मेरी कामुक बीवी नंगी होकर चुदाई करवाने आई

हाय दोस्तो, मैं आपका दोस्त कुमार सोलापुर से हूँ. आपने मेरी पिछली सेक्स कहानियाँ
बीवी की चुत की दिलखुश चुदाई
जन्मदिन मनाया बीवी की चुत चोदकर
पढ़ी होंगी.

अब मैं एक नई कहानी लेकर हाजिर हूँ. इसमें मैंने लिखा है कि कैसे हम पति पत्नी चुदाई का आनन्द लेते हैं. हम दोनों दिन में भी कैसे चुदाई करते हैं, ये मैं आज आपको बताऊंगा. साथ ही आपको बता दूँ कि मेरी प्यारी बीवी को मुझसे चुदवाना बहुत ही ज्यादा पसंद है. मैं भी अपनी बीवी को इस तरह चोदता हूँ कि वो खुश हो जाए.

बीवी को चोदते समय मैं ऐसा कुछ करता हूँ कि वो मुझसे चुदने के लिए हमेशा तैयार रहती है. मैं जब बीवी को चोदता हूँ तो कुछ न कुछ नया प्रयोग करता हूँ और मेरी बीवी पर उस प्रयोग का क्या असर होता है.. ये वो मुझे बड़ी लिपट लिपट कर बताती है.

हम रात को तो नंगे होकर ही सोते हैं और बिना चुदाई किए तो सोते ही नहीं हैं. मेरी बहुत दिनों से इच्छा थी कि बीवी को दिन में पूरी नंगी करके चुदाई करूँ लेकिन कुछ जम नहीं रहा था. घर में ही दुकान होने से हमेशा कोई ना कोई आता रहता था.

एक दिन मौका मिल गया.. लेकिन उस दिन चुदाई की पहल बीवी ने की थी.

बेटी सुबह नौ बजे कॉलेज चली जाती और शाम छह बजे वापस आती है. दिन भर घर में हम दोनों ही रहते हैं. दोपहर का खाना खाने के बाद मैं बिस्तर पर लेटा हुआ था. नींद से आंखें बंद हो रही थीं. मेरी बीवी किचन का काम निपटा कर मेरे पास आ गई. उसने मेरा दायाँ हाथ अपने हाथ में लेकर खुद की चुत के ऊपर रख दिया. जैसे ही मेरा हाथ उसकी चुत से छुआ, तो मैंने आंखें खोलकर देखा. सामने मेरी बीवी अपने सब कपड़े उतार कर पूरी नंगी खड़ी थी. उसने अपना दायां पैर उठाकर बिस्तर पर रखा हुआ था और मेरी तरफ देखकर बड़े ही अश्लील भाव से मुस्कुरा रही थी. उसके बड़े बड़े मम्मे लटक रहे थे. बीवी की चुत के ऊपर मेरा हाथ था, तो मैंने उसकी चुत को मुठ्ठी में भरकर हल्के से दबा दिया.

मेरी नंगी बीवी के मुँह से ‘आ..ह..’ निकली. मेरी बीवी की चूत मोटी और फूली हुई है, इसलिए मुठ्ठी में सहज ही आ जाती है. उसने अपना दांए हाथ से मेरे लंड को मुठ्ठी में भरा और जोर से दबाने लगी. बीवी का गोरा बदन, उसके बड़े बड़े मम्मे बनपाव जैसी फूली हुई चुत देखकर मेरा तो लंड सात इंच का रॉड बन गया.

मेरी पैंट और चड्डी को मेरी सेक्सी बीवी एक साथ घुटने तक खींचा और लंड को हाथ में लेकर हल्के हल्के से मसलने लगी. पांच मिनट तक लंड मसलने के बाद मुँह में लेकर लंड चूसने लगी. वो कभी मेरा पूरा लंड मुँह में अन्दर तक लेकर बाहर करती, कभी अंडों पर जीभ फिराती, फिर अंडों को मुँह में लेकर चूसने लगती.

अब मुझसे रहा नहीं जा रहा था. मैंने उठकर अपने सब कपड़े निकाले और नंगा हो गया. पैर नीचे लटका कर मैं बिस्तर पर बैठ गया.

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अब नंगी बीवी मेरे दोनों पैर के बीच में थी, मैं अपने दोनों हाथ बीवी के दोनों चूतड़ों पर रखकर मेरे प्यारी बीवी से लिपट गया. मेरी बीवी ने अपने एक हाथ से अपने एक मम्मे को उठाकर उसका निप्पल मेरे मुँह में घुसा दिया. मैं दोनों हाथ से उसके दोनों चूतड़ दबाते हुए उसका दूध चूसने लगा. उसको मेरा निप्पल चूसकर दूध पीना बहुत पसंद है. कभी कभी ऐसे ही बैठे बैठे मेरी बीवी मुझे दूध पिलाती रहती है. मैं बीवी के दोनों निप्पल दस मिनट तक बारी बारी चूसता रहा. अपना बायां हाथ गांड पर से हटा कर उसकी फूली चुत को सहलाने लगा. उसकी चुत सहलाते हुए मैंने एक उंगली को उसकी गरम चुत में डाला तो चुत पूरी गीली हो गई थी.

बीवी अब तक मेरे लंड को मसल रही थी और अब लंड को खींचने लगी. मैं समझ गया कि चुत में लंड डालकर चोदने का वक्त आ गया है.

मैंने बीवी को बिस्तर पर ऐसे लिटा दिया कि उसकी गांड बिस्तर के किनारे रहे. मेरे प्यारी बीवी ने अपने पैर के अंगूठे को पकड़ कर अपनी ओर पैर खींच लिए, जिससे उसके पैर फैल गए और मेरी प्यारी बीवी की चूत मेरे सामने आ गई.

दोस्तो, मैं अपनी बीवी को हर रोज दिन में और रात में भी चोदता हूँ, फिर भी मेरा दिल नहीं भरता. उसकी चुत, उसके मोटे मोटे चूतड़, बड़े बड़े मम्मे देखकर मेरा लंड मस्ती करने के लिए सात इंच का आकार ले ही लेता है. उधर मेरी बीवी को मेरा लंड इतना पसंद है कि वो कभी भी मेरे लंड को अपनी चुत में घुसा लेने के लिए अपनी चुत खोलकर तैयार रहती है.

मेरा लंड तो चुत में घुसने के लिए तैयार ही था. मैंने अपना सात इंच का लंड हाथ में पकड़ कर बीवी की चुत के छेद पे रख दिया और लंड को दबाते हुए पूरा लंड चुत में पेल दिया.

चुत इतनी गीली हो गई थी कि मेरा पूरा लंड आसानी से चुत में समा गया. फिर मैं अपना लंड अन्दर बाहर करते हुए बीवी की चुत चोदने लगा. मेरी बीवी भी गांड उठा उठाकर चुदवाने लगी. मैं अपना लंड चुत में आहिस्ता आहिस्ता एक लय में अन्दर बाहर करते हुए प्यारी बीवी की चुत चोद रहा था. मेरे बीवी अब मुँह से अलग अलग आवाज निकाल रही थी.

वो कह रही थी- आह.. चोदो.. और चोदो अपना लंड मेरे चुत से पूरा बाहर निकाल कर फिर से चुत में घुसा दो.. मेरे मम्मों को भी मसल दो.

थोड़ी देर चूत चुदवाने के बाद उसने अपने दोनों पैर बिस्तर से नीचे छोड़ दिए. अब मेरा बांया पैर बीवी के दोनों पैर के बीच में था और दांया पैर उठाकर बिस्तर पर बीवी की कमर के बाजू में रखकर बीवी की चुत चोदने लगा. इसी के साथ मैं अपने दोनों हाथों से बीवी के मम्मे मसल रहा था. मेरी प्यारी बीवी तो मानो हवा में तैर रही थी.

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थोड़ी देर इस तरह से बीवी की चूत चोदने के बाद मैंने अपने पैर बदल दिए. अब मेरा दांया पैर बीवी के दोनों पैर के बीच में था और बाया पैर बीवी की दांई ओर कमर के बाजू रखकर बीवी की चुत चोदने लगा.

मेरे प्यारी बीवी की चुत से ‘पच फच पचाक खचाक..’ की आवाज हम दोनों को सुनाई दे रही थी.

एक घंटे तक हमारी घमासान चुदाई चलती रही. फिर बीवी ने कहा कि अब मैं कुतिया बन जाती हूँ, तुम अपना मोटा लंड पीछे से मेरी चुत में डालकर चोदो.

मेरी कामुक बीवी कुतिया बन गई और मैं बीवी के पीछे आकर उसके दोनों पैरों के बीच घुटनों पर खड़ा हो गया.

फिर मैंने अपना लंड हाथ में पकड़ कर बीवी की चुत के छेद पर सैट करके हल्का सा धक्का मारा. मेरा आधा लंड बीवी की चुत में सट से घुस गया. मैंने अपने दोनों हाथ बीवी की गांड पे रखकर गांड को पकड़ कर रखा और थोड़ा जोर से धक्का मारा. तो मेरा लंड पूरा का पूरा चुत में जड़ तक घुस गया. मैं अपनी बीवी के चूतड़ पकड़ कर अपना लंड बीवी की चुत में अन्दर बाहर करके चोदने लगा.

फिर मैं अपना दांया पैर बीवी की कमर के बाजू में बिस्तर पर रखकर बीवी की चुत चोदने लगा.

इस चुदाई के दौरान बीवी की चुत ने तीन बार पानी छोड़ दिया था. लगभग डेढ़ घंटे तक हमारी चुदाई चलती रही. चुदाई करके दोनों बहुत थक गए थे.
मेरी गर्म बीवी ने कहा- मैं थक गई हूँ.. थोड़ा आराम कर लें?

मैं भी थक गया था तो मैंने बीवी का कहना मान लिया. मेरी बीवी ने मुझे बिस्तर पर सीधे लेटने के लिए कहा तो मैं सीधे लेट गया. मेरी बीवी मेरी कमर के दोनों बाजू में अपने दोनों पैर रख कर खड़ी हो गई. फिर वो लंड पर बैठने को हो गई. बीवी ने अपनी मुठ्ठी में मेरा लंड पकड़ कर चुत के छेद पर सैट किया और लंड पर बैठ गई. मेरा लंड उसने अपनी चुत में जड़ तक डलवा लिया और अपने दोनों पैर घुटनों से पीछे की तरफ मोड़ कर मेरे सीने पर लेट गई.

मैं अपने हाथ बीवी गांड पर फिराने लगा. फिर मैंने अपने दोनों हाथ बीवी के पीठ पर लाकर बीवी को अपनी बांहों में जकड़ कर सो गया. अब भी मेरा सात इंच का लंड बीवी की चुत में वैसे ही खड़ा हुआ था. कुछ देर तक यूं ही लंड चुत का प्यार चलता रहा और फिर दोनों ने रोना शुरू कर दिया. चुदाई का खेल अपनी समाप्ति पर आ गया था. मैंने उसको चूमते हुए यूं ही लंड लगाए सो गया.

ये थी हम मियाँ बीवी की गर्मागर्म चुदाई की कहानी. मुझसे लिखने में कुछ गलती हो गई हो तो माफ कर देना.

दोस्तो, मैं अपनी अगली कहानी में बताऊंगा कि मेरी बीवी की चूत मुट्ठी में पकड़ कर किस पोज में बीवी की चुदाई की थी.



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