इस सेक्स कहानी के पिछले पार्ट में आपने पढ़ा की मेरे मॅन में मौसी के लिए गांडे ख़याल आने लगे. फिर मैं झूठ बोल कर उनके साथ शादी पर गया. वहाँ से आते हुए बारिश होने लगी, जिसकी वजह से हमे एक होटेल में रुकना पड़ा. वहाँ की रिसेप्षनिस्ट ने हमे कपल समझ लिया. अब आयेज-
मौसी बोली: तूने वहाँ उसको कुछ बोला क्यूँ नही?
तो मैं बोला: अगर मैं बोलता की हम कपल नही है, और आप मेरी मौसी हो, तो अछा नही लगता ना. ऑक्वर्ड सा हो जाता. इसलिए नही बोला.
बाकी मेरे मॅन में उठे ख़तरनाक प्लान से मौसी अंजान थी. उन्हे क्या पता जिस दिन का मैं इंतेज़ार कर रहा था, आज वही दिन था, और आज रात मैं उन्हे अपनी वाइफ बना कर खूब छोड़ूँगा.
जैसे ही रूम में एंटर हुए, रूम का नज़ारा देखते ही मुझे एग्ज़ाइट्मेंट होने लगी, और मौसी बोली-
मौसी: ये रूम क्यूँ लिया है? ये तो लिखा है वेलकम तो हनिमून.
तो मैने उनको बताया की ऐसे-ऐसे बात थी, तो वो तोड़ा नॉर्मल हुई. उसके बाद हम दोनो रूम में चेंज करने लगे. मौसी एक सेक्सी सी स्लीव्ले और डीप नेक निघट्य पहन कर आई, जो उनके घुटने तक थी. उसमे से सॉफ दिख रहा था की उन्होने ब्रा नही पहनी थी. क्यूंकी उनके निपल ऐसे ही चमक रहे थे. ये देख कर मेरा लंड खड़ा हो कर साँसे लेने लगा.
इस बार मौसी की नज़र पद गयी उस पर, और उन्होने एक नॉटी सी स्माइल दी. वो बैठ गयी सोफा पर. मैने भी सिर्फ़ शॉर्ट्स पहन रखे थे. फिर हम बैठे तो देखा पास में एक रेड वाइन की बॉटल और ग्लासस रखे थे, और रूम में दीं-दीं पिंक लाइट जल रही थी. तो मैने सोचा माहौल बनाया जाए, और बात आयेज बढ़ने का ट्राइ करे. तो हम ऐसे ही ड्रिंक करते-करते रीलेशन की बातें करने लगे.
वो बोली: तेरी कोई गफ़ नही है?
तो मैने बोला: नही.
वो बोली: क्यूँ? तू तो अब बड़ा हो गया है. फिर क्या दिक्कत?
तो मैने बोल दिया: कोई आप जैसी मिल्ली नही.
वो हस्स दी. फिर मैने भी पूछा-
मैं: आप भी क्यूँ डाइवोर्स के बाद रीलेशन में नही आए आज तक?
तो बोली: मुझे भी तेरे जैसा अंडरस्टॅंडिंग और केरिंग पर्सन चाहिए जो नही मिला.
हम दोनो ने काफ़ी ड्रिंक कर ली थी, इसलिए मॅन की बात सामने आ गयी. फिर मैने मौके का फ़ायदा उठाते हुए उनका हाथ पकड़ा और बोला-
मैं: तो क्यूँ ना हम एक-दूसरे के गफ़-ब्फ बन जाए?
वो पहले काफ़ी माना करती रही, की नही ऐसा नही वैसा नही. फिर लेकिन मेरी ज़िद के आयेज उनको मानना पड़ा. फिर मैने उनको कॉंप्लिमेंट देना स्टार्ट किया-
मैं: आप इतनी हॉट और ब्यूटिफुल हो, मेरा बस चले तो आपको कभी भी, 1 मिनिट भी अकेला ना छ्चोढू, और दिन रात बस आपसे प्यार ही प्यार करता राहु.
इस बात पर वो बोली: अछा, तू कुछ ज़्यादा तेज़ नही चल रहा?
तो मैने बोला: देखो अब हम गफ़-ब्फ तो बन ही गये है, और एक-दूसरे को पसंद करते है काफ़ी टाइम से. कंपनी भी एंजाय करते है एक-दूसरे की. तो क्यूँ ना आज इस हनिमून सूयीट को भी एंजाय करे. आपको इतना प्यार करूँगा पूरी रात, की आप ये दिन कभी नही भूलॉगी.
इतना बोल कर मैने उनके गुलाब जैसे पिंक और मुलायम होंठो को अपने होंठो से चिपका दिया, और हल्का सा चूस लिया. पर वो एक-दूं से पीछे हॅट गयी. फिर 2 से 3 मिनिट ऐसे एक-दूसरे को साइलेंट हो कर, आँखों में आँखें डाल कर देखते रहे. उसके बाद एक-दूं से दोनो ने एक-दूसरे को बाहों में भर लिया, और फ्रेंच किस करनी स्टार्ट कर दी.
वो साथ-साथ मोन करने लगी: आअहह रक्षित. उफ़फ्फ़ उुउऊहह.
मैं भी बोलने लगा: मौसी ई लोवे योउ. अब से मैं आपको हमेशा ऐसे प्यार करूँगा, और आज से हम गफ़-ब्फ नही हब्बी-वाइफी. और ये हमारा हनिमून है. इस दिन का तो मैं बहुत टाइम से इंतेज़ार कर रहा हू. आअहह मेरी जान, क्या हॉट वाइफ हो तुम मौसी.
तो वो बोली: अब वाइफ बना ही रहा है तो आज से मौसी नही सिर्फ़ कविता कह कर ही बोलना. आज ख़तम कर दे मेरी इतने सालों की तड़प, और बुझा दे मेरी प्यास.
और फिर हमने करीब आधे घंटे तक एक-दूसरे को किस करी. कभी मैं उनके उपर, कभी वो मेरे उपर, कभी उनकी जीभ मेरे मूह में, और कभी मेरी उनके मूह में.
फिर किस करते-करते मैने उनके बाल खोल दिए. हाए क्या लग रही थी. उसके बाद मैं उठा, और उनको अपनी बाहों में उठा कर किस करते हुए काउच पर ले गया. वहाँ मैने उन्हे अपने उपर बिताया और उनके बूब्स को प्रेस करने लगा, और वो ज़ोर-ज़ोर से आहें भरने लगी.
फिर मैने उनके शोल्डर पर से निघट्य के स्ट्रिप्स नीचे करके उनके दोनो बूब्स बाहर निकाल दिए. क्या बतौ कितने मुलायम मक्खन जैसे बूब्स थे उनके. एक-दूं गोरे, और साथ में उनके उपर पिंक निपल्स.
फिर मैने उनके बूब्स को चूसना स्टार्ट किया. उनके निपल को मूह में रखते ही ऐसा लगा मानो मैने चाशनी से भरा रसगुल्ला खा लिया हो, इतना मीठा लग रहा था. उनके बूब्स का टेस्ट क्या बतौ मैं. जब उनके बारे में सोचता भी हू, तो मुझे मेरे मूह में वो टेस्ट फील होने लगता है.
तो ऐसे ही मैं बारी-बारी से उनके बूब्स चूसने में लगा हुआ था. मैने चूस-चूस कर उनके पिंक निपल्स को ब्लड रेड कलर में बदल दिया, और वो लगातार आहें भरे जेया रही थी. इससे मेरे अंदर जोश बढ़ रहा था, और मैने उनके निपल को बीते कर लिया. इससे उस पर मेरे दाँत से हल्का सा कट लग गया, और वो दर्द के मारे सिहार उठी.
मौसी: आअहह, मा मॅर गयी. आराम से कर ना मेरी जान. मैं तेरी ही हू, कहीं नही जेया रही. तू मुझे जी भर के प्यार करना, लेकिन प्लीज़ आराम से ना डार्लिंग.
चुदाई करते वक़्त उनके मूह से जान और डार्लिंग जैसे वर्ड मुझे और पागल कर रहे थे. फिर करीब 25 से 30 मिनिट तक ऐसे ही बूब्स चूसने के बाद मैने उनको अपने कंधे पर डाला, और बेडरूम ले गया.
इसके आयेज क्या हुआ, वो आपको अगले पार्ट में पता चलेगा.