कुवारि लड़की चूड़ी बुड्ढे भिखारी से

हेलो दोस्तों, मेरा नाम नीता है. आगे अभी 26 है, और मैं महाराष्ट्रा के एक गाओं में रहती हू. मेरी मों स्कूल टीचर है, और पापा नही है. घर में हम दोनो ही रहते है. ये बात है 2018 की है, जब मैं 20 की थी.

मैं एक सीधी-सॅडी लड़की थी. किसी से ज़्यादा बात नही करती थी. मगर मेरी एक फ्रेंड थी रिया. उसके साथ अपना टाइम शेर करती थी. वो मेरी बेस्ट फ्रेंड थी. एक दिन कॉलेज में उसने मुझे एक पॉर्न वीडियो दिखाई थी. बस उसके बाद से मुझे पॉर्न वीडियोस देखना अछा लगने लगा.

मैं बहुत ज़्यादा पॉर्न वीडियोस देखने लगी थी. जब मों सो जाती तो टाय्लेट मैं जाके छूट में उंगली डाल के अपना पानी निकालती थी. ये अब हर दिन होने लगा था. मगर अब मुझे रियल में सेक्स करना था. मैं हर दिन सोचती काश कोई मिल जाए, पर मुझे लड़के नही मर्द पसंद थे. क्यूंकी हर लड़की की एक पसंद होती है. मगर मेरी पसंद बहुत अलग थी

फिर दीवाली आने वाली थी. घर मैं सॉफ-सफाई का काम चल रहा था. सब काम हो गया था. बस हमारे घर के पीछे बहुत कचरा था, वो सॉफ करने के लिए कोई मिल नही रहा था. फिर एक दिन मों स्कूल जाने के लिए निकल रही थी. मैं उस दिन घर पे थी.

एक बुद्धा बिकरी 60-65 साल का था. वो आया और खाना माँगने लगा. मों ने उसको खाना दिया, और उससे पूछा-

मों: क्या तुम कुछ काम करोगे? हमारे घर के पीछे सॉफ-सफाई कर दोगे?

वो हा बोला.

मों मेरे पास आई और बोली: वो आदमी पीछे सफाई का काम करने वाला है. काम हो जाने के बाद उसको पैसे दे देना.

मों ने मुझे पैसे दिए, और स्कूल के लिए चली गयी. उस भिखारी ने खाना खाया और काम करने लगा. मैने उस दिन येल्लो त-शर्ट और ब्लॅक जीन्स पहन रखी थी. फिर मैं ऐसे ही देखने गयी, की वो भिखारी काम कर रहा था की नही.

मैने जैसे ही उसको देखा, वो बहुत गंदी हालत में था. गंदे कपड़े, बड़ी-बड़ी दाढ़ी.

मैने मॅन में बोला: कितना गंदा है ये.

उसने मुझे देखा और बोला: बेटा पानी ला दो, बहुत प्यास लगी है.

मैने उसको पानी दिया, और पीछे का दरवाज़ा बंद करके घर में आके बैठ गयी. फिर मुझे भूख लगी तो मैं किचन में गयी. तभी मैने खिड़की से उस भिखारी को देखा, और मैने जो देखा वो देख कर तो मेरे दिल की धड़कन बढ़ गयी. वो बुद्धा भिखारी एक कोने में दीवार से लग के सस्यू कर रहा था.

किचन की खिड़की से सॉफ नज़र आ रहा था. मैने उसका मोटा काला लंड देख लिया. मैने पहली बार इतना बड़ा और मोटा लंड रियल में देखा था. उसका खड़ा नही था, फिर भी 5 इंच जितना बड़ा और मोटा था. वो सब देख मैं अंदर पानी-पानी हो गयी थी.

मुझे पता नही, पर उसका इतना बड़ा लंड देख बहुत हॉर्नी फील होने लगा. मैं किचन से घर में आई. वो लंड मेरे दिल और दिमाग़ पर हावी हो गया था. ये जानते हुए भी की वो एक 60-65 साल बुद्धा भिखारी था, मेरी छूट के अंदर एक आग सी लग गयी थी.

फिर मैने सोच लिया घर में कोई नही था, और एक बार करके किसी को क्या पता चलेगा. मैने पीछे का दरवाज़ा खोला, और उसको देखने गयी. वो आचे से काम कर रहा था.

मैने उसको बोला: सुनो तोड़ा आराम कर लो, धूप बहुत है.

मैं खड़ी थी, और वो मेरे तोड़ा पास आके बैठ गया. मुझे उसको देख एक अलग ही खुशी मिल रही थी क्यूंकी मैं उसके लंड की दीवानी हो गयी थी, सिर्फ़ देख कर ही.

फिर मैने उसके साथ बात करना शुरू किया. कुछ देर बात करने के बाद मुझे उनकी स्टोरी पता चली, कैसे वो भिखारी बन गया. उसका नाम फ़ारूख़ था. मुझे उस पर अब दया आने लग गयी. मैं नीचे बैठ गयी और उनको बोला-

मैं: आप बहुत आचे हो. सब ठीक हो जाएगा.

ये सुन वो बोला: बेटा बहुत दीनो बाद मैं अछा हू ये सुन कर अछा लगा.

मैने उसको फिरसे रोमॅंटिक अंदाज़ में बोल दिया: फ़ारूख़ जी, आप बहुत आचे हो.

वो मेरी तरफ देखने लगा. अब हम दोनो एक-दूसरे की आँखों में देखने लगे. वो अब समझ चुका था मेरा इरादा क्या था. मैं बिना कुछ बोले उठ गयी, और घर में जाने लगी. उसने मुझे जाने से रोका, और मुझे पीछे से पकड़ लिया. मैं समझ गयी उसे पता चल गया था मैं क्या चाहती थी.

उसने पीछे से पकड़ रखा था, और मैं कुछ नही बोल पाई. उसमे से बहुत गंदी सी बदबू आ रही थी. फिर उसने मुझे आप भी बहुत अची हो बेटा बोला.

मैने बोला: बेटा नही, नीता कहो बस.

वो अब मुझसे चिपक गया था.

वो बोला: नीता तुमने मुझमे ऐसा क्या देखा जो मैं तुमको अछा लगने लगा?

मैने बोला: जब आप सस्यू कर रहे थे ना, तब मैने आपका वो देख लिया. इसलिए उसने मुझे छ्चोढा और बोला-

वो: इसको वो नही लंड कहते है.

फिर बाहर निकाल दिया उसका लंड और खड़ा हो गया था. अब तो लंड 7 इंच का हो गया था. अब मैं एक बुड्ढे भिखारी के लंड का शिकार बनने जेया रही थी. उसने उसका लंबा काला लंड मेरे हाथों दिया, और चूसने के लिए बोला.

बहुत गंदी स्मेल आ रही थी, फिर भी मैने उसका लंड चूसना शुरू कर दिया. थोड़ी देर में उसने मुझे उठाया, और मेरी पंत निकाल दी. मैने जीन्स पहन रखी थी. वो कुछ ना करके बस मुझे जल्दी से छोड़ना चाहता था.

भिखारी बोला: नीता चलो जल्दी बेड पर.

मैने माना किया और बोली: सब गंदा हो जाएँगा.

क्यूंकी उसके अंदर से बहुत गंदी स्मेल आ रही थी. वो सिफ मैं ही बर्दाश कर पा रही थी.

फिर उसने कहा: क्या करे फिर?

मैं: यही करते है.

वो: अछा ठीक है.

फिर उसने मेरी पंत निकाल दी, और पनटी भी. मैं अब उसके सामने आधी नंगी हो गयी थी. उसने मुझे नीचे लिटाया और मेरी दोनो टांगे उपर उठा ली, और मेरी चिकनी छूट को अपने गंदे मूह से चाटने लगा. मुझे बहुत मज़ा आने लगा. मैने उसके बाल पकड़ के उसका मूह छूट से ज़ोर से चिपका लिया.

मेरी पूरी बॉडी काँप उठी थी. 10 मिनिट मेरी छूट चाटने के बाद मैं तो झाड़ गयी. मेरी छूट का पानी उसके मूह पर लग गया, और उसकी दाढ़ी पर. फिर वो उठा और मेरे उपर आ गया. अब एक 60 साल के बुड्ढे का लंड मेरी छूट के च्छेद पर था. मैं थोड़ी दर्र गयी थी की इतना बड़ा कैसे ले पौँगी.

ये सोच कर मैने आँखें बंद कर ली. फिर उसने अपने गंदे मूह से मेरे लिप्स को पकड़ लिया. उसके बाद एक झटका मारा, और उसका आधा लंड मेरी छूट के अंदर चला गया. फिर एक ज़ोरदार झटका मारा और पूरा लंड अंदर घुस गया. मेरी छूट से खून और आँखों से आँसू निकल आए.

मैं बोली: फ़ारूख़ जी बाहर निकालो. बहुत दर्द हो रहा है.

उसने मेरी एक ना सुनी, और झटके मारता रहा. थोड़ी देर बाद तोड़ा दर्द कम हुआ. अब मुझे बहुत ज़्यादा मज़ा आने लगा. वो चुप हो गया, और चुदाई का मज़ा लेने लगा. मैं ज़ोर-ज़ोर से सिसकियाँ ले रही थी.

फिर वो बोलने लगा: नीता काई सालों बाद आज चुदाई करने का मौका मिला है.

ऐसा बोलते-बोलते 10 मिनिट में ही उसने उसका सारा पानी मेरी छूट के अंदर निकाल दिया. फिर भी वो रुका नही, और लंड को अंदर-बाहर करता रहा. थोड़ी देर में वो फिरसे झाड़ गया, और पानी इस बार मेरी छूट के अंदर निकाल दिया.

मैं बहुत तक चुकी थी. फिर धीरे से उसने लंड बाहर निकाला, और मुझे किस करने लगा. मेरी त-शर्ट उपर उठा कर बूब्स मसालने लगा. मैने मेरा एक हाथ छूट से लगाया, तो पता चला खून और भिखारी के लंड के पानी से सब गीला-गीला हो गया था.

फिर मैने उसको बोला रूको, और मैं नंगी हालत है नहाने गयी. नहाते टाइम मैने मेरी छूट को देखा तो छूट एक-दूं लाल-लाल हो गयी थी. तभी वो भिखारी भी अंदर आ गया, और मुझे फिरसे छोड़ने की कोशिश करने लगा.

मगर मैने बोला: फ़ारूख़ प्लीज़ अभी नही कर पौँगी. मैं बहुत तक चुकी हू.

वो मान गया और बोला: अभी कब करे?

मैने कहा: देखते है.

फिर मैं नहा कर सोने चली गयी. वो बिना कुछ बोले अपने काम पर लग गया.

दोस्तों कहानी अभी ख़तम नही हुई. अगली स्टोरी में बतौँगी दूसरी बार फ़ारूख़ जी ने मुझे कब और कैसे छोड़ा, और कैसे मैं प्रेग्नेंट हो गयी.

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