जवान लड़की की खेत मे चुदाई

हेलो दोस्तो, आज मैं आपके सामने मेरे गाँव की एक घटना लेकर आया हूँ, जो कि मेरे साथ मेरे गाँव मे हुई थी. आप सभी तो मुझे जानते ही है कि मैं अंबाला मे रहता हूँ, लेकिन मेरा असली घर यानी की मेरा गाँव भिवानी मे है. हम लोग कभी कभी वहाँ जाया करते थे.

फिर कुछ दिनो पहले मेरा वहाँ जाना हुआ तो मैं अंबाला से बस पकड़कर भिवानी के लिए निकल पड़ा ऑर मैने रास्ते मे अपने चाचा जो को फोन कर दिया था कि मैं गाँव आ रहा हूँ ऑर किसी को बस स्टेशन लेने भेज दीजिएगा. फिर मैं 5 घंटे के बस के सफ़र के बाद वहाँ पहुचा तो मेरे चाचा का लड़का मोहित वहाँ आया हुआ था.

अब मैं उसके साथ बाइक पर बैठकर घर पहुच गया अब मैं आपको बता दूं कि मेरे चाचा ही हमारे घर ऑर खेत को संभालते है. वैसे हमारा घर एक ही है बस कमरे अलग अलग है. जब मैं घर पहुचा तो चाची मुझे देखकर बहुत खुश हुई, क्योंकि मैं 3 साल के बाद घर आया था ऑर चाचा भी काफ़ी खुश नज़र आ रहे थे. मोहित उनका इक्लोता बेटा है जो मुझसे 4 साल छोटा है. अब मुझे वहाँ का महॉल काफ़ी अलग सा लग रहा था ऑर वहाँ काफ़ी चीज़े बदल गयी थी.

फिर उस दिन मैने आराम किया ओर अगले दिन से चाचा का उनके काम मे हाथ बटाने लगा, क्योंकि वहाँ टाइम पास के लिए टीवी तो थी, लेकिन केबल कनेक्षन नही था. तभी मोहित आया ओर कहने लगा कि भैया मैं दुकान जा रहा हूँ ऑर आपके लिए कुछ लाना है. मैने कहा रुक मैं भी चलता हूँ.

फिर मैं ओर मोहित दुकान की ओर चल पड़े. हमारे घर के पिछे से एक रास्ता जाता था वो रास्ता दुकान को जाता था. जब हम वहाँ से जा रहे थे, तभी हमें एक लड़की पिछे वाले घर से निकलती हुई नज़र आई तो हम ने उसे देखा ऑर उसने हमें देखा. फिर हम आगे बढ़ गये. फिर आगे चलकर मैने मोहित से पुछा की ये कौन थी? तो उसने बताया कि वो श्याम जी की भांजी रानी है. वो दिखने मे गोरी थी ओर उम्र करीब 19-20 साल होगी ओर फिगर उसका एक नॉर्मल गाँव की लड़की की तरह था. उसके बूब्स ना ज़्यादा बड़े ऑर ना ज़्यादा छोटे थे. उसकी गान्ड ठीक थी, लेकिन थोड़ी सी बड़ी थी ऑर उसका फिगर साइज़ 28-25-30 होगा.

फिर मोहित ने बताया कि ये कुछ दिनो पहले ही आई है ऑर उसकी उस लड़की से कई बार खेत में मुलाकात भी हुई थी. फिर हम दुकान पर पहुच गये ऑर फिर वहाँ से मोहित ने कुछ समान लिया ओर मैने कुछ सिगरेट ले ली. मोहित जानता था कि मैं सिगरेट पीता हूँ ऑर फिर हम घर वापस आ गये.

मैने सोचा कि घर पर सिगेट पीना ठीक नही है मैं खेत पर पियुंगा. फिर मैने शाम को मोहित से कहा कि चल हम खेत मे घूमकर आते है तो वो मेरी बात समझ गया ऑर हम खेत पर पहुच गये. वहाँ पर गन्ने की फसल लगी हुई थी. फिर हम ने एक अच्छी सी जगह देखी ओर वही बैठकर सिगरेट पीने लगे. अब मैने एक दो ही कश लिए थे कि वहाँ रानी आ गयी ओर कहने लगी कि अच्छा मोहित तू यहाँ ये करने आता है. फिर जैसे ही मैने ये सुना तो मैं चोंक गया ऑर मुझे खाँसी आने लगी. फिर मैने पलट कर देखा तो पिछे रानी खड़ी थी ओर मोहित कांप रहा था. फिर उसने कहा कि नही दीदी वो तो सिर्फ़ भैया पी रहे है मैं तो बस उनको यहाँ लेकर आया हूँ.

फिर उसने मेरी तरफ देखा मैने कहा कि देखो मैं अक्सर सिगरेट पीता हूँ ऑर उससे पुछा कि ये बात तुम किसी को बताओगी तो नही. उसने एक अजीब सी स्माइल दी ऑर कहा कि कौन सी बात? ऑर वो वहाँ से चली गयी. उसके जाने के बाद मोहित ने कहा कि भैया आज तो आपने मुझे मरवा ही दिया था, अब जल्दी से इसे ख़त्म करो ऑर हम घर चलें. फिर मैने जल्दी से सिगरेट ख़त्म की ऑर हम घर चले गये. अब मैं आपको बता दूं कि श्याम जी ऑर हमारे परिवार के बीच बहुत अच्छे संबंध है. फिर अगले दिन दोपहर के खाने के बाद हम आराम कर रहे थे ऑर गप्पे मार रहे थे कि तभी रानी आ गयी ऑर चाचा चाची से बाते करने लगी. अब मेरी तो हालत ही खराब होने लगी कि कही साली ये कुछ बोल ना दे.

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फिर उसने कहा कि मामा जी (उसके रिश्ते के हिसाब से) आप जानते है कि कल खेत मे क्या हुआ? हमारी तरफ देखते हुए ऑर उसके चेहरे पर एक शरारती मुस्कान थी. अब इतना सुनते ही हम दोनो के प्राण निकल गये कि आज तो गान्ड मे बंबू डल गया. फिर चाचा ने पुछा कि क्या हुआ? तो उसने कहा कि कुछ नही वो कल हमारे खेत मे एक आवारा सांड घुस आया था तो फिर वहाँ भैया आ गये तो उन्होने उसे भगा दिया. फिर हम दोनो की सांस मे सांस आई ऑर वो हमारी तरफ देखकर मुस्कुराने लगी.

अब मैं भी समझ गया कि लड़की मज़े ले रही है. फिर वो जाने लगी तो मैं दूसरे दरवाजे से बाहर आया ऑर उसका हाथ पकड़ लिया. वो कहने लगी कि मुझे जाने दो, हमें कोई देख लेगा. उसकी इस हरकत में विरोध कम ऑर समर्पण ज़्यादा था. फिर मैने उससे पुछा की कब मिलोगी? मुझे तुमसे कुछ बात करनी है तो उसने कहा कि शाम को 6 बजे खेत पर मिलना. मैने कहा ठीक है मैं इंतेज़ार करूँगा ऑर फिर मैने उसका हाथ छोड़ दिया ऑर वो अपने घर चली गयी. फिर मैं शाम को खेत पर उसका इंतेज़ार करने लगा ओर फिर वो आई ऑर कहने लगी कि आप बड़ी जल्दी आ गये.

मैं : क्या करता? रहा ही नही गया.

रानी : ऐसी क्या बात हो गयी? कि आपसे रहा ही नही गया.

मैं : अब क्या बताए क्या हाल है?

रानी : (हँसते हुए) चलिए रहने भी दीजिए, अच्छा आपको क्या बात करनी थी?

मैं : मुझे आपका शुक्रिया अदा करना था कि आपने हमारा राज, राज ही रहने दिया.

रानी : कोई बात नही वो तो ऐसे ही.

मैं : अच्छा आओ बैठो, ज़रा कुछ अपने बारे मे भी बताइए.

रानी : (अब वो मेरे बगल में बैठ गयी) बस सब ठीक है.

अब हमारी बाते शुरू हो गयी ऑर बातों बातों मे उसके कंधे से कंधे को रगड़ने लगा ऑर ये बात नोटीस कर रही थी, लेकिन वो कुछ नही कह रही थी ऑर बाते किए जा रही थी. फिर मैने अपना एक पेर उसके पेर से रगड़ना चालू किया. वो तब भी कुछ नही कह रही थी. फिर मैने मौका देखकर कहा कि तुम मुझे बहुत अच्छी लगती हो ऑर ये सुनकर वो शरमा गयी ऑर अपना मूह च्छुपाने लगी.

मैने उससे पुछा कि तुम्हे कैसा लगता हूँ? तो वो शर्म के मारे कुछ नही कह पा रही थी, लेकिन उसकी शर्म सब बता रही थी. फिर मैने उसका चेहरा उठाया ऑर उसके गाल पर एक किस कर दिया तो वो एकदम से उठी ऑर भाग गयी. फिर मैने कहा कि अरे सुनो तो कल कब मिलोगि? तो वो कहने लगी उसी वक़्त यही पर ही. फिर मैं खेत पर से आ गया ऑर खाना खाकर सोने लगा ओर रानी के बारे मे सोचने लगा. क्या करता वो थी ही इतनी मस्त? ऑर मैं उसको चोदने के बारे मे सोचने लगा. फिर मेरी कब आँख लग गयी? मुझे पता भी नही चला.

फिर अगले दिन मे सुबह से ही शाम होने का इंतेज़ार करने लगा ऑर वो शाम आ भी गयी. फिर मैं खेत पर पहुच गया तो मैं वहाँ क्या देखता हूँ? कि वो पहले से ही मेरा इंतेज़ार कर रही थी ऑर मुझे देखते ही उसके गाल लाल हो गये. फिर मैं उसकी बगल मे जाकर बैठ गया ऑर उससे बाते करने लगा. मैने उससे पुछा कि कल तुम भाग क्यो गयी थी? तो वो कहने लगी कि वो घर के लिए देर हो रही थी. मैने कहा कि तुमने तो मुझे डरा ही दिया था, मुझे लगा कि तुम्हे बुरा लगा होगा तो वो बोली किस बात का? जब उसका चेहरा आगे की तरफ था.

फिर मैने उसकी किस लेते हुए कहा इस बात का तो वो शरमा गयी ऑर कहा कि आप बड़े गंदे हो. फिर मैने उससे पुछा कि तुम्हे बुरा तो नही लगा, तो उसने अपना सिर नीचे झुकाए हुए ना मैं अपना सिर हिला दिया. अब मैं तो एकदम खुश हो गया ऑर फिर मैने उसका चेहरा अपनी तरफ किया तो उसकी आँखे बंद थी.

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मैने उसके गुलाबी होंठो पर अपने होठ लगा दिए. अब वो बिना हिले अपनी आँखे बंद किए बैठी रही ओर मैं उसको किस करता रहा. फिर थोड़ी देर के बाद वो भी मेरा साथ देने लगी ऑर हम किस करने लगे. अब उसकी साँसे मैं अपनी जीभ पर महसूस कर सकता था ओर अब धीरे धीरे वो साँसे गर्म होती जा रही थी. फिर मैं अपना एक हाथ उसके एक बूब्स पर रखकर हल्के हल्के से मसाज करने लगा ओर वो उम्म्म उम्म्म्म की आवाज़ के साथ मुझे किस कर रही थी. अब मेरी पेंट मे मेरा हथियार तैयार हो चुका था ऑर फिर मैने किस का सिलसिला तोड़ते हुए मैं उसकी कमीज़ उतारने लगा. वो बोली कि नही ये मत करो, तो मैने कहा कि एक बार देख लेने दो प्लीज़ ऑर कहते हुए उसकी कमीज़ उतार दी. अब मुझे सफेद रंग की ब्रा मे उसके 28 साइज़ के बूब्स दिखने लगे, फिर मैं उन्हे दबाने लगा ऑर वो मस्त होने लगी.

फिर मैने उसकी ब्रा थोड़ी सी नीचे करके. उसके निपल पर जैसे ही अपना मूह लगाया तो वो कांप सी गयी ऑर उम्म्म्म उम्म्म्म की आवाज़ करने लगी. फिर मैने उसके बूब्स को उसकी ब्रा से आज़ाद कर दिया ऑर वो खुली हवा मे आ गये ऑर मैं उनका रस्पान करने लगा ओर वो इस मस्ती मे, आहह आआआ की आवाज़े निकालने लगी. इसी बीच मे मैने एक हाथ से उसकी सलवार का नाडा खोल दिया ओर उसकी पेंटी मे हाथ डाल दिया. अब वो इस समय इतनी मस्त हो चुकी थी कि उसने कोई विरोध नही किया.

फिर मैने जब उसकी चूत को हाथ लगाया तो वो पूरी तरह से गीली हो चुकी थी. अब मैं उसे उपर से ही रगड़ रहा था. अब मैं भी काबू से बाहर हो रहा था ऑर फिर मैं खड़ा हुआ ऑर अपनी पेंट ऑर चड्डी नीचे कर दी ऑर अपना हथियार संभाल लिया ऑर उसे नीचे लेटा दिया. अब वो मेरा हथियार देखकर डर गयी ऑर कहने लगी कि ये तो बहुत बड़ा है ऑर मुझे बहुत दर्द होगा. मैने कहा कि ज़्यादा नही होगा.

फिर मैने उसके मूह पर एक हाथ रखा ऑर एक हाथ से अपना लंड उसकी चूत पर टिका कर एक धक्का मारा तो मेरा आधा लंड उसकी चूत मे चला गया ऑर वो पूरी तरह हिल गयी ऑर जैसे ही मेरा लंड उसकी चूत मे गया तो मैं समझ गया कि साली कुँवारी नही है. फिर मैने सोचा कि मैं उससे बाद मे पुछुन्गा. फिर मैने एक ऑर जोरदार झटका मारा तो अब मेरा पूरा लंड उसकी चूत मे था ऑर उसकी चीख निकल गयी. फिर मैने थोड़ा रुक रुक कर झटके मारना चालू कर दिया ऑर अब वो आहह आहह आहह की आवाज़ निकाल रही थी ऑर मैं भी उनको चोदने में मग्न था. अब वहाँ बॉडी के टकराने से पट पत की आवाज़ आ रही थी.

फिर कुछ देर के बाद उसका शरीर अकड़ने लगा ऑर वो एकदम से काँपती रह गयी ऑर मुझे उसके रस की धार मेरे लंड पर महसूस हुई ओर मैं समझ गया कि वो झड गयी है. अब उसके पानी ने चूत को ऑर फिसलन भरा कर दिया, जिससे मेरा लंड ऑर तेज़ी के साथ अंदर बाहर होने लगा. अब मैं भी अपने अंतिम चरण पर पहुचने लगा, लेकिन झड़ने से पहले मैने अपना लंड उसकी चूत से बाहर निकाला ऑर अपना सारा माल उसकी गान्ड पर छोड़ दिया ऑर अब मैं निढाल हो गया ऑर वो भी शांत हो गयी. फिर हम ने अपने कपड़े पहने ऑर फिर मैने उससे पुछा कि इससे पहले कब किया था? तो उसने कहा कि उसके गाँव मे उसने एक लड़के के साथ किया था. फिर पहले वो ऑर फिर उसके कुछ देर के बाद मैं खेतो से निकलकर अपने घर चला आया. अब मैं जितने दिन वहाँ रहा, उतने दिन मैने रोज उसकी चूत मारी.
तो भाई लोगो ये कहानी यही ख़तम होती है कैसी लगी ज़रूर बताना



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