माँ चुद गई फार्म हाउस पर

इस सिते के कहनि पधने वले सभि लोगो का मेरे इस कहनि मे सवगत है। मैने इस सिते के लगभग सरे कहनि को पधा है। मुझे सरि कहनि बेहद हि अछे लगे। उनको पधने के बाद मैं अपके लिये एक ऐसि कहनि लया हु जिसे मैने अपने अखो के सामने होते हुये देखा था।इस्से पहले कि मैं अपने कहनि को सुरु करु सबसे पहले मैं उन दोनो लोगो का परिचय अपसे करा दु। इस कहनि मे दो लोग कोयि और नहि एक मेरि माऔर दुसरा एक अदमि जिसकि उमर साथ साल कि है।

ये कहनि वैसे तो कुछ पुरनि है लेकिन मेरे समने जब भि वो दिन याद अता है तो मुझे ऐसा लगता है कि ये कल कि हि बात है। मेरि मामुझे लेके देलहि अयि थि। हमलोग अपना कम खतम करने के बाद साम को छतरपुर मनदिर घुमने चले गये। वहा हमलोगो को घुमते घुमते कफ़ि देर हो गयि। जब हमलोग बुस सतोप पर पहुचे उस समय सत बज़ रहा था। हमलोग कुछ देर तक वहि इनतज़र कर रहे थे कि एक सर अके रुकि और उसमेसे एक अदमि जिसकि उमर साथ साल कि थि ने विनदोव खोलके मुझे बुलया और पुछा कि कहा जना है तो हमने बतया तो उसने बोला कि उसे भि उधर हि जना है मैने मासे पुछा तो वो उसके गदि मे चलने के लिये तैयर हो गयि। हमलोग उसके गदि मे बैथ गये।

मैं पिछे वले सित पर बैथ गया और मा अगे वले सित पर बैथ गयि। मैने रसते मे जब देखा कि चनदरा मा को एक अजिब नज़र से घुर रहा था। मैने तभि समझ गया कि आज कुछ गदबद होने वला है। रसते मे हमलोगो का पलन चनगे हो गया कयोकि उसने बतया कि अब इस समय बुस नहि मिल सकति इसलिये उसने अपने बनगले पर चलने के लिये बोला। देखने मे वो बदा हि भोला लग रहा था सो हमलोगो के पास और कोइ उपय नहि था। माउसके बनगले पर चलने के लिये तैयर हो गयि। हमलोग उसके बनगले पर पहुचे तो मैन गते पर तला लगा हुअ था। उसने गते खोल के गदि को गैरेज़ मे लगा दिया। मैन गते बनद कर के वो हमलोग को लेके अपने बनगले मे गया तो मैं समझ गया कि आज कुछ गदबद होने वला है। मैने देखा कि कुछ देर के बाद जब मा ने अपने कपदे को चनगे कर के निघती पहन लिया तो वो लुनगि पहन लिया। अब मैं एक कमरे मे बेद पर जके सो गया। मादुसरे कमरे मे सोने चलि गयि।लगभग एक घनते के बाद मैने अपने कमरे के दरवजे को बनद होने कि अवज सुनि तो मैं जग गया।

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मैने देखा कि वो मा के कमरे के तरफ़ चला गया। मैं समझ गया कि अब वो मा के साथ कुछ खेल खेलने वला है। मैं अब एक ऐसे जगह पर जके बैथ गया जहा से मैं माके कमरे के सरे चिजे देख सकता था। मैने देखा कि वो माके कमरे मे जके उनके कमरे के दरवजे को अनदर से बनद कर दिया। बनद करने के बाद वो माके पास गया और अम्मा को कुछ देर तक देखता रहा। उस समय सो रहि थि। मैने देखा कि वो माके दोनो पैरो पर अपना हथ रखने के साथ माके निघती को उपर उथने लगा तो माउथ गयि और बैथ गयि।माअपने पैर को खिचने कि कोसिस करते हुये बोलि आप यहा कया कर रहे है। तो वो हसते हुये बोला कि वहि जो एक अदमि को एक औरत के साथ करना चहिये और कया। माबोलि नहि ये गलत है। तो वो बोला कया गलत है और कया सहि ये मुझे ना बतओ अब बस चुपचप मैं जैसा कहता हु वैसा करति जओ समझि। उसके मुह से ऐसा सुनके मैं तो दर गया। माअपने पैरो को खिचने लगि तो वो माके दोनो पैरो को खिचके माको बेद पर पतक दिया अब अम्मा अपने अपको उसके चनगुल से छोदने के लिये हर कोसिस करने लगि लेकिन उनका हर कोसिस नकम होने लगा। वो माके निघती को थोदा उपर करने के बाद पैरो पर बैथ गया और माके निघती को उपर उथने लगा। उधर माउसका बिरोध करने लगि। इस तरह से उनके बिरोध करने से उसके उपर कोयि असर नहि पद रहा था। मैने देखा कि उसने माको पेत के बल लिता दिया और माके निघती को निकल के अलग किया। अब माके गनद को देख के उसका लुनद तो जैसे फ़ुनकर मरने लगा। मैने देखा कि वो मा के जनघ पर बैथ गया था और मा के गनद को फ़ैला के अपने मुह से थोदा सा थुक निकल के मा के गनद मे लगा दिया। अब उसने अपने लुनद को लुनगि से निकला जो कि सत इनच लमबा था। मा के गनद के छेद पर अपने लुनद को रख के एक जोर से झतका मरा तो मा जोर से चिख पदि लेकिन उसका लुनद अनदर नहि गया। उसने फ़िर से एक बर दुबरा कोसिस किया लेकिन इस बार भि वहि हल हुअ।

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