मम्मी सेक्स कहानी का अगला पार्ट-
मैं और मम्मी किस करने लगे. अब मेरा लंड धीरे-धीरे खड़ा होने लगा था. अब मैने आयिल लेकर मम्मी की छूट पर लगाया. और मेरे लंड को भी आयिल से चिकना कर दिया. मैं मेरे लंड को छूट पर घिसने लगा. मेरी एक कमिटमेंट थी, की जब तक मम्मी मेरे लंड के लिए तड़प ना जाए, और सामने से लंड ना माँगे, तब तक उसको छोड़ूँगा नही. मेरी मम्मी चूड़ने के लिए आहें भर रही थी. मम्मी से आख़िर में रहा नही गया.
मम्मी: बेटा क्यूँ मुझे इतना तडपा रहा है? इतने साल से मेरी आचे से चुदाई नही हुई है. मुझे छोड़ कर ठंडा कर दे मेरे बेटे. मैं तेरे से चूड़ने के लिए तड़प रही हू.
मेरे कान ये सुनने के लिए तरस रहे थे. मैने भी अब छूट पर लंड सेट किया, और एक धक्का लगाया. मेरी मम्मी की वेट पुसी और आयिल की वजह से एक ही बार में लंड छूट में चला गया. मेरी मम्मी की आ निकल गयी, और उसका चेहरा दर्द से उभर गया. और मुझे भी इतना सुकून मिल रहा था.
मम्मी की छूट की आग मुझे महसूस हो रही हो. अंदर तो गरम लावा फुट रहा था. इतनी गरम छूट तो मैं पहली बार छोड़ रहा था. बहुत से लड़के अपनी मा को छोड़ना चाहते है. पर उनके अंदर पॅशन नही है. मैने मेरी मा की छूट हासिल करने में 6 साल लगा दिए. और इन 6 सालों में मैने कितने पपद बेले है, वो सिर्फ़ मैं जानता हू.
देसी मा से मॉडर्न मुम्मा बनाने का जो सफ़र मैने देखा है. उसकी आप कल्पना भी नही कर सकते. मेरी मा की छूट में जब मेरा पहली बार लंड गया, वो पल की खुशी मैं आपको शब्दों में बयान नही कर सकता.
मैने धीरे-धीरे मम्मी को धक्के लगाने शुरू कर दिए. मम्मी बहुत आचे से छुड़वा रही थी. ऐसा रेस्पॉन्स तो मुझे किसी के साथ नही मिला था. वो अपना 100 पर्सेंट दे रही थी. मैं आपको बार-बार बोल रहा हू की मेरी मम्मी बिस्तर में बहुत गरम रहती है. उनका छुड़वाने का अंदाज़ बहुत ही अनोखा है.
मम्मी: उफ़फ्फ़… ह.. उ .. मज़ा आ गया बेटा. कितना मस्त छोड़ रहा है. ऐसे ही छोड़ता रह अपनी मम्मी को. मैं बहुत प्यासी हू बेटा. मुझे तेरे जैसे ही मर्द की तलाश थी.
मैं: मुझे भी आप जैसी गरम औरत के साथ सेक्स करना था. पहले पता नही था आप में इतनी गर्मी है. वरना आपको कब का छोड़ देता.
मम्मी: अभी मैने तो सपने में भी नही सोचा था की एक दिन मेरा बेटा ही मेरी आग को ठंडा करेगा. बहुत मस्त तरीके से कर रहा है.
मैं: आप अब टेन्षन मत लो. आपका ये बेटा आपकी सारी प्यास बुझता रहेगा.
मम्मी: ह्म आहह, सही कहा बेटा. अब तो घर में ही मेरा काम हो गया. बदनामी का दर्र भी नही रहेगा.
मैने मम्मी का एक पैर कंधे पर लिया, और छोड़ने लगा. मैं पूरी ताक़त लगा कर छोड़ रहा था. मेरे हर एक धक्के पर मम्मी के बूब्स हिल रहे थे. और वो इतनी उमर में भी जवान लड़की की तरह मेरा लंड खा रही थी.
मैं: मम्मी आपकी छूट तो बहुत गरम है. मज़ा आ गया छोड़ कर.
मम्मी: तेरा लंड भी कितना सख़्त है. ऐसा लग रहा है लोहा घुस रहा हो.
अब मैं बेड पर चढ़ गया, और घुटने पर बैठ गया. फिर मम्मी की दोनो टाँगें कंधे पर उठा कर छोड़ने लगा. मेरी मम्मी के चेहरे के एक्सप्रेशन बदल गये. उसका सेडक्टिव एक्सप्रेशन देख कर मुझे जोश आने लगा.
मम्मी: ह्म, आहह. मज़ा आ रहा है बेटा. ऐसे ही छोड़ मुझे. क्या तगड़ी चुदाई कर रहा है.
मैने ऐसे ही 4-5 मिनिट मम्मी की चुदाई की. उसके बाद मेरे पैर दर्द करने लगे. मैं नीचे लेट गया. मम्मी खड़ी हुई, और सीधा लंड पकड़ कर उसके उपर बैठ गयी. अब मम्मी हॉर्स राइडिंग करने लगी. हॉर्स राइडिंग पोज़िशन में सेक्स कैसे होता है वो मम्मी ने सिखाया. मम्मी ने दोनो हाथ मेरी चेस्ट के उपर रख दिए, और लंड के उपर घुड़-सवारी करने लगी.
हमारी दोनो की जांघें टकराने से जो आवाज़ आ रही थी, वो सुनना हर एक लड़के का ड्रीम होता है. मुझे उनकी छूट में मेरा लंड अंदर-बाहर हो रहा दिख रहा था. मुझे तो लग रहा था मम्मी मेरा यहीं पानी निकाल देगी. अब मम्मी बहुत स्पीड से अपनी गांद उछालने लगी.
मैने मम्मी की नेक को पीछे से पकड़ा, और स्मूच करने लगा. मैं नीचे से अपनी गांद उठा के छोड़ रहा था. ऐसे ही 4-5 मिनिट चूड़ने के बाद मम्मी तक कर उतार गयी.
अब मैं घुटनो के बाल बेड पर बैठ गया. मम्मी अपने आप ही मेरे आयेज घोड़ी बन गयी. मैं और मम्मी पहली बार चुदाई कर रहे थे, पर ऐसा लग रहा था की सालों से सेक्स पार्ट्नर हो. हमारे बीच का ताल-मेल इतना सही बैठ गया था.
जब मम्मी मेरे आयेज घोड़ी बनी, क्या नज़ारा था दोस्तों. उसकी उभरी हुई गांद और उसकी चिकनी छूट देख कर मेरा लंड फड़फड़ने लगा. मैं उनकी छूट को चूमने लगा और चाटने लगा.
मम्मी: श मेरे बेटे. मज़ा आ गया यार. क्या मस्त छूट चाट रहा है.
मैने कुछ मिनिट तक छूट छाती. उसके बाद घुटनो पर बैठ कर मम्मी को पीछे छोड़ने लगा. क्या सेक्सी लग रही थी मम्मी. वो आ आ ऐसे सेक्सी आवाज़ कर रही थी. मैं मम्मी के बालों को पकड़ कर पीछे से उसकी चुदाई करने लगा.
मम्मी: श मेरे बेटे. ऐसे ही अपनी मुम्मा को छोड़. बहुत दीनो के बाद किसी ने घोड़ी बनाया है.
मुझे मम्मी की बातों से लग रहा था की वो बाहर किसी से चूड़ी हुई थी. मेरी मा में जोश और गर्मी ज़्यादा है, तो वो ऐसे ही अपने आप को चूड़ने से रोक नही पाई होंगी. मुझे ये सोच कर ही और जोश आ गया. मैं मम्मी के बाल पकड़ कर कुटिया की तरह छोड़ रहा था. मेरी थाइ उसकी गांद से टकराने से ठप ठप की आवाज़ आ रही थी.
मम्मी: श छोड़ छोड़ बेटा, और आचे से छोड़. मैं झड़ने वाली हू, और तेज़ छोड़ बेटा.
अब तो मेरी भी साँस फूलने लगी. मेरी बॉडी से पसीना टपकाने लगा. मैं पूरी ताक़त से मम्मी को छोड़ रहा था. कुछ 1-2 मिनिट में ही मम्मी की छूट से गरम लावा निकला. उसकी छूट की गर्माहट को महसूस करते हुए मैं भी उसकी छूट में झाड़ गया. मैं मम्मी को अब भी छोड़े जेया रहा था.
कुछ 2 मिनिट बाद मेरा लंड मुरझा कर बाहर निकला. मैने देखा तो मेरा और मम्मी का स्पर्म मिक्स हो कर मम्मी की टाँगों पर बह रहा था. मैं और मम्मी साँप की तरह एक-दूसरे से लिपट कर एक-दूसरे को किस कर रहे थे.
मैं: मम्मी आपके साथ सेक्स करके बहुत अछा लग रहा है. आप कितनी आचे से अपनी चुदाई करवा रही थी.
मम्मी: वो तो छोड़ने वाले पर डिपेंड करता है. तेरे पापा तो बस उपर चढ़ कर छोड़ कर सो जाते है. सालों बाद इतनी आचे से चुदाई हुई है. मज़ा आ गया बेटा.
मैं: मुझे भी आपके साथ बहुत मज़ा आया मम्मी. ऐसा लगा ही नही हम पहली बार कर रहे है.
मम्मी: सच काहु बेटा. तू अपने पापा से भी बेहतर है. बहुत रोमॅन्स भरा पड़ा है तेरे अंदर. मुझे ऐसे ही प्यार की ज़रूरत थी.
मैं: हा मम्मी. जब भी मौका मिलेगा आपकी सेवा में हाज़िर रहूँगा. और अब तो बहुत कुछ बाकी है.
अब मैं मम्मी को बातरूम में लेकर गया. मैने शवर के नीचे मम्मी को खड़ा कर दिया. मैने शवर गेल लेकर मम्मी की पूरी बॉडी से आयिल को वॉश किया. मम्मी ने भी मेरी बॉडी से आयिल वॉश किया.
अब मैं मम्मी की शवर के नीचे हग करके उनको स्मूच करने लगा. मम्मी भी मेरा साथ दे रही थी. मेरा एक हाथ मम्मी के बूब्स पर था, और एक हाथ से उसकी गांद सहला रहा था. अब मैने मम्मी को बातरूम की दीवार से सता दिया, और उनके गले पर किस करके लगा.
वो भी मेरी बॅक पर हाथ घुमा रही थी. मैं अब उसके बालों को पीछे करके उसके रलोब को काट रहा था. मेरे ऐसा करने से मम्मी मचल गयी.
मैं उनके गले पर किस करते हुए बूब्स तक आ गया. कब से मम्मी के बूब्स चूसने का मॅन कर रहा था. पर आयिल की वजह से नही कर पाया. मैने शवर को बंद किया, और मम्मी के बूब्स को चूसने लगा. उनके निपल हार्ड हो गये थे, और बूब्स भी काफ़ी टाइट लग रहे थे. मम्मी मेरे बालों में हाथ घुमा रही थी. मैं मम्मी की छूट पर हाथ रख कर घुमा रहा था.
मम्मी: ह्म.. बेटा.. क्या कर रहा है? फिर से मुझे गरम क्यूँ कर रहा है?
मैं: क्यूंकी आपकी मैं और चुदाई कर साकु.
अब मैं घुटनो पर बैठ गया, और मम्मी की छूट को चाटने लगा. मम्मी ने अपना एक पैर ताप के उपर रखा, और मेरे बालों पर हाथ घुमा कर अपनी छूट चटवा रहा थी.
मम्मी: श.. ह्म… मज़ा आ गया बेटा. तुम तो बड़े पक्के खिलाड़ी हो. ऐसे ही चूस्टा जेया.
मैं अब नीचे से उंगली करते हुए मम्मी की छूट को चाटने लगा. वो कुछ 3-4 मिनिट्स में झाड़ गयी. मैं भी उसका सारा रस्स छत गया. अब मैं खड़ा हुआ, और मम्मी मुझे लिप्स किस करने लगी. हम एक-दूसरे की जीभ को चूस रहे थे. वो मेरे गले पर दांतो से काटने लगी.
मैं: क्या कर रहे हो मम्मी?
मम्मी: अब देखते जाओ अपनी मुम्मा का कमाल. तू भी क्या याद करेगा मुझे.
मम्मी अब मेरे गले पर किस करते हुए मेरी चेस्ट पर किस करने लगी. वो मेरे निपल पर अपनी जीभ घुमा रही थी, साथ में चाट भी रही थी. वो चेस्ट पर और बॉडी के बाकी हिस्सों पर किस कर रही थी. अब उसने मुझे उल्टा घुमा दिया, और मेरी बॅक पर किस कर रही थी, और बूब्स रग़ाद रही थी. उसके बाद उसने मेरी गांद पर एक छाँटा मारा और मुझे सीधा कर दिया.
अब उन्होने क़ातिल नज़र से मेरी आँखों में देखा, और मुझे एक ज़बरदस्त स्मूच किया. उसके बाद उसने अपने बाल बाँधे, और घुटनो पर बैठ गयी. मम्मी ने जीभ निकाल के लंड के आस-पास थाइस पर, कमर के पास जीभ घुमा रही थी. दोस्तों मम्मी का ऐसा करने से मेरे से सहा नही जेया रहा था.
मैं: मम्मी… प्लीज़ रहने दो. बहुत गुदगुदी हो रही है.
मम्मी हासणे लगी. उन्होने बहुत नॉटी स्माइल देकर मेरे लंड को हाथ में पकड़ा, और आयेज-पीछे करने लगी. अब वो जीभ निकाल कर चाटने लगी. वो मेरे टोपे के उपर जीभ घुमा रही थी.
मैं: प्लीज़ मम्मी अब मूह में भी लेलो. क्यूँ तडपा रही हो?
मम्मी ने मुझे स्माइल किया, और मूह खोल कर लोड्ा चूसने लगी. जब उसके मूह की गर्माहट मुझे महसूस हुई, तब जेया कर मुझे अछा लगा. मम्मी अभी स्पीड से लंड चूस रही थी. मैं उसका मूह पकड़ कर छोड़ने लगा. मम्मी के मूह से गुप… गुप.. आवाज़ आ रही थी.
उन्होने झटके के साथ लंड बाहर निकाला. उनके मूह से लार तपाक रही थी. उसने मुझे आँख मारी और मेरी बॉल्स को चूसने लगी. मैने कभी सोचा नही था की मम्मी इतनी बड़ी चुड़क्कड़ होंगी. मम्मी ने तो मेरी एक्सपेक्टेशन्स से भी बहुत ज़्यादा मज़े दिए.
ऐसे ही उसने 5 मिनिट मेरा लोड्ा चूसा. अब वो खड़ी हुई, और मैने उसको वॉल के सपोर्ट से झुका दिया. मैं पीछे से उसकी छूट में लंड डाल कर छोड़ने लगा. मैं बहुत ताक़त लगा कर मम्मी को छोड़ रहा था.
मम्मी: क्या तगड़ा लंड है तेरा. अभी भी इतनी जोश और उर्जा से मेरी चुदाई कर रहा है. मज़ा आ गया बेटा.
मैं: आप भी कुछ कम नही हो. इतनी आगे में इतना चुड रही हो, तो जवानी में तो क्या जोश होगा.
मम्मी: हा बेटा तुमने तो मेरे पुराने दिन याद करवा दिए.
मम्मी की ऐसी बातों से मैं शुवर हो गया था की उसका पस्त काफ़ी रंगीन रहा होगा. उनकी बातों से मैं और एग्ज़ाइट हो गया. मैने उनको सीधा किया, और उनका एक पैर टाय्लेट सीट पर रख कर छोड़ने लगा. हम दोनो साथ में स्मूच भी कर रहे थे. कुछ 2-3 मिनिट में मैं झड़ने पर आ गया.
मैं: मम्मी मेरा होने वाला है.
मम्मी तुरंत घुटनो पर बैठ गयी, और लंड चूसने लगी. कुछ 1 मिनिट में ही मम्मी मेरा स्पर्म निकाल कर चाट गयी.
मम्मी (मुस्कुराते हुए): मज़ा आ गया बेटा. सालों बाद ऐसा सुख मिला है.
मैने और मम्मी ने साथ में शवर लिया, और एक-दूसरे को टवल से सॉफ किया. हम बातरूम से बाहर आए, तब देखा तो हमने फ्लोर पर आयिल गिरा के रखा था. मैने और मम्मी ने बेडरूम क्लीन किया. उसके बाद मैं और मम्मी ने कपड़े पहने और बातें करते हुए लिपट कर सो गये. आपको मेरी सेक्स कहानी कैसी लगी, कॉमेंट करके बताए, और अपना फीडबॅक