मा बेटे की चुदाई वाली इन्सेस्ट सेक्स स्टोरी

मम्मी और मेरा रोमॅन्स बहुत अक्चा चल रहा था. लंच का वक़्त हो चुका था इसलिए मैने मम्मी को चेंज करने के लिए कहा और उन्हे वेस्टर्न आउटफिट्स दे दिए जो मैं उनके लिए लेकर आया था.

मम्मी बेडरूम मे चली गयी और मैं बाल्कनी मे खड़ा होकर निधि से बात कर रहा था. कुछ देर बाद वो चेंज करके आई तो मैं उन्हे देखता ही रह गया. उन्होने पिंक टॉप डाला हुआ था जो उनके बूब्स तक ही था और नीचे ब्लू जीन्स डाली हुई थी जो स्किन टाइट थी.

मम्मी इन कपड़ो मे शर्मा रही थी. वो बहुत ज़्यादा हॉट लग रही थी. टॉप मे से उनके बड़े बड़े बूब्स बाहर आने के लिए मचल रहे थे और वो कुछ ज़्यादा ही बड़े लग रहे थे. उनका रंग गोरा होने की वजह से पिंक कलर मे वो बहुत सेक्सी लग रही थी.

मम्मी मोस्ट्ली सारी, वन पीस या नाइटीस पहनती थी इसलिए उनका ये लुक बहुत किल्लर था. जीन्स स्किन टाइट होने की वजह से उनके पैरो का शेप सॉफ दिखने लगा. जीन्स टॉप मे वो बहुत ही स्लिम और सेक्सी लग रही थी.

मेरी नज़र उनके नंगे पेट पर थी. उनकी नाभि बहुत खूबसूरत लग रही थी. ये सब देखकर मुझे उन्हे छोड़ने का मॅन कर रहा था.

मैं उनके करीब गया और कहने लगा.

नील: मम्मी आप बहुत हॉट लग रही हो.

मम्मी: सॅकी?

नील: हन आप तो बिल्कुल निधि की बहें लग रही हो.

मम्मी (शरमाते हुए): हॅट पागल… कुछ बोलते हो.

नील: ट्रस्ट मे आप एकदम जवान लड़की लग रही हो. आपको ऐसे देखकर कोई भी घायल हो जाएगा.

मम्मी: लेकिन मुझे तो सिर्फ़ तुम्हे ही घायल करना है.

नील: मैं तो हो चुका हूँ.

मेरी बात सुनकर उन्होने मुझे अपने करीब खीचा और कस के हग किया. मैने भी उनकी पतली सी कमर मे हाथ डाल के उन्हे गले लगा लिया. उनके जिस्म की भीनी भीनी खुश्बू मुझे पागल कर रही थी. हम अलग हुए और उन्होने मुझे गाल पर किस किया.

मम्मी: मैं ये सब पहली बार ट्राइ कर रही हूँ वो भी तुम्हारी वजह से… थॅंक्स मी डार्लिंग.

मम्मी के चेहरा बहुत ग्लो कर रहा था. वो शरमाते हुए बेहद सुंदर लग रही थी. उनके चेहरे पर एक तिल है जो उनके गाल पर है वो उनकी खूबसूरती को और भी बढ़ा रहा था.

मम्मी और मेरा ये रिलेशन्षिप शुरू होने से पहले हम नॉर्मल थे तब भी मुझे उनका तिल पसंद आता था. तब मैं उनके इतने करीब नही जाता था लेकिन कभी कबार जब मुझसे कंट्रोल नही होता तब मैं उनके गाल पर चूम लेता था जहाँ वो तिल था. उन्हे वो बहुत अक्चा लगता था.

उनके जिस्म पर एक और तिल है जो उनकी पीठ पर तोड़ा सा रिघ्त साइड मे है. मैं अक्सर उन्हे लिटा कर पिच्चे से छोड़ता हूँ तब उनकी पीठ को पागलो की तरहा चूमता और चाट लेता हूँ. वो तिल देखकर उन्हे प्यार करने का जोश और बढ़ जाता था.

फिर मम्मी ने मेरा हाथ पकड़ा और हम दोनो पति पत्नी की तरहा चलते हुए लंच के लिए चले गये. लंच करने गये थे वहाँ हुमारे आते ही सारे जवान लड़के और शादी शुदा मर्द मम्मी को ही घूर रहे थे. मैने ये नोटीस किया था और मुझे अंदर से मज़ा आ रहा था के वो लोग जल रहे थे मुझपर.

हम लंच कर रहे थे फिर भी सारे मर्दो की नज़र मम्मी के जिस्म को घूर रही थी. खास करके उनका नंगा पेट देखकर सारे मर्द पागल हो चुके थे. लड़के तो मम्मी के सपने देख रहे थे और कुछ मर्द उन्हे देखकर अपने लंड की खुजली को शांत कर रहे थे.

हुँने यहाँ वहाँ की बातें करते हुए लंच किया और वहाँ से निकल गये. कुछ देर वहाँ के गार्डेन मे बैठे जहाँ कुछ कपल्स थे जो एक दूसरे मे लगे हुए थे.

कोई रोमॅंटिक बातें कर रहे थे तो कोई लड़का अपनी गफ़ को सहला रहा था तो कोई लड़का अपनी बीवी को किस कर रहा था. आप साँझ सकते हो क्या माहॉल होगा. उन्हे देखकर मम्मी बहुत शर्मा रही थी.

मम्मी: ये सब लोग ओपन्ली कैसे कर लेते है ये सब?

नील: इसमे क्या बड़ी बात है.

मम्मी: अरे अकेले मे करना ठीक है पर ऐसे ओपन्ली करना तोड़ा ऑक्वर्ड नही है?

नील: हर चीज़ का मज़ा होता है. आप आज तक सारी और वन पीस पहनती थी लेकिन आज जीन्स टॉप पहना तो आपको पसंद आया ना. बस ऐसे ही.

मम्मी: ह्म.

इतना बोल के मुझे आइडिया आया और मैने उनकी कमर मे हाथ डाल दिया. हम बातें करने मे लग गये और मैं धीरे धीरे मम्मी की बॅक को सहलाने लगा. कुछ देर बाद उसका असर उनपर होने लगा और वो थोड़ी सी परेशन दिख रही थी.

मम्मी: रुक जाओ… क्या कर रहे हो.

नील: कुछ नही… अपनी बीवी को च्छेद रहा हूँ.

मम्मी (शरमाते हुए): बीवी? वो मैं सिर्फ़ उन लोगो के सामने हूँ.

नील: नही… हुँने क्या डिसाइड किया था के रिज़ॉर्ट मे जाते ही हम पति पत्नी बन जाएँगे.

मम्मी: ह्म.

मैं उनके तोड़ा करीब आया और हल्के से उनके गले पर किस करने लगा. मम्मी बहुत शर्मा रही थी इसलिए मैं ज़्यादा आयेज नही बढ़ सका. मुझे उनके अंदर का ये दर निकलना था तो मैने कुछ सोचा और कहा.

नील: चलो… कही और चलते है.

मम्मी: ठीक है.

हम दोनो वहाँ गार्डेन मे ही घूम रहे थे जहाँ तोड़ा सा शेड था और कोई ह्यूम डाइरेक्ट्ली देख नही सकता था लेकिन लोग हुमारे पिच्चे से ह्यूम देख सकते थे. मैं उन्हे वहाँ ले गया. मैने मम्मी को दीवार के सहारे खड़ा किया और उनके करीब जाने लगा.

वो शरमाते हुए मुझे रोक रही थी लेकिन अब मेरा रुकने का इरादा नही था. मैने झट से उनकी गर्दन को अपने हाथों मे पकड़ा और उनके करीब जाने लगा. हम एक दूसरे की आँखों मे देख रहे थे. मम्मी का चेहरा शरम से लाल पद चुका था और उस वक़्त उनके साथ रोमॅन्स करने का मज़ा ही कुछ अलग था.

धीरे धीरे करके मैने उनके होंठों को चूसना शुरू कर दिया. उन्होने अपने हाथ से मुझे हल्के से पिच्चे धक्का देने लगी लेकिन जब मेरी पकड़ मजबूत थी तो उन्होने ज़्यादा फोर्स नही किया. हम एक दूसरे की आँखों मे देखते हुए होंठों को चूस रहे थे. मम्मी ने भी थोड़ी देर बाद मेरा साथ देना शुरू किया.

कुछ देर मे हम एक दूसरे मे खो गये और वो मेरे बालो को सहलाते हुए मुझे उत्तेजित कर रही थी. मैं उनके मूह मे जीभ डाल देता और वो उसे चुस्ती तो कभी वो ऐसा करती. हम एकदम जोश मे ये सब कर रहे थे.

एक वक़्त आया जब उनसे कंट्रोल नही हुआ और उन्होने मेरे हाथ को पकड़ के अपने बूब्स पर रखा. मैं साँझ गया के वो बहुत गरम हो चुकी है. मैने उनके बूब्स को टॉप के उपर से पकड़ लिया और हल्के हल्के मसालने लगा. गुब्बारो जैसे बड़े बूब्स मेरे हाथों मे थे और उनके साथ खेलने मे बड़ा मज़ा आ रहा था.

मम्मी कामुक आवाज़े निकल रही थी कभी मेरे होंठ को बीते कर देती. ये इशारा था मेरे लिए के वो छुड़वाना चाहती है लेकिन मैने उन्हे तोड़ा और च्छेदने का डिसाइड किया.

होंठों के साथ उन्हे हर जगह चूमने लगा. गाल, आँखें, गर्दन, कान, बूब्स के आस पास, एट्सेटरा. इतना सारा प्यार मिलने की वजह से उनकी हालत खराब होने लगी. साँसे तेज हो चुकी थी और बॉडी काँप रही थी उनकी.

मम्मी: बाबयी.

नील (उन्हे हर जगह चूमते हुए): ह्म.

मम्मी: चलो ना.

नील: कहा.

मम्मी: तुम्हे साँझ नही आया?

नील: क्या.

मम्मी: अरे रूम मे चलते है.

नील: क्यू… पसंद नही आया.

मम्मी: बहुत अक्चा लग रहा है.

नील: तो फिर जाना क्यू है.

मम्मी: अरे लेकिन कब तक यही करेंगे… मुझे इसके आयेज जाना है.

नील: मतलब.

मम्मी: अफ मुझे तुमसे चूड़ना है… प्लीज़ चलो ना अब कंट्रोल नही हो रहा मुझसे.

मैने उन्हे देखकर स्माइल दी और हम चले गये. इस बार भी लिफ्ट मे कोई नही था. अंदर जाते ही मैने उन्हे फिर से चूमना शुरू कर दिया और इस बार बहुत जोश मे चूम रहा था. उनकी कामुक आवाज़े मुझे पागल कर रही थी.

मम्मी: आहह ऑश उम्म हन एआहह श यॅ बाबयी उम्म्म्म सस्स्सस्स.

मैने उनके पिच्चे हाथ डाल कर ब्रा का हुक निकल दिया. ब्रा झट से मेरे हाथ मे आ गयी. मम्मी के लिए ये सब शॉकिंग था.

मम्मी: ये क्यू निकाला.

मैने कोई जवाब नही दिया और उनके बूब्स पर हमला बोल दिया. उन्हे दोनो हाथों मे पकड़ के दबाने लगा. बिना ब्रा के वो उच्छल रहे थे और काफ़ी बड़े लग रहे थे. उनके निपल्स भी कड़क हो चुके थे.

मैं वही पर मूह मे लेना चाहता था लेकिन लिफ्ट मे कॅमरा था तो आयेज नही गया. हुमारा फ्लोर आते ही मम्मी झट से रूम की तरफ भाग गयी. शायद वो बहुत गरम हो चुकी थी. उन्हे देखकर मैं हासणे लगा.

फिर मैने रूम को अनलॉक किया और हम अंदर चले गये. अंदर जाते ही मम्मी ने अपना टॉप उतार के फेक दिया. उनके गोरे और गोल मटोल बूब्स मेरी आँखों के सामने आ गये. मैने उन्हे झट से उठाकर बेड पर गिरा दिया और उनके उपर आ गया. बूब्स को चूमने और चाटने लगा. उम्म वो बहुत खूबसूरत है यर्ररर.

मैने उन्हे दबाना शुरू किया और वो आअहह आहह करने लगी. वो बहुत तड़प रही थी. मैने उनकी जीन्स भी उतार दी. वो सिर्फ़ पनटी मे थी. पनटी काफ़ी गीली हो चुकी थी.

मम्मी: आहह बाबयी मेरी छूट को प्यार करो आहह

मैने झट से पनटी को उतार दिया और छूट के होंठों को सहलाने लगा. वो ज़ोर ज़ोर से मेरा नाम लेने लगी. फिर मैने छूट को चूसना शुरू किया और कुछ ही देर मे वो बहुत मचलने लगी. उन्होने मेरे बाल पकड़ लिए और छूट पर दबाने लगी. मैने छूट के होंठों को . और फिर से चूसने लगा. . बहुत पानी छ्चोड़ रही थी और काफ़ी गरम हो चुकी थी.

तभी अचानक से उन्होने ज़ोर से मुझे छूट पर . और वो झाड़ गयी. . के पानी से उन्होने मेरा चेहरा . कर दिया और वो ज़ोर ज़ोर से . लगी.

मम्मी: आहह आहह ओह गोद तुम बहुत अक्चा . करते हो उम्म मुझे गरम करने के लिए वहाँ नीचे ही . करने लगे ताकि मुझे . एक्सपीरियेन्स . आहह.

नील: हन आप मेरी बीवी बन चुकी हो तो जो मुझे पसंद है वो सब आपके साथ तो . ही ना.

मम्मी मुझे देखकर . लगी.

मैने अपने कपड़े उतार दिए हम दोनो कमरे मे नंगे थे. मेरा लंड पहले से ही खड़ा था इसलिए मम्मी ने उसे हाथ मे लेकर चूसना शुरू किया. वो बहुत अकचे से मूह मे लेकर चूस रही थी. कभी उसपर अपनी जीभ घुमा देती तो कभी उसे पूरा अंदर तक लेती. थोड़ी देर बाद वो भी गरम हो गयी.

नील: आप डॉगी स्टाइल मे आओ… आज आप की गांद मरने का मॅन कर रहा है.

मम्मी: ठीक है.

मम्मी डरते हुए डॉगी स्टाइल मे आ गयी. मैं उनके पिच्चे खड़ा हो गया. उनकी गांद बहुत हॉट लग रही थी. मैने उनके चुतताड़ो पर हाथ घुमाया और मम्मी सिसकारियाँ लेने लगी.

नील: मम्मी आज तो बहुत मज़ा आएगा. आप ज़िंदगी मे पहली बार अपनी गांद मरवा रही हो.

मम्मी: हन लेकिन दर्द भी तो होगा… प्लीज़ आराम से करना.

नील: हा.

मैने तेल की बॉटल से बहुत सारा तेल लेकर मम्मी की गांद मे डाल दिया जिससे वो एकदम चिकनी हो गयी. तोड़ा सा तेल अपने लंड पर भी लगाया. मैने लंड को थोड़ी देर हिलाया जिससे वो पूरी तरहा से रेडी हो गया.

मम्मी ने अपने दोनो हाथों से बेडशीट को पकड़ लिया. मैने उनकी गांद को सहलाते हुए लंड को गांद के च्छेद पर रखा और रब करने लगा. गांद का च्छेद बहुत छ्होटा था और लंड काफ़ी मोटा था. मम्मी को दर्द बहुत होने वाला था लेकिन मैं उन्हे आराम से छोड़ने वाला था.

मैने उन्हे बताए बिना धक्का मारा और पहली बार मे लंड का टोपा अंदर चला गया. मम्मी ज़ोर से चिल्लाई मैने झट से उनकी कमर को पकड़ लिया.

मम्मी: उउईइ माआ मार गायईीई मैंन्न आहह निकालो बेटाअ आहह बहुत दर्द हो रहा हाईईईई आहह उउम्म्म्म ऑश गोदडड़.

नील: बस तोड़ा सा बर्दाश कार्लो शुरुवत मे दर्द होगा.

वो थोड़ी देर शांत रही और मैने फिर से धक्का लगाया इस बार मेरा आधा लंड अंदर चला गया. मम्मी रोने लग गयी. वो हिलने की कोशिश कर रही थी लेकिन मैने कस क पकड़ा था इसलिए वो हिल नही सकी.

मम्मी की गांद बहुत ही टाइट थी. मेरे लंड को जाकड़ लिया था. दर्द मुझे भी हो रहा था लेकिन गांद मरने का शौक इतना था के अब पिच्चे हटना इंपॉसिबल था. मैने उनकी छूट मे उंगलियाँ डाल के अंदर बाहर करने लगा जिससे वो गरम होने लगी.

कुछ देर बाद वो भी जोश मे आ गयी और मैने फिर से धक्का मारा. इस बार मेरा पूरा लंड उनकी गांद मे घुस गया. मम्मी मेरा नाम लेकर ज़ोर से चिल्ला रही थी लेकिन इस बार उन्हे भी गांद मरवाने का मॅन था.

लंड पूरा अंदर जाने के बाद हम दोनो को दर्द हो रहा था. कुछ देर हम दोनो वैसे ही थे. कुछ देर बाद जब दर्द कम हुआ तो उन्होने मुझे धक्के मरने को कहा. मैने धीरे धीरे करके लंड को अंदर बाहर करने लगा तो हम दोनो की सिसकारियाँ निकालने लगी.

मैने तोड़ा सा तेल और डाला जिससे अब गांद मरने मे आसानी हो गयी. मम्मी को भी मज़ा आने लगा और वो अपने बेटे से गांद मरवा रही थी.

नील: आहह मुम्माआ ई लोवे ौउू आपकी गांद मरने का सपना मेरा आज पूरा हो गया.

मम्मी: आहह हन और आज से मैं पूरी तरहा से तुम्हारी हो गाइ आहह उम्म्म बहुत मज़ा आ रहा हाीइ आहह.

मैने धक्के लगते हुए उनके बालो को पकड़ लिया. हम दोनो वाइल्ड सेक्स की तरफ बढ़ रहे थे. धक्को की रफ़्तार तेज हो रही थी.

कमरे मे मम्मी की आवाज़े गूंजने लगी. मेरा जोश बढ़ रहा था. मैं लंड को पूरी तरहा से बाहर निकल के अंदर डालने लगा. उनकी गांद पर मैं ज़ोर से छाता मार देता था जिससे वो आहह आहह कर रही थी.

कुछ ही देर मे मैने इतनी स्पीड बढ़ा दी के हम दोनो चिल्लाने लगे. बेड भी ज़ोर ज़ोर से हिलने लगा था. मुझे दर था कही वो टूट ना जाए लेकिन मुझे उसकी परवाह नही थी. मम्मी की गांद इतनी हॉट लग रही थी के मैने अपनी सारी ताक़त लगा दी.

मैने करीब आधे घंटे तक अलग अलग पोज़िशन मे उनकी गांद मारी. उसके बाद मैं अंदर ही झाड़ गया. हम दोनो तक के बहाल हो चुके थे. मैं मम्मी के उपर ही लेट गया. हम दोनो हफ्ते हुए मुस्कुरा रहे थे. मम्मी के चेहरे की खुशी बता रही थी के उन्हे गांद मरवाने मे कितना मज़ा आया.

मम्मी: अपने बेटे को पहली बार कुछ ऐसा दिया जो वर्जिन था. मुझे दर्द बहुत हुआ लेकिन तुम्हारी खुशी के सामने ये कुछ भी नही था.

नील: थॅंक योउ मम्मी.

मम्मी: मुझे बहुत मज़ा आया गांद मरवाने मे. और तुम बहुत अक्चा छोड़ते हो. ऐसे ही अगले 2 दिन मुझे दिन रात छोड़ना.

फिर हम दोनो को कब आँख लगी पता ही नही चला. उस दिन मैने उन्हे फिर से नही छोड़ा. मम्मी को तोड़ा रेस्ट दिया क्यू के उनकी गांद मे बहुत दर्द हो रहा था. मैने तय किया के अगले 2 दिन उन्हे फिर से छोड़ूँगा.

तो बे कंटिन्यूड…

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