खूबसूरत विला में छुट्टी शुरू

आपने पिछले पार्ट में पढ़ा कैसे रात मैं मेरे भाई ने मेरी गांद मारी और मेरी गांद में मीठा दर्द उभर गया. नेक्स्ट मॉर्निंग मैं रेडी हो कर बैठी थी. तब मुझे मेरी कज़िन सिस्टर ( मामा की लड़की) शालिनी का कॉल आया.

शालिनी: हेलो, क्या कर रही है?

शीला: कुछ नही, जस्ट अभी रेडी हुई हू. आज क्या हुआ इतनी सुबा-सुबा कॉल किया?

शालिनी: कुछ नही, बस ऐसे ही किया है ( थोड़ी देर इधर-उधर की बात करके). शीला यार मैं कुछ सोच रही हू. तुम और विजय बहुत टाइम बाद यहा आए हो, तो क्यूँ ना हम कही घूमने जाए ( मैं समझ गयी उसको विजय के साथ टाइम स्पेंड करना था)?

शीला: बात तो सही है, पर अभी इस टाइम कोई फ्री नही है. हमारे साथ कों घूमने आएगा? तेरी फॅमिली तो बिज़ी होगी. मों दाद का तबीयत इतनी सही नही रहती की उनको कही बाहर लेकर जेया सके.

शालिनी: अर्रे हम टीन जाएँगे ना ( मैं समझ गयी की वो विजय को फॅमिली से डोर हो कर फ्लर्ट और सिड्यूस करने का सोच रही थी).

शीला: अर्रे फिर तो तुम दोनो बिज़ी हो जाओगे. मैं तो अकेली पद जौंगी ना ( मैने ग़लती से शालिनी को डाइरेक्ट ये बात बोल दी).

शालिनी: क्या?

शीला: अर्रे मैं ये बोल रही थी की हम दोनो एक-दूसरे में बिज़ी हो जाएगे, तो विजय अकेला पद जाएगा. क्यूँ ना हम मोहित को भी साथ ले चले ( मैने बात को घुमा दिया और मोहित का भी नामे सजेस्ट कर दिया)?

शालिनी ( कुछ सोच कर): हा ये ठीक रहेगा. मैं मोहित से बात करके बताती हू.

शीला: ठीक है, मैं भी विजय से पूच लेती हू.

शालिनी का घर हमारे घर से कुछ 8 केयेम डोर है, तो हम सब ने शालिनी के घर मिलने का प्लान किया. जब हम शालिनी के घर गये, तो वो अकेली थी. जैसे मैने आपको बताया शालिनी का ड्रेसिंग हमेशा बोल्ड ही रहता है. उसने ब्लॅक कलर का शॉर्ट फ्रॉक पहना था, जो उसके घुटनो से बहुत उपर था. उसकी गांद का उभार और फिगर के कर्व पर्फेक्ट दिख रहे थे.

शालिनी की पर्सनॅलिटी को वो सब सूट करता है. मोहित वाहा ऑलरेडी था. मैने टाइट लेगैंग्स और त-शर्ट पहनी थी.

लेगैंग्स और त-शर्ट में मेरे पुर फिगर का शेप दिख रहा था. मोहित और विजय दोनो शॉर्ट्स आंड त-शर्ट में थे. हम जैसे ही वाहा गये, शालिनी ने मुझे कस्स कर गले लगाया, और विजय को भी ऐसे ही टाइट हग दिया.

मैने भी मौका देख कर मोहित को हग कर लिया. मोहित ने ये एक्सपेक्ट ही नही किया था. वो तो पूरा सर्प्राइज़ हो गया, और उसके फेस पर चमक आ गयी. वाहा जेया कर हमने तोड़ा मील एंजाय किया. फिर हमारी डिस्कशन स्टार्ट हुई. जब हम बातें कर रहे थे, तब मोहित मेरी और देख कर मुस्कुरा रहा था, और शालिनी की नज़र भी विजय पर थी.

वो उसकी आँखों में देख रही थी. कहा जाना था उसके बारे में सब अपना-अपना सुझाव दे रहे थे. पर कोई डेस्टिनेशन फाइनल नही हो रही थी की कहा जाना था.

फिर मैने कहा: क्यूँ ना हम कोई रिज़ॉर्ट या वीकेंड विला हो, वाहा जाए? वैसे भी कोविद का माहौल है, तो वो सेफ रहेगा.

सब को मेरा आइडिया सही लगा. फिर हमने सिटी से 150 केयेम डोर 3 डेज़ के लिए विला बुक किया. मोहित की वाइफ माइके थी, और उसका काम तो वर्क फ्रॉम होमे था, तो उसको ऑफीस जाना होता नही था. शालिनी का हज़्बेंड तो उसको किसी भी मॅटर में माना नही कर पाता था. उसके घर में सब डिसिशन शालिनी के होते थे. उसने अपने म्ड को बोल कर 4 डेज़ की लीव अप्रूव करवा ली. शालिनी बहुत खुश नज़र आ रही थी और मोहित की खुशी का तो कोई ठिकाना नही था.

नेक्स्ट मॉर्निंग मैं और विजय रेडी हो कर शालिनी और मोहित का घर पर वेट कर रहे थे. थोड़े टाइम बाद मोहित उसकी कार से हम सब को पिक उप करने आया. शालिनी आज कुछ ज़्यादा ही बोल्ड हो गयी थी. उसने वाइट शर्ट और शॉर्ट पहना था. शर्ट के उपर के 3 बटन खोल के रखे थे, तो उसकी रेड ब्रा में एक साइड का बूब क्लियर दिख रहा था.

मैने डेनिम शॉर्ट्स और वाइट स्लीव्ले त-शर्ट पहनी थी, और अंदर ब्लू ब्रा पहनी थी जो ट्रॅन्स्परेंट त-शर्ट में ब्रा कप दिख रहे थे. मोहित और विजय हम दोनो की सेक्सी लुक को बार-बार देख रहे थे. मैं मोहित के साथ को-ड्राइवर सीट पर बैठ गयी और शालिनी पीछे विजय के साथ बैठ गयी.

मोहित का कार ड्राइव करते हुए मेरी सेक्सी बॉडी देख रहा था. मैं भी उसको स्माइल से रिप्लाइ करती रही. पीछे शालिनी भी विजय को उसके सेक्सी कर्व दिखाते हुए सफ़र एंजाय कर रही थी. हमने 3 अवर का रास्ता ऐसे ही चिल मारते और कुछ फन्नी बातें करके गुज़ारा. जब हमने बुकिंग प्रोसेस कंप्लीट करवाया उनको यही लगा की हम कपल्स थे. और मोहित ने उसकी कन्फ्यूषन को सही भी नही किया.

मुझे तो उस टाइम बहुत हस्सी आ रही थी. मेरी इस हरकत से शालिनी भी मुस्कुरा रही थी, और विजय ने मुझे देख कर आँख मारी. हम जैसे ही विला में गये, मैं तो खुश हो गयी. क्यूंकी हमे प्राइवेट पूल मिला था, और विला का कॉंपाउंड वॉल काफ़ी हाइट पर था. तो हम कुछ भी करे कोई देख नही सकता था.

हुमको 2भक का विला मिला था. हमने लंच एंजाय किया. फिर मैं और शालिनी 1स्ट्रीट फ्लोर पे जो बेडरूम था, उसमे रेस्ट करने चले गये. ईव्निंग के कुछ 5 बजे थे, और हमारी आँख खुली. मैने देखा शालिनी बाल्कनी में बैठी थी, और नीचे देख कर अपने बदन को सहला रही थी. मैं भी उसके साथ जेया कर बैठ गयी.

मैने देखा विजय और मोहित पूल में नहा रहे थे, और स्पीकर पर म्यूज़िक बजा रहे थे. विजय की बॉडी का तो आपको पता है. उसकी सेक्सी मस्क्युलर बॉडी देख कर शालिनी पागल बन रही थी. लेकिन मैने देखा की मोहित भी बाकी के नॉर्मल मर्दों से काफ़ी फिट था.

शीला: क्या शालिनी, क्या सोच रही है. ये दोनो कब से पूल में है.

शालिनी: अर्रे कुछ नही सोच रही. ये दोनो अभी कुछ 10-15 मिनिट पहले से ही.

शीला: अर्रे कब से देख रही हू, तुम इतना डीप्ली क्या सोच रही हो? मुझे तो बता सकती हो.

मेरे बहुत फोर्स करने पर उसने बताया-

शालिनी: अर्रे यार, मैं सोच रही थी इतनी मस्त जगह है. हम यहा वाकेशन एंजाय करने आए है. सब कुछ सही है यहा, बस एक चीज़ की कमी है. सब कुछ है, बस यहा फन के लिए बाय्स मिल जाते तो मज़ा आ जाता.

शीला ( हेस्ट हुए): एक बात काहु? ये दोनो तो है. वैसे भी आज कल कज़िन्स में ये सब चलता है.

शालिनी: तुम कैसी बातें कर रही हो? ऐसा नही होता यार. देल्ही जेया कर बिगड़ गयी हो ( वो हासणे लगी).

शीला: वाइ शुड बाय्स हॅव ऑल थे फन? हम भी एंजाय करेंगे, उनको आचे से ललचाते है.

शालिनी: अरे योउ मद? क्या कुछ भी बोल रही हो.

फिर मैने शालिनी को एक प्लान बताया और वो हासणे लगी. अब आयेज क्या होता है, वो मैं आपको नेक्स्ट पार्ट में बतौँगी. आपको स्टोरी कैसी लगी प्लीज़ कॉमेंट करिए. और आपका फीडबॅक मूडछंगेरबोय@गमाल.कॉम पर मैल करे.

यह कहानी भी पड़े  पुलिस चौकी में मेरा एनकाउंटर


error: Content is protected !!