मैंने तीसरा धक्का लगाया और अपना पूरा का पूरा लंड उनकी चूत में घुसेड़ दिया और उनके ऊपर लेट गया।
मैंने उनकी चूचियां मसलते हुए उनसे दर्द के बारे में पूछा, तो उन्होंने बताया- तेरे चाचा का लण्ड तुझसे पतला है।
अब मैंने धक्के लगाने स्टार्ट किए और कुछ ही मिनट में ही मैं झड़ गया।
मुझे बड़ी शर्म आई।
चाची ने मेरी तरफ देखा और बोली- शुरूआत में ऐसा होता है।
उस रात को मैंने उन्हें एक बार और चोदा और इस बार में पूरे जोर-शोर से उनको चोदता रहा.. उनका दो बार पानी निकालने के बाद उनकी चूत में ही झड़ गया।
इसके बाद मैंने अपने कपड़े पहने और मैं अपनी छत पर आ गया। रात के लगभग डेढ़ बज चुके थे।
मुझे पूरी रात नींद नहीं आई और दूसरे दिन सुबह मैं वापस हॉस्टल चला आया।
दोस्तो, मैंने मेरी इस सच्ची कहानी में आपके मज़े के लिए कुछ बातें लिखी दी हैं क्योंकि बिना मसाले के सब्जी में मजा नहीं आता है। बाकी यह घटना एकदम सच्ची है।
आपको मेरी सेक्स कहानी कैसी लगी.. मुझे मेल करके ज़रूर बताइए।