नमस्ते, मेरा नाम विनय है। मेरी वाइफ का नाम काव्या है। मेरी उम्र 35 साल है, और काव्या की उम्र 33 साल है। मैं पेशे से प्राइवेट सेक्टर सर्विस में हूं, और काव्या योगा ट्रेनर है। मेरी वाइफ का इंडियन फेयर रंग है। उसकी हाइट 5’5″ है। हमारी शादी को 5 साल हुए है, और हमारा 3 साल का बेटा है।
यहां मैं हमारी सेक्स लव लाइफ से जुड़ी एक कहानी आपको बताना चाहता हूं। मुझे सेक्स में एक्साइटिंग चीज़े करने का काफी शौक रहा है। मेरी लाइफ की कुछ फैंटसीज के बारे में मैंने काव्या को भी बताया। पर वो एक संस्कारी स्त्री होने की वजह से वो हमेशा इन बातों से परहेज़ करती रही। जैसे कि थ्रीसम सेक्स किसी और मर्द के साथ।
पर जब भी वो अपने मायके जाती, या मैं अपने टूर पे जाता, तो रात में हम थ्रीसम सेक्स स्टोरी जरूर बनाते, और वो भी इंटरेस्ट लेके मुझे संतुष्ट करती। और जब भी मैं उससे रियल में थ्रीसम की बात करता, तो वो टाल देती, ये बोल के, कि जब होगा तब देखा जायेगा। तो मैं समझ गया कि वो तैयार तो थी, पर मुझे प्लान करना होगा। जिसमें की कोई जान पहचान की जगह ना हो, और ना ही कोई मिलने वाला हो।
तो अब मैं मेरी रियल लाइफ स्टोरी पे आता हूं। मेरे आफिस के काम से मुझे मुम्बई जाना था। चूंकि मेरी जॉब अच्छी थी। सो मुझे आफिस की तरफ से लक्ज़री होटल में रहने को मिलता था। सो मैं और मेरी वाइफ उदयपुर से मुम्बई के लिए निकल गए। बच्चे को हमने घर पे ही मम्मी पापा के पास छोड़ दिया था।
हमने होटल में चेक-इन किया। होटल का स्टाफ मुझे जनता था, क्योंकि मेरा रेगुलर आना रहता था। मॉर्निंग में ही मैं अपने आफिस के काम से निकल गया। यहां मैं बता दूं के अभी तक मुझे मेरी फैंटेसी करने के बारे में नहीं लगा था। सब नार्मल से ही था।
शाम में जब मैं आफिस से फ्री होकर होटल पहुँच रहा था। तब मेरे मन में फैंटेसी करने का ख्याल आया। मैंने सबसे पहले मार्किट से एक सेक्सी नाइटी ड्रेस, आंखों में बांधने वाला बैंड, परफ्यूम, और कुछ चॉकलेट्स खरीदी। फिर मैंने होटल के असिस्टेंट मैनेजर पुनीत जो कि मेरा काफी परिचित था, जिसके साथ मे कई बार ड्रिंक्स के लिए भी बैठा हूं। मैन उसको कॉल लगाया और उसे बोला कि आज रात साथ में कुछ करने का प्लान है।
उसने मुझसे पूछना चाहा, सो मैंने उसे बोला होटल आके बताता हूं।
फिर मैंने काव्या को कॉल लगाया।
मैंने उसे बोला: जान आज मुझे तुमसे कुछ स्पेशल रिलीफ चाहिए। क्योंकि मैं काफी थका हुआ हूं मेंटली एंड फिजिकली। एंड आज तुम्हारे लिए एक सरप्राइज भी है।
वो बोली: आप आईए, जो चाहिए वो मैं आपको देती हूं।
फिर मैं होटल पहुँच के पुनीत के पास गया। मैंने पुनीत से मेरा बैग रूम में देने को कहा। मैंने काव्या को कॉल किया और बोला-
मैं: जान बैग में एक ड्रेस और आई-बैंड है, वो पहन के रेडी हो जाओ। रूम की डुप्लीकेट चाबी मैं रिसेप्शन से ले लूंगा। मैं आधे घंटे में रूम में आ रहा हूं। मैं आज तुम्हे खाने में थोड़ा भी देर नहीं करना चाहता हूं।
वो समझ गई और बोली: ठीक है जनाब, जैसा आप कहें।
फिर मैं और पुनीत होटल के बार मे ड्रिंक करने के लिए बैठ गए। वहां मैंने पुनीत को सारा प्लान बताया। वो सुन के काफी खुश हो गया। मैं बता दूं पुनीत गोरे रंग का 29 साल का कुवारा लड़का था।
मैंने उसे बोला: रूम में मेरे साथ तुम भी चलोगे, और काव्या के साथ पहले तुम्हें ही फोरप्ले सेक्स करना स्टार्ट करना है। मैं कुछ देर बाद आऊंगा। बस याद रहे उसे लिप-किस नहीं करना है, नहीं तो उसे पता चल जायेगा।
हम ड्रिंक्स कम्पलीट करके रूम में गए। रूम का गेट खोला। हम दोनों ही रूम का सीन देख के काफ़ी उत्साहित हो गए थे। रूम पूरा गुलाब की पत्तियों से भरा हुआ था। डिम लाइट में स्लो म्यूजिक चल रहा था। और काव्या बेड पे उल्टी लेटी हुई थी। काव्या ने मेरी दी हुई नाइटी और आई-बैंड पहनी हुई थी।
नाइटी जालीदार कपड़े की थी। जिसमें काव्या ने डोरी वाली पेंटी पहनी हुई थी। काव्या की गांड देख के हम दोनों के लंड खड़े हो गए थे। मैंने पुनीत को इशारा किया। फिर पुनीत काव्य के पैरों को चाटने लगा और धीरे-धीरे काव्या के बदन को रगड़ने लगा। वो उसकी सॉफ्ट मोटी गांड को दबाने लगा।
फिर काव्या की नाइटी ऊपर करके, पेंटी की डोरी हटा के गांड को चाटने लगा। गांड पे करने लगा। फिर उसने काव्या को सीधा लिटाया और नाइटी खोल के बोबों को दबाने लगा। काव्या की आगे की बॉडी चाटने लगा। लगभग आधे घंटे तक उसने काव्या के बोबों की जम के चुसाई करी।
वो साथ श-साथ काव्या की चूत को भी रगड़ रहा था। काव्या के निप्पल्स को उसने इतना चूसा के निप्पल्स बाहर आ गई। फिर उसने काव्या के पेट को चाटते हुए चूत की तरफ अपना मुंह फेरा।
काव्या ने उसके बाल पकड़ के उसका मुंह अपनी चूत की तरफ धकेल दिया। फिर पुनीत ने काव्या की चूत को चाटना शुरू किया। काव्या ने अपनी दोनों टाँगों को अच्छे से फैला दिया और जम के चूत की चुसाई करवाई। पुनीत ने काव्या की चूत पूरे 45 मिनिट तक चाटी। मैं ये सब रूम के सोफे पे बैठ के लंड हिला के देख रहा था।
फिर मैं टॉवल लपेट के और टी-शर्ट पहन के रूम के बाहर गया, और मैंने फिर काव्या के मोबाइल पे फ़ोन किया। रूम में पुनीत काव्या की चूत की अभी भी चुसाई कर रहा था। और फ़ोन बजता है। पुनीत मोबाइल उठा करके के काव्या को देता है क्योंकि काव्या की आखों पे पट्टी लगी हुई थी। काव्या मोबाइल उठाती है।
मैं बोलता हूं: जान सरप्राइज कैसा लगा? 10 सेकंड के लिए वो सुन्न हो गई और मोबाइल उसके हाथ से छूट गया। इतने में मैं रूम के अंदर वापिस एंटर हुआ। काव्या अब पुनीत को अपनी चूत से हटाने लगी। मैंने पुनीत को को कंटिन्यू करने का इशारा किया और में खुद काव्या के होठों को चूसने लगा।
कुछ देर तक काव्य छटपटाती रही। में काव्या के होठों को चूसते-चूसते उसके बोबों को दबाने लगा। इतने में पुनीत उठा और उसने अपना लंड काव्या की चूत में घुसा दिया, और मैं काव्या के ऊपर आया और मेरा लंड मैंने उसके मुंह में डाल दिया। काव्य ने अभी भी हटने की कोशिश करी।
पर वो धीरे-धीरे कूल डाउन होने लगी और फिर उसने अपने हाथ मेरे हाथों से बंद कर लिए और अब वो खुल के मज़ा लेने लगी। पुनीत काव्या की चूत की चुदाई कर रहा था और मैं काव्या के मुंह मे लंड को चुसवा रहा था। आगे का अगले भाग में। अगर कहानी पसंद आई हो तो। मेल करे पर।