मामी की चुदाई बार बार लगातार

दोस्तो, मेरा नाम नीरज है और मैं देश की राजधानी दिल्ली का रहने वाला हूँ. मेरी उम्र अब 27 साल है. दिखने में लंबा चौड़ा यानि 5 फुट 10 इंच, मेरा लंड काफी लंबा मोटा है.
मुझे चुदाई करने में बड़ा मज़ा आता है. चूत और मेरा रिश्ता मानो जन्मों जन्मों का है, जब भी, जहाँ भी मिलती है, चुदाई हो ही जाती है.

दोस्तो, अन्तर्वासना में यह मेरी फर्स्ट स्टोरी है, आशा करता हूँ कि आपको मेरी यह कामुक कहानी पसंद आएगी.
तो आइए दोस्तो, कहानी शुरू करते हैं.

ये बात तब की है जब मैं 18 साल का था और मेरी पूजा मामी मेरे घर दिल्ली में रहने आई थी, साथ में मामा जी और उनके 2 छोटे छोटे बच्चे भी आए थे.
मेरी मामी दिखने में बहुत खूबसूरत है, उसकी फिगर 38 34 36 है यानि चुचे ही सबसे बड़े हैं, देखते ही मन करता है कि बस कस के दबा दूँ.
मेरी मामी पंजाब से है और मस्त माल है.

मेरे मामा ने दूसरी शादी की थी, पहली मामी तो उनकी किसी बात से तंग आकर उन्हें छोड़ के चली गई थी, तब मैं बच्चा था और मुझे नहीं पता था कि वो उन्हें क्यूँ छोड़ कर गई थी. जब तक पूजा मामी ने मुझे सच नहीं बताया था, आपको यह बात कहानी में पता चलेगी.

दोस्तो, कहानी आगे बढ़ाते हैं.
गर्मी की छुट्टियां थी, पूजा मामी और उनकी फेमिली मेरे घर आई हुई थी, रात हुई, सबने रात को खाना खाया और बातें करने लग गये.

मेरे घर में दो कमरे हैं तो एक कमरे में सब बात कर रहे थे और दूसरे कमरे में मैं टीवी देख रहा था और मुझे देर रात तक टीवी देखने की आदत थी. जैसे ही रात के 12 बजते थे तो टीवी पर केबल वाला ब्लू फिल्म भी दिखाता था, तो उस रात भी मैं ब्लू फिल्म देखने का वेट कर रहा था.

मेरे मामा और मेरे पापा विस्की एंजाय कर रहे थे, मेरे मामा को रोज शराब चाहिए और मेरे पापा को भी, ये लोग पीने के मामले में बहुत आगे हैं, उस रात उन्होंने कम से कम एक बोतल ख़त्म कर दी थी.
तभी सब लोगों की बातें ख़त्म हो गई और सबको सोना था तो मेरी मम्मी पापा और भाई तो उसी रूम में सोने चले गये, मामी, मामा जी और उनके बच्चे मेरे रूम में आ गये, एक्सट्रा बेड भी लगा दिया था.

मुझसे मामी ने पूछा- नीरज, तू कब तक सोएगा?
मैंने कहा- अभी तो मैं टीवी देखूँगा. मामी आपको अगर नींद आ रही है तो आप लोग सो सकते हैं.
मामी ने बोला- ठीक है, हम सो जाते हैं. तो मामा जी और दोनों बच्चे एक बेड पे सो गये और मामी जी दूसरे बेड पे बिल्कुल मेरे सामने सो गई.

मेरा सारा ध्यान टीवी देखने में था, मामा जी तो शराब के नशे में थे और बेड पे लेटते ही सो गये और बच्चे भी बहुत थके हुए थे तो वो भी सो गये थे.
यह हिंदी सेक्स स्टोरी आप अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं!

थोड़ी देर बाद टीवी पे किस्सिंग सीन आया और मेरा लंड खड़ा होने लग गया. मैंने सोचा कि मूठ मार लूँ जाकर…
लेकिन तभी मैंने देखा कि मामी जी की शर्ट तभी हवा से ऊपर उठ गई और उनकी गांड दिखने लगी. मेरा मूड बिगड़ने लगा और मामी के बड़े बड़े बूब्स भी बाहर की तरफ झाँक रहे थे.
मैं थोड़ी देर यों ही देखता रहा कि क्या किया जाए.

यह कहानी भी पड़े  प्यास बुझती नहीं

फिर थोड़ी सी हिम्मत की और मेरे पैर को मामी की गांड की तरफ लेकर गया और हल्का सा टच किया, पूजा मामी को कुछ पता नहीं चला.
मेरा मन और आगे कुछ करने को हुआ, मैंने अपने पैर को थोड़ा सा और आगे किया और उसकी गांड को अपने पैर से ऊपर से ही सहलाने लग गया.

मेरी गांड भी फट रही थी कि कहीं अगर वो जाग गई और किसी को कुछ बोल दिया तो मेरा क्या होगा.
लेकिन दोस्तो, डर के आगे ही तो जीत होती है.
मेरी हिम्मत थोड़ी और बढ़ी, मुझसे रहा नहीं जा रहा था, मेरा लंड खड़ा हो चुका था और अब तो आर या पार ही होगा या तो चूत मिलेगी या नहीं मिलेगी.

मैंने सोचा कि अगर कुछ बोलेगी तो सॉरी बोल कर मना लूँगा.
मैं उठा और मामी की गांड की तरफ आगे बढ़ा और अपने हाथ से उसकी गांड सहलाने लगा. उसने कुछ नहीं कहा, मेरी हिम्मत और बढ़ गयी, मैंने सोचा कि लगता है कि ये भी कुछ तो चाहती है.

मैंने झट से टीवी बंद किया और कमरे में अंधेरा कर दिया लेकिन बाहर से हल्की सी रोशनी मामी के बूब्स पे जो पड़ रही थी उससे ऐसा लग रहा था जैसे चाँदनी रात में ताजमहल हो. मैंने धीरे धीरे पूजा मामी के बूब्स पर हाथ रखा और दबाने लगा, मुझे तो बहुत मजा आ रहा था और शायद मामी को भी… तभी उसने अभी तक कुछ नहीं कहा.

मेरी हिम्मत तो अब बहुत बढ़ चुकी थी और मेरा लंड भी नीचे जंगली सांप की तरह उछल रहा था. पूजा मामी के चुचे दबा कर मानो स्वर्ग की प्राप्ति हो रही थी लेकिन मेरे लंड को खुशी तब तक नहीं मिलेगी जब तक मामी की चूत के दर्शन ना हो जाएँ!

मैं धीरे से मामी के पास गया और उन्हें जगाया, मैंने कहा- मामी जी, कब तक नींद में मज़े लोगी, उठ जाओगी तो और भी मज़े करेंगे.
लेकिन उसने कोई प्रतिक्रिया नहीं की, मैं समझ गया कि ये एड़ा बन के पेड़ा खाना चाहती है.

फिर तो मानो मुझे ग्रीन सिग्नल मिल गया और मैंने सीधा मेरा हाथ उसकी चूत पे रख दिया और ऊपर ऊपर से सहलाने लग गया. मामी को भी मज़ा आने लग गया और वो उम्म्म्म… अहह… अहह… उम्म्म्ममम… की आवाज़ करने लगी.
मैंने मामी जी के कान में बोला- मामी जी, चलो बाथरूम में चलते हैं, वहाँ पर मज़े करेंगे.

मामी ने मना कर दिया, कहती- आज नहीं, कोई आ ज़ाएगा तो प्राब्लम हो जाएगी, तुम्हें जो करना है, यहीं पे करो लेकिन चूत में लंड नहीं डालना, मैं प्रेग्नेंट हूँ.
मैंने कहा- ठीक है!

मैं फिर मामी के चुचे दबा दबा कर उसकी चूत में उंगली करने लगा.
मैंने मामी को पूछा- आपको सकिंग आती है क्या?

उसने कहा- वो क्या होता है?
मैंने कहा- मेरे लंड को मुंह में लेकर आगे पीछे करने को सकिंग कहते हैं.
उसने मेरा लंड हाथ में पकड़ा और बोली- नीरज, तेरा लंड तो तेरे मामा से भी बहुत बड़ा है और मोटा भी है.
मैंने कहा- मामी जी, ये सिर्फ़ आपको देख कर कुछ ज्यादा ही मचल रहा है, अब इसको अपने मुख में लो और इसे शांत कर दो!
पूजा मामी ने मेरे लंड को अपने मुख में लिया और चूसने लगी. साली ने पहली बार में ही पूरा का पूरा लंड मुंह के अंदर ले लिया.

यह कहानी भी पड़े  नौकरी के बहाने चाचा ने चोदा

दोस्तो… क्या मजा दे देकर चूस रही थी लंड… मुझे तो बहुत मजा आ रहा था.
थोड़ी देर लंड चूसने के बाद मामी बोली- यार, अब तो मुझसे भी नहीं रहा जा रहा है!
मैं बोला- तो जानू, चलो बाथरूम में… वहीं जाकर तेरी चूत का भूत उतार देता हूँ.
उसने कहा- ठीक है!

तो सबसे पहले मामी गई बाथरूम में, फिर मैंने अपने घर का चक्कर लगाया और देखा कि सब सो रहे हैं या कोई जाग भी रहा है.
यह हिंदी सेक्स स्टोरी आप अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं!

दोस्तो, लग रहा था कि ऊपर वाला मेरे ही साथ था उस दिन!
सब को सोया देख मैं भी बाथरूम में चला गया और जाते ही पूजा मामी को अपनी बाहों में भर लिया और उसके लिप्स को चूसने लगा. वो भी मेरा साथ दे रही थी.

थोड़ी देर तक उसके लिप्स को चूसा, फिर उसके चूचों को दबाया, उसने अपनी कमीज को ऊपर किया और उसके दोनों चूचों को आज़ाद कर दिया.
“क्या बात है मामी जी… आपके चुचे तो बहुत बड़े हैं… इनको तो आज मैं खा जाऊँगा!”
मामी जी बोली- तो बेटा, रोका किसने है? खा जा ना!

फिर तो मैंने मामी की चुची पर हमला कर दिया और दबा दबा के चूसने लगा, मामी की सिसकारियाँ निकलने लगी- अहहा… उम्म्ह… अहह… हय… याह… उम्म्म्म… ओह ओह… और चूस और चूस उम्म्म्म… आह आह!

मैंने कहा- मामी जी, अब आपकी चूत में लंड डालना है!
मामी ने अपनी चूत मेरे सामने खोल दी- ले राजा, कर दे इस चूत की चुदाई!
मैंने लंड को मामी की चूत पे लगाया और एक ही झटके से मेरा आधा लंड उसकी चूत के अंदर चला गया.

मामी की आवाज़ निकली ‘आह…’ और फिर एक और झटका मारा तो पूरा का पूरा मेरा लंड मामी की चूत में चला गया. फिर सिलसिला शुरू हुआ चुदाई का… मैं उसकी चुदाई करने लगा, कितनी प्यारी चूत है मामी आपकी!
मामी ने बोला- अबे चुदाई कर रहा है या पूजा कर रहा है? आह आह… उम्म्म… उफ़फ्फ़… फक फक…

मैं मामी की चूत की चुदाई में मस्त था, 10 मिनट तक उसकी चुदाई के बाद मामी झड़ने लगी, मामी बोली- नीरज तू तो बहुत मस्त चुदाई करता है… और चोद! चोद मुझे नीरज! आहह… अहहा… अहह… अहह… उम्म्म्म… उफफ्फ़… आहह…
पूरा बाथरूम उसकी सिसकारियों से गूँज रहा था.

10 मिनट की चुदाई के बाद मेरा भी झड़ने वाला था, मैं मामी से बोला- मामी, मैं झड़ने वाला हूँ.
मामी बोली- तो अंदर ही झाड़ दे!
मैं और ज़ोर ज़ोर से चुदाई करने लगा और थोड़ी देर बाद उसकी चूत में ही झड़ गया. फिर हम दोनों बाहर आए और सोने चले गये.

फिर तो दोस्तो, मेरी मामी के साथ चुदाई का सिलसिला चलता रहा, मैं जब भी उनके घर पंजाब में जाता तो वहाँ भी चुदाई करता!
आपको मेरी पूजा मामी की चुदाई की कहानी कैसी लगी, मुझे ज़रूर बतायें! मैं आपके मेल्स का इंतज़ार करूँगा.



error: Content is protected !!