अगले कुछ पलों में वो सिर्फ काले रंग की ब्रा और पेंटी में थी।
उफ़.. क्या गजब लग रही थी वो.. मेरा लंड तो अंडरवियर फाड़ कर बाहर आने को आतुर हो रहा था।
मैंने दीप्ति की ब्रा हटा कर उसके चूचे दबाने शुरू कर दिए, वो भी धीरे-धीरे मेरा लंड सहलाने लगी। हम दोनों पूरी तरह नंगे हो चुके थे और मैंने दीप्ति को लिटा दिया और उसकी नंगी चिकनी चुत में उंगली घुसाई और फिर चुत चाटने लगा।
दीप्ति की गर्म और गीली चुत का पता नहीं.. कैसा खट्टा-कसैला और नमकीन सा स्वाद था! फिर दोनों 69 की स्थिति में आकर कुछ मिनट तक एक-दूसरे को चूम-चाट कर मजा दिया।
वो पूरी तरह गर्म हो चुकी थी और बोलने लगी- जल्दी से चोद दो मुझे..!
तो मैंने अपना लंड चुत से रगड़ते हुए एक ही झटके में आधा अन्दर डाल दिया। वो तड़फ उठी और बोली- उम्म्ह… अहह… हय… याह… आराम से डालो.. दर्द होता है।
थोड़ी देर रुकने के बाद मैंने दूसरा झटका लगाया और पूरा लंड अन्दर डाल दिया। अब मैं धीरे धीरे लंड अन्दर बाहर करने लगा। मुझे लगा कि ये साली खेली खाई लगती है तो मैंने पूछा।
इस पर उसने बताया कि उसने पहले भी सेक्स किया है।
देर तक चोदने के बाद मैं उसकी चुत में ही झड़ गया।
कुछ देर बाद फिर चुदाई शुरू हो गई और इस तरह मैंने उस दिन उसे 3 बार चोदा।
उसके बाद भी मैंने उसे बहुत बार चोदा औऱ उसकी गांड भी मारी। अब उसकी शादी हो चुकी है।
मेरी यह हिंदी सेक्स स्टोरी आपको कैसी लगी, जरूर बताइएगा।