मा, बेटे और मौसी में थ्रीसम चुदाई की स्टोरी

अब आयेज..

कुछ देर में मम्मी और मौसी किचन का काम ख़तम करके रूम में आते है. मैं बिस्तर में बैठा रहता हू. फिर मम्मी और मौसी दोनो अपनी सारी निकाल देती है और पूरी नंगी हो जाती है. फिर दोनो मेरे पास आते है और मेरे को बिस्तर में लिटा देते है.

मम्मी और मौसी दोनो मेरी बनियान निकाल देते है. फिर मम्मी मेरे होंठो को चूसने लग जाती है, और मौसी मेरी छ्चाटी को चूमने चाटने लग जाती है. मेरे को इतना ज़्यादा मज़ा आते रहता है, मैं क्या ही बतौ.

फिर मौसी मेरे होंठो को चूसने लग जाती है, और मम्मी मेरा शॉर्ट्स निकाल देती है, और मेरे लंड को पदक के मूठ मार्टी रहती है.

मम्मी: देख आज हम दोनो रंडियन तेरे को कैसा मज़ा देती है.

मौसी: तू हमेशा याद रखेगा.

सोनू: हा मेरी रंडियों, तो अब मेरे लंड को मूह में तो लो.

फिर मम्मी मेरे लेफ्ट वाले पैर में लेट कर मेरे लंड को मूह में लेकर चूस्टे रहती है, और मौसी मेरे रिघ्त वाले पैर में लेट कर मेरे टट्टो को चूस्टे रहती है.

मैं तो मानो जन्नत में पहुँच गया रहता हू. कसम से बहुत मज़ा आते रहता है. फिर मौसी मेरे लंड को चूसने लग जाती है, और मम्मी मेरे टट्टो को चूसने लग जाती है.

सोनू: चूसो मेरी रंडियों, बहुत मज़ा आ रहा है.

फिर मम्मी लेफ्ट तरफ मेरे लंड को जीभ से चाटने लग जाती है, और रिघ्त तरफ से मौसी मेरे लंड को जीभ से छाते लग जाती है. फिर दोनो बारी-बारी मेरे लंड को मूह में लेकर चूस्टे है. मेरे को बहुत मज़ा आते रहता है, और मैं बहुत एग्ज़ाइट हो जाता हू और झड़ने वाला रहता हू.

सोनू: मैं झड़ने वाला हू.

मम्मी: हम दोनो के चेहरे पे झड़ना.

फिर मम्मी और मौसी दोनो मेरे लंड की ज़ोर-ज़ोर से मूठ मारते है, और मैं मम्मी और मौसी के चेहरे पर झाड़ जाता हू. मम्मी और मौसी दोनो एक-दूसरे के चेहरे से मेरे माल को चाट-चाट के पी जाते है.

मम्मी: अब हम दोनो की भी गर्मी शांत कर दे.

मौसी: मेरी छूट में तो आग लगी हुई है.

सोनू: बिल्कुल करूँगा, दोनो लेट जाओ.

फिर मम्मी और मौसी दोनो अपने-अपने पैर फैला के लेट जाते है. मैं मम्मी की छूट चाटने के लिए अपना मूह मम्मी की छूट के पास लेकर जाता रहता हू. तभी मौसी मेरे को अपनी तरफ खींच लेती है, और मेरा मूह अपनी छूट में घुसा के बोलती है-

मौसी: पहले मेरी छूट चाट.

मम्मी: हा पहले इस रंडी की चाट ले.

फिर मैं मौसी की छूट चाटने लग जाता हू, और मैं दूसरी तरफ से मम्मी की छूट में उंगली डाल कर मम्मी को भी मज़ा देते रहता हू.

मौसी: अया अया अया, और चाट, मज़ा आ रहा है.

मम्मी: आ अया अया ऑश मेरा बेटा अया अया.

मौसी: अया अयाया अयाया ऑश.

फिर मौसी का बदन अकड़ने लगता है, और मौसी मेरे मूह में झाड़ जाती है. उसके बाद मैं मम्मी की छूट को चाटने लग जाता हू.

मम्मी: अया अया ऑश एस अया मज़ा आ रहा है. अया आआहा और चाट आ.

फिर कुछ ही देर में मम्मी भी मेरे मूह में झाड़ जाती है. उसके बाद मैं मम्मी और मौसी के बीच में लेट जाता हू, और दोनो के बड़े-बड़े दूध को दबाने लगता हू. मैं मम्मी के दूध को मूह में लेकर चूसने लगता हू. मम्मी और मौसी दोनो मेरे सर को सहलाते रहती है.

मम्मी: आहह उःम्म मेरा सारा दूध पीले बेटा आ.

फिर मैं मौसी की तरफ घूम जाता हू, और मौसी के दूध को चूसने लग जाता हू. पीछे से मम्मी मेरे से लिपट जाती है, और मेरी गर्दन को चूमते हुए चाटने लग जाती है.

मौसी: अया, और पी मेरा दूध उम्म.

कुछ देर दूध चूसने के बाद मम्मी और मौसी दोनो मेरे उपर चढ़ जाती है, और मेरे चेहरे पर अपने दूध को रख देती है. मेरा पूरा चेहरा मम्मी और मौसी के दूध से डब जाता है. मेरे को बहुत मज़ा आते रहता है.

मम्मी: मज़ा आ रहा है ना हम दोनो के दूध में डब के?

सोनू: बहुत मज़ा आ रहा है.

मौसी: अर्रे कैसे मज़ा नही आएगा. इतना बड़ा-बड़ा दूध है, हम दोनो रंडियों का.

कुछ देर ऐसा करने के बाद मेरा लंड वापस खड़ा हो जाता है. फिर मैं तुरंत मम्मी को कुटिया बना देता हू, और पीछे से अपना लंड मम्मी की छूट में घुसा के छोड़ने लग जाता हू.

मम्मी: अयाया अयाया अयाया और छोड़ मेरे राजा आ. मज़ा आ रहा है अया अयाया.

फिर मौसी मम्मी के मूह के पास जाती है और मम्मी के होंठो को चूसने लगती है. मम्मी भी मौसी के होंठो को चूस्टी रहती है. फिर मौसी मम्मी के मूह के पास अपने पैर फैला के लेट जाती है, और मम्मी के सर को अपने छूट में घुसा लेती है. मम्मी मौसी की छूट चाट-ते हुए चुड्ती रहती है.

मौसी: अया और छातो दीदी अया अया अया आ.

फिर मैं ज़ोर-ज़ोर से मम्मी के चूतड़ पर थप्पड़ मारने लग जाता हू. लेकिन मम्मी चिल्ला नही पाती है क्यूंकी मौसी मम्मी का मूह अपनी छूट में दबाए रखी रहती है. थप्पड़ से मम्मी का चूतड़ पूरा लाल हो गया रहता है.

मैं पीछे से मम्मी को ज़ोर-ज़ोर से छोड़ते रहता हू. पुर रूम में बस अया आ और ठप ठप का आवाज़े आती रहती है.

मौसी: दीदी अब मेरे को चूड़ने दो ना.

मम्मी: आजा चुड ले.

फिर मौसी मेरे को लिटा देती है और मेरा लंड अपनी छूट में घुसा कर कूदने लगती है, और मम्मी मेरे मूह के उपर बैठ जाती है. मैं मम्मी की छूट को चाट-ते रहता हू.

मौसी: अयाया अया अया ऑश बहुत मज़ा आ रहा है अया. एस, और छोड़ अया आ.

मम्मी: अया अया और चाट बेटा अया आ आ श यॅ अया आ.

फिर मम्मी मौसी के होंठो को चूस्टी है. उसके बाद मम्मी मौसी के उछलते हुए दूध को मूह में लेकर चूस्टी है.

मौसी: अया दीदी अयाया, सोनू अया अया ऐसा मज़ा पहले कभी नही आया अया. बहुत मज़ा आ रहा है आ.

फिर काफ़ी देर तक ऐसे ही चुदाई करने के बाद मैं झंडे वाला होता हू. तो बोलता हू-

सोनू: मैं झंडे वाला हू.

मौसी: हम दोनो के चेहरे पे झड़ना.

फिर मम्मी और मौसी दोनो नीचे घुटने के बाल बैठ जाती है, और मैं अपना माल दोनो के चेहरे पर छ्चोढ़ देता हू जिसे दोनो चाट-चाट के पी जाती है.

फिर हम तीनो बिस्तेर में लेट जाते है. मैं मम्मी और मौसी के बीच में लेता रहता हू, और मम्मी और मौसी दोनो मेरे से लिपट के लेती रहती है. मौसी बोली-

मौसी: वाह, बहुत मज़ा आया. सच में, तू बहुत कमाल की चुदाई करता है.

सोनू: मौसी अभी मज़ा ख़तम नही हुआ है.

मौसी: अब क्या बचा है. इतना तो छोड़ा है हम दोनो को.

मम्मी: अर्रे नीतू, अभी हम दोनो का चूतड़ बचा है.

मौसी: नही-नही, मैं गांद नही मार्व्ौनगी.

मम्मी: अर्रे बहुत मज़ा आता है.

मौसी: दीदी मतलब आप सोनू से गांद मरवा चुकी हो?

मम्मी: हा काई बार. और बहुत मज़ा आता है.

मौसी: पर दर्द भी तो होता होगा.

मम्मी: शुरू में तोड़ा होता है. फिर मज़ा आने लगता है. मरवा के देख ना, बहुत मज़ा आएगा.

मौसी: ठीक है, लेकिन धीरे-धीरे करना.

सोनू: आप टेन्षन मत लो मौसी.

फिर मम्मी और मौसी दोनो मेरे को अपने बीच में दबा लेती है, और अपने बदन को मेरे बदन से रगड़ती है. मम्मी का दूध मेरे को अपनी पीठ में महसूस होते रहता है, और मौसी का दूध मेरे छ्चाटी पर.

फिर दोनो उठ जाती है, और मेरे को भी उठा देती है. उसके बाद दोनो अपने-अपने चूतड़ को मेरे चेहरे पे रगड़ने लगती है. मेरे को बहुत मज़ा आते रहता है.

मम्मी: आज तेरे को दो-दो चूतड़ मिल रहे है.

सोनू: हा और मज़ा आएगा.

मौसी: हा पर सोनू, प्लीज़ धीरे-धीरे करना.

सोनू: मौसी आप दररो मत, अब आप दोनो कुटिया बन जाओ.

फिर मम्मी और मौसी दोनो कुटिया बन जाती है. मैं मम्मी के चूतड़ के च्छेद को चाट-ता हू.

मम्मी: वाह सोनू, तेरी जीभ जब भी मेरे चूतड़ के च्छेद में पड़ती है, मज़ा ही आ जाता है.

फिर मैं मौसी के चूतड़ के च्छेद में जीभ डाल के चाटने लगता हू.

मौसी: श वाह, कितना अछा लग रहा है.

फिर मैं मौसी के चूतड़ पर थप्पड़ मारता हू.

मौसी: अया.

फिर मैं मौसी के चूतड़ पर और थप्पड़ मारता हू.

मौसी: अया अयाया अयाया.

सोनू: अछा लग रहा है मौसी.

मौसी: बहुत अछा लग रहा है. एक-दूं अलग एहसास हो रहा है.

फिर मैं मम्मी के चूतड़ के पीछे खड़ा हो जाता हू, और अपना लंड मम्मी के चूतड़ में घुसा के छोड़ने लगता हू.

मम्मी: अया अया और छोड़ मज़ा आ रहा है अया आआहा आ ऑश.

मैं मम्मी के चूतड़ को ज़ोर-ज़ोर से छोड़ते रहता हू, और मौसी हम दोनो को देखती रहती है.

मम्मी: आ अया आ अया आ.

मैं कुछ देर मम्मी की गांद मारने के बाद मौसी को कुटिया बनने के लिए बोलता हू. मौसी कुटिया बन जाती है. फिर मम्मी मौसी के चूतड़ में तेल लगती है, और मेरे लंड पर भी तेल लगती है.

उसके बाद मैं धीरे-धीरे मौसी के चूतड़ के च्छेद में अपना लंड घुसने लगता हू. लेकिन मौसी का चूतड़ बहुत टाइट रहता है, तो मैं एक ज़ोरदार झटका मारता हू, और मेरा आधा लंड अंदर घुस जाता है. मौसी चिल्लाते हुए झटपटाने लगती है.

मौसी: आआआः.

फिर मम्मी मौसी के चूतड़ को ज़ोर से पकड़ लेती है. मैं फिर और ज़ोर से झटका मारता हू, और मेरा पूरा लंड मौसी के चूतड़ के अंदर घुस जाता है. अब मैं ज़ोर-ज़ोर से धक्के मार के छोड़ने लगता हू, और मौसी चिल्लाते रहती है

मौसी: अयाया अयाया बाहर निकाल. मैं नही ले सकती अया अया.

मम्मी: चुप कर, पूरा मज़ा दे मेरे बेटे को.

मैं लगातार मौसी को छोड़ते रहता हू, और कुछ ही देर में मौसी को भी अब मज़ा आने लगता है.

मौसी: अया अया आ और छोड़ आ मज़ा आ रहा है अया आ ऑश.

मैं लगातार ज़ोर-ज़ोर से धक्के मारता रहता हू. फिर कुछ देर और छोड़ने के बाद मैं मौसी के चूतड़ में ही झाड़ जाता हू. मौसी एक-दूं चिट बिस्तेर में लेट जाती है. तभी मौसी का फोन बजता है मौसी बात करती है और बोलती है-

मौसी: मेरे को आज ही अपने घर जाना पड़ेगा. मेरी सासू मा की तबीयत खराब हो गयी है.

मम्मी: अर्रे कुछ दिन और रुकती तो और मज़ा आता.

सोनू: हा मौसी.

मौसी: सॉरी, लेकिन मेरे को जाना पड़ेगा. लेकिन अगली बार ज़्यादा दिन के लिए अवँगी.

मम्मी: ठीक है.

फिर हम लोग तैयार हो कर मौसी को स्टेशन छ्चोढ़ कर आते है. जब हम लोग घर आते है, तो हमारे घर के गाते के बाहर मेरे बड़े पापा खड़े रहते है.

अब मेरे बड़े पापा क्यूँ हमारे घर आए थे, ये मैं अगले पार्ट में बतौँगा. कहानी पढ़ कर फीडबॅक ज़रूर दे.

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