ठरकी पापा ने सेक्सी कामवाली के दोनों छेद चोद डाले

हेलो दोस्तों मैं करन आप सभी का इंडियन सेक्स कहानी में स्वागत करता हूँ। मेरे पापा 60 साल के थे। वो बूढ़े हो गये थे। उनके बाल पक गये थे। बिलकुल सफ़ेद हो गये थे पर इसके बादजूद भी पापा की चुदास खत्म नही हुई। वो चूत के पुजारी आदमी थे और ऐसी कोई रात नही जाती थी जब वो किसी की चूत ना मारे।
मेरी खूबसूरत माँ को पापा ने चोद चोदकर उनकी बुर फाडकर रख दी थी और मम्मी के 10 बच्चे हो गये थे। हम भाई बहन 7 लड़कियाँ और 3 भाई थे। धीरे धीरे मेरी बहने जब जवान होने लगी तो पापा की नियत मेरी बड़ी बहन पर चली गयी और एक दिन जब घर पर कोई नही था पापा ने दीदी को कसके चोद लिया। उसके बाद मेरी माँ अपने मायके चली गयी। मेरे नाना ने मेरी 7 बहनों की शादी कर दी। अब मेरे पापा के बारे में सब रिश्तेदार जान गये थे और कोई उनसे बात नही करता था। मेरे दोनों बड़े भाई अब मुंबई में रहकर जॉब करते थे। मैं सबसे छोटा था इसलिए मैं ही घर पर रहता था। घर में सिर्फ मैं, पापा और शालिनी कामवाली रहती थी। पापा को 50 हजार की पेंशन मिलती थी। धीरे धीरे उन्होंने मेरी कामवाली को पटा लिया।
जब भी उसे पैसे की जरूरत होती थी पापा कामवाली को दे देते थे। धीरे धीरे वो पापा ने पट गयी थी। धीरे धीरे पापा का मन कामवाली को चोदने का कर रहा था। एक दिन जब वो रसोई में रोटी बना रही थी पापा ने उसे पकड़ लिया और किस करने लगे।
“अरे साब छोड़ो ना करन आ जाएगा!!” कामवाली बोली
“कोई नही आएगा। तू बेकार में ही टेंशन ले रही है” पापा बोले और उन्होंने उसे पकड़ लिया और बाहों में भर लिया। फिर पापा ने उसे दरवाजे से चिपका कर खड़ा कर दिया और उसके होठ चूसने लगे। दोस्तों हमारी कामवाली शालिनी बहुत खूबसूरत लड़की थी। उसे रोज मोटा लंड चूत में लेना बेहद पसंद था। वो बहुत गोरी और सुंदर लड़की थी। उसका बदन बहुत गोरा, भरा हुआ और सुडौल था। फिगर कमाल का था। वो बहुत सेक्सी और हॉट माल थी। 34, 28, 30 का फिगर था उसका। छरहरा और बिलकुल फिट जिस्म था। वो 20 साल की एक जवान, आकर्षक नवयौवना है। उसके ओठ, मम्मे, रेशमी काले बाल उसकी खूबसूरती बढ़ा देते थे। उसकी लचकती पतली कमर बहुत कामुक थी और चूत सबसे जादा बहुत मस्त थी। शालिनी कामवाली को सेक्स करना बहुत पसंद था। उसके मम्मे 34″ के थे। बहुत बड़े बड़े गोल गोल और रसीले थे। कोई भी लड़का उसके नंगे बूब्स को अगर एक बार देख लेता तो उसे चोदकर ही मानता। शालिनी कामवाली इतनी खूबसूरत माल थी।
मेरे पापा ने उसे रसोई के दरवाजे से खड़ा कर दिया और काफी देर तक उसके रसीले होठ चूसते रहे। मेरे पापा बूढ़े हो गये थे पर चूत के पुजारी थी। वो शालिनी कामवाली की चूत बजाना चाहते थे। मुझे ये बात मालुम थी। उधर तवे पर पड़ी रोटी जलकर काली हो गयी। शालिनी ने जब रोटी देखी तो जल्दी से गैस बंद बंद की।
“क्या साहब!! आपके चक्कर में रोटी जल गयी” कामवाली मुंह फुलाकर बोली

पापा ने आखिर उसके दूध को हाथ से पकडकर कमीज के उपर से बाहर निकाल लिया और जल्दी जल्दी दबाने लगे। कामवाली को भी अच्छा लग रहा था। वो “..अहहह्ह्ह्हह स्सीईईईइ..अअअअअ..आहा .हा हा हा” की सेक्सी आवाजे निकाल रही थी। दोस्तों उसका सलवार कमीज काफी ढीला था तभी उसके मम्मे बाहर निकल आये थे। पापा काफी देर उसकी खूबसूरत चूचियों को दबाते रहे फिर झुककर चूची को मुंह में भर लिया और चूसने लगे। कामवाली को भी भरपूर आनंद आ रहा था। वो रसोई के दरवाजे से सटकर खड़ी हुई थी। पापा जल्दी जल्दी उसकी बायीं चूची को मुंह में लेकर चूस रहे थे। शालिनी कामवाली की जवानी उफान कर थी। वो कुवारी थी और अभी शादी नही हुई थी। उसका फेसकट भी काफी आकर्षक था और चेहरा गोल था। मेरे 60 साल के बुड्ढे पापा तो जल्दी जल्दी उसके दूध को चूस रहे थे। तभी अचानक मुझे प्यास लगी और मैं रसोई की तरह चला गया। जैसे ही पापा ने मुझे देखा वो दूर हट गये। शालिनी कामवाली मुझे देखकर डर गयी थी। मैं उस समय सिर्फ 14 साल का था।
“ये सब क्या हो रहा है????” मैंने कहा
शालिनी कामवाली घबरा गयी और अपने रसोई वाले काम में लग गयी। पापा ने जल्दी से अपने कपड़े ठीक किये। मुझे पापा पर बहुत गुस्सा आ रही थी।
“ठरकी बुड्ढे!! तुझे शरम नही आती। पैर कब्र में लटके है पर जवान लौंडिया की मस्त रसीली चूची चूस रहा है। अरे कुछ तो शर्म कर। कामवाली तेरी बेटी की उम्र की है। तू इसको रसीली चूत चोदना चाहता है!!” मैंने कहा। मेरी बात सुनते ही पापा डर गये और उन्होंने अपनी जेब से 500 का कडक नोट निकाला।
“ले बेटा करन! ये पैसे ले। तुझे नई शर्ट खरीदनी है ना। जा बजार जाकर खरीद ला” पापा बोले
मैं सब समझ रहा था की पापा ऐसा क्यों कह रहे थे। वो शालिनी कामवाली को आज कसके चोद लेना चाहते थे। पापा पूरी तरह से गर्म हो चुके थे।
“ठीक है मैं जा रहा हूँ” मैंने कहा और बाहर चला गया।
मैं जानता था की अभी पापा काण्ड करने वाले है इसलिए मैं घर के पीछे वाले दरवाजे से वापिस आ गया और दूसरे कमरे में छुप गया। पापा शालिनी को कमरे में ले आये।
“शालिनी रास्ता साफ़ है। करन बजार गया। चल चुदाई का मजा लेते है” पापा ने कहा। फिर दोनों बेडरूम में चले गये। पापा ने अपने सारे कपड़े उतार दिए और नंगे हो गये। फिर शालिनी कामवाली अपने कपड़े उतारने लगी। उसने अपना सलवार कमीज उतार दिया। अंदर उसने ब्रा और पेंटी नही पहनी थी। मेरे पापा तो उसके बाप की तरह लग रहे थे। कहाँ तो 22 साल ली जवान लौंडिया कहाँ 60 साल के बूढ़े पापा। पापा गंजे हो गये थे और चेहरे की खाल भी लटक गयी थी पर लंड आज भी खड़ा था। मैं खिड़की से सब नजारा देख रहा था। पापा ने शालिनी कामवाली को बिस्तर पर लिटा लिया और उससे प्यार करने लगे।

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शालिनी को भी अच्छा लग रहा था। उसके दूध तो माशाअल्ला थे। कितने बड़े बड़े और गोरे गोरे। शालिनी की सफ़ेद चूचियों की निपल्स काली काली थी जो सफ़ेद चूचियों को नगीने की तरह चमक रही थी। धीरे धीरे पापा चुदासे हो गये थे और उन्होंने शालिनी कामवाली के मम्मे हाथ से पकड़ लिए और गोल गोल करके सहलाने लगे। हमारी कामवाली “..अई.अई..अई..अई..इसस्स्स्स्स्स्स्स्…उहह्ह्ह्ह…ओह्ह्ह्हह्ह..” की कामुक आवाजे निकाल रही थी। मेरे गंजे और बूढ़े पापा उसपर लेट गयी और जीभ निकालकर कामवाली के दूध चाटने लगे। वो उसके पेट को हाथ से सहला रहे थे। कामवाली पूरी तरह से नंगी हो गयी थी। मुझे उसकी चूत के दर्शन हो रहे थे।
उसकी जांघे भरी हुई और बहुत सेक्सी और चिकनी थी। पापा बार बार शालिनी कामवाली के पैर, घुटने और जांघे सहला रहे थे। वो उसकी दोनों चूचियों की निपल्स में जीभ लगा रहे थे और हाथ से दूध दबा रहे थे। कामवाली “…ही ही ही..अ अ अ अ .अहह्ह्ह्हह उहह्ह्ह्हह… उ उ उ.” बोल रही थी। फिर कुछ देर बाद पापा ने उसकी दाई चूची को मुंह में ले लिया चूसने लगे। कामवाली बिस्तर पर मचलने लगी और अंगड़ाईयाँ लेने लगी। मेरे पापा का लंड धीरे धीरे खड़ा होने लगा। वो जल्दी जल्दी कामवाली की चूची पी रहे थे। वो सिसक रही थी और कामुक आवाजे निकाल रही थी। पापा उसकी नंगी पीठ के नीचे अपना हाथ लगाये हुए थे और उसकी बायीं चूची चूस रहे थे। आवाज मुझ तक आ रही थी।
फिर पापा ने 10 मिनट तक शालिनी कामवाली की बायीं चूची चूस ली। फिर हाथ से उसकी बायीं चुच्ची को कस कसके दबाने लगे।
“अई…अई..अई. अहह्ह्ह्हह…सी सी सी सी..हा हा हा.साहब आराम से दबाओ। लगती है” कामवाली बोली
पर मेरे ठरकी पापा ने उसकी बात नही सुनी और उसके आम को हाथ से दबाते और मसलते रहे। फिर उसकी बायीं चूची अपने मुंह में ठूस ली और जल्दी जल्दी चूसने लगे। शालिनी की चूत से रस निकलने लगा। वो अब चुदने को रेडी थी। पापा ने 15 मिनट तक उसकी बायीं निपल को चूसा और पिया। उसके बाद उसके पैर खोलकर लंड चूत में डाल दिया और जल्दी जल्दी चोदने लगे। मैं ये देखकर हैरान था की पापा का लंड 8″ लम्बा था। इसी लंड से उन्होंने मेरी जवान खूबसूरत माँ को चोद चोद कर 10 बच्चे पैदा कर दिए थे। आज हमारे घर की कामवाली पापा का मोटा लंड खा रही थी। दोस्तों 60 साल के होने के बावजूद भी पापा जल्दी जल्दी कामवाली को चोद रहे थे। ये देखकर मैं हैरान था। शालिनी “आऊ…आऊ..हमममम अहह्ह्ह्हह.सी सी सी सी..हा हा हा..” की तेज आवाजे निकाल रही थी। इससे पता चल रहा था की उसे भी भरपूर मजा और आनन्द मिल रहा है। शालिनी ने किसी रंडी की तरह अपने दोनों पैर खोल दिए थे। अपने बाप के उम्र के आदमी से वो चुदा रही थी। पापा तो अपने धंधे पर लगे हुए थे। वो जल्दी जल्दी शालिनी कामवाली की रसीली चूत में मेहनत कर रहे थे। शालिनी काँप रही थी। गरमा गर्म आवाजे निकाल रही थी। उसे भरपूर सुख मिल रहा था। 20 मिनट पापा ने उसे बजाया फिर अपना लंड का पानी उसकी चूत में छोड़ दिया। फिर पापा कामवाली के उपर लेट गये और उसे पकडकर बाहों में भर लिया।

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“शालिनी बेटी मजा आया की नही???” मेरे चूत के पुँजारी पापा ने पूछा
“..बहुत मजा आया साब!!” कामवाली बोली
कुछ देर बाद दोनों फिर शुरू हो गये। मेरे गंजे बाप ने उसे पेट के पल लिटा दिया।
“साब अब क्या करोगे???” शालिनी घबराकर बोली
“बेटी अब मैं तेरी गांड चोदूंगा” पापा बोले
पापा ने उसकी कमर के नीचे 2 मोटे तकिया लगा दिए। अब शालिनी कामवाली की गांड उपर की तरह आ गयी थी। पापा लेटकर उसकी गांड को किस करने लगे और जल्दी जल्दी चाटने लगे। कुछ देर बाद उन्होंने अपना 8″ का लंड शालिनी की गांड में डाल दिया और जल्दी जल्दी उसकी गांड मारने लगे। कामवाली “..उंह उंह उंह हूँ.. हूँ. हूँ..हमममम अहह्ह्ह्हह..अई.अई.अई…” की गर्म गर्म आवाजे निकाल रहे थे। पापा पीछे से बैठकर उसकी गांड चोद रहे थे। आधे घंटे तक जबर्दस्त गुदा मैथुन पापा ने किया फिर झड़ गये। कहानी आपको कैसे लगी ?



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