भाई ने बहन को अपना मोटा लंड चुस्वाया

हेलो फ्रेंड्स, कैसे हो आप सभी? उम्मीद है मेरा पिछला पार्ट आप सब को पसंद आया होगा. तो अब आगे के कहानी सुनता हू.

लास्ट स्टोरी में आपने पढ़ा की जनवी मेरे से नज़र चुरा के बातरूम में चली गयी. फिर हाथ मूह धो के हम अपने-अपने रूम चले गये. हम दोनो का रूम फर्स्ट फ्लोर पर है. ग्राउंड फ्लोर पर किचन है, उसके सामने डाइनिंग हॉल, उसकी साइड में मम्मी-पापा का रूम, और एक लिविंग रूम है.

शाम को 8 बजे के आस-पास मम्मी ने हम दोनो को आवाज़ लगाई-

मम्मी: खाना रेडी है. सब डाइनिंग टेबल पर आ जाओ 10 मीं में.

मे: हा मम्मी, अभी आया.

ये बोल के मैं रूम के बाहर आया, और डाइनिंग रूम की तरफ जाने लगा. जाते टाइम जनवी के रूम का गाते खुला दिखा तो मैने अंदर की तरफ झाँक के देखा.

मैं देख के डांग रह गया उसको. जनवी लेगिंग में थी, और उपर ओन्ली ब्रा पहनी थी, और अपने बालों को बाँध रही थी. मेरा लंड खड़ा हो गया, तो मैने उसको सेट करने के लिए फोन टेबल पर रखा. उसकी आवाज़ से अचानक जनवी मूड गयी, और मेरे को लंड सेट करते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया.

मैने लंड सेट करके उसकी तरफ देखा, तो अब उसने खुद को कवर नही किया, और मेरे से बोली-

जनवी: क्या हुआ यटु?

मे: कुछ नही.

जनवी: तो क्या कर रहा था अभी तू?

मे: कुछ नही, लोवर नीचा हो गया था. उसको सेट कर रहा था.

जनवी: लोवर सेट कर रहा था, या कुछ और सेट कर रहा था?

मे: तेरा और कुछ से क्या मतलब है?

जनवी: वाह बेटा, पार्क से निकालने के बाद, अपने फ्रेंड के सामने मेरे से मेरी लेने का मॅन कर रहा था बोल के, अब शरमाने के आक्टिंग कर रहा है?

मे: मैने कब बोला?

जनवी: अछा (गुस्से में)?

फिर उसने अपने फोन में रेकॉर्डिंग सुनाई.

मे: ये मैने नही बोला. ये मनोज ने बोला था, और मेरे को आइस क्रीम लाने को बोल दिया था.

ये सुन के जनवी मेरे को देख के हस्स पड़ी.

मे: अब क्या हुआ तुझे?

जनवी: तू इतना दर्र क्यूँ रहा था?

मे: मैं दर्र नही रहा था. तेरे को देख के कंट्रोल नही हो रहा था इसलिए.

जनवी: क्या कंट्रोल नही हो रहा?

मे: तू बहुत सेक्सी लग रही है ब्रा में. तो मेरे से कंट्रोल नही हो रहा. तो मैं अपना लंड सेट कर रहा था.

जनवी: बहनचोड़, अपनी बेहन को देख के ऐसा सोचता है तू?

मैं उसके मूह से गली सुन के कॉन्फिडेंट हो गया, और मैने पूरी रेकॉर्डिंग सुन ली थी. इसलिए मैं बोला-

मे: तू भी तो भाई से मज़े ले रही थी. और बेहन इतनी मस्त माल हो, तो कों नही देखेगा?

जनवी (शॉक्ड होके): क्या बोला तू, माल? क्या माल है मेरे में?

मे: अपने बूब्स देख. इतने बड़े और जुवैसी लगते है. मॅन करता है अबी चूस लू. और गांद देख, इसको देख के लंड हिलने का मॅन करता है.

इतने में मम्मी की आवाज़ दोबारा आई-

मम्मी: तुम दोनो आते हो या मैं अओ उपर तुम्हारी क्लास लेने?

जनवी (बहुत ही नॉटी आवाज़ में): तुझसे तो मैं रात में बात करूँगी.

मे: हा ठीक है बेबी.

ये बोल कर नीचे आया, तो मम्मी टेबल पर हमारा वेट कर रही थी. मम्मी ने रेड पटियाला सूट पहना था एक-दूं टाइट. उसमे उसके बूब बाहर दिख रहे थे, और उन्होने मेरे उठे पाजामे को देख लिया था.

मम्मी: क्या कर रहा इतनी देर से?

मे: कुछ नही मम्मी, फोन में वीडियो देख रहा था.

मम्मी: हा दिख रहा है तू कों सी वीडियो देख रहा था.

मे: क्या मतलब मम्मी आपका?

मम्मी: तेरे पाजामे से दिख रहा है, की तू कों सी वीडियो देख रहा था.

मे (शरमाते हुए): सॉरी मम्मी.

मम्मी: अछा ये बता, तेरी कोई गर्लफ्रेंड बनी अभी तक या नही?

मे: क्या मम्मी, आप भी ना मज़े लेती हो. गर्लफ्रेंड होती तो मैं वीडियोस देखता?

फिर हम दोनो हासणे लगे और खाना खाना शुरू किया. और तभी जनवी आ जाती है. मेरा मूह जनवी को देख के खुला का खुला ही रह जाता है. वो ब्लू कलर का जिम शॉर्ट और उपर स्पोर्ट्स ब्रा पहन के मेरे सामने अपने बूब्स को हिला-हिला कर आ रही थी.

जनवी: मेरे को देख के क्या हुआ यटु? खाना ज़्यादा गरम है क्या?

मे: हा, बहुत गरम है, और मस्त भी लग रहा है.

हम दोनो एक-दूसरे की बात समझ के हासणे लगे.

मम्मी: जनवी तेरे को आज ज़्यादा गर्मी लग रही है?

जनवी: हा मम्मी, वो वर्काउट किया तो गर्मी लग रही थी.

मैं खाना खाते टाइम दोनो के बूब्स देखे जेया रहा था. मुझे ऐसा करते जनवी ने देख लिया, और मेरे से बोली-

जनवी: मेरे को सब्ज़ी पास कर.

(और इशारे में आइब्रो उपर करके) क्या कर रहा है तू ये?

मे (इशारे में गर्दन हिला कर): कुछ नही.

फिर हमने खाना खा लिया. सब अपने रूम में जाने लगे तभी.

मम्मी: दूध कों-कों पिएगा बता देना, नही तो गरम ना करू.

मे (जनवी की साइड उसके बूब्स को देख के): नही मम्मी, आज का खाना बहुत मस्त था. तो पेट पूरा भर गया है. मैं दूध नही पियुंगा, और उपर चल दिया.

जनवी (अंगड़ाई लेते हुए): मम्मी मैं तो पियूंगी, तक गयी हू आज.

मम्मी: ओक, कितनी देर में?

जनवी: 1 घंटे बाद.

मैं सब सुन के रूम में आया, और ज़बरदस्ती गाते खुला छ्चोढ़ दिया. फिर बेड पर गाते की साइड बॅक करके बैठ कर अपना लंड हाथ में लेके जनवी के नाम की मूठ मारनी स्टार्ट कर दी. सामने शीशे में अपने आप को ऐसे सेट कर दिया, की गाते पर कों है दिखाई दे.

थोड़ी देर में जनवी मेरे रूम में डाइरेक्ट अंदर आ रही थी. बुत मुझे ऐसा देख के दबे पैर चल के आने लगी. उसको लगा मुझे पता नही था की रूम में कोई आ रहा था. बुत मैने शीशे में देख लिया था, की वो आ रही थी.

तो मैं भी “कम ओं जनवी, सक मी कॉक. ई वॉंट तो फक योउ बेबी” करके आवाज़े निकालने लगा. तभी जनवी ने मेरे पीछे से आ कर मेरे लंड को अपने हाथ में ले लिया, और मैने चौंकने की आक्टिंग करते हुए कहा-

मे: तू यहा क्या कर रही है जनवी?

जनवी: वही करने आई हू जो तू अभी बोल रहा है.

मे: क्या मतलब, सीधे-सीधे बोल?

जनवी: तेरा लंड चूसने आई हू बहनचोड़.

मे: बेहन की लोदी धीरे बोल ले, नही तो मम्मी आ जाएँगी फिर.

जनवी: अछा भोंसड़ी के. अभी नीचे तू खाना खाते टाइम मम्मी को जैसे देख रहा था, उससे तो ये नही लगता की तू उनको छोड़ना नही चाहता है.

मे: अभी तो फिलहाल मैं तेरे को छोड़ना चाहता हू.

जनवी: मतलब तू मम्मी को भी छोड़ना चाहता है?

मे: हा पहले तेरी जवानी ठंडी करूँगा.

जनवी: वैसे तेरा लंड काफ़ी मोटा है. मीं मूह में कैसे लूँगी?

मे: तू भोंसड़ी वाली लंड जैसे ले वैसे लेती रहियो, अभी अपने बूब्स चूसने दे. मुझे दूध पीना है.

जनवी: बेहन के लोड, अभी तूने मम्मी से माना किया था की तू दूध नही पिएगा.

मे: हा तो तेरे दूध को थोड़ी माना करी मेरी छिनाल.

जनवी: भोंसड़ी के, मदारचोड़, बेहन के लोड, मेरे को छिनाल बोल रहा है. तेरी बेहन हू मैं.

मे: बेहन की लोदी, बेहन है तो भाई के लंड से खेलेगी?

जनवी: जब भाई बेहन को छोड़ना चाहता हो, तो उसकी इतनी सी इचा तो पूरी तो कर सकती हू.

अभी तक जनवी मेरे लंड को सहला रही थी.

मैने झट से जनवी की ब्रा को खीचा, और उसके बूब्स चूसने लगाम

जनवी: बहनचोड़, आराम से चूस ले. भागी थोड़ी जेया रही हू.

मे: बेहन की लोदी, तू लंड आराम से सहला ले. उसको तोड़ेगी क्या?

करीब 15-20 मिनिट जनवी मेरे लंड को सहलाती रही, और मैं उसके बूब्स को चूस्टा रहा, और एक-दूसरे को गालिया देते रहे.

फिर मैने उससे बोला: चल अब लंड चूस के माल निकाल दे मेरी छिनाल.

जनवी: यार बहुत बड़ा और मोटा है, कैसे लूँगी?

मे: ले ना बेहन की लोदी.

इतना बोल के मैने जनवी के बाल पकड़ के उसके मूह में अपना लंड घुसा दिया, और 10-15 झटके दिए. जनवी ने मेरे लंड को मूह के बाहर निकाल के लंबी साँस ली, और बोली-

जनवी: भोंसड़ी के, एक तो इतना मोटा है. उपर से रंडी की तरह चुस्वा रहा है. आराम से चूस रही हू ना.

टने में मूमी के आवाज़ आ जाती है: जनवी दूध पी ले, आजा.

जनवी: थॅंक्स मों, आज आपने जान बचा ली इस जानवर से.

मे: हा तो पी आ दूध. फिर तेरी जान निकालूँगा आचे से.

आयेज की कहानी, अगले पार्ट में.

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