मम्मी के जिस्म की मसाज बेटे के हाथो

मम्मी ने मेरे से अकेले में बात करने की बहुत कोशिश की, पर नही कर पाई. मम्मी जिम से वापस आई, तब मैने उनको देखा. उन्होने येल्लो त-शर्ट और वाइट लेगैंग्स पहना था. मम्मी काफ़ी हॉट लग रही थी. हम सब बैठ कर टीवी देख रहे थे. मम्मी ने मुझे मेसेज किया, और हम मेसेजस पे बात करने लगे.

मम्मी: मुझे तुमसे बात करनी है अभी.

मैं: हा, तो आप मेरे रूम में आ जाओ.

मम्मी: नही, मेसेज पर बात करो.

मैं: हा, कहो क्या बात है?

मम्मी: तुमने बताया नही की मेरा फट उतरा है की नही?

मम्मी ने फिर से वो फोटो सेंड की. यहाँ पापा, भाई और भाभी सब थे. हम इतना नॉर्मल बैठे थे, की किसी को भनक तक नही थी की ये मा बेटे में कुछ चल रहा था. मैं फोटो को ध्यान से देखता गया. मैने देखा तो मुझे लगा की ये तब की फोटो थी जब मम्मी ने जिम जाय्न किया था. मैं उसको ये दिखना नही चाहता था की मैं उसकी ऐसी फोटो देख कर सिड्यूस हो रहा था. तो मैने नॉर्मल बिहेवियर रखा. मम्मी का ध्यान मेरी तरफ ही था.

मैं (मेसेज पर): मम्मी ये पुरानी फोटो लग रही है. शायद जिम जाय्न करने से पहले की है.

मम्मी: हा मैने तब ये फोटो ली थी, जिससे पता चले की कितना इंप्रूव्मेंट आया है.

मैं: हा पर अभी का फोटो साथ में हो तो पता चले कितना इंप्रूव्मेंट आया है.

मम्मी उठ कर उनके बेडरूम में चली गयी. और कुछ 2 मिनिट में मुझे मम्मी ने एक और फोटो शेर की. फोटो देख कर तो मैं एक-दूं शॉक्ड हो गया. मम्मी ने उपर से पूरी न्यूड सेल्फिे भेजी. उन्होने उनका फेस नही दिखाया था.

मम्मी ओं मेसेज: देख अब दोनो में क्या फराक लग रहा है?

मैं: पहले से आपका फिगर काफ़ी स्लिम हो गया है. और आपके लोवे हॅंडल कम हो गये है. वेरी गुड मम्मी. अछा इंप्रूव्मेंट लाए हो.

मम्मी: थॅंक योउ. पर मुझे प्राब्लम ऐसा लग रहा है की मेरी स्किन ना थोड़ी लटक रही है. मसाज करके देगा तो अछा रहेगा.

मैं (उनको माना नही कर पाया): ठीक है मम्मी.

मम्मी ने मुझे स्माइल वाला एमोजी सेंड किया. अब मम्मी शवर लेकर बाहर आई. तब उन्होने सारी पहनी थी. क्या लग रही थी मम्मी. वो मेरी और देख कर स्माइल की. मैने भी रिप्लाइ में स्माइल दी. मुझे तो यकीन नही हो रहा था की मम्मी मेरे से इतना खुल चुकी थी.

मैं अपने मिशन से 2-3 स्टेप पीछे था, तो मैने हर एक कदम सोच विचार कर लिया. मैने अपने आप पर इतना कंट्रोल तो कर ही दिया था, की मैं सामने से मम्मी को अप्रोच नही करूँगा.

नेक्स्ट दे मेरे अलावा सारी फॅमिली मेरी बुआ के घर पूजा थी, वहाँ जाने वेल थे. मैं मॉर्निंग में जिम से घर आया. तब मेरे पापा ने बताया-

पापा: तेरी मम्मी को डॉक्टर के पास लेकर जाना. उसकी तबीयत ठीक नही है.

मैने देखा तो मम्मी अभी तक उनके बेडरूम में सो रही थी. उसके बाद पापा, बड़ा भाई, और भाभी बुआ के घर चले गये. मैं भी फ्रेश हो कर मेरा काम करने लगा. उसके बाद मैं बॅंक में गया, मुझे कुछ काम था. तब मम्मी का मुझे कॉल आया.

मम्मी: कहाँ है तू?

मैं: बस ये बॅंक में तोड़ा काम है. वो ख़तम करके घर आ रहा हू.

मम्मी: ठीक है, आते टाइम खाने को कुछ लेकर आना. मैं आज खाना नही बनाने वाली.

मैं: ठीक है मम्मी.

मुझे लगा था मम्मी की तबीयत खराब थी, तो वो खाना नही बनाएगी. मैं जब घर गया, तो मम्मी को देखते रह गया. उन्होने पर्पल कलर की सारी पहनी थी, और वो थोड़ी ट्रॅन्स्परेंट थी. मम्मी बहुत ही सेडक्टिव लग रही थी. उनको ठीक देख कर मैं खुश हो गया. मम्मी भी बहुत खुश नज़र आ रही थी.

मैं: मम्मी क्या बात है. मैं तो मॉर्निंग से टेन्षन में था, की आपको क्या हो गया. अभी आप बिल्कुल ठीक लग रहे हो. क्या हुआ था?

मम्मी: मुझे कुछ नही हुआ था. वो तो तेरी बुआ के घर नही जाना था, इसलिए मैने ऐसा किया.

मैं: ओह ऐसी बात है. तो आपको क्यूँ नही जाना था?

मम्मी: बस ऐसे ही, मॅन नही था.

मैं समझ गया की मम्मी को मेरे से मसाज लेनी थी. वो बहाना करके रुक गयी थी. उस दिन मम्मी मेरा बहुत आचे से ख़याल रख रही थी. मैं भी कोई जल्दबाज़ी में ग़लत कदम नही उठना चाहता था. क्यूंकी मम्मी के इतना करीब हो कर डोर जाना मेरे लिए सही नही होता.

मैने और मम्मी ने साथ में खाना खाया, और मैं अपने बेडरूम में लॅपटॉप पर किसी से चाट कर रहा था. मम्मी मेरे रूम में आई.

मम्मी: बिज़ी है?

मैं: हा मम्मी, बस 2 बजे तक फ्री हो जौंगा.

मम्मी: ठीक है, मेरे बेडरूम में आ जाना. मैं तेरा वेट करती हू.

मम्मी मुझे स्माइल दे कर चली गयी. आज उसकी स्माइल नॉर्मल से थोड़ी अलग थी. मम्मी इतनी कातिल लग रही थी क्या काहु दोस्तों. उनको उस दिन कोई भी देख लेता उसको चाहने लगता. मैं ठीक 2 बजे मम्मी के रूम में गया. मम्मी बेड पर लेती हुई थी. उन्होने सॅटिन रेड शॉर्ट निघट्य पहनी थी.

निघट्य इतनी शॉर्ट थी की नीचे उनकी पनटी भी शो हो रही थी. मुझे देख कर मम्मी खड़ी हुई. मैं तो मम्मी को देखता रह गया. उनकी निघट्य उनकी गांद को च्छूपा सके उतनी ही लेंग्थ की थी. मम्मी ने नीचे ब्रा नही पहनी थी. उनके निपल मुझे दिख रहे थे. इतनी आगे में भी मम्मी के बूब्स खड़े दिख रहे थे.

मैं: आप आज बेहद खूबसूरत लग रही हो.

मम्मी: अछा?

मैं: हा मम्मी. ये पापा ने गिफ्ट किया.

मम्मी: तुम आचे से मसाज कर सको इसलिए लाई हू. तेरे पापा को तो अभी दिखाई भी नही है. ये तेरे और मेरे बीच का सीक्रेट है.

मैं: हा आज आपको आचे से मसाज करूँगा.

अब मम्मी ने स्माइल किया, और मैने प्लास्टिक शीट बिछा दी. मम्मी अब बेड के कोने पर बैठ गयी. मैं मम्मी को फुट मसाज देने लगा. उसके बाद मैने उनकी थाइस को मसाज दी. लेकिन आज मैं उनकी मसाज के साथ-साथ उनकी थाइस को सहला रहा था. मेरा हाथ मम्मी की पनटी तक जेया रहा था.

मैने मम्मी की पनटी को उनकी छूट तक चिपका दिया था, और मेरी उंगली छूट से टकरा कर नीचे आ रही थी. मम्मी मुझे ही देख रही थी, पर मैं अपना ध्यान कहीं और लगा कर देख रहा था. जिससे मम्मी को थोड़ी हस्सी भी आई.

मैने मम्मी को लेटने को कहा और उनकी दोनो आर्म्स की मसाज की. मैने मम्मी को पोनी बाँधने को कहा. अब मैने मेरी गोदी में तकिया रख कर मम्मी का सर उसके उपर रख दिया. मम्मी ने अपनी आँखें बंद कर ली. उनकी निघट्य बहुत लूस थी, तो मुझे उनके आधे से ज़्यादा बूब्स दिख रहे थे.

मैं उनके गले पर मसाज देने लगा, और आज मैने उनके बूब्स को टच करके हाथ वापस ला रहा था. मैं मम्मी की क्लीवेज तक हाथ घुमा रहा था. मम्मी आँखें बंद किए स्माइल कर रही थी.

मैने अब मम्मी के पेट की मसाज करने को उनकी निघट्य उपर उठाई. मम्मी का पेट एक-दूं स्लिम हो गया था. उनके हल्के एबेस भी दिखने लगे थे. और लोवे हॅंडल नाम की कोई चीज़ ही नही थी. मम्मी ने अपनी बॉडी पर बहुत वर्काउट किया था.

मैं: मम्मी आपकी मेहनत रंग लाई है. पहले से बेहतर हो गये हो.

मम्मी: हा बेटा जिम पर बहुत मेहनत की है. वनिता भी बोल रही थी, अब तो मुझे सब लाइन मारने लगे है.

मैं: हा मम्मी, वो तो है. आप सच में बहुत मस्त दिख रहे हो. मैं आपका बेटा हू, ये कोई मान ही नही सकता.

अब मैं उनके पेट की मसाज करने लगा. वहाँ भी मैं बूब्स तक हाथ घुमा रहा था. हर बार मेरा हाथ उनके बूब्स को टच हो रहा था. मैं मम्मी के जिस्म का मज़ा तो ले रहा था, पर मसाज प्रॉपर दे रहा था.

मम्मी: आज तो तुम बहुत सही से कर रहे हो. अछा लग रहा है (वो स्माइल कर रही थी).

मैं: आप आज आचे से करवा रहे हो इसलिए. मैं तो आपको इससे भी अची मसाज दे सकता हू.

मम्मी: अछा बेटा. ये बात है!

मैं: मम्मी आपकी बॅक की मसाज करनी है. पर ये निघट्य से प्राब्लम हो रहा है.

मम्मी (स्माइल की): चल तेरा मूह उस तरफ कर.

अब मम्मी ने निघट्य निकाल दी, और उल्टा लेट गयी. मैने ड्रेसिंग की टेबल के मिरर में मम्मी के बूब्स को देख लिया. क्या बूब्स थे दोस्तों. मुझे तो ये सब सपना लग रहा था. मम्मी उल्टा लेट गयी.

मम्मी: चल अब तो कोई प्राब्लम नही होगी ना?

मैं: आज बहुत आचे से मसाज दूँगा. आप मुझे याद रखोगी.

मम्मी: तुम मेरे आचे बेटे हो. मम्मी का बहुत ख़याल रखते हो.

अब मैने मम्मी की बॅक पर आयिल डाला, और उनकी पूरी बॅक को आयिल से चिकना कर दिया. मम्मी की बॅक बहुत सेक्सी लग रही थी. मैं उनकी बॅक की मसाज करते हुए मेरा अंगूठा बॅक पर रखता, और सारी उंगलियाँ उनके साइड बूब्स पर घुमा कर उठा लेता. मम्मी के बूब्स टच करके मेरा लंड खड़ा हो गया. मैं इतना एग्ज़ाइटेड हो गया की मेरी बॉडी झटके देने लगी.

मैं बेड से उतार कर साइड हो गया, और बेड के उपर मेरा लंड घुमा रहा था. मेरी बॉडी एग्ज़ाइट्मेंट से झटके मार रही थी, और मैं अपनी अंडरवेर में ही झाड़ गया.

मम्मी: बेटा रुक क्यूँ गया? आज तो बहुत अछा कर रहा था. क्या सोच रहा है?

मैं: मम्मी कुछ नही.

मैं अपना खड़ा लंड च्छूपाते हुए बातरूम गया. शायद मम्मी ने मेरा बोनेर देख लिया होगा. मैने देखा तो मेरा अंडरवेर मेरे स्पर्म से खराब हो गया था, और तोड़ा स्पर्म अंडरवेर से बाहर निकाल कर पंत पर लग गया था. मैने वहाँ पानी से सॉफ किया और पी करके बाहर आ गया.

मम्मी: अभी, तेरी पंत गीली कैसे हो गयी?

मैं: मम्मी वो आपके बेसिन का ताप फुल फोर्स में पानी गिरता है. हंदवाष करते टाइम मेरे उपर गिरा.

मम्मी मेरी आँखों में देख कर मुस्कुरा रही थी. मैं अब उनके पास गया. उनका ध्यान मेरे लंड की तरफ था. उन्होने शायद स्मेल करने के कोशिश की, पर मैं डोर हो गया. शायद उनको पता चल गया था की मेरे साथ क्या हुआ था.

वो मेरी और देख कर मुस्कुरा रही थी. मैं वहाँ से तोड़ा डोर हो गया. मम्मी खड़ी हो कर नॅपकिन से अपने बूब्स च्छूपाते हुए बातरूम में चली गयी. उसके बाद मैं भी अपने बेडरूम में चला गया. शाम को पापा आए, तब मम्मी को ठीक देख कर बोले-

पापा: भावना सुबह तो तुम ठीक नही थी. इतना जल्दी कैसे ठीक हो गयी?

मम्मी: वो अभी मुझे दवाई ला कर दिया था. उससे ठीक हो गया.

मम्मी मेरी और देख कर नॉटी स्माइल दे रही थी. मैं भी उनको रिप्लाइ से स्माइल किया. उसके बाद रात को मैं और मम्मी मेसेज से बात करने लगे.

मम्मी: बेटा थॅंक योउ सो मच. आज तुम बहुत सही से मालिश कर रहे थे. ऐसा एक्सपीरियेन्स मैने पहले कभी नही किया.

मैं: मैं तो और आचे से कर सकता हू. अगर आप अपनी शरम को डोर कर दो तो.

मम्मी: मैं कहाँ शर्मा रही हू. इतना कुछ तो कर रही हू.

मैं: मैं समझ सकता हू मों. आप मेरे से तोड़ा ऑक्वर्ड फील कर रहे हो. मुझे अपना दोस्त समझोगे तो आप आचे से मसाज एंजाय कर पाओगे. और हमारा ये सीक्रेट कभी बाहर नही आएगा.

मम्मी: थॅंक योउ बेटा. और तुम भी मुझसे कोई भी बात बेजीझक कह सकते हो. मैं तेरी किसी भी बात का बुरा नही मानूँगी और गुस्सा भी नही करूँगी.

मैं: एक बात काहु मों? आज आप बहुत मस्त लग रहे थे.

मम्मी: निघट्य में?

मैं: आज अपने जो पर्पल सारी पहनी थी, उसमे. और निघट्य में तो क्या लग रही थी. पापा को पहन कर दिखावगी तो वो तो पागल हो जाएँगे.

मम्मी: तुम बहुत बदमाश हो गये हो. अब तुम सो जाओ. आज बहुत ज़्यादा मेहनत किए हो.

मैं: ओक मम्मी. गुड नाइट.

उसके बाद क्या हुआ आपको नेक्स्ट पार्ट में बतौँगा. आपको मेरी यहाँ तक की कहानी कैसी लगी वो प्लीज़ कॉमेंट करके बताना. और आपका फीडबॅक मूडछंगेरबोय@गमाल.कॉम पर देना.

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