नमस्कार दोस्तों, मैं राजेश, वापस आ गया हू और एक रियल इन्सिडेंट स्टोरी के साथ, जो मेरा साथ हुआ था. लेट’स स्टार्ट थे सफ़र ऑफ प्यार, यार, आंड सेक्स की दुनिया का. ये कहानी आज से 6 साल पहले की है, जब मुझे कॉलेज से पस्सौट करे 3 साल हो चुके थे.
एक दिन मैं रॅंडम्ली फ़ेसबुक में सरफिंग कर रहा था. तब मुझे न्यू फ्रेंड सजेशन्स में मेरी एक कॉलेज प्रोफेसर का नाम दिखा. उनका नाम था माया (नामे चेंज्ड), आगे 36, रंग गोरा, मस्त फिगर 34-32-34. कॉलेज के दीनो में मेरी और माया टीचर की बिल्कुल नही बनती थी. माया पुर कॉलेज की सबसे आटिट्यूड आंड स्ट्रिक्ट लेक्चरर थी.
उन दीनो कॉलेज में मोबाइल अलो नही था, आंड माया हमारे ही डिपार्टमेंट की एक स्टाफ थी. काई बार माया ने मेरा मोबाइल फोन पकड़ा कॉलेज के अंदर. फिर हमे फाइन देके मोबाइल वापस लेना पड़ता था. इसी कारण मुझे माया बिल्कुल पसंद नही थी.
अब प्रेज़ेंट में आते है. जब मैने फ्ब में माया को दहका, तो वैसे ही फ्रेंडशिप रिक्वेस्ट सेंड कर दी. फिर मैं सो गया. अगले दिन ऑफीस गया आंड काम किया. देन आफ्टरनून को जब फ्ब दहका तो माया ने मेरी फ्रेंड रिक्वेस्ट आक्सेप्ट कर ली थी. फिर मैने
ऐसे ही मेसेज किया-
मैं: ही, हाउ अरे योउ डूयिंग?
माया: ई’म गुड, हाउ अरे योउ?
मैं: ई’म गुड, थॅंक्स. अब कहा हो आप मेडम?
माया: ई’म इन कॉलेज आंड योउ?
मैं: ऑफीस, योउ रिमेंबर मे?
माया: एस, ई दो, आइक्स्क्स्क्स बॅच फ्रॉम इट कंप्यूटर साइन्स डिपार्टमेंट.
मैं: एस, थॅंक्स याद रखने के लिए. मैं तो आपको कभी भी भूल नही सकता.
माया: क्यूँ?
मैं: काई बार आपकी वजह से कॉलेज में फाइन भरा था.
माया: ओह.
मैं: वैसे आप अभी भी उसी कॉलेज में हो?
माया: नही, दूसरे में.
मैं: ओह, नाइस.
माया: ओक बाइ, ई हॅव तो गो फॉर आ क्लास.
मैं: बाइ मेडम.
फिर मैने ऐसे ही माया का फ्ब प्रोफाइल चेक किया आंड रीयलाइज़ शी इस वेरी ब्यूटिफुल आंड सेक्सी. उसकी काफ़ी पिक्चर्स में उसकी 8 साल की बेटी भी थी. फिर मैं भी ऑफीस के काम में बिज़ी हो गया आंड रात को बेड में फ्ब चेक कर रहा. मैने दहका माया भी ऑनलाइन थी. फिर मैने उन्हे ऐसे ही टेक्स्ट किया.
मैं: ही मेडम.
माया: ही.
मैं: सोई नही आप?
माया: नही.
मैं: वैसे एक बात पूचु, आप बुरा तो नही मनोगी?
माया: ऐसा क्या पूछना चाह रहे हो?
मैं: यही की आप इतनी स्ट्रिक्ट क्यूँ हो स्टूडेंट्स से?
माया: इसमे स्ट्रिटनेस्स की कोई बात नही है. स्टूडेंट लाइफ में डिसिप्लिंड होने चाहिए, तभी सफल होंगे.
मैं: अछा, हमारे बॅच में तो कोई भी इतना डिसिप्लिंड नही था. बुत सब आचे है इस वक़्त.
माया: हा, तुम लोगों के बॅच से तो सारा कॉलेज का स्टाफ परेशन था.
मैं: ऐसा भी नही है. अगर स्टाफ आचे से समझता, तो हम उस स्टाफ की सारी बात मानते थे.
माया: ह्म.
मैं: डिन्नर हो गया आपका मेडम?
माया: एस, आंड योउ?
मैं: एस ई हद.
माया: ओक, ई’म फील स्लीपी, गुड नाइट.
मैं: गुड नाइट मेडम.
अब डेली रात को हम दोनो चाटिंग करते थे, और मोस्ट्ली दिन कैसे गया इसके बारे में बात करते थे. एक दिन सॅटर्डे को मैं पी कर आया, और आके मेडम को मेसेज किया.
मैं: ही माया.
माया: ही.
मैं: कैसी हो?
माया: ई’म गुड आंड योउ?
मैं: कैसे गया आज का दिन?
माया: बस हेक्टिक था आंड युवर्ज़?
मैं: मस्त गया माया.
माया: वैसे तुमहे याद दिला डू, ई आम युवर मेडम, नोट माया.
मैं: अर्रे माया, मैं इस फॉरमॅलिटी को सब नही मानता. मेरा मॅनेजर भी मुझसे बहुत बड़ा है. बुत इन इट कल्चर वी अरे उसेड तो कॉल बाइ नामे. तो मैं भी आज से आपको माया ही बूलौँगा.
माया: ओह.
मैं: वैसे एक बात पूच सकता हू?
माया: हा पूछो.
मैं: मैने आपकी फ्ब पिक्चर में आपके हज़्बेंड की पिक्चर नही देखी.
माया: एस, बिकॉज़ ई’म डिवोर्स्ड.
मैं: हो, सॉरी ई डिड्न’त नो तट.
माया: इट’स ओक, कुछ बुरी यादें.
मैं: मैं आपके हज़्बेंड के लिए दुखी हू. इतनी खूबसूरत बीवी से कों डाइवोर्स लेता है?
माया: अछा, मैं खूबसूरत हू?
मैं: हा, देखो खुद को. कोई भी आपको पसंद कर ले.
माया: ह्म.
मैं पूरा नशे में अंदर की रियल फीलिंग सब बाहर निकाल रहा था. ई बिलीव की माया को भी समझ आ चुका था.
माया: वैसे लगता है तुम्हारी वीकेंड पार्टी आज बहुत अची गयी है.
मैं: हा यार, आज तोड़ा दोस्तों के साथ बैठ के तोड़ा एंजाय्मेंट किया.
माया: नाइस.
मैं: वैसे माया, तुम पीटी हो?
माया: एस, कभी-कभी.
मैं: नाइस, फिर तो हमे भी मिल कर पार्टी करनी चाहिए.
माया: कोई ना देखेंगे, गुड नाइट.
मैं: इतनी जल्दी गुड नाइट आज?
माया: वैसे टाइम 11:45 पीयेम है, ओर कल मुझे अपनी डॉटर को उनके ग्रॅंडफादर के घर लेके जाना है, तो बाइ.
मैं : बाइ माया.
सुबा जब मैं उठा तो फ्रेश होके ब्रेकफास्ट खा के अपने फोन में फ्ब चेक किया. देन ई रीयलाइज़ की मैने माया से थोड़ी ओपन छत की थी, पिए होने की वजह से. मुझे लगा की इसके बाद माया मुझसे इतनी चाटिंग नही करेगी. तो मैने माया को मेसेज में सॉरी बोला.
माया: किस लिए सॉरी?
मैं: कल कुछ ज़्यादा ही बोल गया मैं शायद आप से.
माया: इट’स ओक.
मैं: थॅंक्स माया.
माया: न्प.
मैं: वैसे इफ़ योउ डॉन’त माइंड, अपना नंबर देंगी.
माया: हा ज़रूर.
फिर माया ने अपना फोन नंबर शेर किया आंड मैने उन्हे पहली बार कॉल किया.
मैं: हेलो माया.
माया: हेलो.
मैं: क्या कर रही हो?
माया: बस बोर हो रही हू, आंड स्वेता अपनी ग्रॅंडमदर आंड ग्रॅंडफादर के साथ एंजाय कर रही है (माया की डॉटर का नाम स्वेता है).
मैं: तू तुम भी जाके बैठो उनके साथ.
माया: नो, मैं ऐसे ही ठीक हू.
मैं: वैसे माया, एक बात पूचु?
माया: हा पूछो.
मैं: तुम दोबारा शादी यूँ नही करती? कोई भी तुम्हे देख के बोल ही नही सकता की तुम एक बच्चे की मा हो.
माया: अर्रे नही, ऑलरेडी एक से शादी करके लाइफ खराब हो गयी है. अब फिरसे दोबारा नही होगा.
मैं: ह्म, ई अंडरस्टॅंड. तुम्हारे कॉलेज में किसी प्रोफेसर ने तुम्हे प्रपोज़ नही किया आज तक?
माया: किसकी हिम्मत होगी प्रपोज़ करना की.
मैं: हा वो तो है. तुम तो बहुत स्ट्रिक्ट नेचर की हो, इसलिए तो कॉलेज में मैं भी तुम्हे पसंद नही करता था.
माया: अछा, और अभी?
मैं: अभी तो हम दोस्त बन रहे है.
माया: भूलो मत ई’म युवर मेडम.
मैं: कों सी मेडम? तुमने आज तक हमे कोई सब्जेक्ट नही पढ़ाया. आंड मैं खूबसूरत लड़कियों को मेडम नही कहता.
माया: ओह, लगता है रात का नशा अभी भी उतरा नही है.
मैं: ये नशा तो तुम्हारी खूबसूरती का है माया.
माया: फ्लर्ट कर रहे हो?
मैं: अर्रे नही, सच बोल रहा हू.
माया: ह्म, ओक चलो बाइ.
मैं: बाइ माया!
अब नेक्स्ट पार्ट में जानिए कैसे मैने माया को पटाया आंड उसी के घर में हमने पूरी रात सेक्स किया फुल ओं. अगर आपको इस कहानी का नेक्स्ट पार्ट जानना है, तो प्लीज़ एमाइल ([email protected]) करे. या फिर गूगले छत में मेसेज करे.