पचास शॉट तक तो वो कुछ नहीं बोली.. फिर जैसे-जैसे शॉट और पॉवरफुल होते गए.. तो वो मचलने लगी.. कूदने लगी। वो मुझे पकड़ कर कहने लगी- वाह.. वाह.. ओओह ओह.. मेरी जान मजा गया.. शाबाश मेरे शेर और जोर से.. और जोर से लगाओ।
मैं उसके दोनों बोबे अपने हाथ में पकड़ कर जोर-जोर से दबाने लगा और शॉट की स्पीड और तेज कर दी।
सौ से ज्यादा शॉट लगने पर मैंने गहरी साँस ली और उसके उरोजों को चूसने लगा। मुझे और उसे.. क्या मस्त मजा आ रहा था.. क्या बोबे थे उसके यार.. गजब के थन थे।
मैंने उससे पूछ ही लिया- तुम 40 की उम्र में इतना मेंटेन कैसे कर लेती हो?
साली साहिबा ने कहा- मैं पिछले दस साल से रोज आंवला और एलोवेरा का जूस पीती हूँ। मैंने उसे उठा कर अपनी जाँघों पर बैठा लिया और कुछ कहता.. उससे पहले ही वो कूदने लगी।
मैंने कहा- तुम तनु से ज्यादा मस्त हो। वो कहाँ और तुम कहाँ.. वो तो बिल्कुल ठंडी है.. उसे कुछ करने की इच्छा ही नहीं होती।
उसने कहा- उसे भी सौ शॉट लगाते हो?
मैंने कहा- हाँ उसे सौ शॉट से अब मजा नहीं आता.. उसे कम से कम 250 शॉट लगाने पड़ते हैं।
उसने कहा- क्या बात है.. 250 शॉट मुझे यकीन नहीं होता।
तो मैंने कहा- रुको.. अभी लगा कर बताता हूँ।
उसने कहा- नहीं.. अभी नहीं फिर कभी लगाना.. अभी मैं झड़ने वाली हूँ।
इतना कहते-कहते वो ‘आह.. आ…आई लव यू.. मेरी जान..’ कहती-कहती मेरे होंठों को अपने होंठों से जोर से चूसती हुई तकिए पर गिर गई।
फिर मैंने कहा- ये कोई बात नहीं हुई.. मुझे तो अभी और करना है।
उसने कहा- नहीं.. अब नहीं होगा मुझसे.. हम एक रात में सिर्फ एक बार ही करते हैं.. दूसरी बार अब नहीं होता।
मैंने कहा- मैं नीचे देख कर आता हूँ.. जब तक तुम अपने आपको तैयार करो.. अभी मेरा बाकी है।
इतना कहते ही मैंने अपना पायजामा पहना और मैं नीचे आ गया। नीचे आकर मैंने देखा कि तनु और नेहा दोनों गहरी नींद में हैं।
मैंने मन ही मन तनु को थैंक्स कहा कि तुमसे शादी करने की वजह से आज मुझे तेरी खूबसूरत परी जैसी बहन को चोदने को मिली।
मैंने पानी पिया और और अपने आपसे कहा कि देख भाई जो है सो आज है.. फिर पता नहीं कब मौका मिले न मिले.. काम उठा लो।
ये सोच कर मैं फिर ऊपर गया और अपने आपसे कहने लगा कि आज इसकी चूत का भोसड़ा करके ही रहूँगा.. वो साली अपने कपड़े पहनने में लगी हुई थी।
मैंने कहा- ये कोई बात नहीं हुई.. जो है आज है.. फिर पता नहीं मैं कब तक तड़फता रहूँगा।
वो बोली- यार अब मुझसे नहीं होगा।
मेरे थोड़ा मनाने पर उसने कहा- ठीक है.. मुझसे कुछ नहीं होगा तुम्हें पानी निकालना हो.. तो निकाल दो.. तुम्हें जो करना है करो।
मैंने उसकी चूत में उंगली करनी शुरू कर दी.. पर वो गर्म होने का नाम नहीं ले रही थी।
तब मैंने अपनी ट्रिक लगाई और अपने लौड़े को उसकी चूत में टिकाया और अपने दोनों हाथों में उसके बोबों को पकड़ लिया और एक लंबी साँस ली और शॉट लगाने शुरू कर दिए तो वो तड़पने लग गई लेकिन मैंने उस पर कोई रहम नहीं किया क्योंकि मैं जानता था कि अब आगे शायद ही मौका मिले।