पति के लिए बनी रंडी

मेरा नाम सरिता है मई शादी शुदा जवान लड़की हू. मेरा सरीर भरा हुआ है मस्त बूबे और मस्त मोटी गोल गोल गांद है. मेरे गांद से भी लंबे बाल और गोरा बदन है.

मई और पति एक दूसरे को स्कूल टाइम से जानते थे और तब से एक दूसरे साइड प्यार करते है. हुमारे बीच सेक्स बहोट हुआ है शादी से पहले भी ये मेरी जाम के चुदाई करते थे.

एक दिन इन्होने टीवी देखते टाइम मुझसे कहा की सरिता मेरी हमेशा सई कुछ अंतर्वसना रही है. लेकिन मुझे बताने मई दर लगता है की तुम कही गुस्सा ना हो जाओ.

मेने उनका हाट पकड़ा और कहा जानू मई आपकी हू आप जैसे काहो मेरे साथ अपनी वासनेए पूरी करो मे आपसे बहोट प्यार करती हू.

वो बोले अक्चा एसा है तो ठीक है लेकिन प्लीज़ नाराज़ मत होना. मई बोली प्रॉमिस आप बताओ तो सही. वो बोले सुनो सरिता मे तुमसे प्यार करता हू और मे अपनी सारी गंदी अंतर्वसना भी तुम्हारे साथ पूरी करना काहता हू. तुम बहोट सेक्सी हो, मुझे तुम्हे गालिया देते हुई छोड़ना है और मेरी रखेल और कुट्टिया बना ना के तुझे कुट्टिया की त्राह छोड़ना है. तुम्हे रंडी बना ना है.

मुझे इतना सुन के मई एकद्ूम से देखने लग गयी. और उन्हे बोली अक्चा ठीक है, आपको गालिया देना है और ये सब तो कोई बात न्ही आप बना लो मुझे अपनी रंडी कुट्टिया.

फिर वो बोले मुझे तुम्हे कही खुले मे छोड़ना है. जैसे होटेल की खुली खिड़की झा से सब तुम्हे नंगी चूड़ते हुए देख पाए और मुझे तुम्हे किसी और के साथ चुड़वते हुए भी देखना है.

मई ये सुनते है हैरान रह गयी और बोली ये आप क्या बोल रहे है. आप मुझे किसी और के लंड के नीचे सुलाना काहटे है? वो बोले मेने कहा था तुम गुस्सा हो जाओगी और उठ के चले गये.

थोड़ी देर तक तो मई गुस्सा रही लेकिन टा न्ही क्यू ये सब सुनके मेरी छूट पूरी गीली हो गयी थी. सच ब्टौ तो कई बार मेरे देवर ने मुझे नहाते हुए नंगी देखा है. और मुझे उसका मुझे ऐसे नंगी देखना अक्चा भी लगता था. तो मे कुछ बोलती न्ही थी और उसके सामने से छूट मे उंगली डाल लिया करती थी.

फिर मुझे लगा इसमे ग़लत हे क्या है ये वो बस एक इक्चा है उनकी, प्यार तो हमेशा रहेगा. फिर मे वाहा से उठ के सारे कपड़े उतार दिए और कमरे मे जाते अपने पति के सामने घटनो पे बेत गयी. और बोली मई आपकी रखेल रंडी छीनाल हू. आप मेरे साथ जो काहो करो जानू, मेरे पति.

वो खुश हो गये और बोले थॅंक योउ जानू. मुझे तुम्हे छोड़ना है चल मेरी रंडी मेरा लंड चूस. और मे उनका लंड चूसने लगी अपने घुटनो पे बेत के. वो मेरे बाल पकड़ के मेरे मूह मे लंड को घुसने लगे.

फिर ज़ोर से मुझे थप्पड़ मारा और बोले साली बेंचोड़ रंडी तेरा वो दोस्त आता है तब तू इतनी खुश क्यू होती है. तेरी छूट गीली हो जाती है क्या?

मई बोली न्ही एसा न्ही है. फिर उन्होने मुझे ज़ोर से थप्पड़ मारा और मेरे बूबे ज़ोर से खीछे. और बोले चल आज तुझे सज़ा देता हू. ना जाने कितनो के लंड खड़े करे तूने हरमज़ड़ी कुटिया रॅंड की औलाद साली छीनाल भाडवी. और उन्होने मेरे बाल पकड़ के मुझे पलंग पे फेक दिया.

मई बता डू की इन्न सब के बीच हम अपने कमरे का दरवाज़ा बंद करना भूल गये थे. उन्होने मुझे उल्टा करा और अपना फॉलदी लंड सीधा मेरी गांद पे थूक के साथ घुसा दिया. मेरी चीख निकल गयी.

साली रंडी तुझे तो मई नंगी करके भरे बाज़ार मे नचौगा और सबके सामने छोड़ुगा साली कुटिया!! और ज़ोर ज़ोर से मेरी गांद मारने लगे.

फिर उन्होने मुझे घोड़ी बना दिया और मेरे उपर लेट गये. और मेरी कमर ज़ोर से पकड़ी और नीचे से ज़ोर ज़ोर से लंड छूट मे घुसने लगे. मई पागल हो रही थी और आवाज़े निकल रही थी… उईईई माआ हाअईईए छोड़ो मुझे मेरी छूट फाड़ दो मई रंडी हू आपकी हाअईईए मेरी छूट…

तभी मेने सामने लगे सीशे मे देखा की मेरा देवर बाहर खड़ा ये सब देख रहा है. और अपना लंड निकल के हिला रहा है और मई अपने पति को धीरे से बोली जानू आपका भाई देख रहा है और लंड हिला रहा है.

तभी वो बोले कुटिया आज तो देख तू तेरा क्या हाल करता हू. और मुझे बोले चुप छाप से जाके उसका लंड पकड़ के अंदर ले आ उसे. मई नंगी उठ के साइड से गयी और मेरे देवर का लंड पकड़ के अंदर खिच लिया.

वो एकद्ूम से घबरा गया और पीछे हो गया. वो लंड को छुपाना भी भूल गया और उसका मोटा लंबा लंड हम दोनो के सामने ताना हुआ था. मेने दरवाज़ा बंद करा और फिर मेरे पति बोले क्या छोटे तुझे तेरी भाभी इतनी पसंद है तो बीटीये देता. ऐसे चुप के मुट्त् क्यू मार रहा है.

देवर बिल्कुल घबरा गया था और बोला न्ही भैया ई आम सॉरी मई जाता हू. उतने मे मई नंगी उससे लिपट गयी और उसे चूमने लगी. वो मुझे देखता रह गया.

फिर मई अपने पति के सामने देवर के घुटनो पे बेत के उसका लंड चूसने लगी. और मेरे देवर को भी मज़ा आने लगा. वो बोला वाह भाभी आप तो मस्त चुस्ती हो मेरी भाभी.

ये सब मेरे पति देख रहे थे और लंड हिला रहे थे. और बोले देख तो तेरी रंडी भाभी कैसे तड़प रही है, आज तू इसे छोड़!

ये सुनके देवर जी खुश हो गये और ज़ोर से मेरे बूब्स पे थप्पड़ मारा. और मुझे भी ज़मीन पे लेता दिया और बिना रुके लंड मेरी छूट मे घुसा दिया.

मेरी चीख निकल गयी हाए आब ये कुत्ता भी छोड़ेगा मुझे, मेरी तो जान निकल जाएगी! फिर उसने मुझे बाल पकड़ के उठया और पलंग पे लेट गया और बोला आओ मेरी रंडी कुट्टिया भाभी मेरे लंड पे नाचो.

मई उसके लंड पे चाड गयी. मेरे पति मुझे किसी और से चुड़वते हुए देख रहे थे. और फिर वो भी पीछे से आए और मेरी गांद मे अपना लंड घुसा दिया. मेरी जान निकल गयी, अब दोनो भाई मुझे आयेज पीछे से छोड़ रहे थे और गालिया दे रहे थे.

मेरे पति पीछे से मेरे बाल पकड़ के पीछे खिच रहे थे. और मेरे ड्यूवर मेरे बूब्स को मार रहे थे और मूह पे थप्पड़ मार रहे थे. मेरे पति गालिया दे रहे की साली रंडी कुट्टिया देख तू आज कैसे दो मर्दो से चुड रही. तेरी छूट और गांद दोनो फाड़ देगे.

और ड्यूवर भी बोलने लग गया और हरमज़ड़ी कुटिया भाभी रोज नहाते टाइम छूट मे उंगली डालती थी. मे काब्से छोड़ना काहता था तुझ जेसी रंडी भाभी को. आज लोड्‍ा घुसा ही दिया छीनाल की औलाद साली बेंचोड़ कुटिया.

मेरी चीखे ज़ोर ज़ोर से निकल रही थी. मेरे पति ने देखा की साइड मे बाल्कनी खुली थी. वो बोले तेरा नंगा गोरा बदन जब सब देखेगे तो तेरी छूट और गीली हो जाएगी.

वो मुझे बालो से पकड़ के बाल्कनी मे ले गये. मई शर्मा गयी और वापस आने लगी. उतने मे मेरे पति ने ज़ोर से थप्पड़ मारा और बोले जितना बोला उतना कर रंडी साली!!

और वही बाल्कनी की तरफ मूह करके पीछे से लंड डाल दिया. नीचे हुमारे घर के नौकर ये सब देख रहे थे और मेरे ससुरजी भी. मई शरम से पानी हो गयी क्यूकी मई पूरी नंगी उनके सामने चुड रही थी. और मेरे बूबे उनके सामने उछाल रहे थे.

मेरे ससुर जी मुझे देख के मुस्कुरा दिए और अपने लंड पे हाट मलने लगे. मुझे बहोट शरम आ रही थी. मेरी पति बोले ले साली कुटिया तू रंडी बन गयी आज और ज़ोर से छोड़ने लगे.

उतने मे भी देवर भी आ गया. अब दोनो ने मुझे गोद मे उठा लिया और देवर ने गांद मे लंड डाला और आयेज से पति ने छूट मे. और मुझे उठा के आयेज पीछे से दोनो छोड़ने लगे.

ये देख के ससुरजी भी अपना लंड निकल के हिलने लगे. और सारे नुकर भी लंड निकल के मुट्त् मारने लगे. मुझे ऐसे नंगी सबके सामने चूड़ते हुए देख के मेरे पति बोले. आज से तू सबकी रंडी है, देख कैसे सब तुझे देख के मुट्त् मार रहे कुट्टिया तू सबका लंड खड़ा कर देती है. मेरी रांड़ है तू मेरी रखेल खुट्टिया और फिर वो और ज़ोर से छोड़ने लगे.

मुझे बहोट मज़ा आ रहा था ऐसे रंडी की तरह छुड़वा के. मेरा देवर बोला साली मुझे टा होता तो शादी के दूसरे दिन ही तेरी मा छोड़ देता साली भाडवी मेरी रंडी भाभी.

मई इश्स दोरान कई बार झार चुकी थी और इश्स बार वापस पानी निकल गया. मेरी आँखें घूम गयी पैर काप गये दो मर्दो के बीच. और दोनो छोड़े जा रहे थे.

फिर दोनो ने मुझे उठा के मेरी टांगे खोल के सबको मेरी छूट दिखाई और ज़ोर से छूट पे मारने लगे. और फिर नीचे घुटनो पे बेता के दोनो ने पूरा वीर्या मेरे मूह मे और बूब्स पे डाल दिया.

फिर मुझे वही चोर के चले गये और मुझे वही नंगी पड़ी नींद आ गयी.

सभा आँख खुली तो मेरे पति ड्यूवर और सरूर जी भी नंगे मेरे सामने नास्टा लेके खड़े थे. और फिर मई पहले तो शर्मा गयी खुद को छुपाने लगी.

लेकिन फिर पति बोले जानू रहने दो ऐसे ही ठीक है. फिर हम सबने नास्टा करा और फिर वही हुआ जो कल रात हुआ. लेकिन इश्स बार तीनो ने छोड़ा मुझे. मई सच मे रंडी बन गयी, कुटिया मदारचोड़ रंडी.

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