लड़के ने अकेले होने का फ़ायदा लेके मौसी चोदी

आप सभी का कामदेव की कहानी में स्वागत है. आपने मेरी हर कहानी को इतना प्यार दिया, उसके लिए बहुत-बहुत धन्यवाद. आशा करता हू की आपको इस कहानी में भी उतना ही मज़ा आएगा. तो आइए देर ना करते हुए कहानी का आनंद लेते है.

मेरा नाम कामदेव है, और मैं 24 साल का हू. मेरे घर पर मेरी मम्मी, पापा, और मैं हम टीन लोग रहते है. मेरी बेहन है जो लंडन गयी हुई है पढ़ने के लिए. कुछ दिन पहले मेरे मौसा जी और मौसी जी घर पर आए हुए थे हमसे मिलने के लिए. वो दिन भर हमारे घर रुके, और रात को डिन्नर भी किया.

डिन्नर करके जैसे वो जाने लगे, मेरी मम्मी ने ज़बरदस्ती मौसी को रुकने के लिए बोला. पहले तो मौसा जी ने माना किया. लेकिन बाद में वो मान गये, और अकेले ही घर चले गये. अब घर पर मैं, मम्मी, पापा और मौसी जी थे. बड़े टाइम बाद मौसी जी हमारे यहा रात को भी रुक रही थी.

मैं भी इस बात से बहुत खुश था. हमने रात को बातें करी, मस्ती करी, और फिर अपनी-अपनी जगह पर सो गये. सुबा जैसे ही मैं उठा, मैने देखा की मम्मी और पापा अपना समान पॅक कर रहे थे. मैने पूछा तो मेरे को पता लगा की पापा के किसी दोस्त को बड़े टाइम बाद लड़का हुआ था. तो मम्मी और पापा वही जेया रहे थे. और उनके आने तक मौसी जी ही मेरा ध्यान रखेंगी. थोड़ी देर बाद मम्मी-पापा कार से उनके घर जाने के लिए निकल गये. अब घर में सिर्फ़ मैं और मौसी थे. मैं मौसी से बोला-

मैं: आपने मौसा जी को बता दिया की मम्मी-पापा के आने तक आप यही रुकेंगी?

मौसी: हा मैने उनको कॉल करके बता दिया था.

मैं: फिर ठीक है. वैसे कब तक आएँगे मम्मी और पापा?

मौसी: 2-3 दिन तो लग ही जाएँगे उनको.

मैं: ठीक है, तब तक आप मेरी सेवा करना.

मौसी: हा-हा बिल्कुल राजा जी.

अब मैं नहाने चला गया, और मौसी सफाई में लग गयी. जैसे मैं नहा कर बाहर आया मैने देखा की मौसी मेरे रूम में ही सफाई कर रही थी. उनके झुकने की वजह से मेरे को उनके बूब्स आधे से ज़्यादा दिख गये. ये देख कर मेरा एक-दूं लंड खड़ा हो गया जो टवल में सॉफ दिखाई दे रहा था.

मौसी ने जैसे ही मेरे को देखा, उनकी नज़र टवल पर चली गयी. लेकिन वो कुछ नही बोली, बस सफाई करके रूम से चली गयी. मैं भी रेडी हो कर नीचे हॉल में ब्रेकफास्ट करने चला गया. मौसी मेरे साथ में ब्रेकफास्ट कर रही थी, लेकिन वो बिल्कुल नॉर्मल थी. मेरे को लगा शायद रूम में उनका ध्यान गया नही होगा. फिर मैं ज़्यादा ना सोचते हुए कॉलेज चला गया.

मैं डाइरेक्ट रात को घर आया. घर आ कर मैने कपड़े चेंज किए, और बेड पर लेट गया, और फोन चलाने लगा. फोन चलते-चलते मेरे को नींद आ गयी. सपने में मैं एक लड़की को छोड़ रहा था, जिस वजह से मेरा लंड बिल्कुल टाइट हो रखा था. अचानक से मेरी नींद खुली और मैं अपने खड़े लंड को लिए वॉशरूम में गया.

वॉशरूम का गाते बंद नही था, और अंदर मौसी कपड़े धो रही थी. और मेरे हाथ में मेरा खड़ा लंड था. मौसी को मेरा लंड बिल्कुल सॉफ दिखाई दे गया. मैने फुल स्पीड से लंड को शॉर्ट्स के अंदर करा, और वापस बाहर आ गया. अब मेरे दिमाग़ में यही चल रहा था की मौसी मेरे बारे में क्या सोचेंगी. मेरे को बड़ी शरम आ रही थी. इतने में मौसी वॉशरूम से बाहर आ गयी और बोली-

मौसी: नीचे आजा, खाना बना देती हू.

अब मैं नीचे आ गया, और हम दोनो डिन्नर करने लगे. डिन्नर करते-करते मौसी बोली-

मौसी: क्या हुआ, तेरा मूह इतना उतरा हुआ क्यूँ है?

मैं: कुछ भी तो नही!

मौसी: तेरी शकल से ही पता लग रहा है की तू कितना परेशन है. कोई बात है तो बता सकता है तू मेरे को.

मैं: नही मौसी ऐसी कोई बात नही है.

मौसी: वॉशरूम में तू अचानक से आ गया, उस बात से परेशन है क्या?

मैं: हा, मेरे को पता नही था आप अंदर थे. सॉरी मौसी.

मौसी: अर्रे बेटा सॉरी वाली कोई बात ही नही है. वॉशरूम में भला कों ही नॉक करके जाता है? मेरी भी ग़लती थी मैने गाते लॉक नही किया.

मैं: हा बुत फिर भी.

मौसी: इतना म्ट सोच, खाना फिनिश कर.

अब हम दोनो ही खाना खाने लगे. 2-3 मिनिट बाद मौसी बोली-

मौसी: वैसे एक बात बोलू?

मैं: हा-हा बिल्कुल.

मौसी: तू वॉशरूम में आने से पहले बाहर क्या कर रहा था?

मैं: कुछ समझा नही मौसी मैं.

मौसी: चल ये बता तू मौसी को सिर्फ़ मौसी मानता है या फ्रेंड भी?

मैं: ह्म फ्रेंड भी.

मौसी: तो मैं तुझसे खुल कर बातें भी कर सकती हू रिघ्त?

मैं: हा बिल्कुल.

मौसी: तो मैं ये पूच रही हू जब तू वॉशरूम में आया, उससे पहले क्या कर रहा था, जिसकी वजह से तेरा इतना स्ट्रॉंग हो रखा था.

मेरे को ये सुन कर बिल्कुल बिलीव नही हुआ, की ये मौसी ने पूछा था. मैं एक-दूं शॉक रह गया.

मौसी: बोलेगा अब कुछ?

मैं: कुछ भी नही.

मौसी: झूठ भी बोलेगा अब तू मुझसे?

मैं: मैं सच बोल रहा हू मौसी.

मौसी: अछा तो इतना स्ट्रॉंग कैसे हो रखा था?

मैं: आक्च्युयली मैने एक ड्रीम देखा था.

मौसी: तो क्या ड्रीम देखा था?

मैं: कुछ नही, ऐसे ही नॉर्मल.

मौसी: नॉर्मल ड्रीम देखने से इतना हार्ड नही होता वो.

मैं: तो कैसे होता है? आप ही बता दीजिए.

मौसी: या तो फोन में कुछ देख रहे होगे, या पढ़ रहे होगे, या ड्रीम वैसा हो.

मैं: आप ये (कुछ, वैसा, वो ) ऐसे क्यू बोलते हो? इनको नाम से क्यूँ नही बोलते?

मौसी अब हासणे लगी.

मौसी: रूम में बैठ कर बात करते है. मैं यहा बैठे-बैठे तक गयी हू.

मैं: ठीक है.

अब मैं और मौसी रूम में आ गये.

मौसी: हा अब बता क्या कह रहा था तू?

मैं: आप उनको नाम से क्यूँ नही बोलते?

मौसी: अभी तू बच्चा है इसलिए.

मैं: बच्चा हू या दोस्त हू?

मौसी: पहले दोस्त है.

मैं: दोस्तों में ऐसी बात नही होती.

मौसी: अछा बाबा, वैसे कर लेंगे बात जैसे दोस्तों में होती है. खुश?

मैं: हा!

मौसी: चल बता क्या ड्रीम देख रहा था?

मैं: आपने मम्मी को बताया तो?

मौसी: तेरी इस दोस्त का वादा है की बात हमारे बीच में रहेगी बस.

मैं: पक्का ना?

मौसी: हा दोस्त.

मैं: मैने ड्रीम में देखा की मैं किसी के साथ कर रहा था.

मौसी: क्या?

मैं: वही.

मौसी: अब तू खुद वही-वही कर रहा है, और मेरे को बोलता है.

मैं: सेक्स.

मौसी: हा देखा मैने, बोला ना ये ऐसे ही इतना स्ट्रॉंग नही होता.

मैं: ये क्या होता है? अब आप वर्ड को नही बोल रहे.

मौसी: ये पेनिस.

मैं: हिन्दी में बात कर रहे है हम दोस्त.

मौसी: ये लंड यार!

मेरा अब मूड बनने लगा था, और सामने मौसी थी. लेकिन मैने सोचा गांद मरने गयी रिश्तेदारी. इसको छोड़ूँगा आज.

मौसी: कहा खो गये?

मैं: सेक्स में?

मौसी: क्या?

मैं: ई मीन ड्रीम देखा था जो.

मौसी: दोस्त से शेर नही करोगे ड्रीम?

मैं: मैं दोस्तों से कुछ हाइड नही रखता. उस ड्रीम में एक लड़की और मैं बेड पर सेक्स कर रहे थे, और वो चिल्ला रही थी. और मेरे को बड़ा मज़ा आ रहा था.

मौसी: तुम दोनो नंगे थे?

मैं: हा.

मौसी: कैसी थी वो दिखने में?

मैं: वो गोरी थी, और थोड़ी लंबी थी.

मौसी: उसके बूब्स कैसे थे?

मैं: आचे थे गोरे-गोरे.

मौसी: तुमने और क्या देखा ड्रीम में?

मैं: बस इतना ही. फिर मेरी आँख खुल गयी.

मौसी: ये देखो ( लंड की तरफ इशारा करते हुए).

मौसी: ये शायद फिरसे ड्रीम में चला गया.

मैं और मौसी दोनो हासणे लगे.

मौसी: एक बात बोलू, आस आ फ्रेंड?

मैं: हा शुवर!

मौसी: तेरे लंड का साइज़ अछा है.

मैं: ओह रियली?

मौसी: हा, एक रिक्वेस्ट करू?

मैं: हा शुवर.

मौसी: एक बार दिखा सकता है अपना लंड बाहर निकाल कर?

मैं: लेकिन आप मेरी मौसी है, और आपको मेरा लंड देखना क्यूँ है?

मौसी: लेकिन फिलहाल हम दोस्त है ना? और मेरे को देखने का मॅन कर रहा है बस.

मैं: लेकिन?

मौसी: चल ठीक है, आस युवर विश.

अब मेरे को लगा ये सही टाइम था उनको छोड़ने का. मैने धीरे से शॉर्ट्स उतरी और लंड एक-दूं निकाल कर बाहर आया.

मैं: ये लो.

मौसी: वाउ! ये सच में लंबा है यार. ये असली तो है ना?

मैं: ये आप टच करके पता लगा सकते हो.

अब मौसी ने धीरे से लंड को पकड़ा.

मौसी: ये असली लंड के जैसे सारे काम करता है ना? स्पर्म निकालता है ये (हेस्ट हुए)?

मैं: आप टेस्ट करके देख लो.

मौसी: ठीक है.

अब मौसी धीरे-धीरे लंड को आयेज-पीछे करने लगी. मेरे को लगा जैसे मैं सपने में था. मेरे को बहुत मज़ा आ रहा था, और मेरे मूह से सिसकियाँ निकालने लगी.

मैं: आह ऑश! वाउ मज़ा आ रहा है. नाइस आ, नाइस ऑश.

मौसी: लगता है ये सूखा हो रहा है. इसको गीला करना पड़ेगा.

ये बोलते ही मौसी ने लंड पर थूक दिया.

मौसी: आआ थ, अब ठीक है.

मैं: आ, मज़ा आ रहा है आह मौसी वाउ. मज़ा आ रहा है आह.

मौसी ने थोड़ी देर तक लंड को रगड़ा और थोड़ी देर बाद लंड ने अपना कमाल दिखाया और सारा माल उनके उपर गिरा दिया.

मौसी: अर्रे-अर्रे, इसने तो सारे कपड़े खराब कर दिए. लेकिन ये तो सही में असली है.

मैं: हा और क्या. इसका माल भी असली है निकला हुआ.

मौसी: हा-हा.

मैं: वैसे मौसी, बहुत मज़ा आया जब आप ऐसे कर रहे थे.

मौसी: तू मेरा दोस्त है, और मेरे दोस्त को मज़ा ही आना छाईए. लेकिन तूने कपड़े खराब कर दिए. ब इनको चेंज कों करेगा?

मैने मुके का फ़ायदा उठाया.

मैं: मैं करूँगा आपके कपड़े चेंज.

ये बोलते ही मैने उनकी सारी उतार दी.

मैं: आप बोलो तो लगे हाथ ये भी बदल डू?

मौसी: हा बदल ही दे, ये सारे ही गंदे हो गये.

मैं मॅन ही मॅन बड़ा खुश हुआ. अब मैने मौसी का पेटिकोट उतरा, और ब्लाउस भी.

मौसी: कपड़े तो तेरे भी गंदे हो गये.

मैं: नही इतने नही हुए.

मौसी: कोई नही तेरे भी चेंज कर ही देती हू.

मौसी ने मेरे को पूरा नंगा कर दिया और वो सिर्फ़ अब ब्रा पनटी में खड़ी थी.

ये देख मेरा लंड झटके खाने लगा. ये बात मौसी ने भी देख ली.

मौसी: ये तो सही में असली है.

मैं: आपके ये भी चेंज कर डू क्या?

मौसी: हा और क्या, तेरा माल अंदर तक गया है.

मैं (धीरे से): अंदर तो लिया ही नही आपने.

मौसी: क्या?

अब मैने ब्रा और पनटी भी उतार दी.

मैं: कुछ नही.

मौसी: सब सुन लिया मैने.

मैं: सुना है तो करो भी.

ये बोलते ही मौसी ने मेरा मूह पकड़ कर अपनी छूट पर लगा दिया.

मौसी: ले कर दिया.

मैं भी मस्ती से छूट चाटने लगा.

मौसी: आह ह ह बहनचोड़ चाट कुत्ते चाट. आह मेरी बेहन की छूट से निकला है तू, और उसी की बेहन की छूट को चाट रहा है ह ह. क्या मस्त चाट रहा है ऑश ऑश ओह!

उनका हाथ धीरे-धीरे लंड पर आ गया, और वो मेरी मूठ मारने लगी.

मैं: ह ह मौसी कमाल की मूठ मारते हो ह ह ह.

मौसी: आह चाट ऐसे ही चाट ह ह ह स्शह स्शह इसका रस्स भी पिएगा क्या?

मैं: हा पियुंगा ह आह मारो ऐसे ही मूठ मारो.

अब मौसी ने एक-दूं मेरे मूह को अपनी छूट पर दबा लिया.

मौसी: आहह आह ले ष्ह पी जेया रस्स अहह ष्ह.

मैं उनका सारा रस्स पी गया.

मैं: अब आपकी बारी.

ये बोलते ही मैने उनके मूह में अपना लंड दे दिया. मौसी ने 20 मिनिट तक लंड को चूस-चूस कर गीला कर दिया.

मैं: गीला है अब ये आचे से.

मौसी: गीला है तो जाने दे.

मैं: ये लो (लंड अंदर देते हुए).

मौसी: आ कुत्ते, बहनचोड़, धीरे से घुसना था.

मैं: धीरे से मज़ा नही आता मौसी.

ये बोलते ही एक झटका और दिया मैने. अब लंड सही से सेट हो गया.

मौसी: बहनचोड़ है तू पक्का आह आह अहह आह ह ऑश ऑश ष्ह ष्ह ह.

मैं: आह आह मौसी मस्त छूट है ह आह.

मौसी: आ ह अहह तेज़ कर ब्स्दक! धीरे क्यूँ हो गया. उस रंडी ने तेरे को बचपन में दूध नही पिलाया क्या अपना?

मैं: मैने तो पिया है दूध. जिसका पिया वो आपकी ही बेहन है.

मौसी: आ आहह वो भी तो मस्त छूट है, गांद उसकी भी भारी है. बहुत चूड़ी है वो तेरे बाप से. आह ह ऐसे ही छोड़ता होगा तेरा बाप भी आह अहह.

मैं: लगता है मौसा जी कम करते है आपके साथ. तभी आपकी टाइट भी है, और आपको पाईं भी हो रहा है.

मौसी: वो तो पक्का गान्डू है. इतनी मस्त बीवी को छ्चोढ़ कर बाहर मूह मारता है. मारने दे उसको अब जहा मारे. मेरे को तो अब तेरे से मर्वानी है ह अहह.

मस्त लड़का निकाला है मेरी बेहन ने अपनी छूट से ह अहह.

मैं: आपकी गांद भी मस्त है.

मौसी: तेरी मा की मस्त है या मेरी?

मैं: आपकी ज़्यादा सही है.

मौसी: ब्स्दक! इसका मतलब अपनी मा की गांद को भी देखता है तू?

मैं: हा एक बार सोते हुए देखी थी.

मौसी: कैसी थी?

मैं: बड़ी और गोरी थी बिल्कुल.

मौसी: मदारचोड़ भी है तू तो अहह अहह उईईई उईईईईई.

मैं: मेरा होने वाला है मौसी. ह ह ह ह सस्शह सस्सह ऐसे ही तेज़-तेज़ हिलते रहो आप भी अहह अहह.

मैने अपना सारा माल निकाल दिया. मैने पूरी रात मौसी को छोड़ा, उनकी गांद मारी. जब तक मम्मी पापा नही आए

हमने बहुत सेक्स किया.

तो ये थी मेरी और मौसी की चुदाई की कहानी. ई होप आपको ये कहानी पढ़ कर मज़ा आया होगा. मुझे मैल पर रिप्लाइ करके फीडबॅक ज़रूर दे. गमाल:- कामदेवबबा996@गमाल.कॉम

कोई ऐसे ही सेक्स करना चाहता है तो मैल करके रिप्लाइ दे. और अगर मुझसे कुछ ग़लती हुई हो, तो मैं आपसे माफी चाहूँगा. थॅंक्स.

कामदेवबबा!




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