फिर मैंने अंजान बनकर पूछा कि क्या हुआ? तो वो बोली कि कुछ नहीं बस कुछ तबियत ठीक नहीं है और फिर उसने खाना भी बेड पर ही खाया और सो गई। फिर सुबह साना के उठने से पहले ही में घर से निकल गया, तो आज गनी मुझे जाता हुआ देखकर मुस्कुराया और में वापस चुपके से पास वाले रूम में आ गया। अब गनी साना को बेड पर ही नाश्ता करवा चुका था और अब वो दोनों ही मस्ती में किस्सिंग कर रहे थे। फिर उन दोनो ने एक दूसरे के कपड़े उतारे, तो तब साना ने झट से गनी का लंड अपने मुँह में ले लिया, उसका लंड तो इतना मोटा था कि साना के मुँह में भी नहीं आता था। फिर वो उसे चाटने लगी और कहने लगी कि मुझे तो तुमने ही औरत बनाया है और तुमसे ही चुदवाने से मुझे मज़ा आया है। फिर तभी गनी बोला कि अभी तुम कहाँ औरत बनी हो? अभी तो एक चीज बाक़ी है। फिर तभी साना गनी का लंड चूसते हुए बोली कि वो क्या? तो गनी बोला कि आज पता लग जाएगा और बोला कि मुझे क्रीम लगाकर चोदने में मज़ा नहीं आता है। तो साना बोली कि तुम्हारा इतना लंबा मोटा लंड अंदर कैसे जाएगा? फिर गनी ने साना की चूत चाटी और फिर साना की दोनों टाँगे उठाकर क्रीम लगाकर अपने लंड का टोपा साना की चूत पर रखकर फैरने लगा। फिर कुछ देर में साना मस्त हो गई और अपनी चूत उछालते हुए बोली कि बस अब जल्दी से अंदर डाल दो।
अब गनी के दिमाग में कुछ और ही चल रहा था तो उसने कहा कि तुम घोड़ी बन जाओ। अब साना बहुत गर्म हो चुकी थी इसलिए वो घोड़ी बन गई थी। फिर गनी ने पीछे से उसकी चूत में अपने लंड का टोपा रखकर दबाया, तो साना की स्शह की आवाज निकल गई। फिर गनी ने एक झटका जोर से लगाया तो उसका आधा लंड साना की चूत में घुस गया और साना की चीख निकल गई। फिर गनी ने अपनी गिरफ़्त टाईट की और लगातार झटके मारने लगा। अब 3-4 झटको में ही उसका लंड पूरा साना की चूत में घुस चुका था। फिर तभी साना चीखते हुए बोली कि आज क्या मार दोंगे? तो तभी गनी रुक गया। फिर कुछ देर में साना थोड़ी ठंडी हुई, तो तब गनी ने फिर से साना को चोदना शुरू कार दिया, तो कुछ देर में साना को भी मज़ा आने लगा।
फिर गनी ने अपनी एक उंगली साना की गांड में डाल दी और अंदर बाहर करने लगा। अब साना को और मज़ा आने लगा था। अब गनी ने अपनी दो उंगलियाँ थूक लगाकर साना की गांड में डाल दी थी। तो साना को कुछ दर्द हुआ और फिर वो मजे लेने लगी। फिर गनी ने कहा कि अब में तुम्हारी गांड भी मारूँगा। तो साना डर गई और बोली कि नहीं ऐसा नहीं करना, में तो मर ही जाउंगी, लेकिन अब गनी कहाँ मानने वाला था? फिर उसने अपना लंड साना की चूत से बाहर निकाला तो साना समझ गई और आगे की तरफ भागने की नाकाम कोशिश की मगर उस ज़ालिम ने उसे पकड़कर अपने लंड का टोपा उसकी गांड पर रखकर एक जोर का झटका मारा। तो साना जोर से चीखते हुए बेड पर अपने पेट के बल गिर पड़ी और मछली की तरह तड़पने लगी थी।
अब गनी के लंड का टोपा साना की गांड में घुस चुका था। अब गनी ने उसे पूरी तरह से अपने काबू में किया था और अपने एक हाथ से उसका मुँह बंद कर दिया था और अपनी पूरी ताक़त के साथ झटके मारने लगा था। अब 3-4 झटको में ही साना बेहोश हो गई थी, लेकिन वो ज़ालिम लगातार झटके मारता रहा, यहाँ तक की चादर खून से भर गई थी और फिर 10 मिनट के बाद वो झड़ गया और उसके ऊपर से हटा। अब साना बेहोशी की हालत में भी तड़प रही थी, अब उसकी गांड से खून बह रहा था। अब गनी यह हालत देखकर समझ गया था कि गड़बड़ हो गई है और जल्दी से साना के कपड़े से अपने लंड को साफ किया और अपने कपड़े पहनकर भाग गया। अब में उसकी यह हालत देखकर घबरा गया था और भागकर उसके पास आया, तो वो बेहोश ही पड़ी थी।
फिर मैंने उसकी गांड को कपड़े से दबाकर खून रोकने की कोशिश की मगर खून नहीं रुका तो मैंने अपने एक दोस्त जो कि डॉक्टर है उसे फोन किया और उसकी यह हालत बताई। फिर उसने मुझे तुरंत हॉस्पिटल लाने को कहा, तो फिर में साना को एक चादर में लपेटकर उसके हॉस्पिटल में ले गया, तो वो उसे इमरजेंसी वॉर्ड में ले गये और फिर 1 घंटे के बाद डॉक्टर ने आकर बताया कि अब उसकी हालत बेहतर है मगर ये सब हुआ कैसे? तो मैंने कहा कि हमारे नौकर ने उसके साथ जबरदस्ती की है मगर इस बात को राज ही रखना वरना बहुत बदनामी होगी। फिर डॉक्टर ने बताया कि उसके साथ बहुत बेरहमी से किया गया है जिसकी वजह से साना की नाज़ुक जगह बहुत कट फट गई है, इसे ठीक होने में काफ़ी टाईम लगेगा और वो अभी बेहोश है। फिर कुछ देर के बाद जब उसे होश आया, तो वो अपना दिमागी संतुलन खो चुकी थी और उसे अपनी गलती का अहसास हो चुका था ।।
धन्यवाद …