होटेल में मलिक ने नौकरानी चोदी

तो दोस्तों चलते है सेक्स कहानी के अगले पार्ट पर-

जैसे ही हम होटेल के उस अंधेरे कमरे में गये, वहाँ बहुत अंधेरा था. फिर अचानक रोहन ने एक सीटी बजाई, और रूम की लाइट ओं हो गयी. मैं देख कर हैरान हो गयी. रूम बहुत बड़ा और सज़ा हुआ था. और मैं बहुत खुश थी.

तभी रोहन सिर ने मुझे अपने पास खींचा, और मेरी आँखों में आँखें डाल कर कहने लगे-

रोहन सिर: ई लोवे योउ मंजू. मैं तुमसे बहुत प्यार करता हू. तुम मुझसे शादी करोगी?

मैं बहुत खुश थी ये सुन कर. और तभी रोहन सिर ने मुझे अपनी बाहों में उठा लिया, और एक चेर पर बिता दिया. फिर खुद मेरे सामने बैठ गये.

उसके बाद मेरा हाथ अपने हाथो में पकड़ा, और चूमने लगे, और प्यार भारी बातें करने लगे. मैं तो जैसे सपने में थी. अचानक एक वेटर आया, और उसने हमारी टेबल पर एक ऑर्डर रखा. वेटर ने हमे खाना सर्व किया और रोहन सिर खाने लगे. मैं बस उनको ही देख रही थी खाना छ्चोढ़ कर.

तभी रोहन सिर बोले: क्या हुआ मंजू? खाना नही खावगी?

मैं शरमाते हुए बोली: मेरी तो भूख ही मिट गयी है सिर. आज का दिन मैं हुमेशा याद रखूँगी.

तभी रोहन सिर बोले: वो तो तुम रखोगी मंजू.

तभी वो उठे और मुझे वापस अपनी बाहों में उठा लिया, और इस बार वो मुझे एक बेड पर ले गये. फिर मेरे पास आके मेरे लिप्स पर किस करने लगे, मुझे यहाँ-वहाँ चूमने लगे, काटने लगे.

मेरे साथ ये सब पहली बार हो रहा था, पर मुझे बहुत अछा लग रहा था. मेरे मूह से बस अम्म्म्म अम्म्म्म उम्म्म्मम ऐसी ही सिसकारियाँ निकल रही थी. तभी रोहन सिर ने मेरा ब्लाउस खोल दिया, और मेरे बूब्स को दबाने लगे, काटने और चूसने लगे. मेरी आ आ निकल गयी.

मैने कहा: आउच रोहन सिर, क्या कर रहे हो आप? आ अम्म्म्म दर्द हो रहा है सिर.

तभी रोहन सिर बोले: मैं तुम्हारा पति हू मंजू. तुम रोहन बुलाओ मुझे, सिर नही.

10 मिनिट तक मेरे बूब्स चूसने के बाद सिर ने मुझे बेड के कॉर्नर पर खड़ा किया. मैने देखा तो मैं उपर से पूरी नंगी हो चुकी थी, और नीचे बस पेटिकोट बचा हुआ था. अचानक वो भी नीचे गिर गया. तभी रोहन ने मुझे अपने पास खींचा, और वापस बेरेहमी से किस करने लगे, मेरे बूब्स चूसने लगे.

ऐसे ही चूमते-चूमते वो मेरे पेट तक पहुँच गये, और उन्होने मेरी पनटी भी निकाल दी. मैं अभी पूरी नंगी थी उनके सामने, और वो बस अंडरवेर में थे.

तभी उन्होने मुझे नीचे बैठने को कहा, तो मैं बैठ गयी. उन्होने अपनी पंत खोली, और अपना 8 इंच मोटा लंड निकाला. मैं देख कर दर्र गयी. वो एक-दूं सॉफ था, और गोरा भी.

तभी रोहन सिर बोले: मंजू इसे चूसो ना, तुम्हे बहुत अछा लगेगा.

मेरा मॅन नही था, पर मैं ना भी नही कह सकती थी. उन्होने इतना खर्चा किया था. मैं बिना कुछ बोले अपना मूह उनके लंड के पास ले गयी, और उसको एक किस किया, और बाद में चूसने लगी.

उसकी गांद बहुत अची लग रही थी, और मुझे भी मज़ा आने लगा था. 10 मिनिट तक लंड चूसने के बाद अचानक रोहन ने मेरा सर पकड़ लिया, और ज़ोर-ज़ोर से मेरा मूह छोड़ने लगे गये.

मेरे मूह से बस घाप घाप स्लूर्प्प की आवाज़ आने लगी थी. साँस लेने में तकलीफ़ हो रही थी. इतने में मेरे मूह में कुछ गरम-गरम गिरने लगा. मुझे लगा रोहन मूट रहा था, पर रोहन ने मेरा मूह दबा कर रखा था. इसलिए मुझे वो पीना पद गया.

उसके बाद रोहन ने मुझे खड़ा किया. मैं ज़ोर-ज़ोर से हाँफ रही थी. मैने डरते हुए कहा-

मैं: क्या किया आपने ये मेरे साथ? मेरे मूह में मूट दिए ना आप?

तभी रोहन बोला: मंजू मैं मूटा नही. वो मेरे प्यार की निशानी है मंजू, जिससे तुम मेरे बाकचो की मा बनोगी.

मैं ये सुन कर खुश हो गयी. मुझे लगा रोहन सिर सच में मुझे प्यार करते थे. उसके बाद रोहन सिर ने मुझे फिर से एक लीप किस किया, और उसके बाद वो नीचे बैठ गये, और मेरी छूट चाटने लगे.

उनके ऐसा करने से मेरी बॉडी में करेंट लगने लगा. मैं बोलने लगी-

मैं: ची! क्या कर रहे हो आप? वो गंदी है, मत छातिए आ आ, छ्चोढ़ दीजिए. दर्द होता है आ.

पर रोहन नही माना. 5 मिनिट बाद वो खड़ा हो गया, और मुझे बेड के कॉर्नर पर लिटा दिया, और मेरी टाँगें अपने गले में रख ली. फिर आयेज बढ़ कर मुझे किस करने लगा, और मेरे बूब्स चूसने लगे थे.

मेरे मूह से अम्म्म अम्म्म्म की आवाज़ आ रही थी. पर तभी अचानक मुझे मेरी छूट पर कुछ फील हुआ. मैं कुछ बोलती, तभी रोहन ने एक ज़ोर का झटका दिया, और उसका 8 इंच बड़ा लंड मेरी चूत में आधा घुस गया.

मुझे बहुत ज़्यादा दर्द होने लगा. मैं उपर की तरफ होने लगी और चिल्लाई: आ आ रोहन, क्या कर रहे हो? आ दर्द हो रहा है, आ.

मैं रोहन की छ्चाटी पर हाथ पीट रही थी, और ज़ोर-ज़ोर से चिल्ला रही थी: आ आ आ दर्द हो रहा है, बाहर निकालो.

पर वो नही माने. 10 मिनिट तक वो मुझे ज़ोर-ज़ोर से छोड़ रहे थे. तभी अचानक मेरी बॉडी सिकुड़ने लगी, और अचानक मेरी छूट से एक फव्वारा निकला, और रोहन के लंड को गीला करने लगा. उसके बाद मुझे भी तोड़ा अछा लगने लगा था. मेरा दर्द भी अब कम हो गया था, और मुझे मज़ा आ रहा था. पर मैं जान-बूझ ऐसे ही चिल्ला रही थी.

रोहन एक पक्का खिलाड़ी था. उसको पता चल गया था मुझे मज़ा आ रहा था. उसने मुझे बेड से उठाया, और साइड की ड्रेसिंग टेबल पर झुका दिया, और खड़े-खड़े पीछे से मुझे छोड़ने लगा. वो मेरी पीठ पर काटने लगा, और मेरी गांद मारने लगा.

मुझे दर्द हो रहा था. मैं चिल्ला रही थी: आ आ आराम से ना, रोहन प्लीज़, आ दर्द हो रहा है रोहन. आ आ आराम से.

पर वो नही सुना. तभी मेरा पैर अचानक फिसल गया, और मैं ड्रेसिंग टेबल पर गिर गयी. लेकिन वो नही रुके, और मुझे ऐसी हालत में भी छोड़े जेया रहे थे.

तभी मैने देखा मेरे पैरों पर खून लगा हुआ था. बेड पर भी बहुत खून था. मुझे दर लगा की ये क्या हो गया. मैने गर्दन घुमाई और रोहन से कहा-

मैं: क्या किया है तुमने? देखो कितना खून निकल रहा है. मुझे दर्द हो रहा है, प्लीज़ छ्चोढ़ दो ना मुझे रोहन सिर.

पर वो नही माने, और मेरे लिप्स पर काटने लगे, चूमने लगे, और वैसे ही ज़ोर-ज़ोर से मुझे छोड़ने लगे. अचानक उनकी स्पीड बहुत बढ़ गयी, और 2 मिनिट बाद मुझे मेरी छूट में कुछ निकलता हुआ फील हुआ. मुझे पता चल गया की ये वही होगा जो मैं पी चुकी थी. उसके बाद वो शांत हो गये और बेड पर लेट गये.

मैं जैसे-ऐसे लंगदाते हुए बातरूम में गयी, और देखा तो दोनो पैरों से मेरी छूट से खून बह रहा था, और पेट में और बॉडी के हर पार्ट में दर्द हो रहा था.

जैसे-तैसे मैं नहाई, और बाहर आ गयी, और रोहन की साइड में ही सो गयी. रात के 4 बजे थे, और अचानक रोहन जाग गया, और पीछे से ही मुझे पकड़ लिया. रोहन ने लेटते-लेटते पीछे से लंड पेल दिया, और मुझे छोड़ने लगा. मैं दर्द से चिल्ला रही थी. मगर वो बिना सुने बस छोड़ते चले जेया रहे थे. फिर मेरी छूट में अपना माल भर कर वो सो गये.

सूभ जब मैं उठी तो उनका लंड मेरी छूट में था. जैसे-तैसे मैं उठी, नहाई, और उसके बाद क्या हुआ, कैसे मेरी ज़िंदगी अचानक पलट गयी? वो नेक्स्ट पार्ट में बताती हू. सेक्स स्टोरी अची लगी तो रिप्लाइ करना

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