ही दोस्तों, मैं नीलम. चलिए चलते है मेरी चुदाई कहानी पर.
पिछले पार्ट में आपने पढ़ा कैसे एक पोलीस वाले ने मुझे अपने बाय्फ्रेंड के साथ सेक्स करते पकड़ा. फिर बाय्फ्रेंड तो भाग गया, लेकिन मैं पकड़ी गयी, और चुड गयी. अब आयेज-
साहब अभी तक 2 बार मुझे छोड़ चुके थे. पर उनका मॅन नही भरा था. उनको और करना था. पर मेरे पास ज़्यादा टाइम नही था. मैं ऑलरेडी 1 घंटा लाते हो चुकी थी घर जाने के लिए.
फिर मैने साहब को जैसे-तैसे समझाया. साहब मान गये, और मुझे अपने घर छ्चोढ़ दिया. पर ये सब के चक्कर में हमने अपने नंबर एक्सचेंज ही नही किए.
मैं घर जेया कर नहाई, और उसके बाद सीधे अपने बेड पर सो गयी. मैं यही सोच रही थी की आज जो हुआ वो ग़लत हुआ या सही. पर फिर मैने सोचा जो हुआ मेरी मर्ज़ी से हुआ. मैं चूड़ना तो चाहती थी, बस चुड किसी अलग से गयी.
सुबह मैने उठ कर नाश्ता किया, और आज तोड़ा जल्दी ही कॉलेज के लिए निकल गयी. पर जैसे ही मैं हमारी गली से बाहर निकली, मेरे सामने एक पोलीस की जीप आ कर रुकी, और उसका दरवाज़ा भी ओपन हो गया.
मुझे पता था की ये साहब ही थे. मैं कार के पास गयी. देखा तो साहब आज फॉर्मल ड्रेस में थे, और गॉगल्स में एक-दूं हॅंडसम लग रहे थे, जैसे कोई हीरो या बिज़्नेसमॅन हो.
मैं बिना कुछ बोले खुद ही गाड़ी में बैठ गयी और डोर लगा दिया. साहब चल पड़े. मुझे लगा वो मुझे कॉलेज छ्चोधेंगे. बुत वो मुझे शहर के बाहर ले गये.
मैने उनको पूछा: आप कहाँ ले जेया रहे हो मुझे साहब?
तभी वो बोले: नीलम, जब से तुम्हे छोड़ा है, लंड शांत ही नही हो रहा है. कल तुम्हे आचे से छोड़ नही पाया. पर आज मैं कल की कसर पूरी कर दूँगा.
मैने कहा: ठीक है साहब, पर आप ऐसे रोज़-रोज़ करोगे तो कैसे चलेगा?
तभी साहब ने कार रोक दी. मैने देखा तो हम किसी जंगल वाले रास्ते पर थे. जैसे ही उन्होने कार रोकी, वो कार के अंदर ही मुझे चूमने लगे, मुझे काटने लगे. वो वहीं मेरी शर्ट के बटन खोल कर मुझे नंगी करने लगे. मैं बस आह अहह आह उम्म्म साहब आराम से साहब अम्म्म ऐसे करते हुए उनका पूरा साथ दे रही थी.
तभी साहब गाड़ी से नीचे उतार गये, और मुझे भी उतार दिया. उसके बाद वो वहीं खुले आसमान के नीचे सुनसान सड़क पर मुझे चूमने लगे, और मेरे बूब्स को काटने लगे. मेरी स्कर्ट तो ऑलरेडी कार में निकाल चुके थे.
मैने शर्ट भी उठा कर कार में रख दी, और ब्रा और पनटी में कार में सड़क की रंडी की तरह चिल्लाते हुए चुड रही थी. तभी साहब ने अपनी अंडरवेर निकली, और मुझे लंड चूसने बोले. मैं भी पुर मॅन से उनका लंड चूसने लगी. उम्म्म उम्म्म्म ग्गगूव ग्गूऊ ऊऊम्म्म्म करते हुए मैं उनका लंड चूस रही थी.
5 मिनिट बाद साहब ने मुझे खड़ा किया, और वहीं पकड़ कर मुझे झुका दिया. फिर वो नीचे बैठ कर मेरी छूट चाटने लगे. मैं आह ह ऐसे ही साहब आह उम्म्म्म उम्म्म करते हुए छूट चटवा रही थी.
5 मिनिट तक वो मेरी छूट चाट रहे थे. वो कभी मेरी गांद चाट रहे थे. मैं झड़ने को हो चुकी थी. इतने में साहब उठे और अपना तन्ना हुआ लंड मेरी छूट में पेल दिया. फिर ज़ोर-ज़ोर से मेरे बाल पकड़ते हुए मेरी गांद पर थप्पड़ मारने लगे, और पीठ पर काटने लगे.
मैं बिना कुछ विरोध किए बोला: आह ह, आराम से साहब अहह, मैं रंडी नही हू साहब. मेरी छ्होटी सी छूट है अहह ह आराम से साहब.
बस ऐसे ही आहें भरते हुए मैं झाड़ गयी और थोड़ी शांत हो गयी. अचानक मेरे झाड़ते ही साहब ने अपना लंड मेरी छूट से निकाला, और मुझे तोड़ा और नीचे झुकाया.
मैं कुछ समझती, इतने में साहब ने मेरी गांद का होल हाथ से फैला दिया, और एक ही झटके में अपना गीला लंड मेरी गांद में डालने लगे. उनकी इस हरकत से मुझे और दर्द होने लगा.
मैं ज़ोर से चिल्लाई: आहह ह साहब, गांद मत मारो साहब. छ्चोढ़ दो साहब मुझे. मैं अपने पति को क्या मूह दिखौँगी साहब, छ्चोढ़ दीजिए.
तभी साहब ने मेरे बाल पकड़े, और पीछे खींचा. इतने में मैं गिर गयी और नीचे मिट्टी पर ही पड़ी हुई उन्होने मुझे घोड़ी बनाया. वो फिर से बेरेहमी से मेरी गांद मारने लगे. मैं बस आह ह साहब, नही साहब छ्चोढ़ दीजिए, साहब मुझसे इतने बेरहम मत बानिए साहब, मम्मी आहह अहह, ऐसे ही बोल रही थी.
साहब ने मेरी एक नही सुनी, और 30 मिनिट तक यू ही मेरी गांद छोड़ते रहे. फिर अचानक उनका लंड मेरी गांद में फूलता हुआ मुझे महसूस हुआ. मैं समझ गयी की अभी झाड़ चुके थे.
मैं वहीं ज़मीन पर नंगी सो गयी. साहब मेरे उपर ही लेते हुए थे. 5 मिनिट के बाद साहब उठे, और मैं भी साहब के पीछे उठ गयी. फिर कार की तरफ गयी.
मैं कार में घुस रही थी इतनी जल्दबाज़ी में, की मेरा पैर फिसला, और मैं गिर पड़ी. मैं ऐसे गिरी थी, की मेरी कमर के नीचे का हिस्सा कार से बाहर था, और बाकी आधा सीट पर.
पूरी तक चुकी थी मैं. जब तक मैं उठने की कोशिश करती, इतने में साहब पीछे से आए, और झट से मेरे उपर चढ़ गये. मेरी हालत से साहब को कोई लेना-देना नही था. उन्होने फिर से अपना लंड मेरी गांद में ही घुसा दिया, और वो वहीं मुझे बेरेहमी से छोड़ने लगे.
इतने में उन्होने एक सिगरेट जलाई और सिगरेट फूँकते हुए मेरी गांद मारने लगे. साहब ऐसे ही छोड़ते-छोड़ते मुझे आयेज धकेलते गये, और कब मैं उस सीट पर घोड़ी बन गयी, और साहब से चूड़ने लगी, मुझे खुद नही पता था. मैं कार की विंडो पर अपना फेस चिपका चुकी थी, जिससे मैं ठीक से चिल्ला भी नही पा रही थी.
साहब अपना एक हाथ मेरे सर पे दबाते हुए, और दूसरे हाथ से सिगरेट पीते हुए मेरी गांद मार रहे थे. मैं तो बस आराम से करने को बोल रही थी.
ऐसे ही साहब मुझे उस कार में 5 घंटे तक छोड़ते रहे. इन 5 घंटों में साहब ने 2 बार मेरी गांद मारी, और 1 बार मेरी छूट मार के मेरी सारी खुजली शांत कर दी. मेरे सारे कपड़े खराब हो चुके थे. मेरी शर्ट तो पहनने के लायक नही थी.
फिर साहब मुझे वैसे ही ले आए, और एक शॉप से मुझे नया कॉलेज यूनिफॉर्म दिलाया. मैं अभी उनसे गुस्सा थी, क्यूंकी उन्होने एक बार भी मुझे प्यार से नही छोड़ा था.
मैने कार में ही चेंज कर लिया, और उसके बाद सिर ने मुझे फिर से मेरे घर की गली के पास छ्चोढ़ दिया. जाते-जाते उन्होने मेरी ब्रा में एक पैसों का बंड्ल डाल दिया, और वो चले गये.
मैने वो पैसे गिने तो वो पुर 20000 थे. मैं खुश हो गयी की मुझे इतने पैसे मिले. क्यूंकी अगर मैं समीर से चुड्ती तो ना ही मुझे इतने पैसे मिलते, और ना ही शायद ऐसा सॅटिस्फॅक्षन.
पर तभी मुझे याद आया की आज भी मैने उनका नंबर नही लिया. मैने सोचा छ्चोढो, वो ना ही मिले अगले हफ्ते भर तक तो ही ठीक है. उसके बाद मैं घर गयी, और नहा कर फिर से सो गयी. मम्मी को शायद डाउट हो गया था. पर मैने बोल दिया की पीरियड आए थे, इसलिए तोड़ा मूड खराब था और तबीयत भी.
तभी मुझे याद आया की साहब ने आज और कल दोनो वक़्त मेरी छूट में ही अपना पानी निकाल दिया था. मैं दर्र गयी की कही मैं प्रेग्नेंट ना हो जौ. मैने जल्दी मेडिकल जेया कर वो पिल्स ले ली, और फिर खा ली. उसके बाद मेरी जान में जान आई. उसके बाद भी सिर ने मुझे ऐसे ही काई बार छोड़ा था.
हर बार जब भी उनका मॅन होता वो कॉलेज के वक़्त मुझे लेने घर के पास आते, और फिर ले जेया कर खूब छोड़ते और वापस घर ला कर छ्चोड़ते.
तो ये थी मेरी कहानी, की कैसे मैं एक गर्लफ्रेंड से किसी की रखैल बन गयी. मेरी चुदाई कहानी अची लगे तो दोस्तों रिप्लाइ ज़रूर करना. गमाल- गाबोत्तों600@गमाल.कॉम
नेक्स्ट पार्ट में आपको बतौँगी कैसे पोलीस वाले साहब ने अपना प्रमोशन करने के लिए मुझे अपने सीनियर्स से चुडवाया, और वो भी पुर 2 दिन.