kamukta-kahani-intejaar-chudai-ka उसके हाथ मेरे बदन पर से उतरे और मुझे एक थर-थराहट सी हुई. मुझे उसका अपनी उंगलियों से मुझे छूने का एहसास हुआ, बिल्कुल हल्के से, जैसे के वो मुझे छू ही नही रहा है लेकिन फिर भी जैसे मेरी आत्मा को छू रहा है. ऐसा लग रहा था कि हर बार जब उसकी …
Read more