मा-बेटे की चुदाई की कहानी

बहुत सारी मों और हाउसवाइव्स को ये फॅमिली सेक्स स्टोरी बहुत अची लगी. भाभियों और मोम्स ने अपनी स्टोरीस भी बताई है. बहुत लोग है जो घर में ही छूट छोड़ कर मज़े ले रहे है. आप भी बात कर सकते हो.

मों और दीदी को मैं उपर अपने एसी वाले रूम में साथ रख कर सोने लगा. दादा जी भी घर पर नही थे. मों और दीदी बारी-बारी खुल कर छूट छुड़वा रही थी. घर में मूड बनता तभी मों या दीदी को किस करना, बूब्स दबाना, और बूब्स चूसना शुरू कर देता.

रात को मों जल्दी खाना लगा कर उपर रूम में आ गयी. मैं और दीदी दोनो नहा कर रूम में बेड पर लेते हुए थे. मों दूध लेकेर आई थी.

मों: क्या चल रहा है दोनो में? नहा लिए क्या?

अमित: कुछ नही बस आराम कर रहे है. गर्मी ज़्यादा थी तो साथ ही नहा कर आए है. टाइम भी बच गया और दीदी को भी देख लिया.

मों: छोड़ी तो नही क्या?

मोनिका: अभी तो नही. गर्मी बहुत है. एसी चला रखी है. अब जेया कर तोड़ा आराम मिला है.

मों: लो पी लो दूध. मैं नहा कर आती हू. मुझे भी बहुत गर्मी लग रही है. आती हू फिर बात करेंगे.

मों नहाने चली गयी.

मोनिका: भाई आज मूड है क्या?

अमित: यार देखता हू अभी तो गर्मी है. रात को मूड बनेगा.

मोनिका: चलो ठीक है.

अमित: बूब्स चुसवाने है तो मों को आने दे. मों के सामने तुझे छोड़ता हू तो मज़ा आता है.

मोनिका: ऑश मेरे सामने मों को छोड़ते हो और मों के सामने मुझे. बच्चू बड़े मज़े ले रहा है तू हम दोनो मों डॉटर के.

अमित: मों को आने दे.

कुछ देर बाद मों आ गयी. मों ने सिर्फ़ टोलिया लपेट रखा था. मों की गोरी टाँगें और उपर से गोरे बूब्स दिख रहे थे.

अमित: अर्रे मों ये टोलिया हटा दो. अपने हुस्न के दर्शन करवा दो. वाउ, तेरे बूब्स आज खूब हिल रहे है.

मैं खड़ा हुआ और मों का टोलिया हटा दिया. मों का बड़े बड़े बूब्स देख कर लंड सल्यूट मारने लगा.

मों: ऑश मोनिका को भी नंगी कर रखा है. क्या बात है?

अमित: बोल रही थी बूब्स चूस्वौनगी. वैसे मों तू रूम में नंगी घूमती बहुत अची लगती है. क्या बूब्स है तेरे! ऑश छूट की गहराई भी मस्त है.

मों: बूब्स तो शुरू से ही बड़े है. बाकी तेरे दादा जी ने बहुत चूज़ है. मोनिका के तो और भी बड़े होंगे.

मोनिका: भाई को तो बड़े बूब्स पसंद है. तभी तो मों के पीछे घूमता फिर रहा है.

मों: अर्रे इस घर के मर्द ऐसे ही है. बड़े-बड़े बूब्स चाहिए इनको. बस तेरा बाप ही चक्का निकला. मुझे तो लगता है की वो तेरे दादा का खून नही है. ये देख तेरा भाई इतनी आगे में भी मेरी टाँगें उपर करवा रहा है.

अमित: ऑश ऑश मों पीछे से तो और भी मस्त लगती है मों. साली क्या लगती है गांद? पीछे से पकड़ कर गांद में लोड्‍ा डाल कर छोड़नी है मुझे.

मों: सच बतौ तो मितू से छुड़वा कर बहुत मज़ा आ रहा है. बेटे से छुड़वाने की फीलिंग और भी मस्त है. कुछ बात तो मैने जान-बूझ कर नही बोली. मुझे तुम दोनो की शरम आ रही है. बुत मितू ने बहुत ही प्यार से छोड़ा है मुझे.

अमित: आजा मेरी जान मेरे आयेज बैठ जेया. ऑश साली क्या बूब पाले है तूने.

मों मेरे पास आ गयी. मेरे सीने से मों की पीठ लगी हुई थी. मैने मों को बाहों में भर लिया. मों के दोनो गोरे-गोरे बूब्स पकड़ कर दबाए.

मों: ऑश तेरे हाथ में जादू है. बूब्स पे हाथ लगते ही नशा होने लगता है.

मोनिका: भाई इतना बड़ा फकर होगा, मैने भी नही सोचा था. मुझे तो भाई बहुत आचे से छोड़ता है. चूसने में तो एक नंबर है. यार इस जैसा छोड़ने वाला हब्बी नही मिला तो मुझे तो नींद भी नही आएगी.

मों: तेरे लिए कोई लंबा और मोटा लंड देखना होगा. अछा लंड ही औरत को सुख दे सकता है.

मोनिका: कोई ऐसी सेट्टिंग करवा दो की शादी के बाद भी भाई ही रात को छोड़ सके.

मों: अर्रे ये अपनी घरवाली को छोड़ेगा और अपनी मों को भी. इतना टाइम नही की तुमको भी छोड़े. यहाँ पीहर आओगी तब जितना मर्ज़ी छुड़वा लेना.

अमित: अभी तो 5-6 साल तो तेरी छूट में मेरा ही लोड्‍ा होगा. अभी तो मुममे भी मों से बड़े करने है.

मों: देख लेना मोनिका मेरे से भी बड़ी माल बनेगी. एक साल बाद इसके मुममे डबल हो जाएँगे. इसकी गांद तो बड़ी हो रही है.

अमित: ऑश मम्मी ऑश मुझे तो तेरे जैसे मुममे चाहिए. मेरे लिए बहू लानी हो तब बढ़िया सा माल लेकर आना जिसके मुममे तेरे जैसे हो.

मों: ऑश बिल्कुल मस्त माल लौंगी, टेन्षन मत ले. तुम दोनो को आचे से अछा माल मिलेगा. क्यूंकी मुझे पता है की रात को चुदाई बिना बहुत तड़पाना पड़ता है.

अमित: ऑश क्या बूब्स है तेरे ऑश चुचि देख. दीदी चल दोनो मिल कर मों के मुममे चूस्टे है.

मों: तेरे दादा सास को 4-5 दिन पीहर छ्चोढ़ आए. रात को जब वो आए तो मैने निघट्य पहन कर गाते खोला था. तब रेड कलर की निघट्य में मेरे गोरे-गोरे बूब्स दिख रहे थे. मुझे देखते ही तेरे दादा तैयार हो गये.

अमित: फिर क्या हुआ?

मों: मैं दूध लेकर गयी तो तेरे दादा ने झट से पकड़ लिया. फिर मेरे बूब बहुत चूज़ थे. ये सब निम्मी भी देख रही थी. फिर दादा ने निम्मी को भी छोड़ा था. पूरी रात हम दोनो को बहुत छोड़ा था.

अमित: मुझे भी तेरी रेड कलर वाली निघट्य बहुत अची लगती है. उसमे बूब भी बहुत गोरे लगते है.

मों: ऑश फिर तो हम ननद-भाभी को 5 दिन तक खूब छोड़ा. हम दोनो की सील तेरे दादा ने ही तोड़ी थी. तुमसे चुड कर वो दिन याद आ गये.

मोनिका: और क्या किया?

मों: अपना लोड्‍ा खड़ा करके निम्मी को बिता लिया. वो आ आ पापा आ आ कर रही थी, तो मुझे मज़ा आया. मैं भी पापा जी कह कर चुड़वति हू.

मोनिका: वाउ यार. निम्मी को शरम नही आई क्या की अपने पापा से छुड़वा रही हू?

मों: वो तो मेरे से भी ज़्यादा चुड़क्कड़ निकली. उसको तो जितना छोड़ो उतना ही कम है. निम्मी को छोड़ कर ससुर जी बहुत खुश हुए. वो बोले की बहू तुम खुद भी छुड़वा रही हो, और मेरी बेटी को छुड़वाने ले आई.

अमित: फिर क्या हुआ?

मों: हम दोनो को रंडी बना कर छोड़ा था. साथ में ही नहाते और खूब चुदाई होती. दोनो को एक साथ ही छोड़ते. भाभी-ननद दोनो को छोड़-छोड़ कर पूरा चुड़क्कड़ बना दिया.

मोनिका: वाउ!

मों: अमित भी लगभग वैसे ही छोड़ता है. ससुर जी रात को घर के पीछे हम दोनो को ले जाते और पशु के साथ नंगी रख कर छोड़ते थे. च्चत और आँगन में घुमा-घुमा कर 5 दिन छोड़ा.

अमित: ऑश.

मों: हम दोनो को कुछ समझ ही नही आता था. रात को थोड़ी देर सोती तो नींद में ही चुदाई शुरू हो जाती. एक की छूट छोड़ते और दूसरी के बूब्स चूस्टे. जहाँ मॅन करता वहीं से चाटनी शुरू कर देते. कभी मूह में लंड घुसेध कर बुरा हाल कर देते. पता नही क्या खा कर छोड़ते थे.

मोनिका: किसी को शक नही हुआ?

मों: नही यार. तेरे दादा बहुत धार्मिक है. कोई सोच भी नही सकता की ये रात को घर में जवान बहू और बेटी को छोड़ता है.

मोनिका ने मों की टाँगें चौड़ी कर दी और छूट को सहलाने लगी. मों की आ आ निकालने लगी.

मों: आज भी वैसे ही लग रहा है मानो हम दोनो को ससुर जी छोड़ रहे है. सर्दियों में तो पूरी रात चुड़वणी पड़ती थी. निम्मी, मैं, और ससुर जी एक ही रूम में सोते थे. सर्दियों में तो हम तीनो नंगे ही रहते थे. लंड इतना गरम होता की सर्दी भी नही लगती.

अमित: अबकी बार सर्दियों में तुम दोनो को भी मैं ही चार्ज करूँगा. छूट में लोड्‍ा डाल कर ही सोया करूँगा.

मों: बेटा देखना सर्दियों तक मोनिका भी मस्त माल बन जाएगी. इसके बूब्स बड़े हो जाएँगे. अभी 4-5 मंत्स चूड़ेगी तो और भी मस्त माल बन जाएगी.

मोनिका: ऑश मों बस मज़ा आना चाहिए चुदाई का. मुझे तो लंड चाहिए भाई का.

मों: तू तो मेरे से भी हॉट माल बनेगी. तेरी आगे में मैं बहुत पतली थी.

अमित: चल मों अब बूब्स चूसने दे ना. दीदी चलो मिल कर मम्मी के मुममे चूस्टे है.

मोनिका: चल भाई चूज़ बूब्स.

मैने मों को लिटा लिया. हम दोनो भाई-बेहन ने दोनो बूब्स चूसने शुरू कर दिए.

मों: ऑश आहह तुम दोनो बहुत मस्त चूस्टे हो. ऑश मोनिका वाह, जीभ फेर-फेर कर क्या चूस्टी हो. ऑश आआहह ऑश मोनिका बेटा ओह मज़ा आने लगा है.

मोनिका: मज़ा आ रहा है चूस के.

मों: पहली बार कोई एक साथ बूब्स चूस रहा है. ऑश तुम दोनो ने पहली बार शुरू किया है ये. ऑश अछा लग रहा है.

अमित: ऑश आअहह छूट कहाँ है मों तेरी? ऑश आ छोड़नी होगी अब.

मोनिका: भाई का लोड्‍ा पूरा खड़ा हो गया है.

अमित: मों ऑश दोनो टाँगें उपर करके छोड़ूँगा साली को. ऑश मज़ा आएगा, बहुत देर से तडपा रही हो.

मों: ऑश छोड़ मुझे ऑश बहुत हो गयी चुम्मा-छाती. ये छूट तो लंड से ही खुश होगी. बस मम्मी की छूट बजा दे बेटा.

मों की टाँगें उपर करते ही लोड्‍ा छूट में घुसेध दिया.

मों: ऑश मी गोद! ऑश मी गोद! ऑश पूरा तंन गया है ऑश ऑश पेल दे अपनी रंडी मों को, वेट नही हो रहा.

अमित: ऑश बेबी ऑश मेरी छूट की रानी श मम्मी की छूट का मज़ा आअहह. ऑश मेरी रंडी मों ऑश. आअहह क्या मज़ा आ रहा है तेरी छूट छोड़ने में.

मोनिका: ऑश मम्मी को आचे से छोड़ भाई. मम्मी की छूट छोड़ने का मज़ा लूट ले.

अमित: ये तो मेरा पर्सनल माल है चुदाई के लिए. ऑश बेबी मक्खन है तेरी छूट ऑश ऑश, लोड को मज़ा आ रहा है.

मों कुछ देर तक चूड़ी. फिर मों को बेड पर ही घोड़ी बना लिया. मैने मों की कमर पकड़ कर छोड़नी शुरू कर दी. मों के बूब्स हिलने लगे.

मोनिका: वाह भाई, देख मों के बूब्स कैसे हिल रहे है.

अमित: ह्म हिलते हुए बूब्स आचे लगते है. इसलिए तो मों को घोड़ी बना रखा है. ऑश लोड्‍ा सीधा छूट में पूरा घुस जाता है.

मों: ऑश लंड अंदर तक फील हो रहा है. ऑश मुझे मज़ा आता है घोड़ी बन कर. मितू ऑश ऑश आहह.

अमित: पीछे से बहुत मस्त लगती है मों तू. क्या गोरी-गोरी गांद है तेरी. मेरी टाँगों से लग कर गांद को मज़ा आता होगा.

मों: आओउूउ ऑश ऐसे पकड़ कर छोड़ता है तो मस्ती चढ़ जाती है. ऑश बूब हिलते है तो और भी मज़ा आता है.

मोनिका: ऑश भाई लोड्‍ा देख कैसे जेया रहा है, मानो कोई पंप चल रहा हो.

मों: आहन्न्न ऊओ कम बेटे ऑश ईससस्स ऊओ ईईए ऊऊहह इय्य्ाआ ऊओहूऊ मितू बेटा ऑश छोड़ मम्मी को अपनी रंडी समझ कर.

अमित: कम ओं मम्मी ओह क्या चिकनी छूट है तेरी. ऑश बेटे के लोड को पसंद आ गयी तेरी छूट!

मों: कम बेटा ऑश मों की छूट छोड़ कर मज़ा आ रहा है तुझे?

अमित: ऑश मों ऊऊहह तेरी जैसी मम्मी को छोड़-छोड़ कर मज़ा बहुत आता है.

मों: ऑश मेरी छूट ऑश गीली हो रही है. ऑश ऊओ बेटा तू मों को छोड़ कर बहुत मज़ा दे रहा है. मैं तेरी घरवाली हू आहह. ऑश मों को अपनी वाइफ समझ कर छोड़. ऑश बेबी ऑश फक मे यार.

अमित: ऑश बेबी ऑश मेरी जान. दिन में मम्मी और रात को वाइफ. ऑश नंगी हो कर एक-दूं मस्त माल लग रही है. ऑश बहुत हिल रहे है तेरे मुममे.

मोनिका: मम्मी के मुममे पकड़ कर छोड़ो भाई मज़ा आएगा. शॉट भी सही लगेगा.

अमित: ऑश दीदी ऑश मम्मी को छोड़ कर बहुत मज़ा आ रहा है. ऑश मम्मी बहुत मस्त माल है. ऑश देख कितनी गोरी है. छूट मरवाने के लिए मेरे आयेज घोड़ी बनी हुई है.

मों: ऑश मज़ा लेने के लिए बेटे के आयेज घोड़ी बनना पड़ता है. ऑश बेबी मों को छोड़ते रहो यार.

मोनिका: वाउ तुम दोनो की जोड़ी मस्त लग रही है. ऑश क्या सीन है यार. मों को छोड़ने का वीडियो तो विराल हो सकता है. ऑश मों को कैसे पकड़ कर छोड़ रहा है.

अमित: ऑश मों तो पॉर्न स्तर को भी डोर बिता रही है. किसी का दर्र नही होता तो वीडियो भी उपलोआड कर देता यार. ऑश मों तुम बहुत अची हो.

मों: ऊओह.

अमित: ई लोवे योउ मम्मी. बहुत मज़े दे रही हो बेटे को छूट मरवा कर.

मों: ऑश जल्दी कर मितू. मैं झड़ने वाली हू. फक मे युवर मों ऑश कम ओं यार. ऑश बेबी ऑश ईीई ऑश याअ ऊहहूओ या ऊ याअ ऊओह य्य्ाआअ.

अमित: ऑश दीदी मेरे लोड को सॉफ कर कपड़े से, मों की छूट को भी जल्दी.

मोनिका दीदी ने सॉफ किया, और हम मों सोन फिर शुरू हो गये.

मों: ऑश मी गोद, श मी गोद बहुत मस्त पेलता है बेटा तू. अब तो बहुत मज़ा आ रहा है. बता भी नही सकती यार. ऑश लोवे योउ बेटा ओह अब मुझे तेरा ही लंड चाहिए. ऑश तू बहुत बड़ा मदर छोड़ है रे ओह.

अमित: आहह मेरी जान तेरे बूब पकड़ कर छोड़ने में मज़ा बहुत आ रहा है. ऑश क्या मुममे है तेरे.

मोनिका: भाई मों जैसी गोरी लेडी चुड़वति है तो मज़ा भी बहुत आता होगा. श मों के बूब्स भी मस्त है.

अमित: दीदी यार मों छोड़ने में बहुत मज़ा आता है. देख कैसे आ आ कर रही है. ऐसी मों हो तो बेटे के मज़ा ही मज़ा है. एक तो गोरी है, उपर से बड़े बूब और मस्त गांद.

मोनिका: अपनी मों की इज़्ज़त लूट-ते हुए कैसा फील होता है?

अमित: बस मों जैसी घोड़ी के उपर ही चढ़ा राहु.

मों: बेटा हाथ दोनो कंधो पर रख कर छोड़ मुझे. बूब्स को हिलने दे अब. बूब्स हिलते है मस्ती चढ़ती है.

मैने मों के बूब छ्चोड़ दिए. दोनो कढ़ो को पकड़ कर छोड़ने लगा. मों के बूब्स बहुत हिलने लगे.

मों: ऑश छूट चूड़ने वाली है मों की ओह आआहह कम ओं मी सोन फक युवर रंडी मों.

अमित: ऑश मम्मी चुड़वते हुए बहुत मस्त लग रही हो. लोवे मों ऑश अयाया.

मों: ऊहह यार चुड गयी यार. तू ही है मम्मा का बेटा. ऑश ओह मम्मी को छोड़ बेटा.

अमित: मों ओह क्या छूट है मों तेरी ऑश स्वीट हार्ट ऑश मेरी कुटिया ऑश मम्मी मज़ा आ रहा है.

मों: ऑश नूओ ऊऊओ याअर ऑश बेटा ऑश मों फकर है मितू. आओउुउउ ऊऊओ बेटा ओहूऊ आओउउउन्न्नह.

मों की छूट में लोड्‍ा अंदर-बाहर होता वैसे ही मज़ा आता. लंड को आयेज और पीछे से पूरा मज़ा आ रहा था.

मों: ऑश बेटा ऑश चुड गयी मों बेटे से. छोड़ ली तूने ऑश मम्मा को.

मों सच में चुड गयी. थोड़ी देर में मैं भी मों की छूट में झाड़ गया. मैं कुछ देर तक मों के उपर ही लेता रहा और शॉट मारता रहा. मैने मों की गांद पर हाथ फेरा, और खड़ी कर लिया. मों बहुत खुश थी. उसके बूब्स दबाने से लाल हो गये थे. मों खड़ी हुई, और मुझे गले लगा लिया.

मों: ऑश मितू बेटा, आज तूने सच में मों छोड़ ली. इतना मज़ा मुझे तेरे साथ ही आया है. ऑश तेरे जवान लोड का कोई जवाब नही. बेबी आज से तेरी वाइफ हू. आप जैसे बोलॉगे मैं वैसे ही करूँगी.

अमित: ऑश मुझे भी बहुत मज़ा आया मों. मम्मी को छोड़ने का सुख तूने दिया है.

मोनिका: ऑश मेरी भी छूट गीली हो गयी. भाई ने मों तुमको मस्त छोड़ा है. चलो हम सब नहा कर आते है.

मों: ह जैसा आपको ठीक लगे. चलो यार.

मों और दीदी दोनो को मैने पकड़ लिया, और हम तीनो नंगे ही नहाने चले गये. चुदाई से मों बहुत खुश थी.

बहुत सारी लॅडीस मेरी फॅमिली सेक्स स्टोरी पढ़ कर मज़े ले रही है. अपना एक्सपीरियेन्स भी शेर कर रही है. आपको स्टोरी कैसी लगी बताना अंिटदेलही701@गमाल.कॉम पर.

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