(स्टेशन आअनए मे अभी 3-4 स्टेशन बाकी थे.)
अम्मी :- आमेड बेटा! थोड़ी देर के लिए मेरी छूट से लंड निकल दे, ताकि मेी शमन पॅक कर लू अपना स्टेशन आने वाला है.
आमेड :- इतनी जल्दी आ गया अपना स्टेशन??
अम्मी :- नही अभी अय्या नही है, बस 3-4 स्टेशन बाद अपना स्टेशन ही है.
आमेड :- तब तक 1 बार और झाड़ दूँगा दूँगा अम्मी.
अम्मी :- मैं तो झार ज़हुँगा, लेकिन तू नही झदेगा ना.
लेकिन आमेड सुनने वाला था कहा और अपनी रफ़्तार को बदते हुए
आमेड :- अप इतनी हॉट हो केसे आहहह बस मॅन केरता है दिन रात आपकी छूट मे अपना लंड डाले हू ही लेता राहु.
अम्मी :- अछा, फिर तेरे अब्बू किसमे डालनगे अपना.?
आमेड :- अम्मी! सच बताओ अब्बू जब आपकी चुदाई कितनी देर तक कर पाते है ?
अम्मी :- बस यही 5 मिंट लेकिन जब हमारी पहली पहली रात को 20 मिंट्स से जाड़ा देर तक अपनी चुदाई केरी उसके बाद से ये टाइम कम होते होते 5 मिंट पर आ गया
आमेड :- और मैं अम्मी??
कहकर, आमेड अपनी ढाके की स्पीड हल्की सी बढ़ा देता है.
अम्मी :- अहहहह, आहेंड तेरा अब क्या ही कहना अहहह अहह्ा तेरी चुदाई वेल एक रौंद मे मेी 2 बार झाड़ जाती हू आहहह
आमेड :- तो अब्बू को चोर कर मुझे निका कर लो, लाइफ्टाइम वाडा है इसी रफ़्तार से तुम्हारी छूट की चुदाई केरता रहूँगा.
अम्मी :- तेरे अब्बू को यू धोका देना ग़लत है
आमेड :- अम्मी सोच लो, अगले साल मुझे अची प्लेसमेंट मिल जाएगी फिर हम कही फॉरिन जाके सेट्ल हो जाएँगे.
अम्मी :- अभी 1 साल है ना, सोच के बता दूँगी.
उनकी बात चिट कुछ देर के लिए ज़रूर रुकी लेकिन आमेड की रॅफटर और उसकी अम्मी ही हिलते चुचिया तेज़्ज़ई से उपर नीचे हो रही थी.
अपने स्टेशन से ठीक 1 स्टेशन पहले.
आमेड :- अम्म्म्मिईीईईईई.अहह केरते झरता चला गया, वीर्या की एक भी भूंड आमेड ने अम्मी की छूट से बाहर गिरने नही दिया.
अम्मी ने भी आमेड के वीर्या की भूंड को किसी अनमोल मोती के सहंन अपनी छूट मे समा लिया.
अम्मी :- ये तेरा 6वा बार है आमेड और मैं 10 से जाड़ा बार झाड़ झाड़ की अंदर से खाली हो चुकी हू.
आमेड :- अब अपना स्टेशन आ ही गया है तो मेरे लंड को मूह मे लेकर चिकना कर दो ना.
अम्मी :- ला डाल मेरे मूह मे लंड.
छाप चप्प्प्प. कर अम्मी लंड को पूरी तरह सॉफ कर देती है, उसके बाद अम्मी सारा सहमान पॅक केरने मे लग जाती है लेकिन आमेड के अंदर अभी भी मस्ती सॉवॅर थी और इससके कारण उसके अम्मी की सलवार से बूब्स बाहर निकले और निपल को मूह मे लाकर चूसने लगा.
अम्मी :- सेयेल मदारचूड़, मेरा पानी निकल कर मॅन नही भरा जो अब मेरा दूध निकालने मेी लगा हुआ है
आमेड :- इरादा अभी भी पानी निकालने का है वो तो स्टेशन आ गया है इशी लिए अभी बस दूध निकल रहा हू वेर्ना.
उसकी बातो सुन अम्मी अपना एक हंत अपनी छूट पर राक.
अम्मी :- नहिी नहिी तू दूध ही निकालने मे लगा रहे.
ट्रेन स्टेशन पे पहुच, और सब धीरे धीरे केरके उतरने लगे आमेड और उसकी अम्मी भी उतरे और टॅक्सी करे के घर के लिए चल दिए,
आमेड ने अब्बू को फोन लगाया और बताया की वो घर पहुचने वेल है, और फिर थोड़ी देर बाद फोन काट दिया
अम्मी :- क्या बोले तेरे अब्बू?
आहेंड :- वो घर पर ही है, लंच बनाने मेी लगे है.
30मिंट बाद दोनो घर पहुचे, आमेड मे अम्मी को बोला, “रोनने वाला चेहरा बना लो ताकि अब्बू को लगे अप अभी भी बहोट दुखी हो”.
घर के अंदर पहुचे तो अब्बू आममी के गले लग उसको सहारा देने लगे.
आमेड :- अब्बू, अम्मी को रेस्ट केरना चाहिए, अम्मी पूरे रास्ते के सफ़र से काफ़ी तक गयी है
अम्मी, (मॅन ही मॅन ) :- अब पूरे सफ़र मेी छूट मेी लंड गुसाए चुदाई केरता रहेगा तो ठाकुँगी है ना.
अब्बू :- हॅन हान्ं ज़रूर.
अम्मी अब्बू से अलग हो अपने कमरे मे चल जाती है.
अब्बू :- आमेड! मैं हाफ दे मे आया हू इशी इसलिए मुझे ऑफीस जाना है, मैने लंच बना दिया है खा लेना और अपनी अम्मी को भी खिला देना.
आमेड :- अप अम्मी की टेन्षन ना ले अब्बू, मैं हूँ ना अम्मी के लिए, उःने कुश केरने और रखने के लिए.
अब्बू :- ओक फिर मैं चलता हू.
बाइ कहकर अब्बू ऑफीस के लिए निकल जाते है, गाते लगा कर आहेंड सिड्डा अम्मी के कमरे की तरफ जाता है लेकिन अम्मी अपने कमरे मेी नही होती है इसलिए वो ज़ोर से आवाज़ लगता है.
आमेड :- अम्मी?? कहा है, आपकी छूट के लिए मेरा लंड तड़प रहा है.
अम्मी :- बातरूम मे हू नहा रही हू.
आमेड :- अभी तो ट्रेन मे मेरे माल से नहाई थी, इतनी भी क्या जल्दी थी अम्मी.
बातरूम के दरवाजे पे हंत मरता है तो दरवाजा खुल जाता है जहा अंदर आमेड, अम्मी की पानी से भीगी भीगी गांद देख के मदहोश होंने लगता है, और धीरे धीरे अम्मी की तरफ बादने लगता है.
आहेंड :- मुझे नही पता था अम्मी, तुम्हारी गांद भी इतनी खूबसूरत होगी!!!
(आमेड अम्मी की गांद को हंतो मे ले कर उससे मसालने लगता है, उपर से गिरता हुआ पानी जो गांद से होता हुआ उसकी छूट की तरह बद्ड रहा था और आख़िर मेी ज़मीन पे गिर रहा होता है.)
अम्मी :- मेरा तो अंग अंग खूबसूरत है, एक तू है जो सिर्फ़ मेरी छूट मे ही गुस्सा रहता है.
आमेड :- अछा तो आज गांद मे मेरे लंड का वेलकम केरने को तैयार है.
अम्मी :- मैं नही बोलूँगी तो तू नही डालेगा.?
आमेड :- एसा हुआ है अभी तक.
अम्मी :- तो फिर पूछता क्यू है.!!
आहमेड़ अम्मी की कमर पकड़ अपनी करीब लाकर अपने सरीर से चिपका लेता है , जिससे आमेड का कपड़े आयेज से गीले हो जाते है.
अम्मी :- बेटा कपड़े तो उतार दे नही तो शारडी लग जाएगी.
आहेंड :- तुम तो ना अपना गरम दूध निकल कर मेरी शारडी बगज्ने के लिए,
आमेड भी अपने कपड़े उतार कर अम्मी के करीब आकर दोनो झरने से गिरते पानी की नीची आ कर भीगने लग जाते है. तभी आमेड अम्मी की एक तंग उठा कर पानी की भूंड मेी मे तुक्क मिला कर.. अम्मी की छूट मे मसल कर लंड के लिए तैयार कर के लंड लेकर.. गांद की छेड़ पे लगा कर पहला ढाका मार कर ही आमेड अम्मी को अपने और करीब कर लेता है.
आमेड और अम्मी के होन्न्तो की बीच की दुर्सी फिरसे मित्त गयी और होंठ से होंठ मिल गये. उसके हंतो मे अम्मी का उठा हुआ पेर. अम्मी और आमेड की ढाकिबाज़ी से हिलता हुआ उसका कमर और अम्मी की दोनो हंतो से झकड़ा हुआ सर जिससे अम्मी के आहेंड के होंठ एक दूसरे से होंठो के उपर नीचे हुए आ जा रहे थे. उपर से शेवर से गिरता हुआ पानी. अम्मी के बूब्स जो आमेड की छ्चाटी सी बुरी तरह से डाबे हुए थे.
जिससे पानी की बूँद को भी जाने मे धिकाट हो रही थी. और रास्ता बगल कर अम्मी की कमर से होते हुए पेट की नाबी मे गोते लगा कर छूट के उपर लगी झातो को पूरी तरह गीला केरके ज़मीन पे गिरते हुए ताप ताप ताप ताप की आवाज़ पूरे बातरूम मेी फेली हुए थे.
तभी आमेड ने अम्मी की दूसरी तंग उतने की भी कोशिश केरी नही. वजन जाड़ा होंने के कारण नही कर पाया. फिर वही पोज़िशन मे आकर अम्मी की गांद की चुदाई केरने लगा.
अम्मी :- पॉर्न की दुनिया आसाल सेक्स की दुनिया से अलग है.
आमेड :- मुझे तो नही लगता है.
अम्मी :- क्यू?
आमेड :- पॉर्न मे भी अम्मी बेटे से चुड्ती है और रियल मे तो अभी तुम चुड रही थी. चुड रही हो और आयेज भी चूड़ोगी..
अम्मी :- तू सही मेी पक्का मदारचोड़ है आमेड
आमेड :- इसलिए कहता हू अम्मी कार्लो मुझसे निक्का बहुत कुश रखूँगा. अब्बू ने तो सिर्फ़ तुझे एक बार अम्मी बनाया है. मैं वादा केरता हू हर साल अम्मी बनंता राहूणा अपने बाकचो की, बोल मंजूर है???
अम्मी :- आमेड, ये रिस्ता सबसे चुप ही रहे तो ठीक है.
आमेड :- आहह अम्मी आअहह जाधने वाला आआहह हुउऊुुउउ…
बस बोलते बोलते गांद मेी भी अपनी लंड की माल बाहरी पीचारी चोर कर अम्मी के गले से लिपट जाता है.
कुछ देर बाद दोनो अपना बदन सॉफ केरते बातरूम से निकलते. और अम्मी अपनी आल्मिरा से अपनी ब्रा पनटी निकल पलंग पेर रकति है आमेड उन्हे अपने हंतो मे ले.
आमेड :- लोग कहते है चुदाई केरने वेल सिर्फ़ एक दूसरे के कपड़े उतरते है. लेकिन मैं तुम्हे कपड़े पहनना च्चता हू अम्मी.
अम्मी :- आजा फिर पहना दे.
आमेड पनटी को हंतो मे अम्मी की शमने झुक कर अम्मी की टॅंगो के लिए पनटी को खोल देता है. अम्मी अपने लेफ्ट पेर उठा कर एक तरफ़ फिर रिघ्त पेर उठ कर पनटी मे गुस्स जाती है. आमेड धीरे धीरे पनटी को उपर चाड़ने लगता है. कमर तक पूछने से ठीक थोड़ी देर आमेड अम्मी की हल्की हल्की बालो से भारी छूट पे एक किस कर उससे पनटी से थाआक देता है.
ब्रा का हुक खोल आमेड अम्मी के बूब्स से लगा कर अम्मी की पीठ के पीछे पहुच जाता है. आहेंड बूब्स दबाते हुए.. अम्मी आहहहह बोलते हुए आहेंड हुक लगाने मे पास हो जाता है.
एक एक कर आहेंड अम्मी को कपड़े पहना कर दोनो लंच केरने के लिए बाहर हॉल मे पहुच जाते है.
आमेड :- एक बात पूचु?
अम्मी :- हन पूछ..
आमेड :- तुम्हे नाना की मौत का तुम्हे दुख था या तुम उन्न सी जाते जाते चुड ना पाई इसका घाम था?
अम्मी :- ऐसा बिल्कुल नही है की तुम्हारे नाना ने मेरी चुदाई नही करी, करी है!!
आमेड :- वो कब?
अम्मी :- मेरी शादी के एक दिन पहले. वो उनकी तरफ से फेरवेल गिफ्ट. मैं भी उनसे एक बार फिर उनसे चुड कर उन्हे फेरवेल गिफ्ट देना चाहती थी. खैर ऐसा नही हो पाया.
आमेड :- तो आप अपने भैया मतलब मामू के साथ भी रोल प्ले कर नणु की आत्मा को जन्नत पहुचा सकती थी..
अम्मी :- मुझ यूयेसेस वक़्त अपने सबसे जाड़ा करीब तू दिखा. जो मेरा दुख मेरे भाई से भी ज़्यादा साँझ रहा था. मेरे दुख को कम करने लगा था इसलिए.
आमेड :- मैं प्रॉमिस केरता हू आज के बाद से बस तुम्हारी छूट से सिर्फ़ पानी निकलेगा लेकिन आँखो से अंशु नही.
तो प्यारे रीडर्स मिलते है किसी नये सीरीस तब तक के लिए अलविदा, और इस स्टोरीस से रिलेटेड कुछ कहना है तो.