मजबूरी ने रंडी बनाया – लाला ने घोड़ी बना कर चोदा

तो दोस्तो इस कहानी के पिछले पार्ट को इतना प्यार देने के लिए सूकरिया. कहानी का ये पार्ट उससे भी पहले की है.

जब मई 6 मंत प्रेग्नेंट थी. मैने और मेरी पति ना हाल ही मई भाग के शादी की थी. पेसे की कमी थी ही उपेर से लॉक्कडोवन् भी लग गया था और पूरे एरिया मई लाला की ही दुकान थी जहा सरकारी रॅशन मिला करता था.

पहले आपको लाला के बारे मई बता देती हू. लाला का असली नाम जयशंकेर है मगर सब उसको लाला कह कर बुलाते है. उसकी उमेर लगभग 65 साल की है. लाला की लगभग सारे बाल सफेद हो चुके थे, उसकी एक बड़ी सी तोंद थी.

लाला नियत से एक नंबर का घपले बाज़ है वो 10र्स का समान 12 र्स मई बेचता है मगर सिर्फ़ वही उधर मई समान दिया करता है तो सबको मजबूरन वही से समान लेना परता है. इस बात का लाला भी खूब फयडा उठता है कई सारी औरतो को वो रॅशन का झासा दे कर छोड़ चुका है. मई भी उसकी एक शिकार हू.

तो बात लॉक्कडोवन् की है मेरे पति और मेरे दोनो के पास कोई काम नही था खाने पे आफ़त थी. लाला की हमेशा से मुझपर नज़र थी. ऐसे भी आए दिन लाला कभी मेरे गंद प्र या चाहती प्र हाथ मार दिया करता था. लाला की दुकान प्र हुमारी 2000 र्स उधारी हो चुकी थी. लाला ने ह्यूम रॅशन देना बंद कर दिया था.

मजबूरन मई उसकी दुकान प्र गयी, लाला गॅल प्र बैठ था.

मे: लाला कुछ रॅशन दे दो… हुमारे घर मई खाने को कुछ नही है.

लाला: 2000 रुपय उधर है तुझ प्र, पहले उसको चुका और रॅशन ले जा.

मे: काम खुलते ही मई आपका सारा उधर चुका दूँगी.

लाला: तेरे काम का क्या पता कब खुले. मैने ये दुकान कोई दान देने के लिए नही खोली.

मेरी आँखों मई आँसू आ गये. शादी से पहले मेरे मा बाप ने मुझे बरी प्यार से पाला था और अभी मेरे खाने पे आफ़त है.

लाला: उधर तो नही दे सकता मगर काम दे सकता हू.

मेरी आँखो मई चमक सी आ गयी. मुझे लगा दुकान मई कुछ काम दे देंगे मुझे. मई तुरंत राज़ी हो गयी. लाला ने मेरी हाथ पकारी और मुझे गोदाम मई ले गया और अपने सारे नौकरो को बाहर जाने को कह दिया.

नौकर लोग भी मुझे जाते वक़्त ऐसे देख रहे थे की उन्हे पता था अब मेरे साथ क्या होने वाला था.

लाला: तेरा काम है मुझे खुश करना. एक बार खुश करने के 1000 रुपय दूँगा.

मे: नही मई ये सब नही कर सकती. मई पेट से हू.

लाला: चल एक बार के 2000 दूँगा. एक बार मे तेरा कर्ज़ा माफ़.

मई सोच मई प्र गयी. मेरा मॅन इसके लिए नही मान रहा था मगर हुँने 2 दिन से कुछ खाया भी नही था. जाड़ा भूका रहना मेरे बचे के लिए हानिकारक हो सकता था. तो मई मान गयी.

फिर लाला ने अपना खेल शुरू किया. लाला ने मेरी हाथ पकारी और मुझे अपनी तरफ खिछा. फिर उसने मेरी सारी पल्लू गिराई और फिर मेरे ब्लाउस के उपेर से ही मेरी बूब्स को दबाने लगा.

उसके बाद उसने मेरी ब्लाउस और ब्रा को उतार दिया और अपना मूह मेरे दोनो बूब्स के बीच मई देकर चाटने लगा. लाला की मूँछ मेरी छाती प्र गर रही थी और मई बस बेबस वही खरी थी.

फिर लाला एक एक कर मेरी चुचियों को चूसने लगा जब लाला एक चुचि चोस्टा तब दूसरी को मसलता रहता. लाला मेरी चुचियो को बरी ज़ोर से मसल रहा था. मैने लाला से आराम से दबाने को भी कहा मगर उसने एक ना सुनी. मेरे पूरी छाती को लाला ने मसालते मसालते लाल कर दिया.

फिर लाला ने मुझे उसके लंड को अपनी धोती मई से निकल कर मेरी हाथ मई थमा दिया और उससे सहलाने को कहा. लाला के लंड मई बिल्कुल हरकत नही थी, आख़िर वो 65 साल का हो चुका था.

मैने काफ़ी देर सहलाया मगर उसके लंड मई कोई हरकत नही हुई. इस वक़्त लाला मुझा लीप किस कर रहा था. उसने अपना पूरा ज़ुबान मेरे मूह मई दे दिया था.

कुछ समय बाद भी जब लाला का खरा नही हुआ तो उसने मुझे पूरी तरह नंगा कर दिया और मुझे घुटनो प्र बैठा दिया. फिर उसने अपना लंड मेरे मूह मई दे दिया.

पहले तो मैने लंड मई मई लेने से माना कर दिया मगर लाला ने ज़बरदस्ती मेरे मूह को पकड़ कर लंड मेरे मूह मई डाल दिया.

मजबूरन मुझे उसका लंड चूसना परा. तब भी उसका खरा नही हुआ. लाला ने मुझसे उसके गोते और गांद के छेड़ भी चटवाए उसका भी कोई नतीजा नही निकला. आख़िर कार लाला ने अपनी कपबोर्ड से वायग्रा निकाला और उसको 2 गोली निगल गया.

थोरी ही देर मई लाला का लंड हाथोरे की तरह सख़्त हो गया. फिर लाला मुस्करता हुआ मेरे करीब आया और दुबारा मेरे मूह मई लंड दे दिया. खड़ा होने के बाद लाला का लंड 8 इंच लंबा और 4 इंच मोटा हो गया. देख के ही पता चल रहा था की लाला ने जवानी मई काई लोगो की छूट का भोसरा बनाया है.

लाला मेरे मूह मे ज़बरदस्ती लंड अंडर तक डालने की खोषिश कर रहा था मई बार बार चोक कर जा रही थी और अपना मूह फेर ले रही थी. उसको गुस्सा आ गया और उसने मई बाल पाकर कर खिछा और बोला-

लाला: मई तेरे नखरे सहने तुझाई यहा नही लाया, पेसो पे बिकी रॅंड है तू! चुप छाप मई जैसा बोलता हू करती जा.

मैने सिर हिला के हामी भारी. फिर लाला ने दुबारा मेरे मूह मई लंड दे कर अंदर बाहर करने लगा.

इश्स बार मई चाह कर भी कुछ नही कर पा रही थी. लाला का लंड मेरे गले ट्के चला जा रहा था. लग भाग 15 मीं लाला ने मेरे मूह को छोड़ा. लाला का लंड मेरे मूह मई इते अंदर ट्के जा रहा था की मेरे गले मई दर्द शुरू हो गया था.

फिर लाला ने मुझे खरा की और टेबल प्र झुका दिया. मई अपन पेट ले कर जैसे तैसे झुक गयी. लाला पीछे से मेरी छूट मई उंगली करने लगा.

लाला की उंगली करने से मुझे बहुत दर्द हो रहा था मैने लाला को रोकने की कोशिश नही की मगर उसने ना सुनी. उंगली करते करते लाला ने मेरी छूट से पानी निकल दिया.

फिर लाला अपनी घुटनो प्र बैठा और मेरी छूट को चाटने लगा. मेरे छूट से निकला सारा पानी लाला चाट गया.

फिर लाला खरा हुआ अपने लंड पे थूक लगाया और मेरी छूट मई लंड डाल दिया. लाला का लंड मेरे अंडर जाते ही मई दर्द से चीख उठी. उसने मेरा सिर पाकारा और टेबल प्र दबा दिया. लाला के ह्र एक शॉट के साथ मेरे पूरे शरीर प्र झटका आ रहा था. साथ ही साथ मेरा पेट भी हिल रहा था.

मे: लाला तोरा आराम से करो मेरे पेट मई बचा है.

लाला: चुप साली रॅंड. तू पेट से है तभी तुझाई जाड़ा पेसे मिल रहे है. चुप छाप पारी रहा.

लाला ने अपने दोनो हाथो से मेरी हिलती हुई गांद पे एक तपद मारा और उन्हे पाकर कर दबाने लगा.

मे: कुछ पाकरना ही है तो मेरे पेट को पाकर लीजिए.

लाला हासणे लगा और मुझे घुमा कर टेबल प्र पीठ के बाल लेता दिया. टेबल इतना छोटा था की उसपर मेरा सिर्फ़ उपेर का शरीर ही आया. नीचे का हिस्सा ज़मीन प्र ही था. लाला ने मेरी दोनो टॅंगो को उठा के फयला दिया.

फिर उसने दुबारा मेरी छूट मई लंड डाल कर छोड़ने लगा. मैने अपने दोनो हाथो से अपने पेट को संभाल रखा था.

लाला मुझे छोड़ ही रहा था की तभी उसका एक नौकर ग़लती से गोदाम मई आ गया. उसके देख कर मैने अपना मूह सारी से छुपा लिया. लाला तब भी नही रुका, जैसे उसके लिए ये सब नॉर्मल बात हो. फिर लाला ने नौकर को दाँत के भगा दिया.

लाला: तू किस बात का शरम कर रही है. पराए मर्द से कुछ पेसो के लिए चुड रही है वो भी जब के तू पेट से है.

मई सारम से पानी पानी हो गयी. लाला ने मेरे मूह प्र से सारी हटा कर दूर फेक दी. लगभग 30 मीं और मई ऐसे ही चूड़ते रही. फिर लाला एकद्ूम से खरा हुआ और मुझे घोरी बनने को कहा.

मे: मई इस हालत मई कैसे घोरी बन सकती हू. किसी और तरीके से कर लीजिए.

मगर लाला नही माना और ज़बरदस्ती मुझे घोरी बना दिया. पहले तो लाला ने मेरी छूट और गंद प्र तपद मारना शुरी किए. मई दर्द से चीखती गयी.

जब मेरी गंद लाल हो गयी तो फिर लाला ने मेरी छूट मई लंड डाल कर छोड़ना शुरू कर दिया. लाला ने मेरे बालो को बकर के ज़ोर से किचा और साथ ही साथ मुझे छोड़ता रहा.

फिर लाला तक कर चेर प्र जा कर बैठ गया, मगर लाला अभी भी नही झारा था. लाला मई मुझे उसके लंड प्र बैठने को कहा. मैने वैसा ही किया. लाला का लंड अपने छूट मई फिट किया और उसपे बैठ गयी.

लाला: चल अब उछाल इस्पे.

मे: नही लाला ये नही हो पाएगा कुछ तो रहें करो.

लाला: उछलती है या निकल डू तुझाई यहा से बाहर.

मजबूरन मैने अपना पेट को हाथ से संभाला और उछालना शुरू कर दिया. लाला का लंड मेरी छूट मई एकद्ूम अंदर तक जा रहा था. लगभग 10 मीं ऐसे ही चुड्ती रही. तब जा कर लगा ने अपना सारा माल मेरे अंदर ही छोड़ दिया.

मेरे पसीने से तरबतर हो चुकी थी. लाला के झरते ही लाला उठा और मुझे जल्दी जल्दी अपने कापरे पहें कर यहा से जाने को कहा.

मे: मगर लाला मेरा रॅशन?

लाला ने अपने एक आदमी को अंदर बुलाया तब मई नंगी ही करी थी. लाला ने उससे मुझे 2 दिन का रॅशन दे देने को कहा.

मे: लाला… सिर्फ़ 2 दिन?

लाला: हन.. दो दिन बाद फिर आना, फिर मुझे खुश करना और रॅशन ले जाना.

मई मजबूरी मई 2 दिन का रॅशन लेके वाहा से चली आई. इसके बाद भी लाला ने काई बार मुझे छोड़ा है. उसके बारे मे फिर किसी कहानी मे बटूँगी.

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