हेलो फ्रेंड्स, मेरा नाम मृणालिनी (मृणाली) है, और मेरी चुदाई कहानी मैं आप लोगों के साथ शेर करने जेया रही हू. मेरी आगे 20 साल की है. मैं पुणे की रहने वाली हू. मेरे घर में मेरे मम्मी-पापा और दादा-दादी है. उनकी उमर- मम्मी 40 साल और पापा 49 साल के है.
मेरा फर्स्ट सेक्स जब मैं 19 साल की थी, तब मेरी सील मेरे पापा के दोस्त ने तोड़ी थी. वो भी मेरी मम्मी से बात करके. मैने ही तुडवाई थी, क्यूंकी मेरी मम्मी भी उनसे चुड़वति थी. तो मैं भी चूड़ी.
फिर उसके बाद भी हम मा-बेटी ने बहुत सारे लंड लिए (सब कहानी बाद में विस्तार से बताती रहूंगी). अब बताती हू की मेरे मौसा से मैं कैसे चूड़ी, और मा को भी चुडवाया.
इसमे मैं आपको मेरी मम्मी, तीनो मौसी, और मेरे मौसा जिनसे मैं चूड़ी, उनके बारे में बताती हू, जो इस स्टोरी के किरदार में है.
1) मैं खुद, मृणाली, आगे 20 यियर्ज़, (32-26-30).
2) मम्मी (रुचिता उर्फ रूचि), 38 यियर्ज़, (32-28-32).
3) सग़ी मौसी (मम्मी की छ्होटी सिस्टर) काव्या, 35 यियर्ज़, (36-30-38).
4) छ्होटी मौसी (जिनके पति से चूड़ी) अनुश्री, 24 यियर्ज़, चचेरी मौसी (32-26-34).
5) सबसे छ्होटी मौसी नित्याशी (अनुश्री की सग़ी बेहन), 21 यियर्ज़, (34-30-34).
6) मौसा आदित्या, 27 यियर्ज़, (अनुश्री के पति).
अब स्टोरी स्टार्ट करती हू-
लास्ट जो डिसेंबर गया, उसमे मेरे मामा की शादी थी, 23 डिसेंबर को. तो सब लोग तोड़ा जल्दी आए थे. मतलब 18त ऑफ डिसेंबर को 12 बजे के आस-पास. तो सब का मिलना हुआ, और काम स्टार्ट हुआ. क्यूंकी शादी में अभी बहुत कम टाइम बचा था.
मैं भी बोर हो रही थी, तो मौसा के साथ मैं घूम रही थी. वो मार्केट आने-जाने में बिज़ी थे. मैं भी घूम रही थी उनके साथ, तो थोड़ी-बहुत बात-चीत चल रही बीच-बीच में. ऐसे भी मुझे वो पहले से ही पसंद थे. उनके शादी को 3 साल हुए थे.
बातें करके उनका नेचर अछा लगा, और में अट्रॅक्ट होती गयी उनकी तरफ. फिर ऐसे ही दिन बीता. शाम के 7 बजे थे. मैं मौसा के साथ मार्केट गयी थी, तो हमने बाहर ही बहुत खा लिया पानी-पूरी वादा-पाव एट्सेटरा. फिर हम आए तो 7:30 पीयेम के आस-पास हुए थे. हम मौसी से मिले तो मौसा ने पूछा-
मौसा: कुछ कम है क्या?
मौसी: अभी नही है, आप रेस्ट कर लो.
मौसा: तो मैं घर जाता हू.
मौसी: हा ठीक है, कल भी कुछ काम रहेगा तो कॉल करूँगी. तब तक आप आराम करना छुट्टी है तो.
मौसा: हा ठीक है.
बीच में टोकते हुए मैं बोली-
मृणाली: मुझे भी रेस्ट करनी है, तो मैं भी आती हू.
मौसी: चली जा पर मम्मी को पूच लेना एक बार.
मैं फिर मम्मी को पूछने गयी, और उनको साइड में लेके बता दिया की मैं मौसा के साथ उनके घर जेया रही थी.
मम्मी: ओक, बुत जो भी करेगी आराम से करवाना. कुछ कांड मत करना, घर की बात है.
(मम्मी को पता चल गया था, की मैं क्यूँ जेया रही थी. उनको मेरे बारे में सब पता था, तो वो कुछ नही बोलती थी.)
मृणाली: ओक मम्मी बाइ.
ये बोल के हम निकल गये. उनका घर नानी के घर से 10 मिनिट की दूरी पे था, तो बिके पर हम फटाफट पहुँच भी गये. मेरे नाना जी थोड़े स्ट्रिक्ट थे, तो मैने रेड कुर्ता और वाइट लेगिंग पहनी थी. घर में जाके बैठी ही थी, की मौसा बोले-
मौसा: फ्रिड्ज में ठंडा है, कुछ पीना है तो पी लेना.
मैं लेने गयी तो उसमे थंप्स उप के साथ दो बियर की बॉटल्स, और विस्की का खंबा भी था. तो मैं बोली-
मृणाली: मौसा यहाँ तो बियर भी है, और विस्की भी.
मौसा: क्या तुझे वो पीना है?
मृणाली: मुझे एक बार ट्राइ करना है.
मौसा: पागल हो गयी है क्या? तूमसूप ले, मैं शवर लेके आता हू.
मृणाली: अर्रे मुझे भी शवर लेना है.
मौसा: ठीक है, तू जेया पहले, फिर मैं जाता हू.
मृणाली: नही आप जाओ, मैं आपके बाद जाती हू.
मौसा: एक कम कर, कामन वाले वॉशरूम में नहा ले. मैं अंदर वाले वॉशरूम में नहाता हू.
(उनका 1 भक है. उसमे दो वॉशरूम है, एक कामन और एक उनके बेडरूम में अटॅच्ड है.)
तो मैं ओक बोल के चली गयी, वो भी चले गये. मेरे पास पहनने के लिए कपड़े नही थे, ना ही टवल. फिर 5 मिनिट बाद उनके वॉशरूम का गाते खुलने की आवाज़ आई. मैने भी लेगिंग से छूट और गांद पोंची और थोड़े बाल पोंछे. फिर गीले बदन पर सिर्फ़ कुर्ता और नीचे पनटी पहन के आई.
हलकी मेरी पनटी दिखाई नही दे रही थी, पर टाँगें तो खुली थी, और कुर्ता घुटने से 2 इंच उपर ही रहेगा. तो मैं उनके बेडरूम में गयी. वो सिर्फ़ टवल लपेटे हुए थे, और बाल पोंछ रहे थे. उनके लंड का उभार तोड़ा दिखाई दे रहा था. फिर मैने आवाज़ लगाई-
मृणाली: मौसा जी, जल्दी-जल्दी में मैं कपड़े लाना भूल गयी.
वो मुझे देख कर देखते ही रह गये. क्यूंकी मैने ब्रा नही पहनी थी, और गीले बदन पे टाइट कुर्ता पहनने से मेरे निपल्स सॉफ-सॉफ नज़र आ रहे थे. फिर वो बोले-
मौसा: मौसी के कपड़े देता हू, पहन लेना.
मृणाली: मुझे एक त-शर्ट और एक शॉर्ट डेडॉ बस.
मौसा: ओक देता हू.
और वो कपड़े निकालने लगे. उन्होने एक ब्लॅक कॉलर वाला त-शर्ट और एक शॉर्ट दी, जो की बहुत ही छ्होटी थी, जो बस मेरी गांद को कवर करे. त-शर्ट भी टाइट थी, क्यूंकी मेरा और मौसी की फिगर ऑलमोस्ट सेम है, बस गांद छ्चोढ़ के. उनकी गांद थोड़ी बड़ी है, आपने उपर साइज़ देखा ही होगा. फिर मैने शॉर्ट्स पहना तो वो बोले-
मौसा: मैं बाहर जाता हू, तू त-शर्ट पहन ले.
मैने माना किया और बोली: दूसरी तरफ मूह करके पहन लूँगी, डॉन’त वरी.
फिर मैने मूड के कुर्ता निकाला, और त-शर्ट लेने बेड के तरफ मूडी, तो देखा वो देख रहे थे. मैने इग्नोर किया, क्यूंकी मैं भी वही चाहती थी. फिर वो भी मूड गये, और अपने कपड़े निकालने लगे. मैने त-शर्ट पहना, और मिरर में देखा तो त-शर्ट से भी मेरे बूब्स और निपल्स सॉफ दिख रहे थे.
फिर मौसा ने भी एक त-शर्ट और शॉर्ट्स पहना. मैं फिर उनको अपने कॉलेज और फ्रेंड्स के बारे में बताने लगी, तो वो पूछे-
मौसा: तूमसूप नही पीना क्या?
मृणाली: मुझे बियर ट्राइ करनी है.
मौसा: अर्रे किसी को पता चला तो सब मेरी क्लास लेंगे.
मृणाली: डॉन’त वरी, अब कों देखेगा? हम पी के सो जाएँगे.
मौसा: अर्रे अभी तो 8:30 ही हुए है. घर से कोई आया तो वात लगेगी.
मृणाली: मौसा जी मैं खुद नही दर्र रही हू, और आप है की दर्र रहे है. हम बेस्ट फ्रेंड है की नही? तो फिर मैं मॅनेज कर लूँगी.
मौसा: ओक, बुत अपन बेस्ट फ्रेंड है तो ये मौसा क्यूँ बोल रही है? मैं कोई बहुत बड़ा नही हू. आदि बोला कर अकेले में.
मृणाली: ओक आदि.
फिर वो बियर और विस्की की बॉटल लाए. बियर स्ट्रॉंग वाली थी. फिर उन्होने चकना निकाला. चीज़ था, कुरकुरे थे. उसके बाद हमने चियर्स किया, और हमने स्टार्ट किया.
इसके आयेज क्या हुआ, वो आपको इस हॉट कहानी के अगले पार्ट में पता चलेगा. कहानी की फीडबॅक ज़रूर दे.