मेरी और मेरी बेस्टीए की पहली चुदाई

हेलो रीडर्स, मैं अंकुश (बदला हुआ नाम) आपके लिए लेके आ गया हू अपनी एक दिलचस्प और एक-दूं सेक्सी स्टोरी. ये मेरी फर्स्ट स्टोरी है. तो अगर कोई मिस्टेक हो जाए, तो प्लीज़ मुझे माफ़ कर देना.

वैसे तो मैं इस देसीकाहानी.नेट का रेग्युलर पाठक हू. सब की कहानी पढ़ के लगा की आज मैं भी आपको अपनी ज़िंदगी के कुछ किससे बतौ. ये स्टोरी मेरी लाइफ की सॅकी घटना है, तो स्टोरी थोड़ी लंबी ज़रूर हो सकती है, और कुछ पार्ट्स में ये स्टोरी होगी.

आज मैं आप लोगों को सुनने जेया रहा हू अपनी बेस्ट फ्रेंड की और मेरी पहली चुदाई की स्टोरी. आप लोगों का ज़्यादा टाइम ना लेते हुए स्टोरी पर आते है-

मैं पुंजब के जालंधर से बिलॉंग करता हू. मेरी आगे 28 साल है. दिखने में एक आवरेज लड़का हू. अब आते है स्टोरी के दूसरे कॅरक्टर पर. मेरी दोस्त, मेरी बेस्ट फ्रेंड, नीलम (बदला हुआ नाम). नीलम और मैं एक ही मोहल्ले में रहते है. वो मेरी 5 साल से दोस्त है, और मुझसे 3 साल छ्होटी है.

ये बात आज से कुछ 5 महीने पहले की है, जब उसके पापा ने उसको एक न्यू आक्टिव लेके दी थी. बुत उसको आक्टिव चलानी नही आती थी, तो रात के 10 बजे मुझे उसका कॉल आया.

नीलम: ही कैसा है?

मैं: अब मेरी याद आई तुझे. जब न्यू अक्तिवा लेके आई थी, तब मेरी याद नही आई तेरे को? मेरे को बताया भी नही.

नीलम: अर्रे यार ऐसे मत बोल.

मैं: तो फिर कैसा बोलू?

नीलम: यार पापा ने न्यू अक्तिवा लेके तो डेडी, बुत मुझे चलानी नही आती.

मैं: अछा तो लेने से पहले सीख लेनी थी ना.

नीलम: यार लेकिन अब मैं क्या करू? मुझे सीखनी है.

मैं: तो बोल अपने भाई से, उसको आती है. वो सीखा देगा तुझे.

नीलम: यार तुझे तो पता है ना वो अपने काम में बिज़ी रहता है. उसके पास मुझे सीखने का टाइम नही है.

मैं: तो फिर अब क्या करना है?

नीलम: यार तू सीखा दे ना मुझे.

मैं: देख दिन में तो मेरे पास भी टाइम नही होता. अगर तुझे और तेरे घर वालो को कोई ऐतराज़ नही तो मैं रात को 8 बजे के बाद सीखा सकता हू.

नीलम: ठीक है यार, बस तू सीखा दे.

मैं: ठीक है कल से सीखा दूँगा.

उसके बाद उसका कॉल कट हो जाता है, और मैं सो जाता हू. दूसरे दिन शाम को मैं अपने काम से वापस आके सीधा नीलम के घर जाता हू, और वहाँ से मैं और वो उसकी स्कूटी लेके एक सुनसान रोड पर चले जाते है उसे स्कूटी सीखने को.

अर्रे मैं तो उसके बारे में बताना भूल गया. नीलम एक आचे ख़ासे भरे हुए बदन की मल्लिका है. उसको देख के बुड्ढे का भी लंड खड़ा हो जाए, और उसे पटक के छोड़ डाले, ऐसी है वो देखने में. उसका फिगर 34″ के माममे (बूब्स), 28″ की कमर, और 34″ की गांद (आस) है. अब आप लोग इमॅजिन कर सकते हो कैसी होगी वो. अब चलते है आयेज.

स्कूटी सीखने के लिए मैं उसको आयेज बिता देता हू, और खुद उसके पीछे बैठ जाता हू. फिर स्कूटी सीखते हुए मेरे हाथ उसकी कमर और उसके मम्मो (बूब्स) के साथ रग़ाद खाते है, जिससे मेरा लंड खड़ा हो रहा था, और उसकी गांद मैं टच हो रहा था.

ये उसको भी महसूस हुआ, लेकिन उसने कुछ कहा नही. मगर उसने पीछे मूड के देखा, और एक प्यारी सी स्माइल दी, जिससे मेरी हिम्मत थोड़ी सी बढ़ी. तो मैने फिर जान कर अपने लंड को तोड़ा और आयेज बढ़ाया, और उसकी गांद पर और ज़्यादा ज़ोर दिया, और हल्के हाथो से उसके बूब्स को साइड से सहलाता रहा. उस दिन बस इतना ही हुआ, और उसके बाद हम घर को आ गये.

नेक्स्ट दे फिर ऐसा हुआ, और आज मैने थोड़ी और हिम्मत करके उसके बूब्स को हल्के हाथो से प्रेस करते हुए दबाया. मैने लंड को आचे से अड्जस्ट करके उसको लंड पर बिता के स्कूटी चलना सिखाया.

फिर 7-8 दिन ऐसा ही चलता रहा. सनडे को उसका कॉल आया. वो मेरे को बोलती-

ईलॅम: आज दिन में फ्री हो क्या?

तो मैने भी कह दिया: फ्री हू.

फिर वो कहती: आज दिन में सीखा दोगे क्या स्कूटी चलना?

तो मैने भी कह दिया: ठीक है, मैं 12 बजे तक आके सीखा दूँगा.

फिर मैं 12 बजे के करीब उसके घर पहुँच गया. जब आज मैने उसको देखा, तो आज वो कुछ ज़्यादा ही सेक्सी लग रही थी. आज उसने एक टाइट ब्लू कलर की लेगैंग्स और टाइट टॉप डाल रखा था, जिसमे उसका फिगर एक-दूं मस्त लग रहा था.

मेरा मॅन तो कर रहा था की यहीं पटक के छोड़ डू उसको. बुत फिर कंट्रोल किया, और चल दिया उसको स्कूटी सीखने. बस फिर वही रुटीन. लेकिन आज मुझे कंट्रोल करना मुश्किल हो रहा था, तो मैने सीधा आज उसके दोनो मम्मो (बूब्स) को पकड़ लिया, और आचे से प्रेस करने लगा. इससे वो भी गरम होने लगी, और आहें भरने लगी.

फिर उसने धीरे से कहा: आज तूने मुझे पागल कर दिया है. चल घर जाके मस्ती करते है. आज मेरे घर कोई नही है.

ये सुन के मैं खुश हो गया, और हम चल पड़े उसके घर. उसके घर जाते ही स्कूटी पार्क करते ही सीधे रूम में जाके कुण्डी लगा ली. फिर एक-दूसरे पर टूट पड़े और पागलों की तरह किस करने लगे. किस करते-करते हमारे बदन से कपड़े कब अलग हुए पता भी नही चला.

अब वो सिर्फ़ पिंक ब्रा आंड पिंक पनटी में थी, और मैं सिर्फ़ अंडरवेर में. क्या बतौ दोस्तों पिंक अंडरगार्मेंट्स में क्या लग रही थी वो. उसके माममे (बूब्स) ब्रा फाड़ के बाहर आने को बेताब थे. फिर मैने एक झटके से उसकी ब्रा को फाड़ दिया, और एक निपल को चूसने और दूसरे को अपने हाथो से दबाने लगा.

उसके बाद मैने उसको बेड पर धक्का दे दिया, और माममे चूस्टे-चूस्टे नीचे की तरफ बढ़ने लगा. मैने उसकी पनटी को भी निकाल दिया. क्या बतौ दोस्तों उसको एक-दूं नंगी देख कर एक करेंट से दौड़ गया मेरी बॉडी में. फिर मैने उसकी फुददी (छूट) को रब किया, और फिर सक करने लगा.

कुछ ही देर में हम 69 पोज़िशन में आ गये. मेरा लंड उसके मूह में, और उसकी फुददी मेरे मूह में थी. क्या मज़ा आ रहा था बता नही सकता.

उसके बाद फिर मैने उसको सीधा किया, उसकी दोनो टाँगों को अपने कंधे पर रखा, और अपने लंड को उसकी फुददी में डालने लगा. लेकिन लंड अंदर जेया नही रहा था, क्यूंकी उसकी फुददी एक-दूं टाइट थी, और वो वर्जिन थी.

फिर मैने तोड़ा सा थूक अपने लंड पर लगाया, और तोड़ा उसकी फुददी पर लगाया. उसके बाद एक झटका दिया, तो मेरा सिर्फ़ टोपा ही उसके अंदर गया. इससे वो चीख पड़ी दर्द से.

फिर मैने उसके होंठो में अपने होंठ डाल के उसको शांत किया, और फिर और 2-3 धक्को में अपना पूरा लंड उसकी फुददी में डाल दिया. वो रोने लगी, और उसकी आँखों से आँसू आ गये, और फुददी से खून, क्यूंकी उसकी सील टूट चुकी थी. फिर मैं थोड़ी देर रुका रहा वैसे ही. जब उसको तोड़ा रिलॅक्स फील हुआ, तो वो नीचे से थोड़ी अपनी गांद (आस) उठाई. इससे मैं समझ गया अब वो नॉर्मल थी.

फिर मैने पहले स्लो-स्लो, और उसके बाद तेज़ तेज़ धक्के देने शुरू कर दिए. उसके कुछ 10 मिनिट बाद ही उसका पानी निकल गया, लेकिन मैं अभी भी टीका हुआ था. उसके बाद मैने फिर उसको घोड़ी बनाया, तो पीछे से उसकी फुददी में अपना लंड डाल दिया.

इससे उसे तोड़ा दर्द हुआ, लेकिन वो सहन कर गयी. फिर मैने अपने दोनो हाथो से उसके माममे पकड़े, और पीछे से दाना-दान उसकी फुददी मारने लगा, और माममे भी दबाने लगा. कुछ 15 मिनिट बाद नीलम ने कहा-

नीलम: अंकुश अब बस. मैं तक चुकी हू, और मेरा पानी फिर निकालने वाला है.

तो मैने भी थोड़े और तेज़-तेज़ धक्के लगाए, और हम दोनो एक साथ झाड़ गये. मैने अपना सारा माल उसकी गांद पर निकाल दिया, और फिर हम दोनो निढाल होके बेड पर गिर गये. थोड़ी देर हम ऐसे ही एक-दूसरे की बाहों में लिपटे रहे. कसम से दोस्तों, उस दिन तो मज़ा ही आ गया.

उसके बाद उस दिन मैने और नीलम ने 2 बार और चुदाई की, और ये सिलसिला आज भी चल रहा है. पता है स्टोरी थोड़ी लंबी हो गयी, बुत ये मेरे जीवन की सत्या घटना है. इसमे सिर्फ़ नाम चेंज है, बाकी सब सच है.

तो कैसी लगी आपको मेरी स्टोरी, कॉमेंट और मैल करके ज़रूर बताए.

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