कुँवारी चूत की घिसाई

दोस्तो ये कहानी मेरे कॉलेज के समय की है जिस समय मैने कॉलेज में एडमिसन लिया था दोस्तो, कॉलेज का पहला दिन था और हम सभी थोड़े नर्वस और थोड़े डरे हुए थे, कारण रैगिंग का डर!!!
अचानक पार्किंग लॉट में एक लड़की दिखी, जो सिर से पाँव तक कपड़ों से ढकी हुई थी!!!
हमारे नागपुर में लड़की कैसी भी हो, वो अपना चेहरा बाँध कर ही चलती है। यहाँ सूर्य देव कुछ ज़्यादा ही प्रखर कृपा करते हैं, इसलिए… पर अचानक मेरी नज़रें उसकी नज़रों से मिलीं और उसने सामने देखा और चली गई!!!
दोस्तो, जब उसने अपना नक़ाब हटाया तो सारी दुनिया मानो एक पल के लिए रुक गई!! !!! 5।6 इंच हाइट… परफेक्ट फिगर और 32-26-34 की एक सुंदर सी लड़की सामने आई…
और मैं उसी वक़्त वहीं अपना दिल हार गया!!! !! सोचा, काश ये हमारी क्लास में हो तो मज़ा आ जाएगा!!! !! हुआ भी ठीक यही, जैसे ही मैं क्लास में पहुँचा तो देखा वो हमारी ही क्लास में है।
अपनी आदत के मुताबिक मैं लास्ट बेंच पर जा बैठा और उसे निहारने लगा…
पहले लेक्चर में सब का परिचय हुआ तो पता चला कि उसका नाम “सोनिया रायजदा” है। मैंने भी अपना नाम “विजय मान” बताया पर मराठी मीडियम का बैक ग्राउंड होने से मैं साला ये इंग्लीश बोलने वालो से मैं बात करने से कतराता था!!
ऐसे ही 2 महीने बीत गये!!
मैं हर दिन सोनिया को देखता और आहें भरता, घर आ कर मूठ मरके सो जाता!!!
फिर एक दिन जब सितंबर के महीने में टीचर्स डे आया तो हमारी क्लास वालों ने ड्रामा में पार्ट लेने की बात की और मुझे एक रोल ऑफर किया। मैंने पहले मना कर दिया पर जब पता चला कि सोनिया भी पार्ट ले रही है तो मैंने भी हाँ कर दी!!!
ड्रामा प्रैक्टिस में सब से परिचय हो गया और मुझे सोनिया के (हज़्बेंड) पति का रोल मिल गया!!! !!
मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा!! !!!
ड्रामा के दौरान हम दोनों काफ़ी करीब आ गये, ऐसे ही काफ़ी दिन बीत गये…
फिर एक दिन दोस्तो के उकसाने पर मैंने सोनिया को अपने दिल की बात बता दी और सोनिया ने भी हाँ कर दी!! !!!
आग दोनों तरफ बराबर लगी थी!!…
हम “गर्लफ्रेंड-बाय्फ्रेंड” बन गये… !!!
पर हमेशा ग्रूप में होने के कारण कुछ भी बात नहीं बन पाई… …
बस कभी कभी सोनिया का हाथ पकड़ लेता और कभी उसकी जाँघों पर हाथ फेर लेता, टेबल के नीचे से!!!
4 महीने के रीलेशन के बाद पहली बार हम एक दूसरे से गले मिले!!
मैंने उसके बूब्स को हाथ लगाया तो उसने आँखें बंद कर के ज़ोर से सिसकारी ली!!! !! मेरी हिम्मत बड़ी तो मैंने सोनिया के बूब्स को दबाया, उसने कोई विरोध नहीं किया…
असल में सोनिया को भी मज़ा आने लगा था!!!… पर जब मैंने उसे लीप किस करना चाहा, वो तैयार नहीं हुई!!!
हम लोग उसके घर पर थे, ये ध्यान आते ही हम लोग अलग हो गये और दोनों एक दूसरे से शरमाने लगे!!
फिर उसके बाद ऐसे ही हमें जहाँ जगह मिलती, हम हग कर लेते!!!…
यूँही ही एक दिन थियेटर में मूवी देखते हुए मैंने उसकी टी-शर्ट में हाथ डाला और पूरे 3 घंटे तक उसके बूब्स की मालिश की!!! !!
वो पूरी तरह गरम हो चुकी थी पर कुछ आगे करने का मौका ही नहीं मिला… ऐसे ही काफ़ी दिन बीत गये।
फिर मुझे प्राइवेसी की तलाश में एक दोस्त ने इंटरनेट केफे का नाम बताया, जहाँ पूरा बंद केबिन है और कंप्लीट प्राइवसी है!! पूरे एक घंटे के लिए… पर हर घंटे के 100 रुपए देने थे, सो मैंने उसे वहाँ ले जाने के लिए तैयार कर किया!!!
केबिन में आते ही उसने अपना नक़ाब उतार लिया और मैंने उसे अपनी गोद में बैठा लिया!!! वो एक कटी पतंग की तरह मेरी बाहों में झूल गई!!! !!
मैंने उसके सिर पर आँखो पर, गालों पर, कानों पर और गले पर चुंबन की बौछार कर दी। सोनिया पूरी तरह गरम हो गई थी पर मुझे लीप किस नहीं करने दे रही थी!!!
मैंने जब उसके टी-शर्ट में हाथ डाला तो पाया की उसने आज थोड़ी ढीली ब्रा पहनी हुई है जिससे मुझे उसके चुचों तक पहुँचाने में कोई दिक्कत नहीं हुई!!!
मैंने उसे चुंबन लेते हुए उसके बूब्स की काफ़ी मालिश की, सोनिया उत्तेजना के कारण पागल हो रही थी पर प्राइवेट प्लेस ना होने से हम दोनों को डर था!!!
1 घंटा कैसे बीत गया पता ही नहीं चला, बाहर से हमे नोक किया गया की टाइम ख़तम होने में 5 मिनट रह गये हैं।
यह सुनते ही, जब मैंने उसे अपने से दूर करना चाहा तो अचानक सोनिया ने मेरे लिप्स पर लिप्स रख दिए और मुझे मेरे अपर लिप्स पर काट लिया!! !! !!
मैंने उसे चुंबन लेते हुए उसके बूब्स की काफ़ी मालिश की, सोनिया उत्तेजना के कारण पागल हो रही थी पर प्राइवेट प्लेस ना होने से हम दोनों को डर था!!!
1 घंटा कैसे बीत गया पता ही नहीं चला, बाहर से हमे नोक किया गया की टाइम ख़तम होने में 5 मिनट रह गये हैं।
यह सुनते ही, जब मैंने उसे अपने से दूर करना चाहा तो अचानक सोनिया ने मेरे लिप्स पर लिप्स रख दिए और मुझे मेरे अपर लिप्स पर काट लिया!! !! !!
हमने करीब करीब 5 मिनिट स्मूच किया, फिर जब बाहर से किसी ने नॉक किया तो हम अलग हुए और उसने अपना नक़ाब पहना और घर चली गई…
वो हम दोनों की “पहली किस” थी!!!
उफ़, क्या किस थी वो!! !!! आज भी याद है…
फिर ऐसे ही हम साथ समय बिताते रहे!!!
एक दिन मैंने उससे यूँही कहा कि हमें आगे बड़ना चाहिए पर उसने साफ मना कर दिया, सो मैं भी चुप हो गया और अपना काम मूठ मार कर चलाता रहा…
तीसरा सेमेस्टर भी निकल गया और एक दिन उसने बताया कि उसके पेरेंट्स किसी काम से दो दिनों के लिए बाहर जा रहे हैं और घर में वो अकेली रहेगी और उसके साथ सिर्फ़ उसके दादी रहेंगी…
दादी का मोतिया बिन्द का ऑपरेशन होना था सो उन्हें कम दिखाई देता था और काफ़ी वृद्ध होने के कारण वो दवाई खा कर जल्दी सो जाती थीं!! !!!

मैने मौके का फ़ायदा उठाया और सोनिया को बिना बताए मैं उसके घर पहुँच गया। रात को 11 बजे मैने दरवाजा नॉक किया तो उसने दरवाजा खोला… …
हम दोनों शॉक हो गये!! वो मुझे देख कर और मैं उसे देख कर क्यूंकी उसने एक छोटी सी मिनी स्कर्ट पहनी हुई थी और कम से कम 2-3 साइज़ छोटी टी-शर्ट डाली हुई थी…
उसने मुझे झटके से अंदर खींचा और दरवाजा बंद कर दिया और मुझसे से लिपट गई!! जैसे मेरा ही इंतज़ार कर रही हो पर थोड़ी देर में उसे होश आया और उसने कहा – यहाँ क्या कर रहे हो।।?? किसी को पता चल गया तो बड़ी प्राब्लम हो जाएगी… !!!
मैंने उसे अपनी बाहों में उठाया और उसके काँपते होंठों को चूमने लगा, उसने भी हमेशा की तरह अपने आप को मेरी बाहों में झूला दिया!!! !!
कुछ समय बाद, करीब करीब 10 मिनिट बाद मैंने उसे अलग किया और समझाया कि कोई प्राब्लम नहीं होगी। वो मान तो गई पर थोड़ा डरी हुई थी, सो उसने मुझे अपने बेड रूम में लेजा कर कहा कि वो बाकी काम ख़तम कर के आएगी…
मैंने भी कहा – ठीक है पर जल्दी आना!!
फिर वो 5 मिनट में दादी का बेड रूम बाहर से लॉक कर सारे घर की लाइट ऑफ कर के मेरे पास आ गई!! वो आते ही मेरे ऊपर झपट पड़ी और फिर हम दोनों स्मूच करते हुए एक दूसरे का रास पान करने लगे!!! !!
मैंने आदत के मुताबिक उसके बूब्स को हाथ लगाया तो पाया उसने ब्रा नहीं पहनी है और उसके निप्पल पूरी तरह खड़े हो गये हैं… …।
अब मैंने टी-शर्ट को पूरा ऊपर उठाया और उसके खड़े निप्पल चूसने लगा… !!
सोनिया अब तक पूरी तरह गरम हो चुकी थी और वो मेरे बालों मे हाथ डाल कर सहला रही थी और धीरे धीरे सिस्कारियां ले रही थी… …
उसके ब्राउन निपल्स, परपल कलर के हो गये थे… !!

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मैं पूरे जोश में था और अब एक हाथ मैंने उसकी जाँघों पर घुमाया और उसकी स्कर्ट के अंदर डालना चाहा; तो उसने कहा – विजय, ये सब ठीक नहीं है… हम ये ठीक नहीं कर रहे हैं!!!
पर मैंने उसकी एक ना सुनी और उसके होंठों पर मेरे होंठों से ताला लगा दिया… और एक हाथ से उसके बूब्स दबाने लगा और दूसरे हाथ उसकी जाँघों पर फेरने लगा!!
वो अब उत्तेजना के कारण पागल हो रही थी और अपने हाथ से मुझे स्कर्ट को ऊपर ना उठाने से रोकने की कमज़ोर कोशिश कर रही थी… !!!
पर मैं तो ठान के आया था की आज किल्लाह फ़तह कर के ही घर जाना है!!! !!
सो मैंने धीर धीरे उसके स्कर्ट को उसके पेट तक उठा दिया, छोटा होने के कारण कम समय लगा!!!
फिर मैंने उसकी पैंटी के ऊपर से सी ही उसकी चूत को सहला दिया; तो उसे जैसे 440 वॉल्ट का करेंट लगा… !!! और उसने मुझे और ज़ोर से पकड़ लिया और कहा – विजय, मुझे धोखा तो नहीं दोगे ना; मैं तुम्हारे सिवा किसी और से शादी नहीं कर सकती!!!
मैंने उसे प्यार से समझाया की हम दोनों एक दूसरे के लिए ही बने हैं और समय आने पर शादी भी हो जाएगी पर आज हमारी सुहाग रात है!!!
सोनिया मे मुझे अपने ऊपर खींचते हुए कहा – हुमें शादी तक इंतज़ार करना चाहिए… …
तो मैंने उसे कहा – आज हमारा गंधर्व विवाह हो गया है… !!! और आज हमारी सुहाग रात है…
दोस्तो, आप तो यह जानते ही हैं की लड़की कितनी भी बड़ी चुदक्कड़ क्यूँ ना हो, पहली बार उसकी चूत मारना आसान नहीं होता!! !!!
यह कह कर मैंने सोनिया की टी-शर्ट पूरी निकल दी; सोनिया भी हाथ ऊपर कर निकलवाने लगी और उसने एक ज़ोर की अंगड़ाई ली… !!

उफ़; क्या बात थी!! सोनिया के दोनों स्तन जो की 32 साइज़ के होंगे पूरी तरह ऊपर की तरफ उभर आए!!! मुझसे रहा नहीं गया और मैं सोनिया के स्तन को धीरे धीरे दबाने लगा, उसका ये रूप आज पहली बार मेरे सामने था… !!!
सोनिया की झील सी घहरी आँखे…, सुंदर सा चेहरा…, सुराही दार गर्दन…, उस पर उसके उभरे हुए स्तन…, और उसके दोनों निप्पल पूरी तरह खड़े हो गये थे… !!!
सोनिया का रंग गेहुआ था इसीलिए उसके निप्पल डार्क ब्राउन कलर के थे!!!
सोनिया के स्तन से लेकर नाभि तक एक समान सपाट पतली कमर और पेट था… जो की बूरी तरह ज़ोर ज़ोर से साँसें लेने से ऊपर नीचे हो रहा था!!! !!
अब सोनिया सिर्फ़ पैंटी में थी और फिर सोनिया को भी जोश आया और उसने मेरे कपड़े उतारने शुरू किए… पहले मेरी जैकेट, फिर टी-शर्ट…
जैसे ही उसने मेरे लोवर में हाथ लगाया; उसकी नज़र मुझसे और उसका हाथ मेरे लण्ड से टकराया… !!! वो आज पहली बार मेरे लण्ड को हाथ लगा रही थी… !!!
मैंने स्माइल देते हुए प्रशन वाचक नज़ारे की… ?? तो सोनिया बूरी तरह शर्मा गई और अपने आप को मेरी चौड़ी छाती में छुपाने लगी!! !!!
अब धीरे से, मैंने अपना लोवर उतार कर अलग किया… मुझे जॉकी पहनने की आदत है सो मेरा लण्ड पूरा का पूरा खड़ा हुआ अलग सा बाहर आने के लिए चिल्ला रहा था… !!!
सोनिया भी लण्ड महाराज के दर्शन करने के लिए किसी ना किसी बहाने उसे जॉकी के अंदर से ही निहार रही थी; तब मैंने सोनिया को सीधा पीठ के बल लिटाया और उसके पैरों के उंगलियो को चूमना और चूसना शुरू किया… …
सोनिया इससे बूरी तरह उतेज़ित हो कर कांपने लगी और अपने होश खोने लगी!!
मैं धीरे धीरे उसके पैरों को चूमता हुआ उसकी चूत की तरफ बढ़ने लगा…
सोनिया ने अब तक अपने सारे हथियार डाल दिए थे और वो भी हमारी सुहाग रात एंजाय करने लगी थी!!! !!
मैंने उसकी चूत जो दोनों पैरों के बीच बंद थी; उसे पैंटी के ऊपर से ही चूम लिया…
उसकी चूत से अलग सी खुश्बू आ रही थी!! अब तक सोनिया की चूत पूरी तरह सी गीली हो गई थी!!!
सो मैंने धीरे धीरे उसकी पैंटी नीचे खींचनी शुरू की; तो सोनिया ने दोनों पैर ज़ोर से जोड़ लिए…
मैं ज़बरदस्ती नहीं करना चाहता था, इसलिए उसे मैंने अपने लण्ड महाराज के दर्शन कराने की सोची और मेरी जॉकी निकाल दी… जैसे ही मेरा 7 इंच लंबा लण्ड खड़ा हुआ बाहर आया; वो सीधा छत की तरफ देख कर सलामी देने लगा… … और मैंने भी तुरंत सोनिया का हाथ पकड़ कर उसे अपने लण्ड पर ले जाकर रख दिया!! !!!
अब अचानक उसकी आँखे खुल गईं और वो मेरे लण्ड को मंत्रमुग्ध हो कर निहारने लगी!!…
कुछ देर के लिए तो वो बस देखती ही रही!! फिर मैं सोनिया को देख कर मुस्करा दिया तो उसे खायल आया की वो क्या कर रही है… !!
वो फिर से शर्मा गई और लण्ड से हाथ हटाने लगी पर मैंने उसे ऐसा करने नहीं दिया और उसके हाथ से लण्ड को थोड़ा मसल दिया…
फिर मैने सोनिया को लण्ड को सही तरह से पकड़ना सिखाया और ऊपर नीचे करके हस्तमैथुन करना सिखाया…
वो भी कुछ ही देर में एक्सपर्ट की तरह ये काम करने लगी…!!!
अब मेरी बारी थी, मैंने थोड़ा ज़ोर लगा कर सोनिया की पैंटी नीचे खींची और उसकी छोटी छोटी झांटे दिखने लगीं… …
सोनिया ने थोड़ा सा विरोध किया पर वो मेरे लण्ड को नहीं छोड़ना चाहती थी; इस बात का फ़ायदा उठा कर मैंने सोनिया की पैंटी पूरी नीचे खींच दी और उसे उसके घुटनों तक ले आया… …
इस पर अचानक उसने उठ कर पैंटी वापस खींचनी चाही; पर मैंने उसे झट से वापस लिटा दिया और उसकी चूत पर अपने होंठों को लगा दिया… !!!
मेरी इस हरकत से सोनिया पूरी तरह से तड़प उठी और अपने दोनों पैर अलग कर लिए और मुझे “खुली जन्नत” के नज़ारे दिखा दिए…
लगभग दो दिनों पहले साफ़ की हुई नाज़ुक सी दो गुलाब की पंखुड़ियो की तरह उसकी चूत पूरी तरह से फूली हुई थी!! !!!
अब तक उस में से नमकीन पानी का रिसाव काफ़ी बढ़ गया था…
सोनिया ने पहली बार अपनी “कुंवारी चूत” किसी के लिए खोली थी… !!
“कुंवारी चूत” सुनने में जितना आसान है; मिलना उतना ही मुश्किल… … …
मुझे लगता है “कुंवारी चूत” मिलना आज कल ऐसा है; जैसे किसी को कहीं गड़ा हुआ खजाना मिलना, यानी लगभग नामुमकिन!! !!!
अब क्या था; मैं उसकी चूत पूरे जोश में चाटने लगा; तो सोनिया की साँसें रुक सी गईं और वो ज़ोर की अँगड़ाई लेते हुए, मुझे अपने से चिपका कर सिस्कारियां लेने लगी – उम्म… ऊंह… ईश इस्स… आहह अहह अहः… आ अ… उफ़… आ माँ… हाँ हाँ हाँ… ऐसे ही; ऐसे ही… ओह माँ!! मर गई रे; आह्हह आहह अहह अहः… आ आ अ अ… ऊंह… ईश इस्स…
जैसे जैसे मैं अपनी जीभ उसकी चूत के दाने से ले कर ओपनिंग तक ले जा कर चाट रहा था, वो अपनी कमर मेरी जीभ के साथ ऊपर नीचे करने लगी थी… …
इसी तरह उसने अपनी कमर करीब करीब 1 फुट ऊपर तक उठा ली थी और अचानक मुझे अपने चूत से और चिपकाने लगी!!! !!
बस यही मौका था; मैंने उसे छोड़ दिया और उससे दूर हो गया!!! !!
वो अचानक हुए इस बदलाव के लिए तैयार नहीं थी; अब वो एक जल बिन मछली की तरह तड़फने लगी और मुझे भूखी नज़रों से देखते हुए बोल पड़ी – क्या हुआ…??
मैं थोड़ा मुस्कराया और कहा – सोनिया; मेरी जान सारे मज़े खुद ही लॉगी या हम को भी कुछ दोगी… ??
इस पर उसने अपनी ऊपर उठी स्कर्ट नीचे की और कहा – आप मेरी जान हो… !! आप को खुश करने के लिए मैं सब कुछ करने को तैयार हूँ!! !!! !!!
मैंने उसे अपने लण्ड को तरफ इशारा किया इस पर सोनिया ने मुझे बेड से उठ कर मुझे बेड पर लिटा दिया और मेरे पैरों से ले कर मुझे सिर तक चूम लिया… …
अब तक सोनिया की शर्म पूरी तरह ख़तम हो गई थी, वो धीरे धीरे मेरे लण्ड को हाथों में ले के ऊपर नीचे करने लगी… !!!
मैंने उसे अपने लण्ड के तरफ झुकाया तो बिना बोले ही उसने मेरा लण्ड का सुपरा अपने होंठों से चूस लिया !!!!
उसे थोड़ा अजीब लगा पर उसने फिर भी कुछ देर बाद; पूरा का पूरा लण्ड मुँह मे ले लिया… …
अब मैं तो सातवें आसमान पर पहुँच गया… !!!
सोनिया एक एक्सपीरियेन्स लड़की की तरह मेरा लण्ड चूसने लगी थी और खुद ही एक हाथ से अपने बूब्स को दबाने लगी थी!! !!!
करीब करीब 10 मिनट बाद; मुझे लगा अब मुझे भी सोनिया को थोड़ा मज़ा देना चाहिए तो मैंने सोनिया से अपने होंठों पर बैठने को कहा… …।
उसने झट से मेरे चेहरे के ऊपर आ कर अपनी “कुंवारी चूत” को मेरे होंठों पर रख दिया!!! !!
मैंने भी देर ना करते हुए अपनी जीभ सोनिया के चूत में डाल दी, अब उसने ज़ोर से सिसकारी मारते हुए मेरे लण्ड को चूसना शुरू किया…
अब हम दोनों एक दूसरे को खाने की कोशिश कर रहे थे… !!
जब मुझे लगा की मैं सोनिया के मुँह में ना झड़ जाऊँ, तो मैंने उसे उतरने को कहा; पर वो तो रुकने का नाम ही नहीं ले रही थी… … …
जब टाइम देखा तो रात के 1 बज गये थे, तब मैंने उसे कहा – अब तुम्हें पूरी तरह से “कली से फूल” बनाने का समय आ गया है…!!!
अब सोनिया पूरी तरह से मेरे वश में थी… … …
अब देर थी तो उसकी “कुँवारी चूत” चोदने की!!! !!
अब मैंने उससे कहा – जान!! अब नीचे आ जाओ… और वो एक आज्ञाकारी की तरह; मेरे बगल मे लेट गई और ज़ोर ज़ोर से साँस लेने लगी।
फिर उसने मुझसे कहा – विजय, मुझे इतना मज़ा और खुशी एक साथ कभी नहीं मिली… !!!
मैंने देर ना करते हुए अपना लण्ड उसकी चूत पर रगड़ दिया, तो वो अपनी आँखें बंद करके मेरे अगले कदम का इंतेज़ार करने लगी…
मेरे लिए भी यह पहली बार था; तो, मैंने धीरे से उसकी पूरी तरह गीली हो चुकी चूत में अपना लण्ड डालने लगा पर वो फिसल गया… …
दोबारा फिर वही हुआ, तो उसने कहा कि एक तकिया उसकी कमर के नीचे रख लो फिर ट्राइ करो!! !!!
मैंने वैसा ही किया, देखा तो सोनिया की चूत जो गुलाबी थी अब बेगनी हो गई थी… …
मित्रो, अब वह पूरी तरह से चुदने को तैयार थी!!…
अब मुझे मस्ती सूझी तो मैंने अपना लण्ड सोनिया की चूत के ऊपर से रगड़ना शुरू किया; इससे मेरा लण्ड सोनिया की चूत के रिसाव से पूरा नहा गया और चमकने लगा… !!
सोनिया अपनी कमर ऊपर नीचे करते हुए लण्ड को अंदर लेने की नाकाम कोशिश करने लगी… थोड़ी देर बाद वो अचानक बोल पड़ी – विजय, फक मी… प्लीज़ चोदो मुझे… अब मैं और नहीं रुक सकती… मैं पागल हो रही हूँ… डालो ना… जल्दी डालो… !!
मुझे भी तो जल्दी थी; सो, मैंने उसे कहा, सही जगह पर लण्ड को लगाए और फिर मैंने धीरे से धक्का लगाया तो मेरा लण्ड का सुपाड़ा सोनिया की चूत में समा गया… …
वो इस के लिए पूरी तरह तैयार थी, फिर भी उसकी थोड़ी सी चीख निकल गई और आँखों से आँसू आने लगे… …
कुछ देर हम उसी पोज़िशन में रुके और मैं उसे चूमने लगा!! थोड़ी देर में थोड़ा और धक्का लगाया तो आधा लण्ड सोनिया की चूत में समा गया… !!!
उसने अपने होंठ भीच लिए और मुझे अपने नाखूनों से घायल कर दिया!! !!!
थोड़ी देर बाद सोनिया की टाइट चूत ने मेरे लण्ड को अपना लिया और उसे थोड़ा आराम मिला, अब बस जैसे ही आख़िरी धक्का मारा तो उसकी चीख निकल गई और उसकी आँखें बाहर निकल आईं!! !!!
मैंने तुरंत सोनिया के होंठों को अपने होंठों से बंद कर दिया… !!! उसने दर्द के मारे मेरे होंठों को काट लिया और मैंने महसूस किया की कुछ गरम गरम तरल सा सोनिया की चूत से बाहर आ रहा है!!!
दोस्तो, वो उसकी कुंवारी चूत फटने का सबूत था यानी “खून” !!
तो, फाइनली मैंने अपना किल्लाह फ़तह कर लिया था और सोनिया की सील टूट गई… … …
थोड़ी देर बाद उसने नीचे से अपनी चूत को टाइट और ढीला करके मुझे आगे बढ़ने का सिग्नल दिया तो मैं धीरे धीरे अपने काम मे जुट गया और लण्ड सोनिया की चूत से बाहर निकाल कर और फिर से अंदर डाल दिया।
करीब करीब 5-7 मिनट बाद सोनिया को भी मज़ा आने लगा और वो अपनी कमर को मेरे लण्ड के अंदर बाहर होने की लय में मिलाने लगी और मज़े से दोनों टाँगों को फैला कर चुदने लगी… …
वो मुझसे अपनी चूत चुदवाते हुए बार बार – “आई लव यू” बोलती जा रही थी और मुझे अपने अंदर और अंदर खींचती जा रही थी!!!…
करीब करीब 10 मिनट बाद मैंने अपनी रफ़्तार बढ़ाई और ज़ोर ज़ोर से सोनिया को चोदने लगा!!!
सोनिया भी अब पूरी तरह से अपनी चूत खोल कर मेरे लण्ड का मज़ा ले रही थी!!! !! अचानक सोनिया ने मुझे ज़ोर से अपनी ओर खींचते हुए मुझे मेरी छाती पर काट लिया और पूरी ताक़त से झड़ गई!!… …
उसके चूत से गरम गरम पानी बाहर निकलने लगा।
सोनिया के काटने से मेरे मुँह से चीख निकल गई, मुझे गुस्सा और मज़ा दोनों एक साथ आया और अब मेरी भी उत्तेजना चरम सीमा पर थी; मैंने अब उसके दोनों पैरों को उठाया जिससे सोनिया की चूत पूरी तरह ऊपर आ गई और देर ना करते हुए उसे चोदने लगा…
सोनिया इस चुदाई से फिर से अपने होश खोने लगी और – उम्म ऊंह ईश इस्स आहह अहह अहः आ अ उफ़ आ… की आवाज़ें निकालने लगी…
फिर करीब 4-5 मिनट में मैंने सोनिया की चूत को अपने कामरस से भर दिया… … …
दोस्तो, इतना आनंद मिला हम दोनों को कि अपने होश खो कर हम उसी पोज़िशन में लेटे रहे!!
करीब 5 मिनट बाद मैं उठ कर उसके बगल मे लेट गया। सोनिया आँखें बंद किए हुए मेरे बाजू पर सिर रख कर लेट गयी…
करीब 3 बजे मेरी नींद खुली तो मैंने सोचा मैं सपना देख रहा हूँ पर जब सोनिया को अपने बगल में पाया तो विश्वास हुआ की ये सच है!!!
मेरे लण्ड मे पहली बार चुदाई के कारण जलन हो रही थी!!!
मैं सोनिया से अलग हुआ और एक कपड़े से सोनिया की चूत जो खून और हम दोनों के कामरास से भीगी हुई थी; उसे साफ़ किया।
सोनिया भी नींद से उठी और मुस्कुरकर मुझे चूम लिया…
मैंने लाइट जलाई तो पाया सारी चादर हमारी पहली चुदाई की गवाह बन चुकी थी… !!!
हम दोनों ने एक दूसरे को साफ़ किया और मैं वो चादर अपनी पहली चुदाई की सौगात के रूप मे अपने साथ ले आया… !!
जैसा की आप जानते हैं, यह मरी पहली कहानी है।
आशा है आप सबके लण्ड से पानी निकलने लगा होगा और लड़कियो की चूत लण्ड लेने के लिए तड़फ़ रही होगी!!! !

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