फिर से एक लंबी चुदाई के बाद मैं निढाल होकर लेट गयी और मेरी आँख लग गयी. फोन की आवाज़ से मेरी आँख खुली तो देखा अनुज का फोन आ रहा था.
मैने फोन उठाया तो अनुज बड़ा बैचाईन होकर बोला कहा थी कब से फोन मिला रहा हू??
मैने कहा बाहर मम्मी के पास बैठी थी.
उसने कहा सब ठीक है? एकद्ूम से तुम वाहा चली गयी.
मैने कहा बस मॅन था मिलने का तो आ गयी. फिर थोड़ी देर बात की और उसे सोने के लिए बोल कर फोन रख दिया.
उसके बाद मैं उठी, मेरी छूट और गांद बहुत दुख रही थी लेकिन छूट थकने का नाम नही ले रही थी. मैं अभी भी नंगी ही थी. फिर मैं फ्रेश होकर बाहर आई तो सभी बहाल हॉल मे बैठे बात कर रहे थे.
मैं उनकी बात सुनने लगी, सब मेरी ही बात कर रहे थे.
रोहित बोल रहा था यार इस कुटिया के अंदर बहुत नशा है, कितना भी छोड़ो मॅन ही नही भरता. स्कूल मे इसके नाम की मूठ मारता था कभी नही सोचा था ये ऐसे मेरे लंड की सवारी करेगी.
अब्दुल बोला कुछ भी कहो पर है साली कमाल है, इसकी वजा से हम सब एक साथ यहा बैठे हैं.
आनवार ने कहा यार वो ह्यूम अपना सब कुछ मानती है, हुमारे लिए वो सबसे चुड रही है. वो चाहती तो हम सबसे चुप चुप कर चुड सकती थी पर उसने हुंसे कभी धोका नही किया. यार उसकी ईमानदारी देखो सबको सच बता दिया. उसे अपने प्यार पर भरोसा था की अगर वो ह्यूम कुछ भी बताएगी तो हम उसका साथ नही छोड़ेंगे. तो यारो उसके प्यार की कदर करो और उसे वो सब खुशी दो जिसकी वो हक़दार है.
सब एक साथ बोले भाई हम उसकी इज़्ज़त करते हैं वो तो उसने ही बोला है की उसके बारे मे गंदा बोला करो उसे सब सुनने मे मज़ा आता है. आनवार बोला तो उसके सामने ही बोलो पीछे नही, सबने सॉरी कहा.
मेरी आँखो मे आँसू आ गये मुझे अपने प्यार पर गर्व महसूस हुआ. मुझे लगता था सब ज़रूर मुझे रंडी समझते होंगे पर उनकी बाते सुनकर मुझे बहुत खुशी हुई.
फिर मैं नंगी ही उनके बीच बैठ गयी. आनवार ने मुझे अपनी गोड मे खिच लिया और बोला जान अब्दुल बता रहा था की तेरी मामी भी उससे चुड्ती है. क्या वो हमारे साथ जुड़ना चाहेगी? और रोहन ने बताया की तेरी ननद उससे चुड्ती है, वो जाय्न करना चाहेगी?
मैने कहा ननद का तो मुश्किल है एक तो उसकी शादी अभी हुई नही ज़्यादा चूड़ेगी तो शादी मे प्राब्लम होगी. वैसे भी वो मेरे जैसी नही है. पर मामी से बात कर सकती हू, उनकी छूट मे बहुत गर्मी है अब्दुल को पता है, शायद वो मान जाए. पर अब आप सबका क्या इरादा है?
इरादा क्या दो दिन तेरी छूट मे बस लंड होगा और कुछ नही, रोहन ने कहा.
मैने कहा फेले ये बताओ तुमने मुझे क्या खिलाया है मेरी छूट शांत ही नही हो रही इतनी चुदाई के बाद भी??
रोहित ने कहा तुझे एक मेडिसिन दी है दो दिन तक तेरी छूट की कितनी भी चुदाई हो उससे पानी भेना बंद नही होगा. और हुँने भी ली है ताकि हुमारे लंड तेरी पूरी सेवा कर सके. 6 पतियो का लंड एक साथ झेलने के लिए तुझे इसकी ज़रूरत थी.
मैने कहा फेले खाना खाओगे या छोड़ोगे?
आनवार ने कहा तू चिंता मत कर खाने का अरेंज हो जाएगा, तू बस चुड. उसने कहा दोस्तो हम सब ग्रूप का बहुत मज़ा ले चुके हैं अब जिसका जो मॅन करे करो.
इतना सुनते ही आयेमिर ने मुझे उठाया और मेरी छूट चाटने लगा. बाकी सब ऐसे ही देखते रहे. फिर उसने अपना लंड मेरी छूट मे डाला और छोड़ने लगा.
तब तक रोहन कोल्ड कॉफी बना लाया.
30 मिनिट्स छोड़ने के बाद आयेमिर ने अपना रस मेरे मूह मे डाल दिया.
तब आयेमिर बोला गश्ती तू कॉफी नही पिएगी और वो गिलास लेकर आया और उसमे मूत कर भर दिया और बोला ले ये पी. मैने कहा पूरा?
वो बोला कुटिया अपने पति के लिए इतना नही कर सकती!
मैने कहा जान भी माँग लो दे दूँगी और ग्लास ले लिए.
तब आनवार बोला नही मत पी.
मैने कहा क्यो?
वो बोला ये तेरी बॉडी मे हर्मफुल्ल होगा.
मैने कहा तो क्या हुआ, आप सब के लिए कुछ भी.
उसने कहा नही.
मैने कहा क्यो, दिन मे भी तो अपने लंड से पिलाया था और ड्रिंक मे मिला कर भी तो पिलाया था…
वो बोला ड्रिंक मे तोड़ा सा मिलाया था ड्रिंक ज़्यादा थी और लंड से कुछ बूंदे ही अंदर जाती हैं. लेकिन ये पूरा ग्लास है बेबी ये नुकसान करेगा.
मैने कहा लेकिन मेरे मलिक की इच्छा तो मुझे पूरी करनी ही है अब.
तो अब्दुल बोला ऐसा कर अपनी कोफ़ी मे डाल ले तोड़ा सा, तोड़ा पीने से प्राब्लम नही करेगा.
मैने उनकी बात मान ली और कॉफी मे मिला कर पीने लगी. तभी रोहित ने मेरी गांद उपर उठाई और लंड डालने लगा. गांद सुखी थी तो रोहन ने गांद मे थूक दिया और माल दिया.
तभी रोहित ने लंड घुसा दिया और छोड़ने लगा. ऐसे ही बारी बारी सब मुझे छोड़ने लगे. बाकी सब बैठ कर देखते थे. कभी दो एक साथ छोड़ते कभी 3 हो जाते बदल बदल कर छोड़ने लगे.
फिर से एक लंबी चुदाई शुरू हो गयी. मुझे याद नही मैं कितनी बार झड़ी पर वो सब दो दो बार झाड़ गये थे. सबने अपना रस एक बोल मे रख लिया था और फिर बातरूम मे मेरे उपर अपने मूत की वर्षा की.
सब सॉफ होकर बाहर आए तो रात के 2 बाज रहे थे. मुझे अब भूक लगी थी, उन्होने फेले ही खाना मंगवा कर रख हुआ था. फिर मैं नंगी ही उठी और सबको खाना गरम करके दिया.
मेरे खाने मे वो रखा हुआ वीर्या डाल दिया गया और मैने बड़े प्यार से वो खाना खाया. खाना खा कर मैने सॉफ सफाई की और हॉल मे सबके बीच लेट गयी.
मैने कहा सोना नही है क्या?
तो अब्दुल ने कहा रंडी तू यहा सोने आई है क्या भें की लोदी, चुड बस!
मैं हसी और सबके लंड बारी बारी से चूमने लगी. पर मेरे सारे पति देव लंड चुस्वते हुए सो गये. मैं अपनी फटी हुई छूट और गांद लेकर बैठी हुई उन्हे देख रही थी. सबके लंड खड़े थे बड़े प्यारे लग रहे थे, मैं भी उनके बीच ऐसे ही सो गयी.
तो दोस्तो आयेज की कहानी अगले पार्ट मे तब तक रंडी का प्रणाम.