मामा ने ढूंढा तिल

हि! मैन हून आशी फिर से। अपको कैसा लगरहा है।मुझे तो मजा आ रजा है।अपको आ रहा है।।।जरूर आ रझा होगा।आप को शयद यकिन नहि होगा कि घर मैन आज कोइ नहि।इसलिय येह वलि कहनि मैन बिलकुल ननगि हो कर लिखहोमनगि।और भिच भिच मैन अपनि चुत और चुत्तद मैन पेनसिल को दलकर सेक्स करूनगि। किया करून शदि नहि हुइ इसलिय।अभि तो पेनसिल से हि कम चलमना पदेगा। चलो अगे बदते है। तप परेसिदेनत के यहन से अने के बाद मैन अते हि सो गयि किया करून बहुत थक जो गयि थि।।इतनि बार चुदि थि कि।मेरि चुत और चुत्तद दोनो मैन बहुत दरद हो रहा था। फिर मैन अगले दिन उत्तहि और नशता करने के लिये गयि।अबकि बर मैने एक चोति से नेक्कर पेहन रखि थि।।।और उसके उप्पेर तिघत तोप।।

मैन उनसले को अपनि चुत्तद देखति हुइ बैथ गयि।मैन साअफ़ देख रहि थि कि उनसले का लनद खदा हो चुका है। हुम लोग उस दिन सोफ़े पर नशता कर रहे थे ।फिर रज ने कहा “कि वोह आज देलहि से बहर जा रहा है कल आयेगा।”औत फिर वोह चला गया।।उनसले वहिन पर बैतयहे हुए थे। और चोरि चोरि कभि मेरि तरफ़ तो कभि मेरि मूमो कि तरफ़ देख रहे थे।।।जो कि त शिरत मैन उभेर रहे थे।मैने मन हि मन सोचा कि चलो ना कयोन थोदे से मजे हि ले लिये जये।उस वकत उनसले ने एक सिमपले पयजमा हि पेहन रखा था।।मैने चुपके से अपनि नेकार कि ज़िप खोल लि।।।और धिरे धिरे अपनि तनगे उप्पेर कि और तबले पर इस तरझ से रख लि कि मेरि चुत हलकि से धिकनि लगे और मैन चेरे पर अखबार ला कर पधने कि असतिनग करने लगि।मैनचुपके ए देखने लगि उनसले मेरि चुत कि तरफ़ देख कर अपना लनद मसल रहे थे।फिर थोदि हि देर मैन उनका पयजमा गिला सा हो गया ।और लनद निचे बैथ गया मैन समजह गयि कि उनहूने सुम चोद दिया था।। मैन उनसले से पूचा “उनसले किया हुअ ।अपके पयजमा एक दम से उप्पेर था फिर गिला हुअ और फिएर निचे ऐथ गया” उनसले हसने लगे और बोले”अरे येह नतुरल है।।फिर एक दम से हि अपने लनद को बहर निकला जो गिला था।और कहा ये बेव्वाकुफ़ किया करे बद बर तुमहे देख कर कहा होता है।और पनि चोद कर बैथ जता अहि।तो मैने कहा अब किया होगा तो उनहोने कहा ।कुच नहि ।।।इसका इलज़ है।लेकिन अभि नहि रात को ।

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“फिर वोह उथे और मेरि चुत्तद को दबा कर ओफ़्फ़िसे जने के लिये चले गये मैन समझ गयि किकि उनसले अज मेरि चुदै करने के मूद मैन है।मैन कहा”यार तो फिर कियोन अ अभि से तैयारि कर लि जये।”। फिर मैन बजर गयि और वहन से एक निघनत सुइत ले कर आ गयि।विथ बिकनि & बरा। तिनो हि त्रनसपरेत थे। निघत सिथ मेरि घूतनि तक था।और बरा को मैने सचि से कात कर इतना सा कर लिया कि वोह मेरे मूमोन को हलका सा हि धक अपये और बिकनि को मैने चूतद कि तरफ़ से कात कर एक धगा सा बना दिया को बस मेरा चेद चुप जये।लेकिन मैन चुत कि तरफ़ से खुच नहि किया। फिर रात को कने पर मैन जब पहुचि तो उनसले मुझे देखते हि रहे गये।।।मैन पूचा “कैसे लग रहि हून ” तो उनसले ने कहा”बहुत हि ननगे लग रहि हून इतने कम कपदे अगर पेहन हि नहि रखे होते तो और भि अस्सहि लगति , अशि तुम इतने कम कपदे कियोन पेहनति होन तो अमिन कहा पता नहि उनसले जब मरद मेरि चुत और चुत्तद को मेरे मूमोन के घूरते है तो मुझे बहुत मजा आता अहि।” फिर हुम लोग खना कर ने लगे।।। फिर उनसले बोले “अशि तुमहे याद है कि जब तुम चोति थि तब तुम कैसे मेरि गोद मैन बैथ कर कहना खति थि आज भि वैसे हि कहि ना” मैन कहा अभि लो ऐउर फिर मैन उनके गोद मैन जा बैथ गै इस त्रह से कि मेरि चुत्तद का चेद उनके लनद के थिक उप्पेर आ जये मैन फ़ील कर सकथि कि मेरेव बैथे हि कैस औसका सिज़े बधने लगा ।।। फिर थोदि एर बाद उनसले ने जनभोज कर मेरे उप्पेर दल गिरा दि।।उर कहा “अरे सोर्री ।लओ मैन साफ़ कर दोन” फिर मेरे मूमोम के उप्पेर से मरे मूमोन को दबा दबा कर साफ़ करने लगे ।।।।

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