बीवी के बाहर जाने पर कामवाली की बूर मारी

ही मीयर्रा नाम लकी है, मैं पुणे से हू, तो चलो अब सीधा स्टोरी पे आते है.

ये बात अभी लॉक्कडोवन् की है, जब मेरी वाइफ पाने माइके गयी हुई थी, अपनी मा से मिलने. उसने जाने से पहले मेरे लिए खाना बनाने के लिए मैड लगाई थी, ताकि मुझे कोई प्राब्लम ना हो.

मैड काम पे आ गयी. मई उसको देख कर हैरान रह गया. वो कही से भी मैड नही लग रही थी. उसने अकचे कपड़े पहें रखे थे मेकप और बाल खुले छोढ़ रखे थे. मेरे दिल मे अजीब सी हलचल हो गयी उसको देख कर.

मुझे आपनी वाइफ के साथ सेक्स किए हुए काफ़ी टाइम हो गया है था इस लॉक्कडोवन् की वजा से परेशानी कुछ काम नही कुछ नही, लेकिन उस दिन मैड को देख कर मेरे दिल मे कुछ हुआ. और उसने मुझसे पूछा की खाने मे क्या क्या बनाना है, तो मैने उसे बता दिया.

3-वीक्स ऐसे ही निकल गये. मई बस उसको देखता रहता और मज़े लेता रहता. मई उसके बारे मे बता डू, वो हमेहसा लो चेस्ट का सूट ही पहना करती थी और उस पर दुपट्टा नही लेती थी.

जब वो काम कर रही होती है, उसके बूब्स का साइज़ शाएेद 36″ होगा और उनको देख कर मज़ा आ जाता है. वो बिल्कुल स्लिम है बॉडी से पर उसके हिप्स का शेप सेक्सी और गोल सा है. उसके शेप को देख कर मॅन मे आग लग जाती है.

एक दिन मुझे मैड ने बोला के वो काम पे नही आईएगी, मैं भी बस सुबा उठ के नहा धो के बस अपनी हाफ पंत मे बैठा हुआ ही था. फिर एक दूं से डोर बेल बाजी तो मैने दरवाज़ा खोला. मुझे लगा, की सोसाइटी का कचरे वाला होगा कचरा लिजने के लिए आइया होगा.

ये सोच कर मैने दरवाज़ा खोल दिया और जब सामने देखा, तो मेरा दिल ज़ोरो से धड़कने लगा. क्यूकी सामने मैड थी और मई बस हाफ पंत मे था. उसने मुझे देखा और बोला-

मैड:- सिरजी क्या हुआ?

क्यूकी मई उसको कुछ सेकेंड्स देखता रहा. फिर मैने कहा.

मई:- कुछ भी तो नही हुआ.

वो अंदर आई और उसने बोला: क्या बनौ?

फिर मैने उसको पूछा: तुमने तो आज आने नही वाली थी ना?

तो वो बोली: आज मुझे जो काम था वो नही हुआ. तो मई आ गयी.

वो जब बात कर रही थी तो बार बार मुझे देख रही थी. क्यूकी मेरे हाफ पंत मे टेंट बन रहा था जो साफ साफ दिख रहा था.

उस दिन जब वो खाना बना रही थी, तो मैने उससे इधर उधर की बाते पूछना शुरू कर दी.

जैसे उसके बच्चे कितने बड़े है, पति क्या करता है उसका एट्सेटरा. मैने उसको छाई के लिए पूछा तो पहले माना किया बाद मे मान गयी फिर मैने अपने हाथ की छाई उसको बना के पिलाई और वो बार बार मुझे देख कर शर्मा रही थी, क्यूकी मई हाफ पंत मे था.

वो कभी मुझे देखती और कभी शर्मा के इधर उदार देखती. मई अब जानबूझ कर सिर्फ़ हाफ पंत मे रहता जब भी वो आती और वो अब डेली मुझे देखती थी. वो मेरे यहा बस आफ्टरनून मे खाना बनाने आती थी. एक दिन मैने उसको रिक्वेस्ट की मैं बोला. .

मई: कभी कभी मेरा मान अगर गरम खाना खाने का हो, तो क्या तुम ईव्निंग मे आ सकती हो?

तो वो बोली: हा सिरजी आ जवँगी.

मई समझ गया था की काम हो जाएगा.

5 दिन बाद मैने उसको फोन कर दिया और बोल दिया की आज ईव्निंग मे आ जाना. मई उसका वेट कर रही थी. वो आई और फिर हुँने बाते स्टार्ट करदी. मैने उसको बोला

मई: अगर किसी दिन यहा पर मेरे साथ कोई लड़की दिखे तो सीमा को मत बताना.

वो हेस्ट हुए बोली: सिरजी मई क्यू बतौँगी. पर यहा कोई लड़की क्यू आएगी?

मैने बिना किसी शरम के बोल दिया: मस्ती करने मेरे साथ. क्या करे, कोई और मिल ही नही रहा है तो सोचा फ्रेंड को बुला लू.

वो बोली: क्यू सिरजी? भाभी से मॅन भर गया है क्या?

मई बोला: नही पर सीमा के पास टाइम नही होता है, तुम्हे पता ही होगा ना बहुत टाइम हो गया है वो अपने घर गयी है, इसलिए अब मॅन करता है.

वो बोली: ठीक है सिरजी मई नही बतौँगी पर मुझे क्या मिलेगा?

मैने कुछ नही बोला और चुप रहा. उसने थोड़ी देर बाद फिरसे पूछा.

मई: इस लॉक्कडोवन् मे मेरे पास प्यार है, जितना बोलॉगी उतना दे दूँगा.

ये सब मेरी प्लॅनिंग थी. पर मुझे नही पता था की तीर जाकर निशाने पर लग जाएगा.

मैड हस्सी और बोली: सिरजी रहने दीजिए, आप तो अपनी फ्रेंड के साथ खुश है ना. अगर ऐसा होता तो मुझे पहले पूच लिया होता.

मई : तुमने भी तो मुझे कोई हिंट नही दिया पहले.

मैड : सिरजी इतने दिन से आपका वो टेंट आपके शॉर्ट पंत मे देख रही हू और क्या चाहिए?

मैने बस ये सुना और उसको पीछे से पकड़ लिया और उसकी गर्दन पर किस करने लगा. वो बोली

मैड: सिरजी मुझे अभी जाना है, कल मई सब जघा काम को छुट्टी के लिए बोल दूँगी. आप भी घर पे ही रहना.

मई बेसब्री से अगले दिन का वेट करने लगा और बट्रूम जा के एक बार मूठ मार ली. फिर उस दिन वो आई और मैने उसके आते ही उसको किस करना स्टार्ट कर दिया.

आज वो बहुत सुंदर लग रही थी. मैने उसके होंठो को किस किया. वो मेरा साथ दे रही थी.

मई: तुम कब से प्यासी हो?

वो बोली: सिरजी आज 6/7 मंत्स होने वाले है.

फिर मई उसकी गर्दन पर किस करने लगा. वो मुझसे लिपट गयी और वो मेरी गर्दन पर किस कर रही थी.

मैड: सिरजी आज तुम मुझे वो कुशी दो जो मुझे नही मिली. मई आज 5 घंटे तुम्हारी हू.

मई : आज बस हम तुम है और कोई नही.

मैने धीरे धीरे उसके बदन से उसके सूट को अलग किया और उसकी पीठ पर किस करता गया. वो मचल रही थी और मेरी बाहो मे आने को बेताब थी.

लेकिन मई उसको तडपा रहा था और फिर धीरे से उसके बूब्स को अपने हाथ मे लेकर, उसके निपल्स पर अपनी उंगली घूमता गया, ब्रा के उपर से ही.

वो मुझे मेरे बालो से पकड़ रही थी और अपने नाख़ून को कभी मेरे बदन पर और कभी मेरे पैरो पर मार रही थी. मैने उसकी ब्रा को खोल कर उसके बूब्स को आज़ाद कर दिया और उसको धीरे धीरे से मसलना शुरू किया.

मैने उसके बूब्स को अपनी जीभ से चाटना शुरू किया और उसके बूब्स का रस्स चोस्स रहा था. वो मचलती रही.

मैड: सिरजी मुझे आज खा जाओ और मेरे बूब्स को पी जाओ. मेरे बदन की आग को बुझा दो.

मई अपने हाथ उसकी सलवार के उपर से, उसकी छूट के पास ले गया और मसालने लगा और बूब्स को चाट रहा था. मैने फिर उसकी सलवार खोल कर उसकी पनटी को उतार दिया. वो आज अपनी छूट को पूरा सॉफ शेव करके आई थी और मुझसे पूच रही थी-

मैड : सिरजी तुमको बाल पसंद है या क्लीन?

मैने कहा: क्लीन.

और उसकी छूट को चाटना शुरू कर दिया. मैने करीब 15/20 मिनिट उसकी छूट को छाता और उसने पानी छोढ़ दिया. वो पानी छोड़ने से पहले मुझे बता भी नही पाई और कुछ पानी मैने पिया और कुछ मेरे मूह पर और कुछ बालो मे आ गया.

मई सच बतौ दोस्तो, मैने ऐसा अनुभव तो सीमा के साथ भी नही किया था. मई उसको प्यार करता रहा फिर.

मैड : सिरजी मुझे भी प्यार करना है, इसलिए तुम लाते जाओ.

मई बस उसकी आँखों मे देखता रहा और लाते गया. उसने सबसे पहले मेरी चेस्ट पर से मेरे निप्पलो को चूसना स्टार्ट किया. मई क्या बतौ दोस्तो, क्या फीलिंग थी. मेरे मूह से आहह. . उउउफफफ्फ़… आहह. . जैसे वर्ड्स निकल रहे थे.

मैड: सिरजी क्या बात है, आज तक किसी ने नही किया क्या ऐसा?

मई : नही आज पहली बार इतना मज़ा आ रहा है. बस अब मज़े लो और मेरे निप्पलो को चूस्टी रही.

और मई बस आआहह. . आअहह. . उउफफफफ्फ़. . कर रहा था और फिर उसने मेरे नीचे से अंडरवेर निकाला और मेरे लंड को चूसना शुरू किया, जैसे ईमली चूस रही हो. मेरे लंड का साइज़ 3″ मोटा और 7″ लंबा है.

वो बोली: आज तो मज़ा आएगा.

और वो लंड चूस्टी रही. करीब 20 मिनिट बाद, मई झाड़ गया और उसने मेरे लंड का सफेद पानी अपने मूह से चाट लिया. हम कुछ देर ऐसे ही प्यार करते रहे और कुछ देर बाद, जब लंड ने फिर हरकत की, तो मैने उसको लेटने को बोला और फिर उसकी छूट को चाटना स्टार्ट किया.

फिर मैने अपने लंड को सेट किया और उसकी छूट मे एंटर किया, तो उसकी छूट बहुत टाइट थी. क्यूकी बहुत महीनो से सेक्स नही किया था उसने. मैने फिर धीरे धीरे उसकी छूट मे एंटर किया और एक दूं से ज़ोर का झटका मारा. वो चिल्लाई आआहह….. आआहहह…. . मॅर गयी माआअ… मादरचोड़ आराम से कर.

मुझे गाली सुन कर और जोश आ गया और मैने ज़ोर ज़ोर से उसकी छूट मारी. करीब 30-40 मिनिट छूट मारने के बाद मैने उसको कुटिया बनाया और उसकी गांद मारने के लिए सेट किया.

मैड: सिरजी मैने आज तक गांद नही मरवाई है.

फिर मैने तेल लिया और लगाया. फिर 3 झटको मे उसकी गांद मे मेरा लंड एंटर कर गया. वो कुछ देर तो चिल्लाटी रही, रोटी रही, लेकिन उसके बाद बोली-

मैड: सिरजी फक मे आहह.. और तेज़ करो, सिरजी फक मे आहह… सिरजी मेरी गांद रोज़ मारना जब तक बीवी ना आ जाए. और मार मेरी गांद और भोंसड़ा बना दे.

कुछ देर बाद मैने अपना लंड का पानी उसकी गांद मे छोढ़ दिया. उसके बाद हम एक दूसरे की बाहो मे पड़े रहे. कुछ देर बार ह्यूम एक ओए रौंद लिया सेक्स का. उमीद करता हू आपको मेरी ये सच्ची स्टोरी पसंद आई होगी.

मुझे बताना ज़रूर की आपको स्टोरी कैसी लगी.

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