मा जैसी चाची के साथ चुदाई

हेलो मेरा नाम राज है और मे अभी 27 साल का हो चुका हू. इस कहानी मे आप मेरे और मेरी मा समान चाची की बीच हुए सेक्स संभांडो के बारे मे पड़ेंगे.

ये एक बिल्कुल सच्ची गाटन्ना है. ये मेरी फर्स्ट स्टोरी रियल स्टोरी है. अगर आपको कुछ भी पूछना है तो आप मुझे एमाइल पे म्स्ग कर सकते है.

आपका ज़्यादा टाइम खराब ना करते हुए अब कहानी पे आता हू.

मे राज हरियाणा का रहने वाला हू हिस्सर के हँसी ब्लॉक मे रहता हू. ये कहानी जिनके बारे मे है उनके बारे मे कुछ बता देता हू पहले.

उनका नाम शीला है और उनकी उमर अभी 40 है. उनकी फिगर 34-38-36 है जो किसी का लंड खड़ा करने मे काबिल है. ये आज से 8 साल पहले की बात है जब 12त पास ही किया था.

वैसे मेरे लंड का साइज़ 7 इंच और 3 इंच मोटा है जो किसी भी औरत का अच्छे से छूट का कुवा खोदे सकता है.

मेरे चाचा जी तब फोज मे थे और चाची की उमर तब 32 के पास थी. वो एकदम उस समय एक गरम पताका थी. उनकी हाइट 5. 3 की है जो भगवान ने बहोट सोच समझ कर उनको बनाया है.

एक दिन चाची जो मेरी मा समान है अपने घर के आँगन मे झाड़ू निकल रही थी. उस वक़्त करीब 8 सुबे के भजे होगे और मेरा स्कूल पूरा हो चुके थे तो मे लाते उठा था मॉर्निंग मे. जैसे ही मे सूभ उठ के बातरूम मे जाने लगा तभी मुझे साइड वेल आँगन मे झाड़ू निकालने की आवाज़ सुनाई दी.

तो मैने देखा की मेरी शीला चाची आँगन मे झाड़ू निकल रही थी और उन्होने अपना दुपट्टा साइड मे दीवार पर रख रखा था. जिसके कारण उनकके चुचि बिल्कुल सॉफ नज़र आ रही थी. क्यूकी मे छत पर खड़ा था तो मे उनकी चुचियो को आसानी से देख सकता था.

उस टाइम चाची ने 5 मिंट तक झाड़ू निकली तब तक मे उनकी चुचि डेक्ता रहा और मेरा हाथ अपने आप ही मेरे खड़े लंड पर च्ला गया. मे आपको बता नही सकता उस टाइम मेरा लंड कितना हार्ड था और कड़क भी वो मेरी पेंट को फाड़ने मे लगा हुआ था.

च्ची तो झाड़ू निकल के चली गयी और मे बातरूम मे जाके सबसे पहले अपने लंड को फ्री किया. मेरा 7 इंच का मोटा लंड नाग की तरह फुकरे मार रहा था.

आज पहले बार मैने मेरी मा समान चाची को सोच कर अपने लंड का माल उनकी चुचि को सोचते हुए निकल दिया. आज मे बहोट झदा और बहोट मज़ा भी आया.

ये सिलसिला अब डेली चलने लगा उनका आगे झाड़ू निकलना और मेरा उनकी चुचि देख कर बातरूम मे जा कर लंड शांत करना. अब मेरी मेरी च्ची के लिए बिल्कुल बदल गयी थी. अब मे उनको छोड़ने की सोचने लगा.

क्यूकी चाचा जी भर रहते तो ये मुझे इतना मुस्किल भी नही लगा. वैसे च्ची के दो लड़के है जो मेरे से करीब 8 साल छोटे होगे जो दिन मे स्कूल मे चले जाते है. और मे घर पर दिन मे अकेला बोर हो जाता था.

मुझे वैसे भी दिन मे नीड बहोट कम आती है क्यूकी अगर मे दिन मे सो गया तो सारी रात जागता रहता हू. मे मेरी मामी को बोल के के च्चा के घर च्ला गया. देखा तो चाची लेती हुई थी, मेरे बोलने पर खड़ी हो गयी.

तो मैने चाची को बोला लगता है मे ग़लत टाइम पे आ गया शायद आप सो रहे थे चाची मा. तो वो बोली नही ऐसा कुछ नही है सही किया तू आ गया मे तो अकेली बौर हो जाती हू वैसे भी सारा दिन कम करके थोड़ी सी धन हो जाती है तो इसलिए लाती थी.

मैने मोके का फयडा उठाने की सोची और चाची को बोला अपने हरयान्वी स्टाइल की तू लॉट जा ला मे तेरी पीठ की मालिश का स्वाद ले ताने गाना ही अछा लगेगा. वो बोली नही तू मत तंग हो.

मैने उनको बोला मे आपके बेटे जैसा हू तो इसमे तंग होने की क्या बात. और हम दोनो इस बात पर बहोट जादगे लेकिन लास्ट चाची को मेरी बात माननी पड़ी.

तो मैने सरसो का तेल तोड़ा गरम किया और चाची के रूम मे आ गया अब मैने चाची को मूडी लेटने को कहा और वो मेरी आँखो मे देख कर स्माइल दी और लेट गयी.

फिर चाची बोली राज ये मैं बल्ब नंद कर दे और ज़ीरो वॉट का बल्ब ओं कर दे मैने दो ज़ीरो वत्त्त के बल्ब ओं कर दिए. एक का रंग हरा था और एक बल्ब का रंग रेड था.

अब मैने अपनी हथेली तेल लिया और चाची की कमर की मालिश सुरू कर दी. चाची की कमर तो टच करते हो मेरे सारे सरीर मे करेंट च्ला गया शायद यही हाल चाची का था क्यूकी च्ची को भी कफफी दीनो से आदमी के हाथो छुआ नही था.

मे चाची की मालिश कर रहा था और चाची आँख बंद करके मालिश का मज़ा ले रही थी. अब मालिश करवाने के चाकर मे चाची तो उल्टी लएट गयी लेकिन उल्टी लाटने से उनकी गंद हा उभर मेरे सामने था. चाची की गंद क्या मस्त सेफ थी जिसको देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया.

अब मे इन्सेस्ट सेक्स स्टोरीस निस साइट पर काफ़ी पढ़ी थी तो इन्ही स्टोरी के कारण मुझे एक आइडिया आया. मैने अपना खड़ा लंड चाची को फील करवाने की सोची. और मालिश करते करते मैने अपना लंड उनके साइड से उनके पेट पर अपना लंड टच करता और टा देता.

चाची को टा चल चुका था की मे उन्हे मेरे लंड से टच कर रहा हू और वो मस्ती मी आहे भरनी लगे. अब मेरी चाची जो मा मेरे लिए मा समान थी वो अपने को डटो के नीचे दांते हुए बोली… राज मुझे कुछ हार्ड चीज़ टच कर रही है. ऐसा सुनते ही मे दर गया और अपने खड़े लंड को अड्जस्ट करते हुआ बोला की चाची जी इधर तो ऐसा कुछ नही है.

फिर वो बोली शायद मुझे ऐसा लगा तू मालिश बहोट अची करता है राज तेरे हाथो मे कुछ अलग ही झाड़ू है. मैने चाची से कहा ऐसा कुछ नही मैने आज पहली बार ही किया है और किसी औरत को तो ऐसे काबी छुआ भी नही है.

चाची – अछा जी किसी औरत को नही टच किया?

मे- जी चाची जी अपने सही सुना है.

चाची – तो मुझे छू के कैसा लगा फिर?

मे – चाची आप खना क्या छा रही हो?

मेरे इतना ही कहा था की चाची बेड पे से खड़ी हुए और सिडा ही मेरा लंड अपने हाथ मे पकड़ लिया. मुझे ख़ुह संज नही आया और मे चाची से बोला ये ग़लत है मे आपके बेटे के समान हू.

चाची- अछा बेटा जब मेरी चाची को गुर्ता रहता था तब ये इजाज़ कहा गयी थी तेरी??

मे – आप क्या बोल रही हो. ऐसा कुछ नही है.

चाची – उल्टा चोर कोतवाल को डटे. मान गयी मेरे बेटे को. तू क्या सोचता है, मैने तुझे च्चत पर नही देखा क्या खड़े होकर मेरी चुचि को गुर्ते हुए? पहले बार तो मुझे भी लगा की तू ऐसे ही खड़ा होगा. लेकिन तू हर रोज़ मुझे झाड़ू निकलते टाइम मेरी चुचया डेक्ता तो मुझे भी कुछ कुछ होने लगा.

मैने बहोट सोचा की तू मेरे बेटे जेसा है और मे तेरे मा जेसी हू. लेकिन तू जनता ही है की तेरी चाची कितनी प्यासी है क्यूकी तेरे चाचा तो ड्यूटी पे रहते और बाकछे स्कूल मे चले जाते. मे इधर अकेली इस भरी ज्वानी मे अपनी सेक्स की कामनाओ को केसे संबालू. बाहर खि किसी से छूट मे लंड लू लू तो ये हुमरे परिवार की बदनामी होतो.

इसलिए मैने अपने आप को सम्बले रखा. लेकिन जब मैने तुझे मेरी चुचि घूरते हुए देखा तो समझ गयी थी की अब तो मेरी छूट को जल्दी ही लंड मिलने वाला है. ऐसा लंड जिसको मे आसनी से टा लू और जब चचे जब सेक्स कर सकती और अपनी छूट को तेरे लंड से शांत कर साकु.

मे – इतनी बाते बताने के बाद चाची ने मेरी लवर को नीचे किया. और मेरे लंड को देख कर बोली वा तुम्हारा लंड तो तुम्हारे चाचा के जैसा ही है.

चाची- राज आज से तुम मेरे बेटे नही क्यूकी तुम्हारा लंड तुम्हरे चाचा जैसा ही है. तो तुम उनकी जगह हो तो तुम आज से मेरे पति हुए और मे तुम्हारी पत्नी.

मे – इतना सुनते ही मैने अपनी सारी शरम छोड़ दी और बाहर जाकर मैं डोर क्लोज़ किया और टाइम देखा तो अभी स्कूल की छुट्टी होने मे 2 घंटे बाकी थे.

चाची – क्या हुआ राज?

मे – कुछ नही..

और जाते ही मैने चाची के होतो को अपने होतो के आगोश मे ले लिया. हम दोनो 5 मीं तक किस करते रहे साथ ही हम दोनो ने अपने कपड़े उतरते.

मैने भोला चाची आप कितनी सनडर हो.

तो चाची बोली आज से तुम मुझे सिर्फ़ शीला बोला करो.

मैने बोला ओक शीला.

ऐसा सुनते ही शीला ने मुझे स्माइल दी. मैने उनको बेड पे लिटा दिया. चाची रेड कलर की ब्रा और नीचे से बिल्कुल नगी थी और उनकी छूट पे एक भी बाल नही था. तो मैने कहा आज ही क्लीन की है क्या?

चाची बोली नही राज ये तो मे तेरे लिए हर रोज़ सफ़फ़ रकति थी. क्यूकी मुझे टा चल छूटा था अब तो तुम मेरी छूट मे काबी भी लंड दल के मुझे आचे छोड़ने वेल हो.

अब मैने चाची ब्रा उत्तर दी और मैने चाची की सूंड़ी मे अपनी जीब गुमाई. तो चाची कसमी और आहा आ आ की आवाज़ करने लगी और मेरे बालो मे प्यार से अपना हाथ चलने लगी.

मैने चाची की चुचि पर नज़र तो मैने देखा की चाची एक दम गोरा बदन और उपेर रेड और ग्रीन लाइट का मिलाप चाची किसी पारी से कम नज़र नही आ रही थी.

अब मैने चाची को 69 पोज़िशन मे लिया तो बोली ये क्या है बेटा तेरा लंड मेरे मूह को टच कर रहा है.

तो मैने चाची को बोला आपको टच नही इस चूसना भी है..

ये सुन कर चाची बोली च्ीी ऐसे कों करता है!

इतना ही बोला चाची तो मैने उनकी गुलाबी छूट को अपने हाथो से खोला और अपनी जीब उनकी छूट पर रख दी. चाची की छूट बहोट ही गरम थी चाची बोली है मा मार गयी और साथ ही मेरा पूरा लंड लेने की कॉसिश की.. बुत मेरा आधे से ज़्यादा ही लंड वो अपने मूह मे ले ली.

तब मैने पूछा आप तो माना कर रही थी लंड चूसने से? तो वो बोली जैसे ही तूने मेरी छूट मे जीब डाली मुझे टा नही क्या हुआ मेरा मूह अपने आप तेरे लंड पर च्ला गया राज मेरे पति.

इतना सुनते ही मैने चाची की छूट फिर चाटना शुरी की और वो मेरा लंड चूस रही थी. मे आपको बता भी सकता जब कोई लॅडीस आपका 69 पोज़िशन मे लंड चुस्ती वो फर्स्ट टाइम और आप 20 की उमर के पास जवान लोंडे हो और उसस्के अप्पर आपकी चाची हो.. जो आपको अपना पति मानती हो तो क्या मज़ा आता है! ये सबदो कभी भी बयान नही किया जा सकता.

ये वही लॅडीस या मॅन फील कर सकते है जिन ये सुख भोगा है. 20 मीं छूट और चूसने का बाद हम दोनो ने अपना अपना कम रस एक . को . दिया.

मैने चाची से कहा आप तो लंड चूसने से भी माना कर रही थी. अब आप मेरा लंड का माल तक पी गयी..

तो वो बोली जी पति देव. मेरी इच्छा थी बुत तुम्हारे चाचा काबी ऐसा किया नही तो मे केसे बोल पति. बुत आज मेरा न्यू हज़्बेंड की भी इच्छा है और मेरी भी तो मे अब खुल के चुदाई के मज़े लेना छाती हू. और सच बोलू तो राज मुझे आज बहोट मज़ा आया आज तक ये मज़ा काबी नही आया.

जैसे तुमने मेरी छूट को चूसा है मे बहोट खुस हू पातिदेव तुम्हारे चाचा तो लंड खड़ा किया और कर दी चुदाई बस. बुत आज मेरे सरीर के एक एक भाग को प्यार किया जिससे मुझे तुमसे दो गुना प्यार हो गया है राज.

आज से मे तुम्हारी रंडी. जैसे तुम चाहो मे वैसे ही चुदाई कारवओंगी तुमसे और जब तुम बोलॉगे तब. मे बहोट खुस था की चाची मुझे इतनी प्यार करने वाली है और कितनी इज़्ज़त दे रही है.

अब हम दोनो फिर से एक दूसरे के शरीर से खेलने लगे और 5 मीं मेरा लंड खड़ा हो गया. चाची की छूट मे भी आग लगी थी तो वासना से जलती हुए चाची बोली.. राज इस उंगली को छूट बाहर निकालो और ये 7 इंच लंबा और मोटा लंड मेरी छूट मे डालो पातिदेव!

ऐसा सुनते ही मैने चाची की टॅंगो को खोला और लंड को उनकी छूट के पास ले गया और छूट पर टच ही किया था की-

चाची – राज से मेरा सब कुछ तेरा छोड़ो मुझे बहोट ज़ोर से छोड़े. लेकिन मई काई दीनो से चूड़ी नही तो तोड़ा प्यार से लंड डालना.

मे. – शीला मेरी पत्नी आज से तुम्हे हर रोज़ लंड मिलेगा तुम टेन्षन मत लो.

और मैने अपना लंड चाची की छूट पर सेट किया और ज़ोर से झटका मारा. 4 इंच तक लंड छूट को चीरता हू अंदर च्ला गया.

चाची की आँखो मे आँसू आ गये तो मैने पूछा आप तो इतनी सालो से चुड रही हो और दो बच्चो की मा हो फिर आँसू?

तो चाची बोली राज मेरे पति तुम्हारा लंड काफ़ी अछा है और मे काई दीनो से चूड़ी नही हू ना इसलिए. बुत चिंता मत करो तुम छोड़ो तुम्हारे लिए ये दर्द भी सहन कर लूँगी.

अब मैने लंड तोड़ा सा और पीछे किया और जोरदार झटका लगाया तो पूरा लंड चाची की छूट मे समा गया. मुझे भी मेरे लंड पर हल्की सी जलन महसूस हुई पर चाची को बहोट ज़्यादा दर्द हुआ और और वो दर्द मे मुझे गली देने लगी.. तेरी मा की छूट भें के लोड! कोई रंडी की छूट नही है जो इतना बड़ा लंड एक ही झटके मे डाल दिया!!

चाची दर्द मे बड़बड़ा रही थी.. हाए मा मार गयी.. मोटे लंड वेल मेरे न्यू पति ने मेरी छूट फाड़ दी हाए मा मार गाइइ.. क्या लंड ही इतना दर्द दिया है लेकिन फिर भी छूट से बाहर निकालने का मॅन नही है.

राज क्या मस्त लोड्‍ा ही तेरा मेरी सारी छूट को फाड़ के रख दिया! ई लोवे योउ राज, मुझे ऐसा तो तेरा चाचा के साथ भी काबी फील नही हुए जैसा तुम्हारे साथ चूड़ने मे हो रहा है राज… !

मैने चाची की टॅंगो को खोला और लंड का बाहर निकाला और मई फिर से चाची की छूट को चूसने लगा तो चाची से कंट्रोल नही हुआ और वो चिल्लाने लगी… हो मेरे पातिदेव ऐसे ही चूसो मेरी छूट को… ऐसा मज़ा मुझे काबी भी नही आया.. आ राज आहा आअहह आहह… चूसो मेरी छूट.

मे छूट चूस कर फिर से चाची को छोड़ने लगा.

चाची – आज बेटा क्या लंड है तेरी सारी छूट को हिला दिया!

मे- लंड नही चाची तेरी छूट मे ही जादू हे क्या मज़ा आ रहा है.

अब मेरा लंड आसानी से छूट मे अंदर बाहर हो रहा था. अब छूट की चिकनी कोमल चमक मेरे लंड पर लगी हुए डिकई दे रही थी जब मे लंड को बाहर निकलता और अंदर करता. फिर मैने बोला, चाची अब आप घोड़ी या कुटिया बन जाओ.

चाची- तुम्हे क्या पस्संद है राज गोदी बनाया या कुटिया बनाया? आजा मेरे सेर मे टायर हू.

मे- मुझे तो तेरी छूट पसंद है.

अब चाची मेरे लिए घोड़ी बन चुकी थी. मैने दोनो हातो से छूट को खोला और पूरे झटके से सारा लंड चाची की छूट मे डाल दिया. चाची ज़ोर से छिला उठी.

चाची:- हे मार डाला कितना कड़क लंड है! केसे मेरी छूट को चिर रहा है!

अब कमरे सिर्फ़ आ आआहह आअहह की आवाज़ ताप ताप की आवाज़ आ रही थी. चाची के मूह से सिर्फ़ आअहह आआहह आआहह मार मेरी छूट राज क्या लंड है तेरा.. ! मे आज से तेरी हुई, जब जी करे जैसे मॅन करे मुझे छोड़ना.

मैने चाची को बोला की अब तुम मेरे उपर आ जाओ. चाची ने ऐसा ही किया और आराम आराम से सारा लंड छूट मे डाल लिया. और एक लंबी सिसकी ले आआहह आआहह और साइड मेरे हॉट चूसने लगी.

मे नीचे से चाची की छूट मे अपने लंड से झटके लगा रहा था और उपर से चाची अपनी छूट से मेरे लंड पर झटके लगा रही थी और ताप ताप की आवाज़ पूरे रूम मे गूँज़ रही थी.. और साथ ही हम एक दूसरे को किस कर रहे थे.

चुदाई का ऐसा महॉल बना हुआ था और मुझे चाची की छूट छोड़ने क्या मज़ा रहा था बता नही सकता. किसी ने सच ही कहा है की मेच्यूर और के साथ सेक्स का मज़ा ही अलग है.

मैने चाची को 40 मीं के करीब छोड़ा और बहोट तरीके से और काबी प्यार से काबी हार्ड छूट को छोड़ा. तब तक चाची 3 या 4 बार जाध चुकी थी. और चाची आहहाः आआहह आआहह राज क्या लंड है क्या मज़े से छोड़ रहा है मेरी छूट को.. ये ही बोले जा रही थी.

उसके बाद हम जब भी टाइम लगा हमारा ये लंड और छूट का मिलन चलता रहा.

5 साल तक मैने चाची को खूब छोड़ा बहोट जगहो पे और चाची गंद भी बहोट मारी. अब दूसरे सहर मे शिफ्ट हो चुके है.

तो ये थी मेरी मा जेसी चाची के साथ चुदाई की कहानी. आपको कैसी लगी कॉमेंट्स मे बताए. और कोई आस पास की लॅडीस प्यासी है तो वो भी मुझे एमाइल कर सकती है. आपका आपना राज, थॅंक्स फॉर रीडिंग मी स्टोरी.

यह कहानी भी पड़े  लड़के के गफ़ बनाने, और सेक्स के लिए पूछने की कहानी


error: Content is protected !!