नानी के सामने मम्मी की चुदाई

हेलो दोस्तों, मैं सोनू. कैसे हो आप लोग? जैसा की आप लोगों ने पिछले पार्ट में पढ़ा की मैं और मम्मी अपने शहर अपने घर आ चुके थे, और 2 दिन सिर्फ़ हम लोग आराम करते है. अब आयेज-

2 दिन आचे से आराम करने के बाद तोड़ा बिज़्नेस में ध्यान देना ज़रूरी था. इसलिए मैं मम्मी को बोल के 11 बजे अपने ऑफीस निकल जाता हू. फिर पूरा दिन ऑफीस में बिताने के बाद मैं शाम 5:30 बजे अपने घर आता हू. मैं देखता हू हॉल में मेरी नानी बैठी रहती है, और मम्मी थोड़ी परेशन दिखाई देती है.

दोस्तों मेरी नानी मेरी सौतेली मम्मी की असली मा है, और मेरी सौतेली नानी है. मैं उनके पास जाता हू, और उनके पैर छ्छूता हू, और बोलता हू-

सोनू: कैसी हो नानी आप?

नानी: बढ़िया हू बेटा, और बता बिज़्नेस कैसा चल रहा है?

सोनू: बढ़िया चल रहा है नानी. वैसे मम्मी आप परेशन क्यूँ लग रही हो?

मम्मी: सोनू असल में तेरी नानी चाहती है की मैं दूसरी शादी कर लू. मैं माना कर रही हू, लेकिन तेरी नानी नही मान रही.

नानी गुस्से से बोली: क्यूँ मानूँगी मैं? भारी जवानी में तू विधवा हो गयी है. मैं चाहती हू की तू दूसरी शादी कर ले.

सोनू: नानी मैं मम्मी की शादी होने नही दे सकता.

नानी: क्या तकलीफ़ है तेरे को शादी से?

सोनू: मम्मी की शादी हो जाएगी तो मम्मी मेरे से डोर हो जाएँगी. और मैं मम्मी को अपने से डोर नही होने दे सकता हू.

मम्मी मेरी आँखों में देखती है, और प्यार से हस्ती है. मैं भी मम्मी के तरफ देख के प्यार से हस्स देता हू.

मम्मी: देखो मा, मैं भी सोनू से अलग नही हो सकती हू.

नानी बहुत गुस्से से बोली: इस जवानी में अपनी छूट की गर्मी अपनी उंगली से शांत करती रहेगी क्या? तू अभी जवान है, और तेरे को लंड की ज़रूरत है. वो कैसे पूरा करेगी?

(नानी के मूह से ऐसी बात सुन के मैं हैरान रह गया)

मम्मी भी गुस्से से जवाब दी: मेरी छूट की गर्मी शांत करने वाला मेरे पास है.

नानी: हा मतलब बाहर मूह मार रही है तू करम जाली.

मम्मी गुस्से से: बाहर मूह नही मार रही हू. सोनू है मेरी छूट की गरमी शांत करने वाला.

मैं बस चुप था. मैं कुछ नही बोला. नानी एक-दूं हरायण हो गयी और बोली-

नानी: तू अपने सौतेले बेटे से चुड रही है?

मम्मी: हा.

नानी: थोड़ी सी भी शरम है तेरे को? अपने ही सौतेले बेटे से चुड रही है!

मम्मी: क्यूँ शरम करूँगी? सोनू के पापा ज़िंदा थे, तब से मैं सोनू से प्यार करती हू, और सोनू के पापा की मौत के बाद सोनू ही मेरा ख़याल रखा है. वो भी मेरे से प्यार करता है. मैं और सोनू शादी भी कर चुके है.

नानी: क्या?

मम्मी: हा और सब कुछ हम दोनो अपनी-अपनी मर्ज़ी से किए है. सोनू मेरा सौतेला बेटा, और पति दोनो है, और मैं उसकी सौतेली मा और पत्नी दोनो हू. मैं और सोनू खुशी-खुशी रहते है, और जब मैं शादी-शुदा हू, और खुश हू, तो मैं किसी और से शादी क्यूँ करू?

मम्मी की बातें सुन्न कर नानी एक-दूं हैरान रह जाती है, और चुप हो जाती है (तोड़ा मैं भी हैरान था, क्यूंकी मेरे को लगा था की मम्मी मेरे और अपने बारे में नानी को नही बताएगी). फिर मैं बोला-

सोनू: देखो नानी, मैं और मम्मी एक-दूसरे से बहुत प्यार करते है, और अपनी लाइफ में बहुत खुश है. आप मम्मी की शादी करने का मत सोचो.

मम्मी: मा हम लोगों को अपनी ज़िंदगी जीने दो. हम दोनो बहुत खुश है. सोनू मेरे को बेटे और पति दोनो का प्यार देता है.

नानी: तुम लोगों की ज़िंदगी है, तुम लोग जानो. कल सुबा मैं यहाँ से चली जौंगी.

नानी उठ कर अपने रूम में चली जाती है. मैं और मम्मी भी अपने रूम में आ जाते है

सोनू: मम्मी आपको नानी को ये नही बताना चाहिए था, की आप और मैं शादी कर लिए है, और चुदाई करते है. अगर वो नाना मामा-मामी को बता दी, तो?

मम्मी: ऐसा कुछ नही होगा, भरोसा रख. और ये बात मा को बताना ज़रूरी था, नही तो मा मेरा शादी करवाने के लिए पीछे पद जाती.

मम्मी रोने लग जाती है, और बोलती है-

मम्मी: मेरा सब कुछ तू है. मैं तेरे से किसी कीमत में डोर नही होना चाहती, इसलिए मैं हमारे बारे में बोल दी.

सोनू: मैं भी आपसे डोर नही होना चाहता.

मम्मी: ई लोवे योउ.

सोनू: ई लोवे योउ टू.

फिर हम दोनो एक-दूसरे से लिपट जाते है. कुछ घंटे बाद रात हो जटू है. फिर मैं मम्मी नानी साथ में खाना खाते है. खाना खाने के बाद मम्मी किचन में बर्तन ढोते रहती है. तो मैं जाके मम्मी को पीछे से हग कर लेता हू.

मम्मी: क्या कर रहा है, बर्तन ढोने दे.

सोनू: प्यार कर रहा हू अपनी बीवी से.

मम्मी: प्यार बाद में करना, पहले बर्तन ढोने दे.

सोनू: रूम में वेट कर रहा हू, जल्दी आना मेरी बीवी.

मम्मी: हा हा मेरे पातिदेव.

और फिर मैं मम्मी के चूतड़ को मसल देता हू. फिर जैसे ही पीछे घूमता हू, तो नानी खड़ी रहती है. नानी सब कुछ देख ली रहती है. लेकिन वो कुछ नही बोलती है, और मैं चुप-छाप रूम में आके फोन चलाने लग जाता हू.

कुछ देर बाद मम्मी रूम में आती है, और रूम लॉक करके बातरूम जाती है. वो थोड़ी देर में बिस्तर में आके मेरे बगल में लेट जाती है, और बोलती है-

मम्मी: पातिदेव, फोन ही चलते रहोगे क्या?

सोनू: क्या चाहिए मेरे बीवी को?

मम्मी: आपका प्यार पातिदेव.

सोनू: बस प्यार, और कुछ नही चाहिए?

मम्मी: चाहिए ना.

सोनू: क्या?

मम्मी: आपका गरम लंड वो भी मेरी गरम छूट में.

सोनू: अभी देता हू मेरी बीवी.

फिर मैं पलट के मम्मी के उपर चढ़ जाता हू, और मम्मी के होंठो को चूसने लगता हू, और मम्मी मेरी पीठ को सहलाते रहती है. फिर मम्मी मेरे मूह में अपनी जीभ घुसा के चाटने लगती है. मेरे को बहुत मज़ा आता है.

फिर मम्मी मेरी बनियान निकाल देती है, और मैं मम्मी की निघट्य निकाल देता हू. मम्मी अंदर चड्डी ब्रा नही पहनी रहती है. वो पूरी नंगी रहती है. फिर मम्मी मेरा शॉर्ट्स और चड्डी निकाल के मेरे को पूरा नंगा कर देती है.

फिर हम दोनो नंगे एक-दूसरे के बदन को रगड़ते हुए लिपटे रहते है. मम्मी मेरा सर पकड़ के अपनी छूट में लाके दबा देती है, और मैं मम्मी की छूट को चाटना शुरू कर देता हू.

मम्मी: अया अयाया उःम्म्म अया सोनू, और चाट अया मज़ा आ रहा है. अया अया उःम्म्म उःम्म्म.

वो एक हाथ से मेरा सर पकड़ के अपनी छूट में दबा के रखती है, और फिर अपनी छूट को ज़ोर-ज़ोर से मेरे मूह पे घिसने लगती है.

मम्मी: अया अयाया अयाया ऑश सोनू अया आ मैं आआआः अयाया झाड़ अयाया आआआः रही हू अया आआआः आआआः.

फिर मम्मी मेरे मूह में ही झाड़ जाती है. मैं मम्मी की छूट का सारा रस्स पी जाता हू. फिर मम्मी मेरे को खींच के बिस्तर में लिटा देती है, और मेरे लंड को चूसने लग जाती है.

सोनू: चूसो मम्मी, और चूसो.

कुछ देर लंड चूसने के बाद मम्मी बोलती है-

मम्मी: सोनू मेरे से रहा नही जेया रहा है, जल्दी से अपना लंड मेरी छूट में डालो.

सोनू: अभी लो मम्मी.

फिर मैं मम्मी को सीधा लिटा देता हू, और अपना लंड मम्मी की छूट में घुसा के मम्मी को ज़ोर-ज़ोर से छोड़ने लगता हू.

मम्मी: आ अयाया अयाया अया ऑश सोनू आअहह छोड़ता रह अया. मज़ा आ रहा है आ अया.

मैं मज़े से मम्मी को छोड़ते रहता हू, और मम्मी भी पूरा एंजाय करते रहती है. फिर मम्मी मेरे को ज़ोर से अपनी बाहों में जाकड़ लेती है, और धीरे से मेरे कान में बोलती है-

मम्मी: सोनू तेरी नानी खिड़की से हम दोनो को चुदाई करते देख रही है.

फिर मैं धीरे से तिरछी नज़र से देखता हू, तो हमारे रूम की खिड़की खुली रहता है. उसी में से नानी हम दोनो को देख रही होती है. मैं धीरे से बोला-

सोनू: मम्मी मैं खिड़की बंद करके अओ क्या?

मम्मी: नही मत कर. देखने दे. तू बस छोड़ते रह मेरे को.

सोनू: ठीक है.

फिर मैं मम्मी को और स्पीड से धक्के मारने लगता हू, और मम्मी और ज़्यादा ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाने लगती है.

मम्मी: अया अया आ क्या बात है. अया मेरे पातिदेव अया अयाया, छोड़ो मेरे को अया आ अया. बहुत मज़ा आ रहा है अया अया आ अया.

फिर मम्मी मेरे को बिस्तर में लिटा देती है, और मेरे उपर बैठ के मेरे लंड को अपनी छूट में घुसा के कूदने लगती है.

मम्मी: अयाया अया अया और छोड़ मेरे को अया अया अया. मज़ा आ रहा है आ आ. रुकना मत, अया अया श एस बेबी फक मे आ आ.

मम्मी ज़ोर-ज़ोर कूदते रहती है. मैं और मम्मी दोनो एंजाय करते रहते है, और नानी हम दोनो को चुदाई करते देखते रहती है.

मम्मी: अया अया फक मे अया मी सोन. अया ई’म युवर बिच अया आ अया अया फक.

फिर मैं मम्मी को अपनी तरफ खींच के अपने दोनो हाथो से मम्मी को जाकड़ लेता हू, और अपनी दोनो टाँगें उपर करके ज़ोरदार स्पीड से धक्के मारना शुरू कर देता हू.

मम्मी: अया अया अयाया अया रुकना मत अया रुकना मत अया अया अया अयाया. बहुत मज़ा आ रहा है अया अया.

पुर रूम में मम्मी के चिल्लाने का आवाज़ आते रहती है, और फट फट फट फट की आवाज़ आती है. मैं इतना ज़्यादा ज़ोर से छोड़ते रहता हू, की अब मम्मी मेरे कंधो को नकोडने लग जाती है. और मैं अपनी स्पीड और बढ़ा देता हू.

मम्मी: अया अया अयाया अया बहुत मज़ा आ रहा है बेटा. छोड़ अपनी मम्मी को अया अया अयाया.

मम्मी: आआहा अया अयाया अया आ.

सोनू: मैं झड़ने वाला हू.

मम्मी: अया अयाया मैं भी अया झड़ने वाली हू अयाया.

फिर मैं और मम्मी साथ में झाड़ जाते है. हम दोनो ऐसे चिपके लेते रहते है. मम्मी मेरे को चूमि और बोली-

मम्मी: क्या बात है मेरे बेटे, हर बार तू मेरी प्यास बुझा देता है.

सोनू: ये तो मेरु ज़िम्मेदारी है मम्मी.

मम्मी मेरे को और चूमती है. फिर मम्मी तिरछी नज़र से खिड़की की तरफ देखती है. मैं भी देखता हू तो नानी वहाँ से जाते रहती है. मम्मी उठ के जाती है, और खिड़की बंद करती है. फिर वापस आ कर मेरे पास चिपक के लेट जाती है. फिर हम लोग सिगरेट पीते हुए बात करते है.

सोनू: मम्मी आप हमारी चुदाई नानी को दिखा के क्या साबित करना चाहती थी?

मम्मी: मैं कुछ साबित नही करना चाहती थी. मैं बस चाहती थी मा देखे की कैसे हम दोनो एक-दूसरे से प्यार करते है, और कैसे एक दूसरे की ज़रूरत को पूरा करते है.

मम्मी: मा को ये सब ग़लत लग रहा है. लेकिन मा खुद अपनी जवानी में बहुतो से चूड़ी है.

सोनू: क्या?

मम्मी: हा सच में. मा बहुत लंड खाई है. यहाँ तक की मा मेरे चाचा से भी चुड्ती थी. बाद में चाचा की मौत हो गयी. फिर मा बाहर गैर मर्दों से भी चुड्ती थी.

सोनू: नाना को ये पता है?

मम्मी: तेरे नाना को कुछ भी नही पता है. तेरे नाना ज़्यादातर काम के सिलसिले में बाहर ही रहते थे. उसी टाइम मा गैर मर्दों से चुड कर अपनी प्यास बुझती थी. काई बार तो मैं खुद देखी हू.

सोनू: ऐसी बात है.

मम्मी: हा.

फिर हम लोग कुछ देर और बात करके सो जाते है. आयेज इस सेक्स स्टोरी में क्या हुआ, अगले पार्ट में पता चलेगा.

तो बे कंटिन्यूड…

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