हेलो फ्रेंड्स, स्वागत है आपका मेरी इस ट्ंकॉक की सेक्सी कहानी के अगले पार्ट में. जैसा की आपने पढ़ा होगा पिछले पार्ट में, की धीरे-धीरे सारे मेंबर्ज़ ने कपड़े उतार दिए थे, और कुछ एग्ज़ाइटिंग और मज़ेदार टास्क्स हुए थे. अब शुरू होता है असली खेल, यानी सेक्स का खेल.
माधवी: तो बबिता जी, अभी तो सारे लोग कपड़े उतार कर नंगे हो गये है. इसके आयेज ये ग़मे कैसे बढ़ेगा?
बबिता: वेल माधवी भाभी, वैसे तो ये ग़मे ख़तम हो चुका है. इस ग़मे का पर्पस यही होता है तोड़ा लोग ओपन उप होते है, मस्ती होती है, टास्क्स होते है.
रीता: यानी ये ग़मे ख़तम हो गया?
बबिता: वैसे मैं जब अपनी फ्रेंड्स के साथ खेलती थी, तो काई बार हम इसी पॉइंट पे आ कर रुक जाते थे, और बातें करते-करते हम अपने घर चले जाते थे. लेकिन काईं बार ये ग़मे आयेज बढ़ जाता है, और जो भी लोग चाहे वो आपस में सेक्स कर सकते है. या फिर जो जिसका मॅन चाहे.
सोनू: बबिता जी फिर ग़मे को आयेज बढ़ते है ना.
गोगी: ओये हा बिल्कुल. कितना मज़ा आ रहा है ना फ्रेंड्स?
अंजलि: वेल हम आपस में कुछ टास्क्स खुद बना कर एक-दूसरे को करने बोल सकते है. कैसा है आइडिया?
पिंकू: अर्रे वाह अंजलि आंटी, बहुत अछा आइडिया है.
बबिता: वेल सब लोग राज़ी है तो चलो, शुरू करते है.
टापू: एक मस्त आइडिया है मेरे पास. हम सब एक-एक पेपर पे कुछ अपनी मर्ज़ी के टास्क्स लिखते है. और फिर बारी-बारी से लोग उसे उठाएँगे, और जिसके पास जो टास्क आएगा, उसे वो करना पड़ेगा.
गोली: और जिसके पास जो भी टास्क आएगा, अगर उसे किसी दूसरे की हेल्प चाहिए हो, तो वो खुद सेलेक्ट कर सकता है.
रीता: वेरी गुड टापू सेना. सीख रहे हो तुम लोग.
तो इसी तरह हर किसी ने पेपर पे अपनी मर्ज़ी से टास्क लिखे, और फिर सब ने एक-एक पेपर उठाया. तो पहले की तरह लाइन वाइज़ शुरू करते है हमारी बॉम्ब मॉडेल बबिता जी से.
बबिता (पढ़ते हुए): वैसे इस टास्क में मुझे किसी की हेल्प चाहिए. कों आना चाहेगा?
पिंकू: बबिता जी, लड़का या लड़की?
बबिता (सोचते हुए): कोई भी चलेगा.
टापू: मैं आता हू.
अंजलि: टापू सेना के लीडर काफ़ी निडर है हा. वेरी गुड स्पिरिट टापू बेटा.
बबिता: तो टापू, टास्क ये है, की तुम्हे 2 मिनिट तक मुझे फिंगरिंग करनी है, और उसके बाद 2 मिनिट मैं तुम्हे फिंगर करूँगी.
सोनू: लेकिन बबिता आंटी, आप टापू को कैसे फिंगर करोगी?
बबिता: क्यूँ, नही कर सकती सोनू बेटा?
सब सोचते हुए की बबिता टापू की गांद में उंगली करेगी, और सभी एग्ज़ाइटेड हो जाते है देखने के लिए. तो पहले बबिता टेबल के उपर डॉगी स्टाइल में हो गयी. किसी को सामने बबिता के बूब्स लटकते हुए दिख रहे थे, तो किसी को बबिता की गोरी-गोरी मोटी गांद. खैर टापू ने पहले बबिता की गांद को मस्त हाथ लगा के फील लिया, और उसकी गांद को खोलते हुए वो बबिता की गांद के उपर किस करने लगा. फिर उसने बबिता की गांद पे थूक लगाया, और अपनी उंगली डालने लगा.
बबिता गांद उपर करने लगी, और आयेज से अपनी बॉडी का उपर का हिस्सा नीचे करके पूरी तरह झुक गयी. ताकि उंगली ठीक से घुसे, और उसकी गांद टापू ठीक से देख सके. फिर टापू अपनी उंगली अंदर डाल के बबिता की गांद पे किस करता, और उंगली करता.
टापू: बबिता आंटी, आपकी तो लेफ्ट आस के पास मस्त बर्तमार्क है.
बबिता: हो सकता है टापू. अब वो मुझे कैसे पता होगा?
पास में बैठे अंजलि और पिंकू देखने की कोशिश करते है, और स्माइल करते है. इतने में अब बारी होती है बबिता की तो वो उठ जाती है, और टापू को डॉगी पोज़िशन में आने बोलती है. अब टापू के पास कोई और ऑप्षन तो था नही. उसे अपनी गांद में उंगली करनी ही पड़ेगी.
माधवी: सोनू तेरे बाबा होते ना, टापू को ऐसे देख कर उनको बड़ा सुकून मिलता. टापू बेटा इतनी शरारत करता है, मस्ती करता है, खुराफाती आइडियास आते है इसको. अब उसे खुराफाती टास्क ही करना पद रहा है, नही?
अंजलि: बिल्कुल सही माधवी भाभी.
फिर बबिता ने काफ़ी सारा थूक टापू की गांद पे लगाया, और अपनी बड़ी उंगली को गांद पे रब करते हुए वो उंगली अंदर-बाहर करने लगी. वो जानती थी की टापू को दर्द हो रहा होगा, इसलिए उसने एक हाथ टापू के लंड पे रखा, और उसे धीरे-धीरे सहलाने लगी, ताकि उसका ध्यान दर्द से हट सके.
खैर इस टास्क के बाद दोनो अपनी अपनी जगह बैठे, और टापू ने चुपके से बबिता की गांद में उंगली की हुई फिंगर स्मेल की. ये बबिता ने देख लिया
बबिता: क्यूँ टापू बेटा? अछा लगा?
टापू: वो बबिता आंटी, मैं तो बस ऐसे ही.
अंजलि: अछा तो लगेगा ही ना बबिता जी. जैसे जेता जी आपकी गांद के दीवाने है, वैसे ही उनका बेटा भी.
(सब हासणे लगते है)
टापू (पेपर उठता है): तो मेरी हेल्प करने कों आएगा?
सोनू: मैं आती हू टापू.
टापू: लेकिन मुझे इस टास्क के लिए एक और फीमेल चाहिए. सोनू तू ही सेलेक्ट कर तू किसके साथ टास्क करना चाहेगी?
सोनू: आई तू ये ना.
माधवी: क्यूँ नगी सोनू. बता-बता टापू बेटा क्या टास्क है?
टापू: तो माधवी आंटी, मेरा टास्क है डबल ब्लोवजोब. यानी आपको और सोनू को साथ मिल कर मुझे ब्लोवजोब देना है.
रीता: ये तो इत्तेफ़ाक़ की बात हो गयी ना की माधवी भाभी, आप अपनी बेटी के साथ मिल कर अपने होने वाले दामाद को ब्लोवजोब डोगी
माधवी: ऐसा कुछ नही है रीता, हा.
टापू टेबल के उपर अपनी पीठ के बाल लेट जाता है, और सोनू और माधवी साथ-साथ उसकी टाँगो के बीच आ जाते है. फिर टापू का लंड पकड़ कर हिलने लगते है. माधवी ने टापू का लंड पकड़ा हुआ था, और वो हॅंजब दे रही थी. उसी वक़्त सोनू उसका लंड मूह में लेके चूस रही थी.
फिर सोनू ने लंड बाहर निकाला, और खुद टापू का लंड पकड़ के उसने माधवी की तरफ देख के इशारा किया की वो चूज़. माधवी भी फिर उसका लंड चूसने लगी, और धीरे-धीरे सोनू और माधवी दोनो एक साथ टापू के लंड को दोनो साइड से चाटने लगे. फिर उसके बाद सब अपनी-अपनी जगह आ कर बैठ गये.
सोनू: आई अभी तुम्हे बाबा का लंड मेरे साथ शेर करना पड़ेगा हा. मैने अपने बाय्फ्रेंड का लंड तुम्हारे साथ शेर किया ना.
माधवी: ठीक है सोनू, सोचेंगे इसके बारे में.
अंजलि (पेपर उठाते हुए): मुझे मेरे टास्क के लिए 2 लड़के चाहिए. कोई खुद से आना चाहेगा?
गोगी और पिंकू खुद राज़ी हो जाते है.
अंजलि: ये हुई ना बात, तो लड़कों टास्क ये है, की तुम दोनो को मिल कर मुझे किस करना है, और बदले में मैं तुम दोनो को स्मूच करूँगी. अछा है ना?
गोगी: वाउ अंजलि आंटी, मज़ा आएगा.
फिर तीनो उठे, और अंजलि बीच में खड़ी हो गयी. पिंकू अंजलि के आयेज आके हग करने लगा, और गोगी पीछे से. दोनो के लंड अंजलि के टाँगों के बीच रब हो रहे थे. फिर पिंकू अंजलि के गले पे किस करते हुए नीचे उसकी क्लीवेज पे, और निपल्स को चाट-ते हुए नीचे गया. पिंकू ने अंजलि की नाभि में कुछ सेकेंड जीभ घुमाई, और अंजलि की प्यारी-प्यारी छूट को किस करने लगा.
ठीक उसी वक़्त गोगी की अंजलि के गले को पीछे से किस करते हुए उसकी कोमल-कोमल बॅक को चाट-ते हुए नीचे आया. वो अंजलि की मस्त प्यारी-प्यारी गांद पे किस करने लगा. गोगी फिर कुछ सेकेंड बाद नीचे जाते हुए उसने अंजलि की थाइस, और उसकी टाँगों को भी किस किया. इसके बाद अंजलि ने दोनो को अपने सामने खड़ा करते हुए दोनो का लंड एक-एक हाथ में पकड़ा.
फिर अंजलि सबसे पहले हमारे सरदार पुत्तर को होंठो पे होंठ रख के किस करने लगी, और उसके बाद पिंकू के साथ स्मूच करने लगी. पिंकू तोड़ा आचे से स्मूच कर पा रहा था गोगी के कंपॅरिज़न में. खैर इसके बाद सब अपनी-अपनी जगह बैठ गये.
इसके आयेज क्या हुआ, वो अगले पर्र्ट में पता चलेगा. सेक्स कहानी कैसी लगी, कॉमेंट करके ज़रूर बताना.