मा सस्ती रॅंड की तरह नौकर से चुदी

हेलो रीडर्स, जैसा आपने पिछले पार्ट में पढ़ा की मम्मी और राजू दोनो क्लोज़ सिचुयेशन में थे, और मम्मी उसको बार-बार सिड्यूस कर रही थी. अब आयेज…

राजू मम्मी के पैर दबा रहा था, और मम्मी राजू के सामने बिल्कुल नंगी लेती हुई थी, और मैं साइड में सोने का नाटक कर रहा था.

मम्मी राजू को उपर-उपर दबाने के लिए बोलती रही, और फिर आख़िर राजू ने मम्मी की छूट पे हाथ रख दिया, और छूट को उपर से ही सहलाने लगा.

मम्मी: कितना भोला है तू. बिल्कुल ध्रुव की तरह है.

राजू: छ्होटे मालिक की तरह मतलब?

मम्मी: अर्रे मेरे ध्रुव बेबी भी बहुत भोला और बच्चे की तरह है अभी तक. बेचारा भोलू बेटा.

राजू को कुछ समझ नही आया.

मम्मी: अर्रे मेरा बेटा चूतिया है बिल्कुल. इसको चूड़म-चुदाई की बिल्कुल अकल नही है.

राजू: अछा, तभी मुझे कुछ कुछ लगता तो था. की मालकिन छ्होटे मालिक को अभी तक बच्चो की तरह क्यूँ ट्रीट करती है.

मम्मी: चल अब ये सब छ्चोढ़, और मेरी चूत की आग बुझा.

राजू: लेकिन यहा छ्होटे मालिक सोए है, उठ गये तो?

मम्मी: अर्रे तुझे बताया तो ये बिल्कुल चूतिया है. और तुझे जो बोला वो कर.

राजू: जी मालकिन.

मम्मी मुझे पक्का चूतिया समझती थी. लेकिन मम्मी बेचारी को क्या पता की उनके छूतिए बेटे को उनकी सारी रंडी-बाज़ी का पता था.

मम्मी ने राजू को अपने उपर खींच लिया, और किस करने लगी. राजू मम्मी के बूब्स दबा रहा था, और किस का मज़ा ले रहा था.

मम्मी ने किस करते-करते राजू का अंडरवेर नीचे कर दिया, और उसका लंड आज़ाद कर दिया. राजू का लंड 6 इंच का था. राजू ने किस तोड़ी, और अपना अंडरवेर उतार दिया. अब मम्मी और राजू बिल्कुल नंगे थे, और साथ में मैं सोया था.

मम्मी को बिल्कुल शरम नही थी, की साथ में उनका बेटा सोया था, और वो एक नौकर से नंगी चूड़ने वाली थी. राजू ने मम्मी की टांगे और खोल दी, और छूट चाटने लगा. मम्मी ने अपनी एक टाँग मेरे उपर ही रख दी. लेकिन इससे मैने कोई हुलचल नही की, बस वैसे ही लेता रहा.

मेरा लंड भी बिल्कुल फटने को हो गया था. अछा हुआ मैने एक चादर ओढ़ रखी थी, तो लंड का पता नही चल रहा था. राजू मम्मी की छूट में अपनी जीभ चला रहा था. और मम्मी राजू के सिर में हाथ फेर रही थी.

मम्मी: आ ऐसे ही आहह.

राजू ने मम्मी की छूट 10 मिनिट तक छाती, और मम्मी भी मज़े से सिसकारियाँ लेती रही. फिर मम्मी ने राजू को हटा दिया, और खुद घुटनो पे खड़ी हो गयी.

मम्मी ने पहले राजू को 2-3 मिनिट तक आचे से किस किया. फिर मम्मी झुक कर राजू का लंड चूसने लगी. राजू भी अपने घुटनो पे बैठ गया, और मम्मी के बालों को पकड़ पकड़ कर लंड चुस्वा रहा था.

मुझे वैसे मम्मी लंड चूस्टी नही दिख रही थी. मेरी साइड मम्मी की गांद थी. तो मुझे मम्मी की बस्टी गांद और छूट दिख रही थी. मम्मी जब राजू का लंड चूस रही थी, तो ग्लूप-ग्लूप की आवाज़ पुर रूम में हो रही थी.

फिर मम्मी ने लंड को मूह से निकाल दिया और लेट गयी. राजू ने मम्मी की छूट पे लंड सेट किया, और अंदर डाल के छोड़ने लगा.

मम्मी: एयेए ऐसे ही राजू हाा हााअ और ज़ोर से कर म्‍म्मह.

राजू भी मम्मी की सिसकारियाँ सुन कर एक्शिटेड हो रहा था, और उसने मम्मी की छूट ज़ोर से मारनी शुरू कर दी. मम्मी बहुत ज़ोर-ज़ोर से सिसकारियाँ ले रही थी. उनको कोई फराक नही पद रहा था, की साथ में उनका बेटा सोया था, जो की उठ जाएगा और देख लेगा तो क्या कहेगा.

मम्मी बहुत खुल कर सिसकारियाँ ले रही थी, जो पुर रूम में गूँज रही थी.

राजू छोड़ते हुए मम्मी के बूब्स दबा और नोच रहा था.

मम्मी: एयेए आआ आहह.

ये करते हुए मम्मी झाड़ गयी. फिर राजू मम्मी को 5-6 मिनिट और छोड़ता है. उसके बाद मम्मी उठती है पोज़िशन चेंज करने के लिए.

मम्मी ऐसा करती है जिसका मैने सोच भी नही था. वो मेरे उपर आ कर घोड़ी बन जाती है. ये समझ लो की मम्मी के दोनो हाथ और घुटनो के बीच में मैं सो रहा था. उन्होने अपने बाल बाँध लिए और नीचे मूह कर लिया.

मम्मी के बूब्स ठीक मेरे मूह के उपर थे. अब राजू को भी ऐसे ही घुटनो पे आना पड़ा, और उसने पीछे से मम्मी की छूट में लंड फ़ससा दिया और छोड़ने लगा.

मैने अपनी आँखें पूरी खोल दी थी. मेरे बिल्कुल सामने मम्मी के बूब्स झूल रहे थे.

मेरा बहुत मॅन कर रहा था की पकड़ के चूस लू. लेकिन ऐसा कर नही सकता था. राजू की जांघें मम्मी की गांद से टकरा रही थी, जिससे बहुत ज़ोर-ज़ोर से पच पच की साउंड हो रही थी.

मम्मी: आअहह एयेए एयेए हाअ.

राजू वैसे मम्मी को 7-8 मिनिट छोड़ता रहा. फिर राजू की स्पीड और मम्मी की सिसकारियाँ पहले से बढ़ गयी.

राजू: मालकिन निकालने वाला है.

मम्मी: आअहह आआ मेरे उपर निकाल डियो रुक आआ.

मम्मी ने उसका लंड बाहर निकाल दिया, और मेरे उपर से हट कर साइड लेट गयी. राजू भी मम्मी के उपर लंड करके ज़ोर-ज़ोर से हिलने लगा, और मम्मी के उपर धार छ्चोढ़ दी. पहली पिचकारी तो मम्मी के मूह पे पड़ी थी. जिससे मम्मी की नाक, गाल और होंठो पे माल गिर गया था. तोड़ा माल मम्मी के बूब्स पे गिर गया था.

मम्मी रिलॅक्स लेट कर राजू के माल को अपने जिस्म पे मसालने लगी. जो माल मम्मी के फेस पे गिरा था, वो मम्मी पी गयी. राजू वाहा से उठ कर मम्मी के पास आया और मम्मी को किस करने लगा. दोनो 2-3 मिनिट किस करते है.

राजू: मालकिन आपकी छूट मार के बहुत मज़ा आया.

मम्मी: ह्म मुझे भी. अब रोज़ मेरी ऐसे ही सेवा करना.

राजू: जी मालकिन.

मम्मी: चल अब जल्दी से किचन की सफाई कर दे. फिर मैं आती हू और दोपहर का लंच भी बनाना है.

राजू: जी मालकिन.

राजू वाहा से चला जाता है. मम्मी वही लेती रहती है. मैं 5 मिनिट बाद देखता हू, तो मम्मी वैसे ही सो जाती है. मौका देख के मैने भी मम्मी के बूब्स दबा दिए, और छूट पे हाथ फेर दिया.

जब मैने छूट पे हाथ फेरा, तो मम्मी हिल गयी. मैं जल्दी से पीछे हो कर लेट गया. मम्मी ने उठ कर मुझे देखा, लेकिन मैं तो मम्मी के लिए बहुत भोला था. तो मम्मी को लगा की वहाँ होगा, और मम्मी फिरसे लेट गयी.

फिर आधे घंटे बाद मम्मी उठी. मम्मी बेड से उतरी, उन्होने राजू का अंडरवेर जो नीचे पड़ा था वो उठाया, और रूम से बाहर चली गयी. मैं भी मम्मी के पीछे-पीछे था. मैने देख की राजू बिल्कुल नंगा ही किचन सॉफ कर रहा था.

मम्मी (हेस्ट हुए): अर्रे तूने अभी तक कपड़े नही पहने.

राजू: मालकिन अभी पहन लेता हू पूरा सॉफ करके.

मम्मी: कोई बात नही, ऐसे ही अछा लगा रहा है. मुझे भी नंगा रहने में बहुत मज़ा आता है.

राजू इस बात पे खुश हो गया. मम्मी राजू के पास गयी, और नीचे घुटनो पे बैठ कर उसका लंड चूसने लगी. राजू का लंड फुल खड़ा नही था. तो मम्मी चूस-चूस कर लंड को जगा रही थी. मम्मी बिल्कुल रंडियो की तरह लंड चूस रही थी.

5 मिनिट चूसने के बाद मम्मी हॅट गयी और राजू का लंड भी फुल टाइट हो गया. मम्मी फिर किचन की स्लॅब पे अपनी टाँग खोल के बैठ गयी. राजू ने भी तुरंत मम्मी के पास जाके लंड छूट में फ़ससा दिया और छोड़ने लगा.

मम्मी: आआहह आआ आआ.

मम्मी ने उसको खुद से चिपका लिया था, और किस कर रही थी.

वैसे ही राजू ने मम्मी को 7-8 मिनिट छोड़ा.

मम्मी: आआ, रुक अब, ऐसे दर्द हो रहा है.

फिर राजू ने मम्मी को उठा लिया. मुझे लगा ही था की दोनो बाहर आएँगे, तो मैं जल्दी से साइड होके सीडीयों पे हो गया था.

राजू का लंड अभी भी मम्मी की छूट में ही था. राजू मम्मी को फिर सोफे पे ले गया, और वाहा मम्मी को लेके बैठ गया. मम्मी अब राजू के लंड पे कूदने लगी.

राजू मम्मी के बूब्स को जनवरो की तरह चूस कर छोड़ रहा था. जिससे मम्मी और ज़ोर-ज़ोर से सिसकारियाँ लिए जेया रही थी. फिर 15 मिनिट दोनो ऐसे ही चुदाई में लगे रहे, और दोनो ज़ोर से आअहह करते हुए एक साथ झाड़ गये.

राजू ने अपना माल मम्मी की छूट में ही छ्चोढ़ दिया था. मम्मी झड़ने के बाद राजू से चिपक कर उसके लंड पे बैठी रही. दोनो ने एक-दूसरे को जाकड़ लिया था, और वैसे ही पड़े रहे. इतने में मैं रूम में चला गया, और वाहा से देखने लगा. 5-6 मिनिट बाद फिर मम्मी उसके लंड पे से उठी.

मम्मी: चल जल्दी से खाना बना लेते है.

राजू: जी मालकिन.

फिर राजू और मम्मी किचन में चला गये. मैं भी पीछे गया तो वाहा मम्मी और राजू जल्दी-जल्दी खाना बना रहे थे. और दोनो बिल्कुल नंगे थे. अब 1 बाज गया था, तो दोनो जल्दी-जल्दी कर रहे थे, क्यूंकी पापा 1:30 से 2 के बीच आ जाते है.

मैं फिर जाके रूम में लेट गया. थोड़ी देर बाद मम्मी रूम में आई, और बातरूम में चली गयी. बाहर आके मम्मी ने एक लेगिंग और वाइट त-शर्ट पहन ली. फिर मम्मी ने मुझे उठाया.

मैने देख की मम्मी के निपल त-शर्ट में से क्या सेक्सी लग रहे थे. देखते ही लंड टाइट हो गया था. फिर बाद में पापा आए, और हम सब ने खाना खाया. फिर पापा चले गये.

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