मा की चुदाई स्कूल टाय्लेट में

पहले तो मैं आप सब से माफी माँगना चाहता हू की इतने दीनो बाद इस सेक्स कहानी का अगला पार्ट लिख रहा हू. इस सेक्स कहानी को आयेज बढ़ने से पहले आप पिछले पार्ट पढ़ सके तो. इससे आपको और आचे से मेरी सेक्सी मम्मी की मादक चुदाई का सफ़र समझ में आएगा.

जैसे की आप सब जानते है कारण ने मम्मी को नवरात्रि में बुरी तरह से छोड़ा. कारण मेरी मम्मी की फ्रेंड निशा का बाय्फ्रेंड था. उसने अपने लंड से जैसे मम्मी को अपने वश में कर लिया हो. मम्मी को उसकी चुदाई की मानो लत्ट लग गयी थी. इतनी बार उसने मेरी मम्मी की ठुकाई की उसके बाद.

बहुत बार तो निशा आंटी को झूठ बोल कर भी उनका चुदाई का खेल चलता रहता था. मेरी मम्मी को वो जब चाहे तब फोन करके चुदाई के लिए इस्तेमाल करता था. मम्मी भी बिना कुछ बोले बस उसके इशारों पे नाचती थी. अपनी पर्सनल रंडी जैसे उसने मम्मी को ट्रीट करना चालू कर दिया था.

कारण एक कॉलेज स्टूडेंट था, जिसे मेरी मम्मी जैसी मादक शादी-शुदा औरत मिल गयी थी ठुकाई के लिए. जो उसके इशारे पर गांद हिलाते-हिलाते जहाँ वो चाहे वहाँ आ जाती थी. उसने इस बात का फ़ायदा उठना शुरू किया. मेरी मम्मी का फिगर एक-दूं मेनटेन किया हुआ था. रेग्युलर एक्सर्साइज़ करने से उनकी बॉडी अची शेप में थी. और उनको तो वैसे भी बहुत बन-तहां के रहना पसंद था.

उनका सारी पहनने का तरीका बहुत ही सेक्सी था. अपने ब्लाउस में से अगर बूब्स थोड़े बाहर ना निकले, थोड़ी क्लीवेज ना दिखे, देख के सामने वाले का हिलने को मॅन ना करे, तो वो ब्लाउस ही किस कम का, ऐसा उनको लगता था. सारी तो अपनी नेवेल के नीचे पहनती थी, जिससे उनके ब्लाउस से लेके पेटिकोट तक का उनका वो सफेद फ्लॅट पेट पूरा दिखता रहता था, जिसमे बीच में उनकी डीप नेवेल आए-हाए!

क्या नशीले मादक जिस्म की मालकिन थी वो. ब्लाउस की बॅक तो बस 2 हुक से या बस 2 डोरी से बँधी हुई. ऐसे तो ब्लाउस रहते थे जिसमे ब्रा पहनना मुश्किल हो. बहुत ब्लाउस के मेटीरियल इतने पतले रहते थे की उनकी ब्रा सॉफ-सॉफ दिखाई पड़ती थी. कारण ने इस बात का फ़ायदा उठाया. वो मम्मी को अपनी स्पोर्ट्स बिके पे लेके घूमता था.

उसकी छ्होटी से सीट पे मम्मी मुश्किल से बैठती थी. पूरा टाइम कारण को कस्स के पकड़ के रहना पड़ता था. कारण मम्मी को अपने दोस्तों से भी मिलता था. मम्मी को अपनी गर्लफ्रेंड जैसे सब से सामने पेश करता था. सब जानते थे की ये औरत शादी-शुदा है, पर किसी को मम्मी का आयेज का पता नही चल पाता था. सब को आज भी वो 25-26 साल की औरत लगती थी, जिसकी अभी शादी हुई हो.

कारण की इमेज सब दोस्तों में प्लेबाय और स्टड लड़के की थी. मम्मी को उसके साथ देख कर सब को मेरे पापा के उपर दया आती थी, की इसका पति कितना बेवकूफ़ है, की इतनी कड़क माल को इस कुत्ते के साथ आने दे रहा है. क्यूंकी वो बहुत आचे से जानते थे की इस भरे हुए शरीर के हर हिस्से को कारण किस दरिंदगी के साथ नोच खाता होगा.

जैसे-जैसे उनका रिश्ता आयेज बढ़ा, कारण की हरकतें और भी गंदी और तर्की होने लगी. जब अगर वो बाहर जाते, मोविए, शॉपिंग, या डिन्नर, कारण मम्मी को तोड़ा आयेज भेज देता. फिर वो देखता की मम्मी पे कों-कों अपने डोरे डाल रहा है, और मॅन ही मॅन खुश होता उसको पा लेने की खुशी से.

मम्मी से कुछ रोक-टोक ना होने की वजह से उसने हमारे घर खुलेआम आना शुरू कर दिया. पापा घर पे भले हो, वो बस छाई के लिए या डिन्नर के लिए आया हो ऐसे दिखता था, और एक भी मौका मिले उसमे मम्मी को दबोच लेता था. मम्मी कुछ आवाज़ तो कर नही पाएगी, इसका फ़ायदा उठा के उनकी चुचिया दबाता था.

एक बार तो उसने ज़ोर से झटका दिया, उसमे मम्मी के ब्लाउस के दोनो हुक ही टूट गये. मम्मी का ब्लाउस पूरा खुल गया किचन में ही. पापा बस आने को ही थे. तभी मम्मी ने जल्दी से खुद सारी से कवर किया, और वो बाल-बाल बच गये.

कारण एक के बाद एक बेशरामी की हादे पर करता जेया रहा था. उसने मम्मी जिस स्कूल में टीचर थी, उसको भी नही छ्चोढा था. मम्मी के स्कूल का एक बार स्पोर्ट्स वीक था. दोपहर के टाइम था. सब लोग ग्राउंड पे गेम्स एंजाय कर रहे थे. मम्मी ने पिंक कलर की सारी और रेड कलर का ब्लाउस पहने था. स्टूडेंट्स सब ग्राउंड पर जेया चुके थे.

मम्मी बस वॉशरूम उसे करने के लिए स्कूल बिल्डिंग आई थी. तभी मम्मी को पीछे से कोई दबोच लेता है. मम्मी बस चिल्लाने ही वाली थी की उसने मूह भी दबा दिया. मम्मी अचानक से रोने लगी, और अपने हाथ पैर-मारने लगी. पर कारण मम्मी से काफ़ी ज़्यादा हटता-कटता लड़का था, तो मम्मी के एफर्ट्स का उसपे कोई असर नही हुआ. उसने मम्मी के कानो में बोला-

कारण: चुप होज़ा साली कुटिया, वरना तेरी ही चड्डी तेरे ही मूह में भर के मूह बंद कर दूँगा.

मम्मी ने कारण की आवाज़ तो पहचान ली, पर उसको स्कूल में ऐसे देख के वो शॉक में थी. कारण ने मम्मी को दीवार के अगेन्स्ट दबाया, और एक हाथ से उसका पल्लू ज़ोर से खींचा. सारी का पल्लू ब्लाउस से पिन से अटॅच था. उसने जैसे ही पल्लू खींचा, ब्लाउस का एक हिस्सा फटत के निकल गया.

मम्मी कुछ बोल भी नही पाई उसका ऐसा रूप देख के. कारण ने एक हाथ से मम्मी के ब्लाउस के हुक खोले, और उसे निकाल फेंका. ब्रा कुछ ज़्यादा ही टाइट थी. उसे निकालने का पेशियेन्स नही था. उसने उसे भी फाड़ के फेंक दिया वॉशरूम के फ्लोर पे. मम्मी की खुली चुचियो को मूह में भर के कारण चूसने लगा, और निपल्स को काटने लगा. उनकी सिसकारियाँ निकालने लगी.

मम्मी को दर्र भी लग रहा था की वॉशरूम में अगर कोई आ गया, तो उनकी बुरी तरह से बेइज़्ज़ती होगी. पर उनकी गीली हो रही छूट उनसे उनके दिमाग़ का पूरा कंट्रोल ले चुकी थी. कारण ने बस सारी और पेटिकोट उपर उठाया, और मम्मी को वॉशबेसिन के फ्लोर पे बिताया. मम्मी ने कारण की पंत खोली और उसका लंड निकाला.

वो कुछ सोचे इससे पहले कारण ने अपना घोड़े जैसा लंड मेरी मम्मी की छूट में घुसा दिया. मम्मी कंट्रोल नही कर पाई और ज़ोर से ‘आहह मॅर गयी’ करके चीख पड़ी. पर जब तक उनको रीयलाइज़ होता वो स्कूल के वॉशरूम में चुड रही थी, बहुत देर हो चुकी थी. पास ही एक वाचमन ने आवाज़ सुनी तो वो वॉशरूम की और बढ़ने लगा. मम्मी कारण को रिक्वेस्ट करने लगी की कोई आ गया तो उनकी इज़्ज़त मिट्टी में मिल जाएगी. तो वो जल्दी ख़तम करे. या फिर वॉशरूम का डोर लॉक कर दे.

उसपे कारण ने मम्मी को और ज़ोर से धक्के लगते हुए गाली देना शुरू किया: साली कुटिया, तेरी इज़्ज़त मैं उतार देता हू. बहुत नाटक करती है इज़्ज़तदार बनने का. पता चलने दे तेरे स्कूल में भी तेरे काले कारनामे. रंडी है तू रंडी. मेरी पर्सनल रंडी. कल से तू स्कूल टीचर नही बल्कि स्कूल की रंडी कहलाएगी. छिनाल कही की.

मम्मी ज़ोरदार चुदाई और इतना सब सुन के घबराने लगी. तभी उनको किसी की फुटस्टेप्स की आवाज़ आती है. कारण इज़्ज़त रख के मम्मी को ऐसे ही गोद में उठता है, और अपनी ठुकाई को कंटिन्यू रखते हुए मम्मी को वॉशरूम के अंदर ले जेया कर डोर लॉक कटा है. तभी मम्मी को याद आता है की उनकी फाटती हुई ब्रा और ब्लाउस कारण ने बाहर ही निकाल के फेंक दिए थे. मम्मी उसे लाने के लिए बोलती है, तो कारण फिर बाहर जाता है. मम्मी इस पुर कांड के बीच कारण की गोद में उसके लंड पर उछाल रही होती है.

कारण झुक के ब्रा और ब्लाउस उठता है और अंदर की तरफ भागता है. तभी वॉशरूम का गाते ओपन होने की आवाज़ आती है, और वॉचमन अंदर आता है. एक सेकेंड के लिए अगर लाते होता, तो आज एक रेस्पेक्टेड टीचर अपने ही स्कूल के वॉशरूम में एक कॉलेज के लड़के के लंड पर उच्छलते हुए पकड़ी जाती.

वाचमन को कुछ आवाज़ नही आती, तो वो वापस जाने के लिए निकलता है. तभी उसको ज़मीन पे एक ची, दिखती है. वो एक फटते हुए कपड़े का टुकड़ा होता है. हा ये वही ब्लाउस का टुकड़ा था, जो कारण ने पल्लू खींचते समय फाड़ दिया था. वाचमन को कुछ डाउट होता है, पर वो उस टुकड़े को अपने पास रख कर वो वहाँ से निकल जाता है.

यहाँ अंदर कारण मम्मी को फिर से पेलना चालू करता है. मम्मी बिना कुछ आवाज़ करे अपनी छूट की हो रही बेरहम ठुकाई का मज़ा ले रही होती है. कारण का जब पानी निकालने का टाइम आता है, तब मम्मी को अपने पास खींच लेता है. उसके पानी से छूट भरने के बाद मम्मी जब उठी, तो पूरा पानी उनकी जांघों से निकल कर नीचे आने लगता है.

दोनो एक-दूसरे को देखते है बिल्कुल चरमसुख की प्राप्ति के बाद. मम्मी अपने कपड़े पहनने लगती है, पर उनकी ब्रा तो फटत चुकी थी, तो सिर्फ़ ब्लाउस पहन लेती है. तभी उसको पता चलता है उनके ब्लाउस का एक टुकड़ा भी फटता था, और पसीने की वजह से ब्लाउस कुछ-कुछ ट्रॅन्स्परेंट होने लगा था. पर कुछ ऑप्षन ना होने के कारण वो अपने पल्लू से खुद को कवर करने का ट्राइ करती है.

वहाँ से जैसे-तैसे मम्मी घर पहुँचती है. तभी उन्हे चिंता होती है की उस फटते हुए ब्लाउस के टुकड़े का क्या होगा. वो किसी के हाथ ना लगे वरना कही वो पकड़ी ना जाए.

फिलहाल के लिए इतना ही. अगले पार्ट में मैं बतौँगा क्या वॉचमन मम्मी तो पकड़ने में कामयाब होता है या नही.

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