ही गाइस, मेरा नाम मेनू है. मैं पुंजब से हू. मेरी आगे 19 साल की है. मैं 1स्ट्रीट एअर में पढ़ती हू. मेरे घर पर मेरे मों-दाद और मेरा बड़ा भाई है. उसका नाम राज है. अब मैं स्टोरी पर आती हू.
सॅटर्डे का दिन था, और नेक्स्ट दे मेरा बर्तडे था. मैं रात का खाना सब के साथ खा कर अपनी फ्रेंड के साथ आइस्क्रीम लेने बाहर आ गयी. भाई अपने रूम में जेया चुका था. मों-दाद भी अपने-अपने रूम में थे. हल्की बारिश हो रही थी.
मैं घर आई तो भीग गयी थी. मैने डोर लॉक किया. रात के 10 बाज रहे थे. मैं अपने रूम में गयी, और लोंग मॅक्सी टाइप नाइट सूट पहन लिया. उमस का मौसम था, मेरे रूम का एसी नही चल रहा था.
फिर मैं भाई को बुलाने गयी थी. देखा वो अपने रूम में नही था. मैं उपर च्चत पर गयी, तो वो किसी से बात कर रहा था, और एक हाथ अपने अंडरवेर में डाल कर हिला रहा था.
वो अपनी गफ़ से बात कर रहा था. मैं बिना कुछ बोले नीचे आने लगी तो देखा मों-दाद के रूम का डोर ओपन था, और आवाज़ आ रही थी. मों दाद का लंड मूह में लेकर चूस रही थी. मैने पहली बार इतना बड़ा लंड देखा था. मों पूरा मूह में लेकर चूस रही थी.
फिर पापा ने मों को उठाया, और उपर आने को कहा. मों पापा के लंड पर बैठ गयी. पापा ने आराम से अंदर डाल दिया. मैं डोर के पास सब देख रही थी. मों अब उपर-नीचे होने लगी.
मों: अयाया, ज़ोर से करो मेरी जान.
पापा: क्यूँ कही जाना है क्या?
मों: नही रहा जेया रहा.
तब पापा ने स्पीड तेज़ कर दी.
मों की आवाज़: अया राजेश अया, छोड़ अपनी नीलू को (नीलू मों का नामे है).
वो अपने हाथ से अपने बूब्स दबा रही थी.
मों: आआ एयाया राजेश छोड़.
पापा का 8 इंच लोंग लंड पूरा अंदर जेया कर वापस आ रहा था. ये देखते हुए मेरा हाथ मेरी पनटी में चला गया. मैं अपनी छूट रब कर रही थी. मुझे पता नही कब मेरा भाई मेरे पीछे आ कर सब नोटीस कर चुका था.
मैं मस्ती में सब देख रही थी. 15 मिनिट बाद पापा का सारा पानी मों की छूट में निकल गया. मों नीचे आ गयी, अपनी छूट सॉफ की, और पापा का लंड अपने मूह से सॉफ करने लगी. मेरी छूट भी गीली हो गयी थी.
मैं मूड कर जाने लगी, तो भाई से टकरा गयी, और शरम से रूम में भाग गयी. भाई भी अपने रूम में आ गया. कुछ टाइम बाद मों नाइट सूट पहन नीचे आ गयी. देखा मैं लेती हुई थी, तो बोली-
मों: एसी नही चल रहा?
मैने कहा: नही.
वो बोली: चल भाई के रूम में सो जेया.
मैं नही मानी, तो मुझे ज़बरदस्ती ले गयी. भाई सो गया था. उसका लंड बिल्कुल हवा में खड़ा था. मुझे अजीब लग रहा था.
मों ने कहा: तुम हमारे डोर पर खड़ी क्या देख रही थी?
मैने कहा: नही.
वो बोली: तुम थी.
मैने ना किया तो मों ने मेरी मॅक्सी उपर की. मेरी पनटी गीली थी.
फिर वो बोली: ये गीली कैसे हुई?
मैं कुछ ना बोली.
मों: बेटा देख बाहर जेया कर किसी गैर से कारवावगी तुम?
मैं: नही मों, ऐसा नही हो सकता.
मों: देख तेरा भाई भी काई बार बाहर जेया कर सेक्स करना चाहता था. क्या पता कों कैसी हो? किसी को कोई बीमारी ना हो. तो मैं ही इसको सब देती हू 2 साल से. ये तुम्हे नही पता था, आज बता देती हू. आज तुमने सब देख लिया है.
मैं: मों आप और भाई कैसे? वो आपका बेटा है.
मों: मैं डेली एक टाइम इसको चरमसुख देती हू. ताकि बाहर जेया कर ग़लत सोसाइटी में ना चला जाए.
मों ने मेरी पनटी उतार दी. मेरी छूट एक-दूं से सॉफ थी. मैने मॉर्निंग ही क्लीन की थी. फिर मों ने टवल से मेरी छूट सॉफ की, और कहा-
मों: अब तुम देखना.
उन्होने भाई का अंडरवेर उतार दिया, और उसका लंड हाथ में लिए हिलने लगी.
भाई भी उठ गया और बोला: मों आज पूरी फॅमिली कंप्लीट हो गयी.
मैं बोली: हा भैया.
भाई का लंड पापा के लंड जैसा था. मों ने भाई का लंड मूह में लिया और चूसने लगी. भाई मेरे बूब्स दबाने लगा. मेरे बूब्स 32″ साइज़ के है. वो मेरे निपल्स को काटने लगा. मैं भाई के उपर आ कर अपने बूब्स उसके मूह पर रगड़ने लगी. मेरे निपल्स टाइट हो चुके थे.
तभी मों ने मुझे नीचे आने को कहा. मैं बेड पर आ गयी. फिर भाई को बोला मेरी लेग्स उठा कर उपर करे. भाई ने वैसे ही किया. हम लोग मिशनरी पोज़िशन में आ गये. मों ने एक क्रीम मेरी छूट पर और भाई के लंड पर लगा दी, और उसे पुश करने को कहा.
उसका लंड बाहर ही फिसल गया. फिर भाई ने लंड मेरी छूट के होल पर टीका कर ज़ोर से धक्का दिया. मेरी चीख निकल पड़ी, और मेरी मा ने मेरी पनटी मेरे मूह में डाल दी, और मैं दर्द से कराहा उठी-
मैं: उउईई मा मॅर गयी एयेए एयेए एयेए निकाल राजू इसको. बाहर निकाल.
वो नही माना. मेरी मा ने मेरे दोनो हाथ पकड़ कर रखे थे, और मेरे उपर आ गयी. उन्होने अपनी छूट मेरे मूह पर रख दी. राजू ने एक और ज़ोर से धक्का लगाया, और मेरी आँखों से आँसू आ गये. मेरी आवाज़ मेरी पनटी और मों को छूट से डब गयी थी. मुझे पाईं हो रहा था.
फिर राजू आराम से करने लगा, और मुझे तोड़ा मज़ा आने लगा. 15 मिनिट बाद राजू मेरी छूट में झाड़ गया. मों भी उठ कर नीचे आ गयी. मैने राजू का लंड देखा उस पर ब्लड लगा था. मैं दर्र गयी तो मों ने कहा-
मों: कुछ नही, ऐसा होता है. सील टूटी है.
फिर मों ने कुछ आइस दी लगाने को, ताकि पाईं कम हो.
मों: ठीक है, मैं अब अपने रूम में चलती हू. तुम दोनो एंजाय करो.
फिर मों चली गयी. राजू ने डोर लॉक किया. मैं ऐसे ही पड़ी थी. मेरी कमर में पाईं हो रहा था.
30 मिनिट बाद मैं उठी, और छूट सॉफ की. मेरी छूट रेड हो गयी थी. मैं राजू के बगल में लेट गयी. राजू फिर एक हाथ से मेरे बूब्स दबाने लगा.
मैं भी उसकी तरफ हो गयी. वो एक हाथ से मेरी छूट सहला रहा था. मुझे भी मज़ा आ रहा था. मैं उसका लंड पकड़ कर हिलने लगी. उसका लंड टाइट हो रहा था. वो मेरे निपल्स को मूह में लेके चूस रहा था. फिर मैं उठी और उसके लंड को मूह में लिया और चूसने लगी.
उसका टेस्ट अजीब था. उसकी स्मेल भी अलग थी. वो भी मेरा सर पकड़ कर अपने लंड पर दबाने लगा. उसका लंड मेरे गले तक जेया रहा था. रात के करीब 1 बाज गये थे. उसका लंड पूरा टाइट था. मैं एक हाथ से उसकी गोलियों को सहला रही थी.
फिर मैं उठी, और उसके उपर आ गयी. उसके लंड को अपनी छूट पर टीका दिया, और ज़ोर से उस पर बैठ गयी. उसका लंड मेरी छूट में जेया रहा था. उूउउइ मा, इतना पाईं अया अया मेरे मूह से आवाज़े आ रही थी.
मैं: राजू अया मेरी जान आराम से करो.
मैं हल्के से उपर-नीचे होने लगी. वो भी नीचे से पुश करने लगा. अयाया मैं जानत में घूम रही थी. मेरे बूब्स उछाल रहे थे. 10 मिनिट बाद उसने अपना लंड बाहर निकाल लिया.
मैने कहा: क्या हुआ?
वो बोला: तुम इधर आओ.
और फिर मुझे डॉगी बना दिया, और पीछे से लंड मेरी छूट में पेल दिया.
मैं: अयाया अया एयाया मॅर गयी.
अब वो पूरी स्पीड से छोड़ रहा था. उसकी गोलियाँ मेरी छूट को लग रही थी, मीन्स उसका पूरा लंड अब अंदर जेया रहा था. 10 मिनिट बाद वो मेरी छूट में झाड़ गया. मैं ऐसे ही पड़ी रही. उसका सारा पानी मेरी छूट में था. फिर वो उठा, और मुझे एक गोली खाने को दी.
वो गोली ई-पिल थी ताकि मैं प्रेग्नेंट ना हो जौ. मैने झट से गोली खा ली, पानी पिया, और लेट गयी. हम दोनो फिरसे चिपक कर सो गये. बाकी की स्टोरी नेक्स्ट पार्ट में. आप बताना आपको मेरी स्टोरी कैसी लगी. मैं आपके रिप्लाइ का वेट करूँगी. पूजाबेडसटर@गमाल.कॉम पर आप कॉमेंट भेज सकते हो.