लड़के ने अपनी मामी को पराए मर्द के साथ देखा

हेलो फ्रेंड्स, मेरा नाम राहुल है. मैं चत्तीसगर्ह के एक शहर बिलासपुर से बिलॉंग करता हू.

ये स्टोरी तब की है, जब मैं क्लास 12 में था, और जस्ट 19 साल का हुआ था. मेरी 2 वीक्स की छुट्टी थी, तो मैं अपने मामा-मामी के घर गया हुआ था. जहा मैने अपनी साग्गी मामी को तरह-तरह के मर्दो के साथ सेक्स करते देखा.

तो सीधे स्टोरी पर आते है. मैं आपको अपनी मामी के बारे में बताता हू. मेरी मामी का नाम सपना है, जो की एक स्कूल टीचर है. मामी की फॅमिली में मामा, मामी, और उनका एक बेटा है.

मेरी मामी का फिगर 32-28-36 के अप्रॉक्स. होगा. मुझे एग्ज़ॅक्ट फिगर नही पता, लेकिन मामी एक पर्फेक्ट मिलफ है. उनकी गांद और बूब्स किसी भी मर्द को अट्रॅक्ट कर सकते है. तो सीधा कहानी की तरफ बढ़ते है.

मैने छुट्टी मिलते ही मामी के घर जाने का प्लान किया, क्यूंकी मामी है ही इतनी हॉट. तो मैं ट्रेन में सीधा टिल्डा (जहा मामा-मामी का घर है ) पहुँचता हू, जो की मेरे घर से ज़्यादा डोर नही है.

फिर मैं ऑटो लेके उनके घर पहुँचता हू. मुझे अक्सर मौके की तलाश रहती है, की कब मैं मामी को मिलू, और उनकी फ्रेग्रेन्स तो क्या ही बतौ.

तो मैं डोरबेल बजता हू. वाहा से मेरी प्यारी रंडी मामी दरवाज़ा खोलती है, जिसे देख के मेरा 7 इंच का लंड तुरंत खड़ा हो जाता है.

मामी: अर्रे तुम आ गये.

मे: नमस्ते मामी. हा आ गया.

मामी: आओ-आओ, बैठो. मैं तुम्हारे लिए पानी लेके आती हू.

मामी अपनी मोटी उभरी हुई गांद मतकते हुए किचन में जाती है, और पानी लेके आती है.

मामी: ये लो पानी.

वो जब पानी देने के लिए झुकती है, तो उनके बड़े-बड़े बूब्स मुझे दिखते है. जो की पसीने से भीगे हुए चमक रहे थे.

मे: मामी चिंटू (मामी का बेटा) कहा है?

मामी: वो तो अभी स्कूल गया है. आता ही होगा.

मे: और मामा?

मामी: वो तो अपने कुछ काम से भोपाल गये हुए है 1 वीक के लिए. अछा हुआ तुम आ गये. तुम्हारे मामा को अब कोई चिंता नही होगी.

मे: हा मामी, सही बात है.

मामी: ठीक है, तुम फ्रेश हो जाओ. मैं लंच की तैयारी करती हू.

फिर मैं वॉशरूम गया फ्रेश होने. वाहा जाते ही मानो मैं तो सातवे आसमान में पहुँच गया. वॉशरूम में मामी की उसेड ब्रा और पनटी पड़ी हुई थी. मैने झट से उसको अपने मूह से चाटने लगा. (अक्सर मामी अपनी उसेड पनटी ऐसे ही पड़ी रहने देती है).

फिर मैं फ्रेश होके हॉल में आ गया. चिंटू भी तब तक आ गया था. फिर मामी ने लंच सर्व किया (आस यूषुयल अपनी क्लीवेज दिखाते हुए). उसके बाद मैने लंच किया, और हॉल में बैठ के टीवी देख रहा था. तभी मामी आई.

मामी: और राहुल, बताओ कैसे हो? क्या चल रहा है?

मे: कुछ नही मामी, बस अभी ही हमारे मिड-टर्म एग्ज़ॅम हुए है, और छुट्टी मिली तो मैने सोचा की आप लोगों से मिले बहुत टाइम हो गया था, क्यू ना मिलने जया जाए.

मामी: अर्रे तो तुम्हे तो गोआ जाना चाहिए. वाहा का वेदर तो अभी बहुत अछा है.

मे: नही मामी, जो मज़ा यहा है, वो गोआ में नही है. क्यूँ आपको अछा नही लगा क्या?

मामी: नही, मैने ऐसा कब बोला? ये भी तुम्हारा घर है. तुम जब चाहो आ सकते हो.

मे: ह्म.

फिर हम टीवी देखने लग गये. लेकिन मुझे लग रहा था की शायद मामी मेरे आने से खुश नही थी. मुझे लग रहा था की मामी किसी से फोन में बात करना चाहती थी, पर नही कर पा रही थी.

फिर मैं और चिंटू आराम करने चले गये उसके रूम में. जैसे ही चिंटू सोया, मैं मामी की गांद और बूब्स को सोच के अपना लंड सहलाने लगा.

फिर मुझे टाय्लेट लगी, तो मैं टाय्लेट गया, जो की हॉल से अटॅच्ड था. उसके बाद मामी का रूम था. वाहा से मुझे मामी के फोन पर बात करने की आवाज़ आई.

मामी: यार ये मेरा भांजा आ गया है. अब तुम कैसे आओगे घर? इसके चक्कर में हमारा पूरा प्लान फैल हो गया. आज सनडे है. आज तो तुमसे मिलने का बहुत मॅन था मुझे.

ये सुन के मैं चौंक गया, की मामी मामा के अलावा किससे ऐसी बात कर रही थी. क्यूंकी मामा तो बाहर गये हुए थे. फिर मामी बोली-

मामी: कल मैं स्कूल के बाद तुम्हे बूलौंगी. इसको कही भेजती हू.

नेक्स्ट दे:-

सुबा मामी ने मुझे उठाया.

मामी: राहुल उठो, 8 बाज गये है. मैं स्कूल जेया रही हू. तुम्हे ब्रेकफ़स्ट डेडू?

मे: हा मामी, मैं आया फ्रेश होके.

मैं फ्रेश होके हॉल में गया. मेरी आँखें खुली की खुली रह गयी. मामी ने रेड कलर की सारी पहनी थी, और रेड कलर का स्लीवलेशस ब्लाउस. क्या माल लग रही थी वो. मेरा लंड उन्हे देख के खड़ा हो गया. मैने जैसे-तैसे कंट्रोल किया, क्यूंकी मैं शॉर्ट्स में था.

मे: वाह मामी, आज तो आप बहुत प्रेटी लग रहे हो.

मामी: थॅंक योउ बेटा. तुम ब्रेकफ़स्ट कर लो, मुझे देर हो रही है, बाइ.

मे: बाइ मामी.

मैं मस्त ब्रेकफ़स्ट करके नहा धो के रेडी हो गया. अब अकेले घर में मैं क्या ही करता.

मैं गया मामी के बातरूम में, और उनकी पनटी लेके मूठ मारने. पर मैने देखा की मामी की कोई भी अंडरगार्मेंट्स वाहा नही थी. फिर मैं हॉल में टीवी देखने आ गया.

मुझे याद आया की मामी किसी से कल बात कर रही थी, और आज किसी को घर बुलाने वाली थी. फिर मैने प्लॅनिंग की, की कैसे मैं ये सब देखूँगा. मेरे दिमाग़ में एक आइडिया आया, की मैं पीछे वाले गाते के लॉक की नकली चाबी बनवा लेता हू.

मैं तुरंत चाबी लेके उसकी कॉपी बनवाने ले गया, और मैं एक घंटे में आ गया. फिर 2 बजे मुझे ऑटो की आवाज़ आई, क्यूंकी मामी ऑटो में ही स्कूल जाती है, और चिंटू भी उसी स्कूल में पढ़ता है.

मैने विंडो से देखा की घर के सामने एक ऑटो रुकी. उसमे से चिंटू भाग के आया, और मुझे ‘ही’ करके अपने रूम में चला गया चेंज करने.

मैं विंडो से बाहर ही देख रहा था. फिर उस ऑटो से मामी उतरी और ड्राइवर भी साथ में उतार गया. उसने इधेर-उधर देखा, और मामी ने भी देखा की कोई देख तो नही रहा ( मैं च्छूप के बैठा था).

फिर ऑटो ड्राइवर ने मामी के बूब्स को कस्स के दबा दिया, और उसको एक लीप-किस किया. उसके बाद मामी अंदर आने लगी, तो उसकी गांद में एक ज़ोर का थप्पड़ मारा. मामी की गांद पूरी बाउन्स हो गयी और उसने मामी के ब्लाउस की रस्सी भी खोल दी.

मैं शॉक हो गया की मामी एक ऑटो ड्राइवर के साथ ऐसा कर रही थी. मेरी आँखें फटी की फटी रह गयी. फिर मामी अंदर आई, और मैं टीवी देखने की आक्टिंग करने लगा. मामी आके सोफे में बैठ गयी.

मामी: आज बहुत तक गयी. बहुत काम था स्कूल में.

मे: हा मामी, आप आराम कर लो. मैं थोड़ी देर में पार्क जौंगा, मेरे कुछ दोस्त आ रहे है.

मामी: अछा ठीक है.

ये बोल के मामी चली गयी. मैं थोड़ी देर बाद उनके रूम के गाते के पास गया, तो मामी फोन में बात कर रही थी.

मामी: वो कही जेया रहा है. तुम मौका देख के अंदर आ जाना. मैं चिंटू को सुला देती हू. फिर हमे कोई डिस्टर्ब नही करेगा.

अब मुझे लगने लगा था की शायद किसी को सेक्स करने के लिए बुला रही थी. मैं मामा की बिके लेके घूमने के बहाने निकल गया. जब मैं घर से निकल ही रहा था, की मुझे वही ऑटो वाला पास में खड़ा हुआ दिखा.

मैं पीछे वाली गली में आ गया, जहा से पीछे वाला गाते था. वो गाते ऐसा है की किसी के पास चाबी हो तो ताले को बाहर से भी खोल सकता है. उसमे गॅप्स बहुत है. फिर मैं धीरे से किचन में एंटर हो गया, और वही से हॉल में देखने लगा.

मैने देखा की मामी ने एक ग्रीन कलर की ट्रॅन्स्परेंट सारी पहनी हुई थी. उसमे से मामी की गहरी नाभि दिख रही थी. मामी ने एक पतला सा ग्रीन कलर का ब्लाउस भी पहना था, जिसमे से उनकी ब्लॅक ब्रा सॉफ दिख रही थी. ओवरॉल मामी एक-दूं माल लग रही थी.

फिर अचानक डोरबेल बाजी.

मामी उठी, और अपनी सारी अड्जस्ट करने लगी. मामी ने अपने ब्लाउस का एक बटन खोल दिया. अब मामी की क्लीवेज भी दिख रही थी. मेरा मॅन तो कर रहा था अभी उस रंडी को छोड़ डू, पर मैं अभी कर भी क्या सकता था.

फिर मामी ने डोर खोला. मैने देखा की वही ऑटो वाला गाते पे था. मामी ने उसको अंदर आने को कहा, और सोफे पर बैठने को कहा. वो सोफे पर बैठ गया, और मामी भी पानी दे कर उसके पास जाके बैठ गयी.

ऑटो वाला: आज तो एक नंबर की माल लग रही हो डार्लिंग.

मामी: हा, आज तेरे साथ जो सोना है.

ऑटो वाला: तो चल फिर, आज तेरे जैसी मोटी तगड़ी औरत को छोड़ने का मौका मिला है. आज तो पुर मज़े लूँगा.

मामी: हा, इतने दिन से सिर्फ़ हम एक-दूसरे को चू-चू कर ही रहते थे. आज मेरी प्यास बुझेगी.

(मामी ऑटो वाले का लंड सहलाते हुए).

फिर मामी उसको अपने रूम में ले गयी. मैं भी मौका देख के उनके रूम के पीछे एक वॉश एरिया है, जहा रूम की खिड़की है, वाहा चला गया. मैने धीरे से खिड़की खोली, और अपने फोन में भी वीडियो रेकॉर्डिंग चालू कर दी.

ऑटो वाले का नाम राकेश था. राकेश और मामी किस कर रहे थे. फिर राकेश ने मामी की गांद दबानी शुरू की. मामी ज़ोर-ज़ोर से आहें भरने लगी. फिर राकेश ने मामी की सारी खोल दी, और मामी के बूब्स को मसालने लगा.

राकेश: आअहह, क्या मुलायम चूची है रे सपना तेरी.

मामी: आआहा, दबा दे राकेश, ज़ोर से दबा.

राकेश: सपना, तेरी नाभि कितनी गहरी है. इसको चाटने में तो बहुत मज़ा आएगा.

मामी: किचन में शहद( हनी) रखा है. मैं लेके आती हू. तू उसको लगा के चाट लेना.

राकेश: जल्दी ला डार्लिंग.

फिर राकेश मामी की नाभि में शहद डाल के चाटने लगता है, और उसने मामी को अब पूरा नंगा कर दिया था. फिर वो अपनी जीभ से मामी के छूट को चाटने लगा.

राकेश: अयाया सपना, तेरी छूट का पानी तो बहुत मस्त है उम्मह.

मामी: अब मेरी छूट चाट-ता ही रहेगा की अपना लंड भी डालेगा?

राकेश: पहले मेरा लंड अपने मूह में ले डार्लिंग.

मामी: हा दे, आज तेरे लंड को लॉलिपोप की तरह चूसूंगई.

मामी उसके लंड में शहद लगा के उसको चूसने लगी, और राकेश मामी के बूब्स को ज़ोर-ज़ोर से दबा रहा था.

तो बे कंटिन्यूड…

तो अगर आपको मेरी स्टोरी पसंद आई हो, तो मुझे फेआड़बक्क ज़रूर दे. मेरी एमाइल ईद है

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