पहली चुदाई दो लोगो ने मिल के की

हेलो फ्रेंड मे साना शीक आपके लिए लेके आई हू मेरी हक़ीकत कहानी. ये मेरी और दीदी के गंगबांग के बारे मे थी जो ये सीरीस का लास्ट पार्ट है.

आप सब लोग इस पार्ट का बेसब्री से इंतेज़ार कर रहे है और काफ़ी फन ने अच्छा रेस्पॉन्स दिया पहले स्टोरी का. कुछ फन है जो मुझे मिलके भी गये. तो चलो शुरू करती हू मेरी पहली चुदाई की कहानी.

तो सब जानते हो की मेरी फिगर 34.28 36 है और हाइट 4.3 है. रंग एकदम गोरा गोरा दूध की तरह, एकदम मुलायम और मादक बदन. जो भी मेरी लेग्स देखेगा वो देखते ही बेहोश हो जाएगा.

उस दिन हम राहुल के घर से चुदाई ख़तम करके हमारे घर लौट गये. फिर उस्मान भाई ने दीदी को बोला की साना के छूट के बॉल सॉफ कर देना. तो दीदी मुझे बातरूम मे लेके गयी और मेरी छूट मे हेर रिमूवल क्रीम लगा दी.

10 मिनिट्स के बाद सॉफ किया ते मेरी छूट एकदम चमक रही थी. फिर हम दोनो ने बात लेके कपड़े पहें के सो गयी क्यूंकी दीदी भी बहुत तक गयी थी. पूरी थकान उसके चेहरे पर सॉफ नज़र अराही थी.

सुबह हम करीब 9 बजे उठ गयी हमे 1 बजे वाहा जाना था राहुल के घर. वही मेरी चुदाई होनेवाली थी. हमने खाना खा लिया 12 बजे. और फिर समद भैया ने दीदी को बोला साना का आचे से मेक-उप करने.

तो दीदी ने अच्छे से मेरा मेक-उप किया. और मे ड्रेस पहें रही थी तो वाहा खड़े समद भाई बोले. साना क्या कर रही है इतने कपड़े क्यू पहें रही है. वाहा जाके उतार ही देना है. तो वो बोले ब्रा पनटी भी निकल दे और सिर्फ़ बुरखा पहें. मैने वैसे ही किया पर मुझे तोड़ा अज़ून लग रहा था.

फिर हम सब 12.45 को घर से निकले और राहुल के घर पहुँच गये. वाहा राहुल और उसके कल वाले 2 फ्रेंड भी थे. उंहोने बेडरूम के पहर फूल बरसाए थे. बहुत तैयारी करके रखी थी मानो जैसे मेरी सुहग्रत हो.

हम जाते ही वो लोग भी खुश हो जाए. और जैसे मैने नकाब उतरा तो वो मुझे देखते ही रह गये. तबी अंदर बेडरूम से आवाज़ आई.. अरे राहुल अभी तक आई की नही वो लड़की? तब राहुल मे रिप्लाइ किया की आ गयी है भेजता हू अंदर.

तभी राहुल मुझे बोला साना अंदर जेया आज तेरी छूट की खुजली मिटने वाली है. तभी समद भाई भी बोले जिस दिन का तुझे इंतेज़ार था वो वक्त आ गया है, जेया जो करना है तुझे वो कर.

मेरी भी छूट मे अग लगी हुई थी तो मे अंदर चली गयी. जब अंदर जाके देखा तो मेरी आँख बाहर आ गयी. वाहा 2 आदमी थे जो की एक मेरी टुटीओन टीचर के पापा थे. और एक भैया के बिज़्नेस डीलर थे वो बहुत आमिर थे.

मैने पूछा आप यहा सिर. वो बोले हा तू दर मत. यहा हम तीनो के अलावा और कोई नही है. मे बोली पर आप तो मुज़से बड़े है. तब वो सिर बोले तभी तो मज़ा आएगा. सिर की आगे 58 थी जिनका नाम अमित था और दूसरी थे उनका नाम प्रफुल पटेल था उनकी आगे 62 थी. दोनो भी 6 फिट लंब्े थे.

वो दोनो भी राहुल के जिम मे जाते थे एकदम फिट रखा था उन्होने अपने आप को. अब मे भी थोड़ी कंफर्टबल हो रही थी उसके साथ. उंहोने मुझे हाथ पकड़ा और बेड पे लेके गये जो बहुत अच्छे से सजाया था. फूल बिछाए थे. और रोज़ वाला रूम फ्रेशानर की खुश्बू अराही थी.

तब अचानक बाहर चिल्लाने की आवाज़ आई. तब मे समाज़ गयी की आज भी दीदी को उंहोने पेलने चालू किया. मेरी भी छूट अभी मचलने लगी थी. मे भी अपना बुरखा उतार रही थी. तब अमित सिर ने मेरा हाथ पकड़ा और बोले बुरखा रहने दे आज तुझे बुरखे मे ही छोड़ेंगे.

फिर उनोणे अपने कपड़े उतार दिए. उनकी अंडरवेर से उनके लंड एकदम बड़े दिख रहे थे. तब अमित सिर बोले साना अब अंडरवेर तुम नीलाक़ो और वो करो जो तुम कर सकती हो. फिर मैने दोनो के अंडरवेर निकल दिए. तब मे दर गयी.

अमित सिर का 8 इंच ला बड़ा लंड और 3 इंच मोटा था. और प्रफुल सिर का 9 इंच का और 3 इंच मोटा होगा. मे लंड देखते ही अमित सिर को बोली. सिर ये तो बहुत बड़ा है आज तक मैने इतना बड़ा नही देखी.

तब प्रफुल सिर बोले जितना बड़ा होगा उतना जाड़ा मज़ा आएगा. और एक बात तू अभी हमे सिर नही बोलेगी. हमे अबसे पॅपा बोलेगी दोनो को. मैने कहा ठीक है. तब दोनो ने टेबल्स पर रही वियाग्रा पिल लेली एक एक दोनो ने. और बोले साना बेटा अब अपने दोनो पापा के लंड चूस.

तो मे घुटनो पे बैठ के उन दोनो के लंड चूसना शुरू किया पं बहुत मोटा होने के वजह से दिक्कत हो रही थी. पर धीरे धीरे उंहोने मेरी सिर पकड़ के ज़बरदस्ती अपना लंड मेरे मूह मे घुसके छोड़ने लगे.

करीब 10 मिनिट्स तक मैने उनका लंड चूसा. फिर दोनो उठे और टेबल पर एक स्प्राइ था वो अपने लंड के टोपे पर स्प्रे कियाओर तोड़ा मालिश किया. उस स्प्राइ की वजह से तिमिइंग बढ़ जाता है.

फिर अमित सिर ने मुझे उठा के पेर लिटाया और मेरा बुरखा ुआप्र करके मेरी छूट चाटने लगे. अहहहा क्या मज़ा अरहा था. अपनी जीभ पूरी अंदर तक लेके जरहे थे.

प्रफुल सिर मेरे बूब्स पर टूट पड़े थे. बूब्स को मसल मसल के चूस रहे थे. जिससे मुझे तोड़ा दर्द होरहा था. 15 मिनिट्स तक ऐसे ही बदल बदल कर मेरी छूट और बूब्स को चूस रहे थे.

मेरी छूट अब मुझे ही चिल्ला रही थी की लंड देदे मुझे. पर ये लोग अभीतक चूसा कर रहे थे. मेरी पूरी बॉडी को चूम लिया दोनो ने. फिर अमित सिर बोले साना अब तुम्हारे दोनो पापा तेरी छूट की चुदाई करेंगे.

मेरी छूट तो मचल रही थी लंड लेने के लिए पर उनका इतना बड़ा लंड देख के मे ये सोच रही थी की मेरी छूट ना फट जाए. क्यूंकी इतना बड़ा लंड मूह मे नही घुस रहा था वो छूट मे कैसे घुसेगा. पर अब लेना तो है.

फिर अमित सिर ने मेरी टाँगे फैला कर मेरे उपेर चाड गये. उनका इतना बड़ा शरीर और मे उनके सामने छोटी सी बच्ची लग रही थी. अमित सिर मे फिर अपना सांड जैसा बड़ा लंड मेरी छोटी सी नाज़ुक सी मुलायम कच्ची काली पे रगड़ने लगे अब मुझे घबराहट होरही थी.

लंड छूट पे रखा तो छूट दिख नही रही थी अब अंदर कैसे जाएगा. काफ़ी देर अमित सिर ने मेरी छूट पर लंड रगड़ा. वही प्रफुल सिर आगे से मेरे मूह ने लंड दल के मूह छोड़ रहे थे. और अमित से बोल रहे थे अमित भाई क्या खूबसूरत और इतना गोरा रंग वाला माल छोड़ने मिला है इतने सालो के बाद. कब इसके छूट मे लॅंड डालु ऐसे हुआ है.

फिर अमित सिर ने मेरी छूट पे आयिल लगाई और धीरे से अपना 8 इन्नच लंबा और 3 इंच मोटा लंड मेरी छूट मे पेल दिया. अभी बस टोपा ही अंदर घुस गया था और मेरे सामने अंधेरा च्छा गया.

मे इतना ज़ोर छे चीखी के बाहर के लोग अंदर देखने आगाए. तब प्रफुल ने कहा कुछ नही हुआ है. तुम जाओ पेल्ी बार है इसलिए चिल्लाई है. तब वो लोग डोर लॉक करके दीदी की चुदाई करने चले गये.

मे रोने लग गयी तब अमित बोले बेटा तोड़ा दर्द होगा फिर मज़ा आएगा. मे कुछ बोल नही पाए क्यूंकी प्रफुल सिर का लंड मूह मे था. फिर एकबार अमित सिर ने कोशिश की फिर तोड़ा और लंड अंदर चला गया. मे बेड पर तड़प रही थी मछली की तरहह.. मेरी तो जान चली गयी इतना बड़ा लंड लेके.

फिर लंड को बाहर निकाला, तब मेने देखा अमित सिर का लंड खून से लाल हो गया था. मुझे लगा मेरी छूट फट गयी. पर छूट का सील टूटने की वजह से खून आटा है.

अमित सिर ने अपना लंड टिश्यू से सॉफ किया और मेरी छूट भी. और फिर एक धक्का दिया और छूट को चूरते हुए लंड अँधा से जाड़ा अंदर घुस गया. मे तड़पने लगी तो प्रफुल ने मेरे हट पकड़ मे मेरे मूह ने लंड देके पकड़ के रखा.

अब मेरी चुदाई चालू होने वाली थी.

अमित ज़ोर ज़ोर से धक्के दे रहा हा मे बस लंड भरे मूह से बस उहहुउऊउ उहह उहह उहह उहह उहह… कर रही थी और यहा आनी मेरी नाज़ुक छूट को जानवर की तरह छोड़ रहा था.

अब अमित मे 10 मिनिट्स तक मेरी नाज़ुक कोमल छूट की चुदाई की. प्रफुल बोले मई अब ये मेरी साना बेटी की छूट छोड़ूँगा.

वो मेरी छूट के पास आए और अमित सिर मेरे मूह मे लंड पेल दिए और मेरे हट पकड़ कर रखे. अब प्रफुल सिर का तो अमित से भी बड़ा लंड है तो और दर्द होने वाला है. पर मे भी थोड़ी कंफर्टबल हो रही थी.

तब प्रफुल ने मेरी छूट पर अपना लंड रखा. उसे सबर नही होरहा था. तुरंत उसने मेरी कोमल छूट मे अपना लंड पेल दिया और ज़ोर ज़ोर से छोड़ना चालू किया. उनका लंड बड़ा होने के वजह दे काफ़ी दर्द होरहा था पर मज़्ज़ा उससे दुगुना अरहा था.

अब मे भी उनके अधीन होगआई थी और पूरा साथ दे रही थी. 10 मिनिट्स की चुदाई करते करते उंहोने मेरा बुरखा फाड़ दिया. अब मई पूरी नंगी होगआई थी. प्रफुल सिर मेरे बूब्स पकड़ के मुझे बेरेहमी से छोड़ रहे थे.

10 मिनिट बाद अमित सिर बोले साना बेटा अब डॉगी स्टाइल मे छोड़ेंगे तुझे. फिर उहोने मुझे कुटिया बनके अमित सिर ने मेरी छूट मे पीछे से लंड पेल दिया और आगे से प्रफुल सिर मूह मे पेल दिया. और एक साथ आगे पीछे से छोड़ रहे थे.

प्रफुल अमित को बोले की छोड़ मेरी बेटी को आज ये मेरी बेटी तुझे छोड़ने दिया हू जितना चाहे चोट मेरी बेटी को. अमित सिर जोश मे आगाए और अपनी स्पीड बढ़ा ली. और प्रफुल को बोले क्या बेटी है तेरी इतनी नाज़ुक छूट एयो भी इतनी गोरी मज़्ज़ा अरहा है. आज तो तेरी बेटी की गांद भी मारूँगा.

तब प्रफुल बोले क्यू नही दोनो मिलके मरेंगे इसकी गांद, आख़िर तेरी भी तो बेटी है. देख कैसे अपने 2 बाप से चुड रही है.

अब दोनो जोश मे आगाए थे. वियाग्रा का पवर और लंड मे झींझीनाहट कम हो इसलिए स्प्राइ मारा था. तो दोनो भी रुकने का नाम नही ले रहे थे और मे भी दर्द और मज़ा दोनो से रही थी.

चुदाई शुरू होके 1 अवर बीत चुका था पर अभी तक दोनो मे से कोई झाड़ा नही था. दोनो ने डॉगी स्टाइल मे छोड़ा मुझे. अब वो मेरी गांद मरने की बात कर रहे थे.

मई उनको माना कर रही थी पर वो नही माने. और फिर अमित सिर ने मुझे कुटिया बनके मेरी गांद पर आयिल लगाया और गांद के होल पर अपना पड़ा लंड रख दिया. धीरे से धक्का मारकर आदर घुसा दिया.

ये दर्द तो छूट के दर्द से भी जाड़ा था. मे चिल्ला नही पा रही थी मूह मे प्रफुल सिर का लंड था, मे बस रो रही थी. ये दोनो जोश मे छोड़ रहे थे.

अब धीरे धीरे मुझे भी मज़ा आने लगा था. मे भी गांद उठाके मरने दरही थी. मेने भी सोच लिया था की जो होगा देखा जाएगा. बस अब अपनी प्यास भुजा लू.

तब अमित सिर बोले प्रफुल आजा मेी बेटी की गांद मार अभी तू. अब इनकी बाते मुझे भी अच्छी लगेंे लगी. मुझे भी उनको पापा बोलने का दिल कर रहा था. तब मे प्रफुल सिर को बोली प्ल्ज़ पापा मेरी गांद मरो. जल्दी अपने सांड जैसे बड़े लंड से मेरी गांद मरो, और प्रफुल सिर की भी स्पीड बढ़ गयी.

10 मिनिट्स नॉनस्टॉप छोड़ा मुझे. अब गांद का होल तोड़ा नॉर्मल हो गया था. अब प्रफुल सिर बेड पे उपर मूह करके मुझे अपने लंड पे बिताया और छोड़ने लगे. छोड़ते छोड़ते उन्होने अमित सिर को इशारा किया की मेरे गांद मे लंड डाले.

प्रफुल सिर मुझे किस करते छोड़ रहे थे तब अचानक अमित ने मेरी गांद मे लंड दल दिया. मेरे आँखो के सामने अंधेरा च्छा गया. दर्द काफ़ी बढ़ गया था, आँख से आँसू निकल आए.

फिर थोड़ी देर बाद दोनो ने उपर नीचे से छोड़ना चालू किया. काफ़ी दर्द हो रहा था लेकिन जन्नत की सैर हो रहिति. अब दो लंड मेरी छूट मे और गांद मे थे.

मे भी बोल रही थी छोड़ो अपनी बेटी को छोड़ो… अहजहह्ा हाहजहह अहह्ा अहहाअ हहाअ.. क्या मज़ा अरहा है.. उफ़फ्फ़.. छोड़ो अपनी बेटी को छोड़ो और ज़ोर से…

मेरी बात सुनके वो भी तेज होगआय और ज़ोर ज़ोर से छोड़ने लगे.

15 मिनिट्स तक उन्होने मुझे ऐसे ही छोड़ा और प्रफुल सिर मेरी छूट मे झाड़ गये. उनका गरमा गरम माल छूट मेसए बह रहा था पर अभी तक लंड छूट से निकाला नही. क्यूंकी अमित सिर अबी भी मेरी गांद मार रहे थे.

प्रफुल सिर चिल्ला रहे थे मार अमित मेरी बेटी की गांद मार और ज़ोर से.. और प्रफुल सिर मे मेरी छूट से लंड नीलकाल के मूह मे दे दिया और चूस के सॉफ करने बोला. मे भी चूसने लगी.

कुछ देर बाद अमित सिर ने भी मेरी नाज़ुक गांद मे अपना गर्म माल छोड़ दिया और फिर लंड मूह मे देके सॉफ करवाया.. करीब 2 घंटे होने आए थे चुदाई को. मे बहुत तक गयी थी, छूट और गांद मे जलन होने लगी. पर अभी उनका दिल नही भरा था. वो और एक रौंद करना चाहते थे. पर मैने माना किया.

तो वो बोले कोई बात नही तोड़ा रेस्ट कर ले बेटा. फिर दोनो मे मुझे अपने बीच मे लिया और मेरी बादाम पे अपने पैर रख के बूब्स से साथ खेलने लगे और बात करने लगे.

अमित सिर मे पूछा तुझे कितना पैसा दिया उस्मान ने. मे बोली कों से पैसे तो प्रफुल बोले आज के चुदाई के लिए 5 लाख दिए है उस्मान को.

मे बोली मुझे तो कुछ ऐसा बोला नही मुझे बस अपनी छूट की अग मिटानी थी इसलिए मई आपके पास आई. तब अमित सिर बोले कोई बात नही हम तुझे आज के चुदाई के लिए और 5 लाख देंगे क्यूंकी तूमे आज बहुत खुश किया है हमे. पर एक शर्त है. मे बोली कोंसि शर्त?

अमित बोले जब हम बुलाए तब हमारे साथ आना छुड़ाने अपने पापा के पास. तुझे भी बहुत मज़ा आएगा. तो मैने हा कर दिया.

फिर प्रफुल मे पूछा आज की चुदाई कैसे लगी? मैने कहा ज़िंदगी मे पहली बार चूड़ी हू वो भी आपके बड़े बड़े लंड से. मज़ा तो बहुत आया लेकिन दर्द भी होरहा है.

प्रफुल सिर बोले दर्द को भूल जेया और सिर्फ़ मज़े ले तुझे हम मज़े भी देंगे और पैसे भी बस तेरे भाई को नही बताना. जिस दिन हमसे चूड़ना हो बताना तुझे तेरे स्कूल टाइम से पिक उप करते छोड़के फिर स्कूल टाइम पे घर छोड़ देंगे.

मैने कहा ठीक है मेरे पापा और वो दोनो हासणे लगे.

वही बाहर से दीदी के चुदाई की आवाज़ अराही थी. वो भी 7 जान से अकेले चुड रही थी. मे भी अब फ्री होगआई थी अब उनके लंड के साथ खेल रही थी और वो भी मेरी कोमल गोरे बदन से खेल रहे थे.

1 घंटे के बाद फिर मे सो गयो तब प्रफुल सिर ने मुझे नींद मे ही अपने लंड पे बिताया और पीछे से अमित सिर मे गांद मे लंड दल के छोड़ना चालू किया.

दर्द का एहसाह हुआ तब देखा की मेरी फिर चुदाई चालू कर दी. अब मई कुछ नही बोली बस चुदाई का मज़ा ले रही थी.

20 मिनिट्स तक उन्होने जगह बदल कर मुझे छोड़ा और इस बार सारा माला मेरी मुहह पर निकल डियै. फिर उनके लंड चुस्के सॉफ किए और मुझे नहाने के लिए लेके गये. वही हम शवर के नीचे नहाते नहाते बहुत रोमॅन्स किया.

हालाँकि वो दोनो बूढ़े थे पर बहुत मज़ा अरहा था उनके साथ. अब तो पापा बेटी का रिश्ता हो गया था हमारा.

उसके बाद हम ऐसे ही 1 घंटे तक एक दूसरे के बदन के साथ खेल रहे थे. तब अमित सिर ने पूछा अब नेक्स्ट कब मिलेगी बेटा? मे बोली पापा आपकी जब मर्ज़ी.

उस टाइम प्रफुल सिर ने अपने मोबाइल से मेरे अकाउंट मे 5 लाख ट्रान्स्फर किए. मे खुश हो गयी थी. वो बोले एक फोन खरीद लेना किसी को बताना नही, जब तेरी मर्ज़ी होगी तब मुझे कॉल करना बाकी सब हम देख लेंगे. मे बोली ठीक है पापा.

वैसे ही वो मेरी छूट छत रहे थे मे उनके लंड चूस रही थी. करीब 5 अवर तक हाँ एक ही रूम मे थे.

प्रफुल सिर मे फिर मेरे साथ एक सेल्फिे ले ली. मे भी बहुत खुश थी पैसा भी मिला छूट की अग भी मिट गयी थी.

फिर हम वाहा से बाहर निकले तब दीदी भी . 7 जान के बीच मे नंगी . थी लंड हाथ मे लेके. जब दीदी ने अमित और प्रफुल सिर के लंड . तो वो बेहोश हो गयी ये सोच के की मेरी क्या हालत हुई होगी इतने बड़े लंड लेके.

अमित सिर ने उस्मान से कहा की साना के लिए कपड़े लेके आना उसके कपड़े फाड़ दिए है..

तो फ्रेंड्स ये थी मेरी चुदाई की साची कहानी. आपको कैसे लगी ज़रूर कॉमेंट करके बताना या इंस्था पर और अगर आपकी भी कोई स्टोरी होगी तो शिख्साना66@गमाल.कॉम पर मैल कर सकते हो.

फिर मे ओंगी नयी स्टोरी लेके जब दोनो पापा ने 15 दिन के बाद कॉल किया अपनी बेटी की चुदाई करने. लेकिन इस बार अपने बेटी के लिए और सर्प्राइज़ लेके आए थे.

यह कहानी भी पड़े  मेरी सहेली की मम्मी की चुत चुदाइयों की दास्तान-1


error: Content is protected !!