एक मज़बूर पति की सेक्स दास्तान

थोड़ी ही देर में, वो खुश होते हुआ बोला की कोई समस्या नहीं है।

फिर उसने एक अग्रीमेंट पर साइन करने को कहा.. जिसपे, लिखा था की हम अपनी मर्ज़ी से सेक्स कर रहे हैं।

उसने कहा की हो सकता है की आप बाद में हम पर लीगल केस कर दें.. !!

मुझे उसकी बात काफ़ी प्रोफेशनल वाली लगी और मैंने और रुचिका ने उस पर साइन कर दिए।

फिर, उसने कुछ लड़कों के फोटो दिखाए की आप इसमें से किसी को भी पसंद कर लें.. !! यह सारे के सारे, बिना किसी रोग के लड़के हैं और अच्छे घरों से हैं.. !!

सारे फोटोस के आगे, उनका नाम, उम्र आदि लिखी थी।

मैंने रुचिका को, वो फोटो दिखानी चाही.. लेकिन, उसने शरमाते हुए मना कर दिया.. पर, जब में फोटोस देख रहा था तो मैंने ध्यान दिया की वो भी चोर निगाह से, फोटोस देख रही थी..

फिर, मैंने ही एक लड़के को पसंद कर लिया.. जिसका, नाम “राहुल” था..

अब उस लड़के ने पूछा की आप की बीवी के पीरियड्स, कितने दिन पहले हुए थे क्यूंकी उसके बीच के दिन ही कन्सीव करने के लिए अच्छे होते हैं.. !!

मेरी बीवी ने धीरे से, मुझे बताया की लगभग 10 दिन पहले.. !! इस पर, वो बोला तो ठीक समय है.. !! आप कभी भी आ सकती हैं.. !!

हमने अगले दिन, शाम का प्रोग्राम सेट कर लिया क्यूंकी अगले दिन शनिवार था..

उसने मुझे एक पता दिया, जो एक पोश कॉलोनी में किसी बंगले का था।

(हम अपने बिस्तर पर, यह सब नहीं करना चाहते थे।)

अगले दिन, मैंने अपनी बीवी को फुल बॉडी वैक्स करने की सलाह दी, जो उसने मान ली।

मुझे अहसास हुआ की मेरी बीवी को भी अब मज़ा आ रहा है.. लेकिन, मुझे उस पर पूरा भरोसा था..

शनिवार शाम को, हम दिए गये पते पर पहुँच गये..

वो, बहुत सुंदर बंगला था।

हम लोग, ड्रॉयिंग रूम में सोफे पर बैठ गये।

वहाँ, पहले से एक लेडी बैठी थी.. उसका नाम “पिंकी” था और वो 28-29 उम्र की होगी..

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पिंकी, मेरी बीवी को पास ही पड़ी डाइनिंग टेबल पर ले गई।

वो दोनों, कुछ बातें करने लगीं।

पिंकी, रुचिका को कुछ समझा रही थी.. शायद, होसला रखने को बोल रही हो..

फिर, पिंकी उठ के मेरे पास चली आई।

पिंकी ने कहा की घबराने की बात नहीं है.. !! हम यह बात अपने तक रखेंगे और वैसे भी हम पहले नहीं हैं और भी कपल ऐसी ही प्राब्लम पर आते हैं.. !!

फिर पिंकी ने कहा की मैंने राहुल को बुलाया है.. !! तुम एक बार, उससे बात कर लो.. फिर, थोड़ी देर राहुल और रुचिका आपस में बातें कर लेंगें.. !! अगर, सब कुछ सही लगे तो ही आगे का प्रोग्राम करेंगे.. !!

थोड़ी देर में, राहुल भी आ गया।

वो फोटो से भी ज़्यादा सुंदर था..

उसने मुझसे हाथ मिलाया.. लेकिन, मुझे बड़ी शरम आ रही थी..

फिर, वो मेरी बीवी से बातें करने लगा।

थोड़ी देर में, मैंने देखा की रुचिका और राहुल दोनों काफ़ी खुल कर बातें कर रहे थे.. हालाँकि, मैं बातें सुन नहीं पा रहा था.. लेकिन, मुझे लगा की रुचिका एक सुंदर और स्मार्ट लड़के के साथ, काफ़ी खुश है..

मुझे अपनी मजबूरी पर रोना आने लगा.. तभी, पिंकी ने मेरा हाथ पकड़ कर कहा की परेशान ना हो, बस एक दिन की बात है.. !! फिर, सब कुछ भूल जाना और एक खुशनुमा शादीशुदा लाइफ बिताना.. !!

उसके बाद, पिंकी ने रुचिका को बुलाया और उससे पूछा की राहुल कैसा लगा.. !! ??

रुचिका ने, शरमाते हुए हाँ कर दी (मुझे अपनी शादी का टाइम, याद आने लगा।)

पिंकी ने खुश होते हुए, रुचिका को एक गोली दी और बोली की यह खा लो.. !! इससे स्पर्म कन्सीव करने की क्षमता बढ़ जाएगी.. !!

रुचिका ने फ़ौरन, वो गोली खा ली..

फिर, पिंकी रुचिका को एक रूम में ले गई पर उसने मुझे वही बैठने को कहा क्यूंकी फिर रुचिका को शरम आती रहती..

मैं भी उसकी बात मान कर वहीं बैठ गया पर मुझे बड़ा अजीब सा लग रहा था।

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फिर, पिंकी रुचिका को रूम में छोड़ कर, वापस आकर मेरे पास बैठ गई और राहुल को अंदर जाने का इशारा कर दिया।

राहुल ने अंदर से रूम बंद कर लिया.. ..

थोड़ी ही देर बाद, मेरी बीवी की सिसकारियों की आवाज़ें बाहर तक आने लगीं.. जिन्हें सुन कर, मुझे पसीना आने लगा..

मैं बेचेनी से उठ कर, इधर उधर घूमने लगा।

मैं रुचिका के पास, अंदर जाना चाहता था.. लेकिन, रूम अंदर से बंद था..

फिर, पिंकी ने मुझे अपने पास बैठाया।

थोड़ी देर बाद, वो मेरे लिए कोल्ड ड्रिंक ले आई।

मैंने वो पी ली पर मुझे वो बड़ी अजीब सी लगी।

मुझे लगा की मेरी हालत की वजह से, ऐसी लग रही है।

फिर थोड़ी देर बाद, मुझे नशा आने लगा।

पिंकी ने मेरा सिर अपने कंधे पर रख लिया, मुझे कुछ सुकून मिला और मैं गहरी नींद में सो गया.. ..

रात के 3 बजे, मेरी नींद खुली तो देखा की मैं वही सोफे पर पड़ा हुआ था और सामने वाला रूम, जिसमें रुचिका थी वो खुला हुआ था।

मुझे लगा की शायद काम पूरा हो गया हो.. इसलिए, मैं रुचिका को देखने के लिए अंदर चला गया.. पर, मेरा सिर घूम रहा था और पैर लड़खड़ा रहे थे..

मैं जैसे तैसे, रूम में घुसा पर वहाँ कोई नहीं था। सिर्फ़, एक डबल बेड पड़ा था जिसकी बेडशीट अस्त व्यस्त थी।

बेड शीट पर खून और वीर्य के धब्बे पड़े थे.. लेकिन, रुचिका का कुछ आता पता नहीं था।

मैं रूम से बाहर आ गया और इधर उधर घूमने लगा।

मैं रुचिका.. !! रुचिका.. !! चिल्लाना चाहता था.. लेकिन, सिर चकराने के कारण चिल्ला नहीं पा रहा था..

फिर, मुझे ऊपर से कुछ आवाज़ें आईं और मैं लड़खड़ाते हुए, सीडीयों से ऊपर चला गया जहाँ एक रूम था.. जिसका, दरवाजा थोड़ा खुला हुआ था..

मैंने जैसे ही रूम का दरवाजा खोला तो मेरी गाण्ड फट गई..

एक मज़बूर पति की ये एक अजीबो गरीब कहानी, जारी रहेगी अगले भाग में…

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