मामी की जबर्जस्ती चुदाई

maami ki antarvasna shant kiहेलो दोस्तो मेरा नाम मनीष है और में 26 साल का हूँ. ,मेरा लंड 6 इंच लंबा और 3 इंच चौड़ा है. और बॉडी बहुत सुंदर है और मेरी हाइट ६ फीट है. मुझे चूत देखना और फिर उसमे लंड डालना बड़ा पसंद ही हैं.

में आगरा का रहने वाला हूँ और मेरे घर में मेरे मम्मी पापा और में हूँ. यह बात 3 साल पहले की है. मेरे पापा का ट्रान्सफर बाहर हो गया था. इसलिए घर पर अब में और मम्मी ही रह गए थे. मेरे एक मामाजी है और वो आर्मी में थे. पर वो कुछ टाइम पहले गुजर हो चुके थे. मामी के दोनों बेटे भी फ़ौज में थे.

लेकिन उनकी वाइफ यानी मामी की बहु घर पर ही रहती थी और वो मामी को बहुत परेशान करती थी. में आप को मामी के बारे में बता देता हूँ. ,

मेरी मामी की उम्र 45 साल है उनका फिगर बहुत शानदार है. उनकी हाइट ५ फीट ६ इंच है. उनके बूब्स ३८ , विस्ट ३० अस ३८ है. मेरी मामी का फिगर बहुत टाइट है.

उसके २ कारन है एक तो मेरे मामा फ़ौज में थे जिससे मामी का मामा के साथ लाइफ में बहुत कम सेक्स हुआ. और दूसरा मामी घर का सारा काम खुद करती थी तो फिट रहती थी. मामी की दोनों बहु मामी को बहुत परेशान करती थी और एक दिन तो हद ही हो गयी.

उन्होंने मामी के साथ मार पीट कर दी. उन्होंने रोते हुए सब मेरी मम्मी को बताया. मेरी मम्मी बहुत सॉफ्ट दिल की है . उन्होंने उन्हें हमारे पास बुला लिया. अब मामी हमारे पास ही रहती थी.

मामी घर के काम में मम्मी का हाथ बटाती थी. मामी सुबह झाड़ू लगाती तो उनके बूब्स साफ़ दिखते थे. जिसे देख कर मेरे मुह में पानी आ जाता था. मेरे मन में वासना की भूख बढती जा रही थी. और मामी के यहाँ रहने से वो और ज्यादा निखर गयी. मामी के मन में सेक्स की कोई इच्छा नही थी.

एक दिन मैंने सोच ही लिया कि मुझे मामी के साथ सेक्स करना है. उनकी जवानी जो अधूरी रह गयी है उसका रस पीना है. उसकी जवानी को लूटना है. मामी आज भी ३५ की लगती थी. इसी तरह दिन निकलते गए. लेकिन मुझे एक दिन मौका मिल ही गया. मेरे पापा के सर्वेंट ने छुट्टी कर ली तो मम्मी को पापा के पास जाना पड़ा.. मम्मी को मेरी कोई चिंता नहीं थी क्यूंकि मेरे साथ मामी थी. मेरे तो ख़ुशी का ठीकाना ही नहीं रहा . मम्मी सुबह में ही पापा के पास जाने के लिए निकल गयी.

दिन में हमने साथ खाना खाया और शाम को में शॉप से सेक्स की गोलिया ले आया क्यूंकि आज रात को मुझे अपने काम को अंजाम देना था. कुछ नींद की गोलिया भी ले आया. रात में मामी नहाने चली गयी और जब वो बाहर निकली तो बहुत सेक्सी लग रही थी.

उन्होंने नीचे घाघरा और ऊपर कुर्ती पहनी थी. मैंने और मामी ने खाना खाया और ११ बजे तक हम टीवी देखते रहे. मामी मुझसे बहुत कम बोलती थी क्यूंकि वो शर्मीले स्वाभाव की थी.मैंने सेक्स की गोलिया खा ली थी.

अब मुझ से बर्दाश्त नहीं हो रहा था और हाँ मैंने मामी के खाने में नींद की गोली भी मिला दी थी. और उनका असर अब दिख रहा था क्यूंकि मामी को नींद आने लगी थी. और मामी सोने चली गयी. लेकिन मुझे कहाँ नींद आ रही थी. आधे घंटे बाद में मामी के रूम में गया तो मामी गहरी नींद में थी.

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मामी का घागरा घुटनों तक था और टाँगे एक दम चिकनी थी. रूम में हलकी हलकी रौशनी थी. मैंने घागरे को ऊपर किया उफ्फ्फ…. मामी की जांघे एक दम मस्त थी. मुझ से बिलकुल भी कण्ट्रोल नहीं हो रहा था. मामी ने ऊपर ब्लाउज पहना हुआ था. कुर्ती मामी ने खोल दी थी.

मामी की पतली कमर और चिकनी जांघे देख कर मुझ से कण्ट्रोल नहीं हो रहा था. मैंने धीरे धीरे मामी का घागरा थोडा और ऊपर उठाया तो देखा मामी ने नीचे कुछ नहीं पहना था. उफ्फ्फ… काले काले बाल चूत पे. इतनी चिकनी और प्यारी चूत में तो बेहाल हो गया.

इतने में मामी ने करवट ली. मैं चोंक गया कि नींद की गोलियों का असर नहीं हुआ. लेकिन मुझे आज मामी को चोदना ही था. किसी भी हालत में. में किचिन से चाकू ले आया. और अब लग गया अपने काम पर. मैंने अपने सारे कपडे खोल दिए.

मामी के ब्लाउज के बटन धीरे धीरे खोलने लगा. कि इतने में मामी जाग गयी और मुझे इस हालत में देख कर चौंक गयी और जोर से चिल्लाई ! अरे मनीष ! तू यहाँ क्या कर रहा है? उन्हें अचानक समझ ही नहीं आया. फिर मामी ने देखा कि उनका घागरा उनकी कमर तक उठा हुआ है.

तो वो सब समझ गयी और कमरे से बाहर जाने लगी. मैंने उनको पकड़ लिया. वो चिल्लाने लगी और गालिया देने लगी. मैंने मामी को धमकाया कि अगर वो चिल्लाई तो जान से मार दूंगा. मेरे हाथ में चाकू देख कर मामी डर गयी. मैंने चाकू उनकी गर्दन पर लगा दिया.

वो रोने लगी, प्लीज मनीष ऐसा मत करो मेरे साथ. में तुम्हारी मामी हूँ. मेरी इज्ज़त मत ख़राब करो. में तुम्हारे आगे हाथ जोड़ती हूँ.

मैंने मामी से कहा कि इतनी मस्त जवानी है. फ्री में ख़तम हो रही है. हमारे घर पर रहती हो. तो क्या इतना सब भी नहीं कर सकती लेकिन वो सिर्फ रो रही थी.

मैंने कहा कि अगर तुम नहीं मानी तो तुम पर झूठा इलज़ाम लगा कर घर से बाहर निकलवा दूंगा. यह कहते ही वो डर गयी. वो वापिस अपनी बहुओ के पास नहीं जाना चाहती. मैंने कहा कि में जो करना चाहता हूँ मुझे करने दो किसी को पता भी नहीं चलेगा. अब वो चुप हो गयी. मैंने लोहा गरम देख कर हथोडा मार दिया.

मामी को पलंग पर लिटा कर चाकू साइड में रखा और मामी ने सपर्पण कर दिया. में मामी को बुरी तरह चूमने लगा. उनका ब्लाउज फाड़ दिया और ब्रा भी फाड़ के फेंक दी. और घागरा भी खोल कर फेंक दिया. अब मामी मेरे सामने बिलकुल नंगी थी.

मामी के बूब्स इतने बड़े और गोल मटोल टाइट थे कि क्या बताऊ. मुझे यकीन नहीं हो रहा था कि एक 45 साल की ऐज में औरत इतनी जयादा सेक्सी हो सकती है. में मामी को पूरा चूसने लगा. वो अभी भी रोये जा रही थी. और अपने आप को छुड़ाने की भीख मांग रही थी.

लेकिन में नहीं रुका और मैंने मामी के बूब्स पर हमला बोल दिया. उनको बुरी तरह मसलने लगा. खूब चूसा अपने दांत गढ़ा दिए. अब मामी को दर्द होने लगा. उसने अब वापिस संघर्ष करना शुरू कर दिया. उसने देखा कि चाकू दूर रखा हुआ है.

तो वो अब हाथ पाँव चलाने लगी . मामी शरीर की काफी हेल्ती थी तो वो अपना पूरा जोर लगाने लगी मुझे दूर करने के लिए. लेकिन में दूर नहीं हो रहा था. अब मुझे लगा कि अब जयादा टाइम देना ठीक नही.

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तो मैंने मामी को चोदने के लिए मामी की टाँगे खोलनी चाही. लेकिन उसने दोनों टांगो को बिलकुल बाँध लिया था और मुझे धक्का देने लगी. इतने में उसने मुझे धक्का दिया और बाहर की तरफ भागी.

लेकिन पूरे घर में अँधेरा होने की वजह से वो एक चेयर से टकरा गयी और गिर गयी पर अब भी वो संभल कर भागने की कोशिश कर रही थी. वो घर से बाहर जाना चाहती थी. लेकिन मैंने उसे पकड़ लिया. अब भी वो तैयार नहीं थी. इतने में मुझे बहुत गुस्सा आ गया. पर मैंने आराम से अपना दिमाग चलाया.

मैंने मामी की चूत में उंगली डाल दी जिस से वो थोड़ी ढीली पड़ी और इतने में मैंने उसे गोद में उठाया और वापिस रूम में ले आया और पलंग पर पटक दिया और रूम लॉक कर दिया. वो फिर से उठने की कोशिश कर रही थी लेकिन में अब पूरा गुस्से में था . मैंने उसे धक्का दे कर लिटा दिया और खुद उस पर चढ़ गया.

अब मेरे पास एक यही तरीका था में फटाफट उसको चोद दूँ. उसकी चूत इतनी चिकनी लग रही थी कि किसी के भी मुह में पानी आ जाये. लेकिन उसने अपनी टाँगे फिर से बाँध ली. इस बार मैंने उन्हें अलग किया और टांगो के बीच में आ गया. तब वो अपनी चूत के आगे हाथ लगाने लगी.

लेकिन मैंने उसका हाथ हटा दिया और अपने एक हाथ से उसके दोनों हाथो को ऊपर की ओर पकड़ लिया और दुसरे हाथ से अपने लोडे को उसकी चूत पे सेट किया. वो हलकी सी गीली थी. मैंने लंड को सेट कर के ज़ोरदार शॉट लगाया और पूरा लौंडा मामी की चूत में चला गया.

मामी के मुह से चीख निकल गयी. उसे चुदे हुए १०- १२ साल हो गए थे. चूत बहुत ज़यादा टाइट थी. अब मैंने ज़ोरदार शॉट लगाने शुरू किये. उसकी आँखों से दर्द के आंसू आने लगे. लेकिन में नहीं रुका.

मुझे अपने ऊपर गर्व हो रहा था कि में एक २६ साल का लड़का एक 45 साल की औरत की चूत मार के उसकी हालत ख़राब कर रहा हू. अब मामी कमज़ोर पड़ने लगी थी और बेसुध सी हो गयी. अब वो समर्पण कर चुकी थी.

मैंने १ घटे तक मामी को बहुत चोदा. हर तरह से चोदा और जगह जगह से काट भी लिया. उसकी चूत सूज गयी थी. वो भी मस्ती में धीरे धीरे आःह्ह…… अह्ह्ह्ह…. की सिस्कारिया निकाल रही थी और मैंने गोलिया खा रखी थी और में रुक भी नहीं रहा था. बस पुरे पुरे शॉट लगा रहा था.

इतने में मामी बेहोश हो गयी. में फटाफट किचिन में गया और पानी लेकर आया. पानी के छींटे मामी के मुह पर मारे. वो जैसे ही होश में आई मैंने फिर से उसकी चूत में लौडा पेल दिया और पुरे शॉट लगाने लगा.

अब मामी समझ चुकी थी कि आज वो नही बच सकती और मैंने मामी को चोद ही दिया और एक घटे बाद अपना सारा माल मामी की चूत में छोड़ दिया और पूरी रात कई आसनो में चुदाई की.

और आज भी जब मन होता है मामी की चुदाई कर लेता हू. और अब तो वो भी बड़े मजे लेकर मुझ से चुदवाती है . कहानी पढने के बाद अपने विचार हमे जरुर बताये….



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