कहानी जिसमे लड़के ने मौसा और मा की चुदाई देखी

ही दोस्तों, मैं आपका दोस्त करमन. उमीद है आप सभी लोग ठीक-ताक होंगे. सॉरी दोस्तों, आपको इस बार बहुत वेट करवाया. तो चलिए शुरू करते है. जिन लोगो ने कहानी का पार्ट 1स्ट्रीट आंड 2न्ड नही पढ़ा, प्लीज़ जेया कर वो पढ़ ले पहले. तो दोस्तों अभी पार्ट 3 शुरू करते है.

तो जैसा की आपने लास्ट पार्ट में पढ़ा था, की मेरा नया बाप यानी के मेरा मौसा मुझे उस रात को शिमला जाने का बोला, और मुझे बोला की मेरी जान मेरी बुआ को भी साथ लेके चालू. उसके बाद मा मेरे नये बाप को अपने कमरे में ले गयी और दरवाज़ा बंद कर लिया.

मैं सोच-सोच कर काफ़ी एग्ज़ाइटेड हो रहा था, और मैने उसी टाइम अपनी किरण बुआ को कॉल की. मैने उसको सब बताया, पर मैं निराश हुआ.

एक तो बुआ मेरी मा के सामने अफीशियली नही छुड़वाना चाहती थी. दूसरा उसके बच्चे का अगले दिन स्कूल में फंक्षन था, और इसलिए 2 दिन वो बिज़ी थी. मैं काफ़ी निराश हो गया, पर मेरी बुआ ने मुझे कहा-

किरण: तुम जाओ घूम कर आओ, मॅन ठीक होगा. अब तो तुम्हारे नये बाप के साथ अड्जस्टमेंट करनी होगी तुम्हे.

और मेरे साथ बुआ ने फोन सेक्स किया, और मेरा पानी निकाल दिया. बाद में हम सो गये.

अगले दिन मैं 10 बजे उठा. उस टाइम मा और मौसा रेडी हो रखे थे. मौसा मेरे पास आए और बोले-

मौसा: और फिर हीरो, कैसा है? क्या कहती है तुम्हारी रानी, चलेगी या नही?

मैं बोला: मौसा वो तो बिज़ी है. उसका प्लान कॅन्सल हो गये है. आप चले जाओ प्लीज़.

मौसा: अर्रे नही बेटा, अभी प्लान बन चुका है. तुम्हारी मा को भी माना लिया है. अब तुम तो साथ चलो प्लीज़. वाहा हम मस्ती करेंगे, मानो मेरी बात. 2 दिन की तो बात है करमन बेटा.

मैं बोला: चलो ठीक है मौसा. अगर इतना कह रहे हो तो मैं रेडी हो जाता हू.

फिर 1 बजे हम घर से निकल गये, और मा अभी भी मेरे से ठीक तरीके से बात नही कर रही थी. पर अपने नये पति से बोली-

मा: क्या हुआ, वो रंडी क्यू नही आई? अब क्या उसकी बेटी छोड़ दी मेरे बेटे ने?

तो मौसा ने उसको शांत किया. मैं भी बॅक्सीट पर बहुत बोर हो रहा था. जैसे-तैसे हम शिमला पहुँचे शाम करीब 6 बजे.

हमने होटेल में 2 कमरे लिए, और चेक-इन कर दिया. होटेल काफ़ी बढ़िया था. और फिर हम अपने-अपने कमरे में चले गये. आज तो थकान हो रखी थी, तो आज कोई घूमने का प्लान नही था.

मैने चेंज वग़ैरा किया, और अपनी डार्लिंग बुआ के साथ फोन कॉल पे लग गया. करीब 9 बजे मुझे मौसा की कॉल आई-

मौसा: हमारे रूम में आ जाओ, डिन्नर मँगवाया है.

फिर मैं उनके रूम में गया. वाहा मौसा बाणयान और निक्कर में थे. और मा सलवार और वाइट त-शर्ट में. लग रहा था जैसे एक शिफ्ट लगा चुके थे.

मैने बेड के पास देखा तो 4-5 पॅक कॉनडम्स के पड़े थे. फिर मैने नज़रे घुमाई, और हमने डिन्नर किया. और मैं अपने रूम में वापस आ गया, और मूठ मारी दो बार दबा के.

ऐसा करते-करते मैं सो गया, और करीब 2 बजे मेरे रूम का दरवाज़ा नॉक हुआ. मैने उठने में 3-4 मिनिट लगा दिए, और दरवाज़ा खोला. वाहा मेरे मौसा थे. आज फिर वो आ गये. मैने अंदर बुला कर दरवाज़ा लॉक कर दिया.

फिर मैने पूछा: क्या हुआ मौसा जी?

तो मौसा बोले: कुछ नही बेटा, तुम्हारी मा को छोड़ रहा था. तो उसको नींद आने लग गयी थी. बेचारी ताकि हुई थी तो मैने बोला 30 मिनिट रेस्ट कर लो, बाद में तुम्हे दोबारा निचोढ़ुंगा.

तो मौसा और मैं बेड पे आ गये. मौसा का लंड अभी भी तन्ना हुआ था.

मैं बोला: मौसा, लगता है मेरी मा ने पानी निकाला नही आपका?

मौसा बोले: तो मैने सोचा करमन बेटे को उसकी मा की चुदाई के किससे सुना कर तोड़ा गरम कर अओ.

फिर मौसा ने बताया कैसे आज उन्होने मेरी मा के उपर चढ़ कर चुदाई की, और उसकी छूट का बाजा बजाया. इन सब में हम दोनो काफ़ी गरम हो गये थे.

तो मौसा बोले: करमन, तू अपनी मा की चुदाई देखना चाहेगा?

मैं बोला: हा मौसा, क्यूँ नही.

तो मौसा बोले: एक शर्त है बेटा.

मैं बोला: क्या मौसा जी?

मौसा बोले: सिर्फ़ 2 मिनिट के लिए मेरा लंड चूसो ना.

और मौसा ने अपनी निक्कर नीचे कर दी. मैं हैरान था, बुत मौसा का मोटा लंड देख कर रुक ना पाया. अपनी मा के नंगे बदन को याद करते ही एक-दूं से मैने लंड को पकड़ा, और मूह में ले लिया.

पहली बार मैं लंड चूस रहा था, और सच में बहुत मज़ा आ रहा था. मौसा को भी बहुत मज़ा आ रहा था.

वो बोले: तू तो अपनी मा से बहुत ज़्यादा अछा लंड चूस्टा है रे.

मौसा ने 2-3 मिनिट लंड चुस्वाया, और एक-दूं से मेरे मूह से लंड निकाल लिया. फिर मौसा ने अपनी निक्कर पहनी, और मुझे बोले-

मौसा: चल आजा तेरी मा के पास. आज तुझे जन्नत की सैर करवाता हू.

मैं भी एग्ज़ाइटेड था, और पीछे-पीछे चल दिया.

उनके रूम में जाते ही मैने देखा मा बिल्कुल नंगी पढ़ी हुई थी, और रूम में हल्की-हल्की लाइट थी. मैं तो वाहा मा को नंगा देख कर पागल सा हो गया. मा बिल्कुल नंगी नींद में सोई हुई थी.

मौसा ने उसकी टांगे उठाई, और मा की छूट में अपना लंड फ़ससा दिया, और ज़ोर-ज़ोर से झटके देन्ने शुरू कर दिए. फिर उन्होने मुझे इशारे से पास बुलाया. मा अब रेस्पॉन्स देना शुरू कर रही थी नींद में ही.

क्यूंकी मौसा वैसे भी नींद में छोड़ते होंगे मा को, और फिर 2 मिनिट में मौसा की पिचकारी मा की छूट में निकल गयी. मौसा का पानी निकल गया था, क्यूंकी मौसा का लंड तो काफ़ी टाइम से तन्ना हुआ था.

जब मैने चूसा था, तब भी पानी नही निकला था. मौसा जल्दी से साइड हुए, और मुझे बोले-

मौसा: जल्दी आ, और चाट ले. आज अपनी मा की छूट से मेरा रस्स.

मेरे लिए ये तो सपने जैसा था. मैने भी देर ना करते हुए मा की छूट में अपनी जीभ लगा दी. मा की छूट को पहली बार देखा था ऐसे. उनकी छूट बिल्कुल ही खुली हुई थी, इस आगे में, और मेरी जीभ तो बिल्कुल बीच में जेया रही थी.

मौसा का पानी मैं सारा चाट रहा था. इतना मज़ा आ रहा था, की क्या बतौ यारो. मा भी आहें भर रही थी. मैने 5 मिनिट दबा के छूट छाती. आज मौसा का लंड और मा की छूट खाने को मिल रही थी, और क्या चाहिए था. मैने छूट बिल्कुल चाट के सॉफ कर दी थी.

और फिर मौसा ने मुझे बोला: तू भी यहा ही हमारे पास सोजा. मैं अपने आप तेरी मा को पत्ता लूँगा तेरे सामने छुड़वाने के लिए.

मौसा बीच में सोने लगे, और मैं एक साइड में, और दूसरी साइड में मा थी.

फिर मौसा ने मुझे बोला: अपनी पंत उतार दे.

मैने उतार दी, और अब हम तीनो नंगे थे. और मुझे लगा वो दोनो सो गये होंगे, क्यूंकी काफ़ी देर हो गयी थी. जो आज मेरे साथ हुआ, मैं तो उसी को दोबारा-दोबारा याद कर रहा था.

मा की खुली छूट ऑम्ग! मैने अपना हाथ नीचे किया, तो मैं मौसा के मोटे लंड के साथ खेलने लग गया. क्या फील आ रही थी दोस्तों क्या बतौ.

तो दोस्तों बाकी स्टोरी अगले पार्ट में. वेट करना दोस्तों. उम्मीद करता हू आपको स्टोरी ठीक लगी होगी.

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