रा उतार दी.
मैं उपर से पूरी नंगी थी. वो बारी-बारी मेरे बूब्स चूस रहे थे, और मेरे बूब्स की तारीफ कर रहे थे. उनके ऐसे करने से मेरे निपल टाइट हो गये थे. अब उन्होने मुझे लिटा दिया और मेरे पेट पर किस करते रहे, और नाभि को चाटने लगे. उनके ऐसा करने से मैं झाड़ गयी. अब वो धीरे-धीरे मेरे पैरों के पास चले गये. मेरे दोनो पैर उनके कंधे पर थे.
अब वो मेरी थाइस को चाटने लगे. मैं भी मदहोश हो कर मज़ा ले रही थी. अब उन्होने मेरी पनटी को उतार दिया, और मैने अपनी गांद उपर करके उनका साथ दिया. मेरी चिकनी छूट देख कर वो बोले.
सुरेश जी: संगीता क्या छूट है तुम्हारी? अभी भी इतनी जवान दिख रही है, जैसे किसी कुवारि लड़की की हो. किस्मत वालो को मिलती है ऐसी छूट की चुदाई करना.
संगीता: आपका जब मॅन करे बुला लेना, आपकी सेवा में हाज़िर हो जौंगी.
सुरेश जी ने मेरी छूट पर लिप्स रखे और चाटना शुरू कर दिया. मेरा छूट चटवाने का ये पहला एक्सपीरियेन्स था. मैने कभी सोचा नही था की ऐसा भी कुछ होता है.
संगीता: अर्रे आप ये क्या कर रहे है? ऐसा ना करे.
सुरेश जी ने मेरी एक नही सुनी, और मेरी पूरी बॉडी में लेहायर दौड़ गयी. ये एहसास क्या काहु दोस्तों. सुरेश जी ने अपनी जीभ से मुझे मज़ा देना शुरू कर दिया. मैं 2 मिनिट भी नही टिकी, और झाड़ गयी. सुरेश जी मेरा पूरा रस्स चाटने लगे.
सुरेश जी: संगीता तेरी इतनी हसीन छूट देख कर मुझसे रहा नही गया. व्क्र पर वीडियो लगाया था, तब देखा था की विदेशी लोग ऐसे छूट चाट-ते है. आज मैने तेरी चिकनी छूट छाती. मुझे तो इसका स्वाद बहुत मस्त लगा.
संगीता: और आपने मुझे स्वर्ग में पहुँचा दिया. मेरा भी आ पहला अनुभव है ( मैने उसके सर को मेरी छूट पर दबाया). अब फिरसे करो.
सुरेश जी अब फिरसे मेरी छूट चाटने लगे. ऐसे ही 5-7 मिनिट में मैं झाड़ गयी, और वो चाट गये. मेरा पूरा शरीर टूट गया. अब वो खड़े हुए, और अपना लंड मेरी छूट पर लगाया, और धक्का मारा. मेरी छूट बहुत गीली थी, तो एक ही बार में पूरा अंदर चला गया.
उनका लंड जाते ही मुझे एहसास हुआ की मेरी छूट के लिए सुरेश जी ने अपनी 3 पीढ़ी से चलती आई दोस्ती को धोखा दिया था. और ये सब सोच कर ही मज़ा आने लगा. पति को धोखा देके गैर मर्दों से चूड़ना अब मेरी आदत तो बन गयी थी, और सुख भी बन गया था.