मम्मी के साथ उसकी बेटी को भी चोदा

निक्की भी अपने घुटनों के ऊपर बैठी. मामी ने उसे कहा, देख इसे ऐसे हाथ में पकड़ और फिर इस डंडे को गले की साईंड में ले. मुहं में रखने की जगह उसे गले की तरफ डालेगी तो उलटी भी नहीं होगी और पेन भी नहीं होगा. ट्राय कर!

मैंने मामी के बाल पकडे और उसे ऊपर ले लिया. फिर मैंने और मामी किस करने लगे. उधर निक्की ने लंड को अपने मुहं में लिया. और एकाद दो फेल्ड एफोर्ट्स के बाद वो लंड चूसने में कामियाब हुई. बल्कि वो तो अपनी माँ से भी लंड को अच्छा चुस्ती थी. वो गले में लंड को ले के फिर डंडे के ऊपर अपने दांतों से हल्का हल्का प्रेशर बनाती थी जिसकी वजह से मुझे बहुत ही मजा आता था! मेरा वीर्य लंड के गलियारे तक आ गया था. लेकिन मैं अभी झड़ना नहीं चाहता था. मैंने निक्की को कहा चलो तुम दोनों लेट जाओ. मामी और उसकी बेटी अगल बगल में लेट गए. मैंने एसी की कुलिंग को बढ़ा दी क्यूंकि वो दोनों कुछ देर में काफी हॉट होने वाली थी. मैंने निक्की की बरमूडा को खिंच के निकाला और मामी ने अपने कपडे खुद ही निकाले. निक्की ने अन्दर ब्लेक पेंटी पहनी हुई थी. मैंने अपने होंठो से उसके पेंटी की स्ट्रिप को पकड़ा और उसे निचे खींचने लगा. उसकी चूत के ऊपर घुंघराले बाल थे और उसके अन्दर से पानी छुट गया था. मैंने चूत को अपनी ऊँगली से खोला और फिर धीरे से उसके ऊपर किस दे दी. निक्की की आह निकल गई.

मैंने निक्की की माँ यानि की अंजू मामी की चूत में अपनी ऊँगली डाली और फिंगर फक करने लगा. मामी की सिसकियाँ भी चालू हो गई थी. निक्की की चूत के अन्दर जैसे ही मैंने जबान को थोडा फेरा तो वो एकदम से चुदासी हो गई और जोर जोर से अह्ह्ह आह्ह ओह ओह करने लगी. मैंने अपने लंड को अपने हाथ से हिलाया और उसे थोडा सुख दिया. और फिर से मैंने निक्की की चाटने लगा और मामी की ऊँगली से फक करने लगा.

निक्की की तो बस हो गई थी जैसे. लेकिन मैं उसे छोड़ने वाला भी तो नहीं था. उसकी चूत के अन्दर ही पूरी जबान डाल के मैंने मामी की चूत में से ऊँगली निकाल के अब उसे ऊँगली से भी प्यार देना चालू कर दिया. मामी को क्या सुझा की वो अपनी चूत को ले के निक्की के माउथ के पास आ गई. नीक्की के फेस के ऊपर वो अपना भोसड़ा रख के बैठ गई. निक्की की मैं चाट रहा था और वो अपनी माँ की चाट रही थी. सच में एसी के अन्दर भी हम तीनो को काफी गर्मी होने लगी थी.

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मैंने अपनी एक ऊँगली को निक्की की चूत में डाल के हिलाई. उसकी चूत उतनी भी टाईट नहीं थी. शायद सायकलिंग और स्विमिंग की वजह से उसके चूत की झिल्ली टूट चुकी थी. क्या पता उसने किसी का लंड भी ले लिया हो पहले!

फिर मैंने अपनी दो ऊँगली से निक्की की चूत को चोदा. वो चद्दर को पकड़ के सिस्कियाने लगी थी. और उसके मुहं से ह्ह्ह अह्ह्ह्हह्ह अह्ह्ह्हह ओह्ह्ह्ह उईई अह्ह्ह्ह येस्स्स्स निकलने लगा था. वो एकदम से चुदासी आवाजे निकाल के मुझे और मामी को भी और होर्नी बना रही थी. मामी ने अपने दोनों बूब्स खुद के हाथो से पकड़ के मसले और वो अपनी गांड को हिला के अपनी चूत को बेटी के मुहं पर रगड़ने लगी. निक्की ने अपनी जबान को माँ की चूत में डाला हुआ था.

अब मैं खड़ा हुआ और मैंने निक्की की टाँगे खोली. अपने लंड को पकड के मैंने उसकी चूत में डाल के ऐसे धक्का दिया की 75% जितना अन्दर हो गया. वो दर्द से कराह उठी. लेकिन मैंने दया नहीं खाई. पाँव की गाँठ सी लगाईं मैंने उसके दोनों पैरो के ऊपर और पूरा चढ़ गया. जांघो से पूरा प्रेशर डाल के मैंने पुरे लंड को अपनी इस कजिन की चूत में पेल दिया. उसके मुहं से दर्द और प्लीजर भरे उदगार निकल रहे थे.

मामी खड़ी हो के साइड में बैठ के अपनी चूत में दो ऊँगली डाल के अपनी बेटी को चुदते हुए देखने लगी. मैं निक्की के ऊपर पूरा चढ़ गया था; उसकी सांस भी रोक दी थी मैंने जैसे. निक्की की चूत में लंड एकदम फिट बैठ गया था. मामी ने अपनी चूत में अब कुल मिला के चार ऊँगली डाली थी और वो उन्हें अंदर बहार कर के हिला रही थी और हस्तमैथुन कर रही थी. मैंने मामी को इशारा किया तो वो मेरे पास आ गई. मैं निक्की को चोदते हुए मामी की चूत को चाटने लगा. मामी की चूत ढीली थी जिसके अन्दर मैंने अपनी पूरी जबान डाल दी और चाटने लगा.

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आंटी अपने बूब्स पकड के मसल के अपनी चूत चटवा रही थी. निक्की को मिशनरी पोस में खूब मजा आ गया था अब लंड लेने का. उसने चूत को और भी कस लिया था और वो खुद अपनी गांड को उचका उचका के मेरे धक्को का जवाब दे रही थी.

पांच मिनिट चोदने के बाद मैंने मामी को कहा, मामी घोड़ी बनो!

फिर मैंने बेटी में से अपना लंड निकाला और उसकी माँ की चूत में डाल दिया. मामी तो अपनी गांड हिला हिला के चुदने लगी थी. निक्की मेरे पास आई मैंने उसके होंठो के ऊपर किस दिया और उसके बूब्स दबाने लगा. मामी को चोदने की जरूरत नहीं थी. वो खुद ही अपनी कमर में से को हिला के लंड को अपनी चूत में अन्दर बहार कर रही थी. निक्की की कमर को पकड के मैंने और एक लम्बा किस दे दिया उसे. वो मस्त हो गई थी.

20 मिनिट तक मैं मामी की चूत को ऐसे ही चोदता रहा. और फिर मेरा पानी निकल गया उसकी चूत के अन्दर.

फिर निक्की के मुहं में डाल के मैंने उसके मुहं से लंड साफ़ करवाया.

फिर हम तीनो नंगे ही सो गए एसी में. मेरी नींद तब खुली जब निक्की ने मेरा लोडा मुहं में ले के उसे चुसना चालू कर दिया. मामी के खर्राटे चालू थे और हम दोनों बिस्तर से निचे उतर के सेक्स में बीजी हो गए.

दोस्तो मैं कुछ दिन ही वेकेशन के रहनेवाला था मामा के घर. लेकिन फिर इस माँ बेटी की भोसड़ीयों ने मुझे मजबूर कर दिया सभी दिन वहाँ रहने के लिए. सुबह, शाम, रात कभी दोनों को तो कभी एक को चोद लेता था मैं!

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