हेलो दोस्तों, मैं सोनू. मैने पिछले पार्ट में बताया था की मौसी हमारे घर आई रहती है, और मैं मौसी को छोड़ना चाहता था. तो मम्मी मौसी को चुदाई के लिए मानती है, और मम्मी हमारी चुदाई के बारे में मौसी को बता देती है. फिर मौसी भी मेरे से चूड़ना चाहती थी. अब आयेज.
मैं और मम्मी एक-दूसरे के होंठो को चूमते है. फिर मम्मी अपने रूम सोने चली जाती है. मैं वही हॉल में बैठा रहता हू. आधे घंटे बाद मैं मौसी के रूम में जाता हू, तो देखता हू मौसी चड्डी ब्रा में बिस्तर पर लेती हुई मेरा इंतेज़ार करती रहती है.
मौसी काले कलर की चड्डी-ब्रा में रहती है, और ब्रा में मौसी का बड़ा-बड़ा दूध बहुत रसीला दिख रहा था. मौसी का चिकना पेट कमाल का लग रहा था, और साथ ही मौसी का मोटा-मोटा जाँघ देख कर मसालने का दिल कर रहा था. फिर मौसी बोली-
मौसी: आ गये जीजू.
सोनू: जीजू?
मौसी: हा जीजू, मेरी बेहन से शादी किए हो, तो मैं अपनी बेहन के पति को तो जीजू ही बोलूँगी ना.
सोनू: अछा तो आपको सब पता चल गया है ( मम्मी मेरे को सब बता दी थी. मैं जान-बूझ कर ऐसा बोला).
मौसी: हा सब कुछ पता चल गया है. अब वाहा क्यूँ खड़ा है, बिस्तेर में आ ना.
मैं मौसी के बिस्तेर में बैठ जाता हू. तभी मौसी एक-दूं से मेरे को पकड़ के लिटा देती है, और मेरे उपर चढ़ के बैठ जाती है. फिर बोली-
मौसी: दीदी बोल रही थी तेरा लंड बहुत बड़ा और मोटा है, और तू कमाल की चुदाई करता है
सोनू: थोड़ी देर में सब पता चल जाएगा मेरी जान.
फिर मैं मौसी के होंठो को चूसना शुरू कर देता हू, और मौसी भी मेरा साथ देती रहती है. मौसी मेरी बनियान निकाल के फेंक देती है, और मेरे चेस्ट को चूमती है. फिर मैं मौसी की ब्रा खोल देता हू, और मौसी का बड़ा-बड़ा दूध मेरे सामने आ जाता है. मौसी के निपल्स एक-दूं गुलाबी रहते है. मैं मौसी के निपल्स पर ज़ोर-ज़ोर से 4-5 थप्पड़ मार देता हू.
मौसी: अयाया आ, क्यूँ मार रहा है? दर्द होता है
सोनू: मैं ऐसे ही चुदाई करता हू.
फिर मैं मौसी के चुचो पर और थप्पड़ मरता हू. और फिर मौसी के चुचो को चूसने लग जाता हू. मौसी मेरे सर को पकड़ के अपने दूध में दबाने लगती है.
मौसी: आ, और चूस मेरी जान अयाया. मज़ा आ रहा है. पी ले मेरा सारा दूध.
कुछ देर दूध को चूसने के बाद मैं बोला-
सोनू: मौसी मेरे को आपका सेक्सी चूतड़ देखना है. बिस्तेर से उतार जाओ, और मेरी तरफ अपना चूतड़ दिखा के खड़ी हो जाओ.
मौसी तुरंत अपना चूतड़ मेरी तरफ करके खड़ी हो जाती है. मैं मौसी की चड्डी निकाल देता हू. अब मौसी का बड़ा-बड़ा सेक्सी चूतड़ मेरे सामने रहता है. क्या ज़बरदस्त चूतड़ रहता है मौसी का. मम्मी से भी ज़्यादा कमाल का चूतड़ मौसी का है.
मैं तुरंत अपना मूह मौसी के चूतड़ में घुसा लेता हू, और चूतड़ को चूमने लगता हू. मैं चूतड़ के च्छेद को जीभ से चाट-ते रहता हू. फिर मैं चूतड़ को काटने लग जाता हू.
मौसी: आ, खा जाएगा क्या मेरे चूतड़ को?
सोनू: हा खा जौंगा. मेरे को आपका चूतड़ बहुत पसंद है.
मौसी: अछा कब से तेरी नज़र मेरे चूतड़ पर है?
सोनू: बहुत पहले से है. आज तो किसी कीमत पर नही छ्चोड़ूँगा.
मौसी: मेरे बदन का पूरा मज़ा लेले मेरी जान.
फिर मैं मौसी के चूतड़ को दबा-दबा के चाट-ता हू. फिर मौसी मेरी तरफ घूम जाती है, और मेरे को धक्का देके बिस्तेर में लिटा देती है. वो मेरा शॉर्ट्स और चड्डी निकाल देती है. मेरा लंड एक-दूं खड़ा रहता है. मौसी मेरे लंड को देख कर बोलती है-
मौसी: वाह, कितना बड़ा और मोटा लंड है तेरा. आज तो मज़ा आ जाएगा
सोनू: आपकी बेहन तो रोज़ इस लंड का मज़ा लेती है.
मौसी: दीदी के तो मज़े ही मज़े है. आज मैं भी इस लंड का मज़ा लूँगी.
फिर मौसी मेरे लंड को मूह में लेकर चूसने लग जाती है. मौसी एक-दूं किसी रंडी की तरह मेरा लंड चूस रही होती है. फिर कुछ देर लंड चुसवाने के बाद मैं मौसी को बिस्तेर में लिटा देता हू, और मौसी की छूट को चाटने लगता हू.
मौसी: अया अयाया अया और चाट. मज़ा आ रहा है अया अया.
मौसी मेरे सर को अपनी छूट में दबा लेती है, और मैं अपनी जीभ मौसी की छूट के अंदर तक डालते रहता हू.
मौसी: अया श और चाट अया क्या मज़ा देता है अया तू. अब और मत तडपा, डाल दे अपना लंड मेरी छूट में.
फिर कुछ देर में मौसी की छूट से पानी निकल गया, और मेरे मूह पर मौसी झाड़ गयी. मैं अपना लंड मौसी की छूट में फसाता हू, और एक ज़ोरदार झटका मारता हू. मेरा आधा लंड अंदर घुस जाता है. मौसी की छूट टाइट थी, और मौसी ज़ोर से चिल्ला पड़ी.
मौसी: आआआः, आराम से डाल. बहुत दिन बाद चुड रही हू.
लेकिन मैं नही रुका, और एक और ज़ोरदार झटका मारा. इस बार मेरा पूरा लंड अंदर घुस गया.
मौसी: आआआः मार दिया रे. आराम से कर, बहुत दर्द हो रहा है.
सोनू: कोई आराम से नही करूँगा मैं. अब से इसकी आदत डाल लो. मैं ऐसे ही चुदाई करता हू.
फिर मैने सीधे ज़ोर-ज़ोर से धक्के मारना शुरू कर दिया. मौसी झटपटाने लगी और बोलने लगी-
मौसी: अयाया आराम से कर.
बहुत दर्द हो रहा है. धीरे कर प्लीज़. लेकिन मैं नही सुना और ज़ोर-ज़ोर से धक्के मारता रहा. कुछ देर और धक्के मारने के बाद मौसी का दर्द मज़े में बदल गया, और उनको मज़ा आने लगा.
मौसी: अया अया मज़ा आ रहा है अयाया. और ज़ोर से छोड़ अया अया अया श एस फक मे हार्ड आ.
फिर मैं उठ के बैठ गया, और मौसी की पीठ मेरी तरफ करके अपना लंड मौसी की छूट में घुसा दिया. उसके बाद उनको अपनी गोदी में बिता लिया, और मौसी के चूतड़ को पकड़ के अपने लंड पर उछालने लगा.
मौसी: अयाया आ अया मज़ा आ रहा है. ओह क्या मस्त चुदाई करता है तू अया अयाया अयाया.
अब मौसी खुद ही उछाल-उछाल के चूड़ने लगी.
मौसी: अया अया आ और छोड़ अया.
कुछ देर ऐसा ही छोड़ने के बाद मैं मौसी को कुटिया बनने को बोला, और वो तुरंत बन गयी, और फिर मैं मौसी को डॉगी स्टाइल में छोड़ने लगा.
मौसी: अया अया अया आ.
मौसी खुद भी आयेज-पीछे हो-हो कर चुड रही थी. पुर रूम में मौसी के चिल्लाने की और ठप ठप की आवाज़ गूँज रही थी. फिर मैं मौसी के चूतड़ पर ज़ोर-ज़ोर से थप्पड़ मारने लगा.
मौसी: आआआः, और मार.
मैं 10-15 थप्पड़ मौसी के चूतड़ पर मारा. मौसी का चूतड़ पूरा लाल हो गया था.
मौसी: अयाया अया अया.
सोनू: अब मज़ा आया.
मौसी: अयाया बहुत मज़ा आया अया.
मैं और ज़ोर से मौसी को छोड़ने लगा. कुछ देर में मैं झड़ने वाला था. मैं बोला-
सोनू: मैं झड़ने वाला हू, कहा निकालु?
मौसी: मैं भी झड़ने वाली हू. मेरी छूट में ही निकाल दे.
फिर मैं मौसी की छूट में ही झाड़ गया और मौसी भी मेरे साथ ही झाड़ गयी. इस पूरी चुदाई में मौसी 4 बार झाड़ गयी थी. मौसी बिस्तेर पर एक-दूं निढाल पद गयी थी. मैं भी मौसी की बगल में लेट गया.
मौसी: क्या ज़बरदस्त चुदाई करता है तू. मज़ा आ गया. ऐसा मज़ा पहले कभी नही आया.
सोनू: हा तो अब आपकी छूट मैं कभी भी छोड़ सकता हू ना?
मौसी: हा बिल्कुल, मेरी छूट अब तेरी है. जब मॅन करे छोड़ लेना.
सोनू: ठीक है. लेकिन अभी मैं आपकी गांद मारूँगा.
मौसी: मेरी गांद मत मारना प्लीज़. मैं कभी गांद नही मरवाई हू.
सोनू: कुछ नही होगा, आपको मज़ा आएगा.
मौसी: नही-नही.
मेरे बहुत मानने के बाद भी मौसी ने अपनी गांद मारने नही दी. लेकिन छूट मारने से नही रोकी. मैं पूरी रात मौसी की छूट मारा. उस रात मैं मौसी को 5 बार छोड़ा, और 4 बजे हम लोग सो गये.
अगले दिन मेरी आँख खुली तो 12 बाज गये थे. मैं बिस्तेर पर अकेला ही नंगा लेता था. मैं समझ गया मौसी पहले से ही उठ गयी थी. फिर मैं उठ के, अपने कपड़े पहन के मौसी के रूम से निकला, तो देखा मम्मी और मौसी दोनो किचन में थी.
दोनो मेरे को देख के मुस्कुराइ. मैं भी हस्स दिया, और रूम में चला गया. मैं नहाने जेया रहा था. तभी मम्मी रूम में आई और बोली-
मम्मी: क्या बात है मेरे पातिदेव. क्या छोड़े हो साली रंडी को. रंडी ठीक से चल भी नही पा रही है.
सोनू हेस्ट हुए: हा, और क्या बोल रही थी वो?
मम्मी: बोल रही थी तू उसको पूरी रात छोड़-छोड़ के उसकी हालत खराब कर दिया. बहुत कमाल की चुदाई करता है. ऐसी चुदाई आज तक उसके साथ कोई नही किया है. नीतू रंडी तो यहा तक बोल रही थी की वो अपने पति को तलाक़ देके तेरे से शादी करने का सोच रही है.
सोनू: क्या! तो आप क्या बोली?
मम्मी: मैं बोली तेरे को सोनू से जब चूड़ने का मॅन हो तू आ जाना, और जी भर के चुड लेना. पर शादी नही हो सकती. सोनू सिर्फ़ मेरा पति है. फिर वो मान गयी.
सोनू: सही बोली आप.
मम्मी: हा.
सोनू: लेकिन मम्मी, मौसी गांद मारने नही दी. मैं उसकी गंद मारना चाहता हू.
मम्मी: अर्रे कोई बात नही. आज दोपहर खाना-वाना खा के हम लोग थ्रीसम करेंगे. तब मैं तेरी मदद करूँगी उसकी गांद मारने में.
सोनू: हा सही है, मज़ा आएगा.
मम्मी: हा, चल अभी तू नहा ले.
सोनू: मम्मी आप भी आओ ना मेरे साथ नहाने. हम दोनो मस्त नहाते हुए चुदाई करेंगे मेरा. बहुत मॅन हो रहा है आपको छोड़ने का.
मम्मी: अभी नही बेटा. तू रात भर चुदाई किया है. नहा के पहले कुछ खा ले, नही तो कमज़ोरी हो जाएगी तेरे को.
सोनू: मम्मी आप जानती हो आपको छोड़े बिना मेरी प्यास नही बुझती है. प्लीज़ चलो.
मम्मी: बेटा तेरे को कमज़ोरी हो जाएगी तो थ्रीसम कैसे करेगा? इसलिए मेरी बात मान, और नहा के खाना खा ले.
सोनू: ठीक है.
फिर मैं नहाने चला जाता हू. कुछ देर बाद मैं नहा के तैयार होके हॉल में आता हू. मौसी और मम्मी भी हॉल में आ जाते है. फिर हम लोग खाना-वाना खा लेते है. मम्मी और मौसी दोनो किचन का काम करने लगती है, और मैं रूम में आके मम्मी और मौसी का इंतेज़ार करते बैठ जाता हू.
अगले पार्ट में बतौँगा कैसे मैं, मम्मी, और मौसी थ्रीसम किए. कहानी पढ़ कर फीडबॅक ज़रूर दे.