मैं अलेशसिया की चुदाई करने के बाद रात को हमारे रूम में सो गया. मम्मी भी सुबह के 4 बजे दवीड से छुड़वा कर रूम में आ रही थी. डोर के आवाज़ से मेरी नींद खुल गयी, और मैं बेड पर बैठ गया. जैसे ही मम्मी की नज़र मेरे उपर गयी, मम्मी शॉक्ड हो गयी.
मम्मी की हालत देख कर मेरे भी होश उडद गये थे. जैसी की पिछले पार्ट्स में मैने आपको मम्मी का हॉट लुक बताया था. मम्मी ने डार्क ब्लू कलर का ब्रा पनटी सेट और उपर रोब पहना था. वो उस आउटफिट में बहुत ही सेक्सी लग रही थी. पर इस बार मम्मी हॉट सेक्सी स्लट लग रही थी.
मम्मी के बाल बिखर गये थे. उनका मेकप उतार चुका था. शायद रोने की वजह से उनका आइलाइनर स्प्रेड हो गया था. मम्मी की हालत देख कर लग रहा था दवीड ने मम्मी को रंडी की तरह छोड़ा था. उनको तोड़ा चलने में भी परेशानी हो रही थी. मम्मी को समझ में नही आ रहा था की वो मुझे क्या बोले.
मम्मी (लड़खड़ाती आवाज़ में): बेटा तुम कब आए?
मैं: मैं तो कब का आ गया. मुझे लगा आप यहीं होंगे. पर आपने दरवाज़ा नही खोला तो मैं होटेल स्टाफ से ड्यूप्लिकेट के से अंदर आया. आ कर पता चला की आप थे नही, तो मुझे आपकी फिकर होने लगी. मैं सब जगह आपको ढूँढ कर आया (मैं मम्मी के सामने झूठ-मूठ का नाटक कर रहा था).
मम्मी: सॉरी बेटा. मुझे पता नही था की तुम इतना जल्दी आ जाओगे.
मैं: इट’स ओक मुम्मा (उनकी और नॉटी स्माइल पास करके). लगता है आज अपने बहुत एंजाय किया है. जाइए शवर लेकर फ्रेश हो जाइए, तो नींद अची मिलेगी. कल नॉर्थ गोआ में घूमने भी जाना है.
मम्मी मेरा इतना कॅषुयल बिहेवियर देख कर और शॉक्ड हो गयी. वो लड़खड़ाती हुई बातरूम में गयी. मम्मी की हालत देख कर लग रहा था की सयद दवीड ने मम्मी की छूट के साथ गांद को भी छोड़ा होगा. मैने पाईं किल्लर की टॅबलेट और पानी का ग्लास रख कर सो गया. मैं अब तक कर सो गया था की अचानक मम्मी ने मुझे हग कर लिया.
मम्मी ने सिर्फ़ शॉर्ट निघट्य पहना था. मैने नींद में मम्मी से कहा की आपके लिए पाईं किल्लर का टॅबलेट रखा है, खा कर सो जाओ. मम्मी भी कुछ नही बोली, और शायद वो टॅबलेट खा कर मुझसे लिपट कर सो गयी.
आज पहली बार मम्मी से बिना चुदाई करे सो रहा था. लेकिन मम्मी की बाहों में सोने का एक अलग ही फील था. उनके जैसा टच मुझे आज तक किसी में नही मिल रहा. मम्मी मुझसे बहुत चिपक कर सोई थी. शायद उनको ऐसा लग रहा था की वो बिना बताए ऐसे चली गयी थी, तो मैं तोड़ा उनसे गुस्सा था. मम्मी को मेरा नेचर पता है की मैं कभी-कभी गुस्से को रिक्ट नही करता, और जब मैं शांत होता हू, तो अंदर से ज़्यादा गुस्सा होता हू. और मैं बोलने नही, करके दिखाने में बिलीव करता हू.
वो कहीं ना कहीं सच भी थी क्यूंकी मुझे इंटर्नली बहुत गुस्सा आ रहा था. अगर हमारा प्यार किसी और से रंडी की तरह चुड कर आए, तो गुस्सा तो आएगा ही. पर मैने सोचा अब जो हो गया है वो मैं चेंज नही कर सकता. और मेरी मम्मी मेरे पापा की लायल नही हुई, तो मेरा क्या होने वाली थी.
वो तो पक्का था की उसको जब कोई प्यास बुझाने वाला मिला, वहाँ अपनी टाँगें खोल कर रख देंगी. मैने भी अपने दिमाग़ को शांत किया, और उनकी बाहों में सुकून भारी नींद सो गया. हम दोनो की एक साथ सुबह 9 बजे नींद खुली.
मैं (उनके माथे पर किस करके): गुड मॉर्निंग मुम्मा.
मम्मी (तोड़ा साद फेस बना कर): गुड मॉर्निंग बेटा.
मैं: मम्मी इतना साद फेस क्यूँ बना रखा है? क्या हुआ?
मम्मी: तुम मुझसे नाराज़ हो ना (मुझे पता चल गया की ये शातिर औरत अब बाहर चुड कर आई थी. और मेरे मूह से सॉरी बुलवा कर रहेगी)?
मैं: नही मुम्मा. मैं आपसे क्यूँ नाराज़ होऊँगा?
मम्मी: पक्का मेरे से नाराज़ नही है ना?
मैं: नही मुम्मा, मैं आपसे बिल्कुल नाराज़ नही हू.
मम्मी: मेरी कसम खा कर बोलो.
मैं: आपकी कसम मुम्मा. मैं आपसे नाराज़ नही हू. हा बस कल आप मिल नही रहे थे तो मैं बहुत परेशन हो गया था. लेकिन कल आप रूम में आए तब मेरी जान में जान आई.
मम्मी (मुझे टाइट हग करके): बेटा मुझसे इतना प्यार करते हो? सॉरी बेटा मुझे तुझे सब बता देना चाहिए था. आयेज से ये ग़लती नही होगी.
मैं: इट’स ओक मुम्मा. आप अपनी लाइफ खुल कर एंजाय करो. मैं आपके साथ हू.
मम्मी: थॅंक्स बेटा (अब मम्मी बेड से उठ रही थी, तब उनको तोड़ा पाईं हो रहा था).
मैं (हेस्ट हुए): क्या हुआ मम्मी? रात को जाम कर चुदाई हुई क्या?
मम्मी: तू जाने दे ना बेटा.
कल तो मेरी चीखें निकल रही थी. रंडी की तरह चुड रही थी. जानवर बन गया था. माना किया फिर भी गांद मारा.
मैं: अछा? ऐसा कों था की आपकी गांद फाड़ दिया?
मम्मी: वो बॉडीबिल्डर दवीड है ना, उसने मुझे अपनी रंडी बना कर छोड़ा.
मैं (अंजान बन कर): श, तो उसका नाम दवीड है. और आप दोनो का कब सेट हो गया?
मम्मी: अर्रे जब से इस होटेल में आई, तब से वो मुझे घूर रहा था. और उसकी हाइट बॉडी देख कर मुझे भी वो पसंद आने लगा था. वो उस दिन तुमने मुझे पूल में गिराया, तब मैं उपर आई तो वो भी मेरे पीछे-पीछे लिफ्ट में आ गया. उसकी नज़र मेरे उपर से हॅट नही रही थी, और मुझे भी उसकी बॉडी देख कर कुछ-कुछ होने लगा था. और फिर हमारी बात हुई.
मम्मी: कल हम घूम कर वापस होटेल आए, तब तुम बाहर चले गये. तब वो मुझे अकेला देख कर लिफ्ट में आ गया. उसने भी हिम्मत करके मुझे किस कर लिया.
मैं: श… बहुत तेज़ है वो तो.
मम्मी: और तुम भी रात को अपनी दोस्त के साथ बाहर होते हो, तो मैं अकेली क्या करती? जब उसने मुझे च्छुआ ना बेटा, मेरे अंदर करेंट दौड़ गया. और उसने मोटे लिप्स से मुझे किस किया तो मैं बहकने लगी. मैने तभी उसके मोटे लंड को माप लिया था.
मैं: मुम्मा उसका तो बहुत बड़ा होगा, नही?
मम्मी: बेटा उसका लंड नही गढ़े का लंड था. जब मैने उसका लोड्ा देखा मेरी आँखें विश्वास नही कर रही थी, की ये इंसान था की गढ़ा. मैं दोनो हाथो की मुट्ठी से पकड़ती, फिर भी इतना बच जाता की वो भी मेरी प्यास बुझा सकता.
मैं: श… इतना लंबा?
मम्मी: हा और मोटा भी इतना की मेरी मुट्ठी में समा नही रहा था.
मैं: बाप रे.. फिर तो आपकी चीखें निकलना पक्का था.
मम्मी: हा बेटा, शुरू-शुरू में तो बेटा ऐसा लग रहा था की मेरी चुदाई से मौत हो जाएगी.
मैं (हेस्ट हुए): श… तो आप इतना बड़ा लंड लेकर भी ज़िंदा बच गयी.
मम्मी (मुझे मारते हुए): क्या अभी तुम भी. चाहे जितना भी मोटा और लंबा लंड हो, औरत की छूट उसको अपने अंदर उतार सकती है. कल जो दवीड ने मेरी चुदाई की है, ऐसी चुदाई लाइफ में नही हुई, ना आयेज कोई कर पाएगा.
मैं: हा अब तो आपको हमारा लंड नून्न्ी लगेगा.
मम्मी (हेस्ट हुए): बेटा ऐसा कुछ नही होता. लंड की लंबाई और मोटाई से कोई फराक नही पड़ता. औरत को फराक पड़ता है की लंड कितना सख़्त है. अगर छोड़ने वाला खिलाड़ी हो तो 3 इंच के लंड से भी औरत की प्यास बुझ सकती है.
मैं: अर्रे ऐसा भी होता है? मुझे लगा बड़े लंड वाला ही औरत की प्यास बुझता होगा.
मम्मी: नही बेटा. मुझे तेरे साथ जितना छुड़वाने का मज़ा आता है, ऐसा किसी के साथ नही आता. तू बहुत प्यार से औरत की प्यास बुझता है. लेकिन हर बार नये मर्द के साथ नया एक्सपीरियेन्स होता है.
मैं: बात तो आपकी बिल्कुल सही है. ये मैने भी पिछली 2 रातों मैं महसूस किया. लेकिन मुम्मा इतना बड़ा लंड गांद में गया तब आपको कैसा लगा था?
मम्मी: बेटा तू पूच मत. मुझे तो अब उसके सामने जाने से दर्र लग रहा है. जब उसका गढ़े जैसा लंड गांद में गया, मुझे लगा मेरी जान गले से बाहर निकल जाएगी. मैं रोटी रही, गिड़गिडती रही, लेकिन वो हैवान मुझे छ्चोढ़ ही नही रहा था.
मैं: श.. फिर क्या हुआ.
मम्मी: फिर क्या, 2-4 मिनिट में दर्द से मज़ा आने लगा. सच काहु बेटा कल रात की चुदाई मैं जीवन भर नही भूलने वाली. कल मेरी 3 घंटे लगातार चुदाई हुई है.
मैं: श… इतना सारा टाइम कोई कैसे छोड़ सकता है?
मम्मी: पता नही बेटा, लेकिन वो कोई लकीर बना कर पाउडर नाक से खींच रहा था. मुझे भी बोला तोड़ा नाक से खींचने को.
मैं (बड़ी हैरानी से): फिर आपने क्या किया?
मम्मी: मुझे वो बोला की उसको तोड़ा सूंघ लो. उससे तुम्हे अछा लगेगा, और तुम मस्ती से सेक्स एंजाय करोगी. मैने तोड़ा पाउडर नाक से खींचा, उसके बाद मेरे सर में दर्द होने लगा. सर भारी-भारी लगने लगा. ऐसा लगा मुझे चक्कर आ रहे थे. फिर उसके बाद मुझे काफ़ी अछा लग रहा था. वो जैसा बोल रहा था वैसा मैं करने लगी.
मैं (बड़ी हैरानी से): आपको क्या-क्या करवाया?
मम्मी: क्या काहु बेटा. मेरे मूह को बड़ी बुरी तरह से छोड़ रहा था. उसका लंड इतना मोटा की मेरे मूह में मुश्किल से जेया रहा था. लेकिन कुछ तो था वो पाउडर में, जो मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. उसके बाद मैं उसके बड़े लंड से गांद फतवाने को रेडी हो गयी. बेटा उसने मुझे ऐसे-ऐसे छोड़ा, की मुझे आज तक कोई ऐसे छोड़ नही सका.
मैं: तो आज आखरी रात है. आज भी दवीड के साथ गुज़ारनी है क्या?
मम्मी: नही बेटा, अभी तक कुछ सोचा नही है. फिलहाल तो बहुत दर्द हो रहा है. रात तक देखती हू. लेकिन लगता नही है आज मैं तेरा भी लंड लेने की हालत में हू या नही.
मम्मी को अब दवीड के सामने मेरा लंड कुछ लग ही नही रहा था. उनको बेड से उठने में भी परेशानी हो रही थी. मम्मी ड्रग के नशे में क्या कुछ करवा के आई उसको अंदाज़ा भी नही था. उसको ये पता भी नही था, की वो बिना नशे ऐसी चुदाई करवाती तो शायद तो उसकी हालत बहुत खराब हो जाती.
लेकिन मम्मी सही थी. कोई भी औरत कितना भी बड़ा लंड हो, लेने का दूं रखती है. अब मैं और मम्मी साथ में नहाने चले गये. मैने देखा दवीड ने मम्मी की छूट का भोंसड़ा बना दिया था. उसकी गांद पर छ्छूने से भी उसको दर्द हो रहा था. अब मैं और मम्मी रेडी हो गये.
मैने शॉर्ट्स और त-शर्ट पहना था. मम्मी ने भी टॉप और एक छ्होटा सा जीन्स का शॉर्ट्स पहना था. मम्मी की जाँघ भारी हुई बहुत सेक्सी लग रही थी. उनको देख कर कोई अंदाज़ा ना लगा सके की वो एक 48 साल की लेडी है. मम्मी ने जिम में अपने हार्ड वर्काउट से अपने आप को एक पर्फेक्ट शेप में ढाल लिया था.
मैं और मम्मी जैसे रूम से बाहर निकले, हमे दवीड लॉबी में मिला. मम्मी को वो देखता ही रह गया. मम्मी ने भी उसको स्माइल पास की, और उसने मम्मी को इशारे से बताया की आज वो बेहद मस्त दिख रही थी. वो उसके रिक्षन से शर्मा गयी.
मैं: मम्मी आप दोनो चाहो तो बात कर सकते हो. मैं आपका रिसेप्षन के पास वेट कर रहा हू.
मम्मी (मेरे गाल पर हाथ रख कर): थॅंक्स बेटा. तुम जाओ मैं 2 मिनिट में आती हू.
मैं वहाँ से लिफ्ट में बैठ गया, पर मैं बस एक फ्लोर नीचे उतरा, और सीडी से वापस आ कर, च्छूप कर, मम्मी को देखने लगा. मैने देखा की मम्मी दवीड की बाहों में थी, और दवीड उसकी नेक पर किस कर रहा था. वो मम्मी को सहला रहा था. वो दोनो खिल खिलत हस्स रहे थे.
दवीड: बेबी, अरे योउ कमिंग तो मी रूम टुनाइट टू, रिघ्त? (बेबी, क्या तुम आज रात भी मेरे कमरे में आ रही हो, हैईना?)
मम्मी (दवीड को मारते हुए): दो योउ वॉंट तो किल मे? (तुम मुझे मार डालना चाहते हो क्या?)
दवीड (हेस्ट हुए): नो बेबी, ई लीके योउ आ लॉट, वाइ अरे योउ सेयिंग तीस? (नही बेबी, तुम मुझे बहुत पसंद हो, तुम ऐसा क्यूँ बोल रही हो?)
मम्मी: योउ तोरे मी आस वित युवर बिग डिक. नाउ ई कॅन’त ईवन वॉक. (तुमने अपने मोटे लंड से मेरी गांद फाड़ दी. अब मैं चल भी नही पा रही हू.)
दवीड (उसकी गांद पर हाथ घुमा कर): सॉरी बेबी, ई कोउल्ड़न’त कंट्रोल आफ्टर सीयिंग युवर सेक्सी आस. (सॉरी बेबी, तुम्हारी सेक्स गांद देख कर मैं कंट्रोल नही कर पाया.)
मम्मी: आंड आफ्टर टेकिंग ड्रग्स योउ हद बिकम आ बीस्ट. आंड आफ्टर तट योउ मेड मे इनटॉक्सिकेटेड वित ड्रग्स. ई स्टार्टेड फ्लाइयिंग इन थे स्काइ. ई एंजाय्ड इट वेरी मच. (और ड्रग्स लेने के बाद तुम हैवान बन गये थे. और उसके बाद तुमने मुझे भी ड्रग’स का नशा करवा दिया. मैं आसमान में उड़ने लगी, बहुत मज़ा आया.)
दवीड : योउ अरे नोट उसेड तो तीस. बेबी तीस इस रिस्की. बुत योउ इन्सिस्टेड सो ई हद तो गिव इट. (तुम्हे इसकी आदत नही है. बेबी ये बहुत रिस्की है. लेकिन तुमने ज़िद की तो मुझे देना पड़ा.)
मुझे लगा मम्मी बहुत भोली थी. लेकिन मम्मी खुद से उसके साथ नशा करके छुड़वा रही थी. उसके बाद क्या हुआ मैं आपको नेक्स्ट पार्ट में बतौँगा.